जानिए यहाँ क्या बीएससी के बाद में MA कर सकते हैं

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BSc ke baad MA kar sakte hai

बीएससी के बाद आप कौनसा कोर्स कर सकते हैं क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है? यदि आप बीएससी के बाद सर्वश्रेष्ठ कोर्सेज की तलाश कर रहे हैं, तो आपके पास कई विकल्प हैं जैसे रिसर्च, टेक्निकल, फार्मास्यूटिकल्स, बायो टेक्नोलॉजी, फूड साइंस, आर्ट्स जैसे कोर्सेज चुन सकते हैं। ये कोर्स MBA, MSc, BEd, LLM, MA हो सकते हैं। इस ब्लॉग में BSc ke baad MA kar sakte hai इस बारे में जानकारी दी गई है। यदि आप बीएससी के बाद में MA करने जा रहे हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है।  

बीएससी क्या होती है?

12वीं उत्तीर्ण करने के बाद छात्र के मन में बीएससी शब्द सुनने के बाद सबसे पहला सवाल यही होता है कि बीएससी क्या होती है। तो जवाब है कि बीएससी 3 साल की अवधि का एक बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम है। यह 12th के बाद विज्ञान के छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है। बीएससी का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ साइंस है। इन कोर्सेस को उन छात्रों के लिए एक फाउंडेशन कोर्स माना जाता है, जो विज्ञान के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह विश्व की अधिकांश यूनिवर्सिटीज में विभिन्न विशेषज्ञताओं जैसे– BSc IT, BSc Microbiology, BSc Computer Science, BSc Physics आदि के अंतर्गत पेश किया जाता है। BSc kya hai कोर्सेस का अध्ययन सिद्धांत और व्यावहारिक पाठ का एक मिश्रण है। BSc की डिग्री पूरी करने के बाद, छात्र मास्टर्स ऑफ़ साइंस MA का विकल्प चुन सकते हैं या फिर एक अच्छी जॉब के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।

MA क्या होती है?

MA का पूरा नाम मास्टर्स ऑफ़ आर्ट्स होता है। ये एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है। इसके अंदर मानविकी, भूगोल, एंथ्रोपोलॉजी सोशल सांइस, कम्युनिकेशन, और लैंग्वेज साइंस, इत्यादि सब्जेक्ट पढ़ाये जाते है। आम तौर पर BA यानी बैचलर ऑफ़ आर्ट्स करने वाले विद्यार्थी उच्च शिक्षा और डिग्री के लिए MA को चुनते हैं। हालांकि अन्य बैचलर फील्ड्स से भी MA कोर्स को चुना जा सकता है। आपके चुने गए कोर्स का आपके सिलेबस में आने वाले सब्जेक्ट्स पर अंतर पड़ता है। इस कोर्स में आपको थ्योरी के अलावा प्रैक्टिकल और रिसर्च से जुड़े कार्यों का समावेश भी मिल सकता है। 

क्या बीएससी के बाद में MA कर सकते हैं?

हां, आप साइंस की किसी भी स्ट्रीम और बीएससी में बैचलर कोर्स करने के बाद में MA करने के योग्य हैं। क्योंकि देखा जाए तो MA करने के लिए सामान्य योग्यता किसी भी फील्ड से बैचलर डिग्री होती है। इंडिया तथा विदेश में भी सभी यूनिवर्सिटीज में बीएससी के बाद में MA कोर्स करने का विकल्प उपलब्ध होता है। ये यूनिवर्सिटीज MA में एडमिशन देने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से सिर्फ बैचलर डिग्री की मांग करती हैं।   

MA कोर्स के विषय

MA कोर्स में आने वाले विषयों की लिस्ट नीचे दी गई है :-

  • हिस्ट्री
  • जियोग्राफी
  • पॉलिटिकल साइंस
  • हिंदी
  • इंग्लिश
  • सोशल वर्क
  • इंटीरियर डिज़ाईन
  • कल्चर एंड मीडिया
  • पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन
  • जेंडर स्टडीज़
  • आदि (यूनिवर्सिटी और कॉलेज अनुसार)

बीएससी के बाद में MA करने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज

BSc ke baad MA kar sakte hai और किसी विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए आपको उनके बारे में पता लगाना होगा। इसके लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज नीचे दी गई है जिनके नाम निम्न प्रकार से हैं:

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज

BSc ke baad MA kar sakte hai इसके लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज निम्न प्रकार से हैं:

  • मिरांडा हाउस, नई दिल्ली
  • लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन, नई दिल्ली
  • हिंदू कॉलेज, नई दिल्ली
  • स्टीफन कॉलेज
  • हंसराज कॉलेज, नई दिल्ली
  • आत्म राम सनातन धर्म कॉलेज
  • श्री वेंकटेश्वर कॉलेज
  • इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन
  • रामजस कॉलेज, नई दिल्ली

