हिंदी कंटेंट राइटर कैसे बनें?

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लेखन एक कला है और ये कला किसी भी भाषा में क्यों न हो विचार और लफ्ज़ो का सटीक इस्तमाल महत्व रखता है। अगर आप इस कला को समझते हैं, तो आप भी कंटेंट राइटर बन सकते हैं। डिजिटल युग के साथ-साथ कंटेंट्स राइटर्स की मांग भी बढ़ रही है, क्योंकि आज के समय में इंटरनेट मार्केटिंग के माध्यम से ही लोग अपने व्यापार और अपनी कला का ऑनलाइन प्रमोशन करते हैं। यह सब करने के लिए आपका लिखा हुआ कंटेंट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिसको निभाता है एक कंटेंट राइटर।

जैसा कि हमने बात की के लेखन की कला किसी भी भाषा में हो लेकिन शब्दों का इस्तमाल सही जगह पर होना आवश्यक है जिसमें और भी कई फैक्टर्स आ जाते हैं। तो इस ब्लॉग में मूलतः हम हिंदी भाषी लेखन की बात करेंगे। तो अगर आप एक हिंदी कंटेंट राइटर बनना चाहतें है तो ये ब्लॉग आपके लिए है। हमारा यह ब्लॉग आपके सपनों को पूरा करने में अवश्य मददगार साबित होगा।

कंटेंट राइटिंग क्या है?

कंटेंट राइटिंग का मतलब होता है लेखन द्वारा किसी भी विषय से संबंधित आवश्यक जानकारी देना। कंटेंट राइटिंग अलग-अलग प्रकार की हो सकती है जैसे- ब्लॉग लिखना, पॉडकास्ट के लिए स्क्रिप्ट लिखना, यूट्यूब के लिए लिखना, अखबार या मैगज़ीन के लिए आर्टिक्ल लिखना आदि।

लिखने की कला और भाव दोनों इसपर निर्भर करते है कि आपकी टारगेट ऑडियंस कौन है। तो अगर आप अखबार के लिए एक आर्टिकल लिख रहे है तो आपका ध्यान उस आर्टिकल के टॉपिक और पढ़ने वाले की समझ को मद्दे नज़र रखकर होना चाहिए। इसी वजह से हर फील्ड के लिए एक अलग माइंड सेट और कला की आवश्यकता होती है जो एक कंटेंट राइटर समझ सकता है। ऐसे ही Hindi Content Writer के लिए हिंदी के शब्दों का सही जगह सही उपयोग होना महत्व रखता है जिससे कंटेंट की वैल्यू बढ़ जाती है।

कंटेंट राइटर कौन होते हैं?

आज के युग में जहां हर चीज़ डिजिटल दिखाई पढ़ती है। हर व्यक्ति अपनी हर समस्या का निवारण अपने फ़ोन या कंप्यूटर पर देखता है। अगर आपको कहीं जाना भी है तो आप किसी से रास्ता पूछने के बजाए अपने फ़ोन पर सर्च करके लोकेशन फॉलो करके पहुंच जाते हैं। इंटरनेट पर हर समस्या का निवारण हो जाता है। जिसमें एक कंटेंट राइटर की भूमिका सबसे अधिक है।

जब आप किसी टॉपिक पर सर्च करते है तो आपको लोगो के द्वारा लिखा कंटेंट मिलता है जिसको देख कर आपको अंदाज़ा लग पाता है कि आखिर विषय की गहराई क्या है। वह रिसर्च दरहसल पहले ही किसी ने विस्तार से रिसर्च कर आपको लेखन द्वारा आसान भाषा में समझा दिया है। यह काम एक कंटेंट राइटर द्वारा किया गया होता है, जिसके जरिए आपको सही समय पर सही और सटीक जानकारी झट से मिल पाती है।

भाषाओं की अगर बात की जाए तो एक कंटेंट राइटर का अपनी भाषा पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है। Hindi Content Writer की बात करें तो एक हिंदी कंटेंट राइटर को अपनी भाषा पर सही पकड़ होना अनिवार्य होता है। क्योकि मात्राओं का हेर फेर पढ़ने वाले को गलत जानकारी की और लेकर भी जा सकता है।

कंटेंट राइटर क्यों बनें?

Hindi Content Writer क्यों बनें इसके मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं-

  • डिजिटल मीडिया और टेक्नोलॉजी के लगातार बढ़ते ग्राफ के साथ साथ एक राइटर की मांग भी बढ़ती जा रही है।
  • क्रिएटिव फील्ड होने के कारण आप इसमें बेहतर जानकारी के साथ खुदको एक्सप्लोर भी कर सकते है और बेहतर विकल्प चुन सकते है।
  • जितना ज़्यादा पढ़ेंगे और लिखेंगे उससे आपके शब्दों का चयन और उसे बेहतर तरीके से इस्तमाल करने की कला दिन ब दिन बढ़ती जाती है।
  • अपनी कला के दम पर आप दुनिया की किसी भी फील्ड में आसानी से नौकरी पा सकते है क्योकि हर जगह एक अच्छे लेखक की ज़रूरत होती है।
  • कोरोना काल में ऑफिस न जा पाने के कारण जहां कई लोगों ने अपनी नौकरियां खोई है। एक कंटेंट राइटर को अपना काम दर्शाने के लिए कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है। वो घर रहकर भी अपना सारा काम उसी कलात्मक अंदाज़ से पूरा कर सकता है।
  • तनख्वा की चर्चा करें तो मालूम पड़ेगा की जैसे जैसे आपका वर्क एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है। ज़रूरत है सिर्फ कला को निखारने और विषयो पर सही चर्चा की।

कंटेंट राइटर के प्रकार

जैसा की हमारी पहली चर्चा में हमने बताया की राइटर कई प्रकार के होते है, जिनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार हैं: 

  1. स्क्रीनराइटर
  2. ब्लॉगर
  3. कंटेंट राइटर
  4. कॉपी राइटर
  5. क्रिटिक
  6. ट्रांसलेटर
  7. रिसर्च राइटर
  8. फाइनैंनशियल राइटर
  9. स्टोरी राइटर /नॉवलिस्ट
  10. अकैडमिक्स राइटर
  11. कवी
  12. लिरिसिस्ट

हिंदी कंटेंट राइटर बनने के लिए ज़रूरी स्किल्स

हर क्षेत्र में उचाई कि तरफ बढ़ते हुए कुछ ज़रूरी स्किल्स की आवश्यकता होती है जो उस व्यक्ति को उस क्षेत्र के काबिल बनाती है और भविष्य में आगे ले जाती है। उसी तरह हिंदी कंटेंट राइटर के लिए भी कुछ स्किल्स आवश्यक हैं जो उसे एक बेहतर Hindi content writer बनाने में सहायक होती है। आइए जानते हैं कौनसी ऐसी स्किल्स है जो Hindi content writer बनने के लिए आवश्यक मानी गई हैं-

  • विषय के बारे में गहरी जानकारी
  • 2 या 3 भाषाओं में प्रवीणता
  • कंप्यूटर की बेसिक जानकारी
  • प्रेज़ेंटेशन स्किल्स
  • डिजिटल मार्केटिंग (SEO और वर्डप्रेस की जानकारी) 
  • रिसर्च स्किल्स
  • कम्युनिकेशन स्किल्स  
  • प्रूफ रीडिंग स्किल्स
  • क्वालिटी कंटेंट प्रदान करना
  • टारगेट ऑडियंस को समझना 
  • स्टोरी कुकिंग  
  • ऑब्ज़र्वेशन स्किल्स