योग्यता

विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से बीएससी के बाद MA का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:

  • आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
  • आवेदक के बारहवीं कक्षा में विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स और बायोलॉजी होने चाहिए।
  • किसी भी यूनिवर्सिटी में बीएससी के लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।
  • MA कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से  बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
  • MA कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेजके लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE और GMAT स्कोर की आवश्यकता होती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन टेस्ट की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।

आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu  विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षा

अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं: 

विदेशी प्रवेश परीक्षाएं

भारतीय प्रवेश परीक्षाएं 

लैंग्वेज रिक्वायरमेंट

आवश्यक पुस्तकें

MA के लिए नीचे कुछ आवश्यक पुस्तकें दी गई हैं:

आवश्यक पुस्तकें लेखक का नामयहां से खरीदें 
आधुनिक हिंदी काव्य और कावुरामचंद्र तिवारीयहां से खरीदें 
गद साहित्यराधा मोहन गडनायकयहां से खरीदें 
लॉ ऑफ कोर्ट आरके सुरी, टी सीएच सूर्य राव यहां से खरीदें 
द कोर्टिंग ऑफ इरॉस यहां से खरीदें 
इंडियन पॉलिटी एम लक्ष्मीकांतयहां से खरीदें 

बीएससी के बाद में MA करने के बाद करियर विकल्प

MA में डिग्री हांसिल करने के बाद कई टॉप इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं। कुछ टॉप इंडस्ट्रीज और टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है:

टॉप इंडस्ट्रीज

  • इंजीनियरिंग
  • एजुकेशन 
  • मूवीज
  • थिएटर
  • मीडिया
  • राइटिंग
  • मैनेजमेंट
  • एनालिस्ट
  • सेल्स
  • इवेंट मैनेजमेंट
  • टूरिज्म
  • पॉलिटिक्स

टॉप रिक्रूटर्स

  • यूनिवर्सिटीज
  • मूवी प्रोडक्शन कंपनीज
  • न्यूज चैनल्स
  • टूरिस्ट कंपनीज
  • पॉलिटिकल पार्टीज
  • एनजीओ 
  • आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया 

जॉब प्रोफाइल

MA कोर्स करने के बाद में जॉब प्रोफाइल तथा अनुमानित सालाना वेतन निम्न प्रकार से हो सकता है:

जॉब प्रोफाइल एवरेज सैलरी पैकेज 
इकोनॉमिस्टINR 1.6 लाख 2.5 लाख 
कॉन्टेंट राइटरINR 2.5 लाख 3.5 लाख
हिस्टोरियन INR 7 लाख 10 लाख
एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसरINR 6 लाख 10 लाख
प्रोफेसरINR 4.5 लाख 5.5 लाख
सोशल वर्करINR 3 लाख 5 लाख
रिसर्च INR 5 लाख 6 लाख

FAQs

क्या बीएससी के बाद एमए कर सकते हैं?

हां, आप BSc ke baad MA kar sakte hai क्योंकि एमए के लिए आप किसी भी बैचलर डिग्री को योग्यता के प्रमाण के रूप में दिखा सकते हैं। 

MA में हिंदी में कितने पेपर होते हैं?

किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से दो अनिवार्य हिंदी के पेपर के साथ किसी भी कोर्स में ग्रेजुएट डिग्री वाले उम्मीदवार पात्र हैं।

MA में कितने सेमेस्टर होते हैं?

M.A 2 वर्ष की अवधि का एक कोर्स है, जो आप बीए के बाद करते हैं, जिससे आपको मास्टर्स की डिग्री मिलती है। एमए कोर्स में आप आरसी स्ट्रीम के अलग-अलग विषयों में से किसी में भी स्पेशलाइजेशन की पढ़ाई कर सकते हैं।

क्या इंडिया में MA कोर्स करने के बाद में अच्छा करियर बन सकता है?

हां, इंडिया में MA कोर्स करने के बाद में अच्छा करियर बन सकता है। आपके पास में जर्नलिस्ट से लेकर हिस्टोरियन बनने तक बहुत सारे विकल्प उपलब्ध होते हैं। इसके साथ आप कई सारी सरकारी जॉब्स के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। 

MA कोर्स के लिए टॉप देश कौनसे हैं?

BSc ke baad MA kar sakte hai, MA कोर्स के लिए टॉप देश हैं:
ऑस्ट्रेलिया
यूएसए
सिंगापुर
यूनाइटेड किंगडम
बेल्जियम
इटली
फ्रांस

उम्मीद है आपको BSc ke baad MA kar sakte hai इस संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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