हिंदी कंटेंट राइटर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड

Hindi content writer बनने के लिए यहां नीचे स्टेप बाय स्टेप गाइड दिया गया हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • स्टैप 1 – बेसिक एजुकेशन: किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपनी बेसिक (10+2) शिक्षा पूर्ण करें । 
  • स्टेप 2 – इंटरस्ट को पहचानें: अपने इंटरस्ट को पहचानें कि आप इस फील्ड में क्यों जाना चाहते हैं। आपके अंदर ऐसी कौन सी ख़ूबी या स्किल्स हैं जो राइटर बनने को प्रोत्साहित करती हैं। 
  • स्टेप 3 – ग्रेजुएशन पूरी करें: अपने इंटरस्ट को पहचान लेने के बाद अब बारी आती है लेखन शिक्षा लेने की। इसके लिए छात्र BJMC (बैचलर ऑफ़ जर्नलिस्म एंड मास् कम्युनिकेशन) कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद अगर छात्र चाहें तो MJMC (मास्टर ऑफ़ जर्नलिस्म एंड मास कम्युनिकेशन ) भी कर सकते हैं। जर्नलिज़्म में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के अलावा, छात्र M.A भी कर सकते हैं। M.A के लिए क्रिएटिव राइटिंग या प्रोफ़ेशनल राइटिंग विषय चुन सकते है। अगर विद्यार्थी लिटरेचर में M.A करेंगे, तो भी राइटिंग स्किल्स बेहतर होने की संभावना है । पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद विद्यार्थी लेखन से जुड़े विषयों में PhD भी कर सकते हैं, जिसे पूरा होने में लगभग 4 से 6 साल का वक्त लग सकता है। 
  • स्टेप 4 – सही इंटर्नशिप ढूँढे: पढ़ाई पूरी करने के बाद अब इंटर्नशिप की बात आती है। इसके लिए विद्यार्थी किसी मीडिया हाउस में इंटर्न के रूप में काम सीख सकते हैं। विद्यार्थी चाहें तो किसी न्यूज़ पेपर, मैगज़ीने के ऑफिस में जा सकते हैं या फिर किसी कॉर्पोरेट कंपनी से भी जुड़ सकते हैं और बात हो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तो आप किसी भी प्राइवेट FM चैनल या फिर किसी भी न्यूज़ चैनल के साथ भी जाकर इंटर्नशिप कर सकते हैं। इंटर्नशिप करने से आप-अपनी किताबी दुनिया की जानकारी को रियल दुनिया से मिलते हुए देख पाएंगे। इंटर्नशिप के दौरान आपको किसी कंपनी के काम करने का तरीका समझ आएगा और कुछ रचनात्मक लिखने के लिए बहुत से मौके भी मिलेंगे । इस तरीके से इंटर्नशिप करने से राइटिंग स्किल्स तो बढ़ेगी ही, उसके साथ-साथ जॉब के दौरान आने वाली मुश्किल परिस्थितियों को सँभालना भी आ जायेगा, जो आगे चलकर के आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।
  • स्टेप 5 – इम्प्रूव राइटिंग स्किल्स:अभ्यास मनुष्य को पूर्ण बनता है ” किसी भी कला को तब-तक परिभाषित नहीं किया जा सकता, जब तक उसे तैयार करके सामने प्रस्तुत ना किया जाए। ऐसा ही लेखन के साथ भी होता है। इसलिए जिस पल आपको लगे कि आप एक अच्छे लेखक बनना चाहते हैं, उसी पल से लिखना शुरू कर दीजिए। जितना ज़्यादा आप लिखेंगे उतना आपकी स्किल्स में सुधार आएगा।
  • स्टेप 6 – अच्छी नौकरी की तलाश करें: अच्छी कंपनी ढूँढे। कंटेंट राइटिंग की फील्ड का काम करने का तरीका बाकी सभी फील्ड से थोड़ा अलग होता है। इस फील्ड में जॉब का कोई फिक्स क्राइटेरिया नहीं होता। सब कुछ आपके इंटरेस्ट और क्रिएटिविटी पर निर्भर करता हैं। आपकी मनपसंद फील्ड में नौकरी मिलना आपकी राइटिंग स्किल्स पर निर्भर होता है। लेकिन अगर आप किसी ऑफिस में बैठकर काम नहीं करना चाहते हैं तो एक फ्रीलान्स कंटेंट राइटर के तौर पर वेबसाइट्स और ब्लोग्स के लिए ऑनलाइन काम कर सकते हैं।

हिंदी कंटेंट राइटर बनने के लिए कोर्सेज और यूनिवर्सिटीज़

उज्ज्वल भविष्य के सुनहरे दरवाज़े को खोलने के लिए शिक्षा बहुत कीमती पूँजी है। अच्छी पढ़ाई के लिए सही जगह और सही कोर्स चुनना एक महत्वपूर्ण और चिंता का विषय है। चलिए जानते हैं भारतीय और विदेश की यूनिवर्सिटीज़ के बारे में जो कंटेंट राइटर कोर्स ऑफर करती हैं। 

दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज

यहां विदेश में कंटेंट राइटिंग की पढ़ाई करने के लिए कुछ युनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गयी हैं:

युनिवर्सिटी का नाम   जगह   प्रदान किए जाने वाले कोर्सेज
युनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन आयरलैंड   -MA in creative writing
-MFA in creative writing
द युनिवर्सिटी ऑफ़ हल UK MA in creative writing 
युनिवर्सिटी कॉलेज , कोर्क आयरलैंड  -BA in content writing
-MA in content writing 
युनिवर्सिटी ऑफ़ शेफील्ड UK  Creative writing MA 
युनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी सिडनी – UTS ऑस्ट्रेलिया -Graduate diploma in creative writing
-Master of arts in creative writing
वेस्टर्न सिडनी युनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया Master of arts in literature and creative writing
द युनिवर्सिटी ऑफ़ अल्बामा US Master of fine arts in creative writing
युनिवर्सिटी ऑफ़ लीड्स UK -Creative writing and critical life in BA/MA
-MA writing for performance and publication 
युनिवर्सिटी ऑफ़ ओकलैंड न्यू ज़ीलैंड MA in creative writing 
युनिवेर्सिटी ऑफ़ योर्क UK PGDip creative writing (online)

आप AI Course Finder की मदद से भी अपने इंटरेस्ट के अनुसार अपनी पसंद के कोर्सेज का चयन कर सकते हैं।

भारतीय टॉप युनिवर्सिटीज़

चलिए जानते हैं भारतीय युनिवर्सिटीज़ के बारे में जहां आप कंटेंट राइटिंग का कोर्स कर सकते हैं-

  1. हिन्दू कॉलेज
  2. दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज
  3. श्री कृष्णा आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज
  4. महाराजा अग्रसेन कॉलेज
  5. M S रामयियः कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स
  6. श्री शारदा कॉलेज फॉर वीमेन (ऑटोनोमस)
  7. रामकृष्णा मिशन विद्यामंदिर
  8. बनारस हिन्दू युनिवर्सिटी
  9. दिल्ली युनिवर्सिटी
  10. मुंबई युनिवर्सिटी
  11. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज़्म एंड नई मीडिया, बैंगलोर
  12. सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे
  13. लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वीमेन, नई दिल्ली
  14. स्कूल ऑफ़ कम्युनिकेशन, मनिपाल
  15. कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स, नई दिल्ली

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कंटेंट राइटर बनने के लिए योग्यता

स्किल्स के साथ ये कुछ योग्यताएं हैं जो एक Hindi Content Writer बनने के लिए आवश्यक साबित हो सकती है-

  • बैचलर्स डिग्री जो जर्नलिस्म या उससे मिलती जुलती फील्ड में होना अनिवार्य है।
  • डिजिटल मार्किट की टैक्टिक्स, जिसमें SEO, ईमेल मार्केटिंग और वेब एनालिटिक्स शामिल है।
  • बेहतरीन राइटिंग स्किल्स के साथ संवाद करने की शमता होना भी आवश्यक योग्यता का हिस्सा है।
  • लेखन में कम से कम तीन साल का एक्सपीरियंस।
  • वर्डप्रेस , वीब्ली जैसी साइट्स को इस्तमाल करना आना चाहिए।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL, PTE के अंक अनिवार्य हैं।

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आवेदन प्रक्रिया

Hindi Content Writer बनने के लिए नीचे आवेदन प्रक्रिया दी गई है-

  • कैंडिडेट को 12 साल की बेसिक एजुकेशन पूरी करनी होगी। 12th (किसी भी स्ट्रीम) pass करना आवश्यक है।
  • इस कोर्स करने के लिए सबसे पहले प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। छात्र, राष्ट्रीय लेवल की परीक्षा जैसे IPU CET, DUET, SET, MET आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • छात्रों को परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड के माध्यम से देनी होगी।
  • प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का विश्लेषण किया जाएगा। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
  • कुछ कॉलेज ग्रुप डिस्कशन (GD) और पर्सनल इंटरव्यू के जरिए भी एडमिशन प्रदान करते हैं।

यूके के लिए आवेदन प्रक्रिया

बैचलर्स डिग्री में एडमिशन लेने के लिए आपको UCAS पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे। वहीं मास्टर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। फिर वहीं से ही छात्रों को यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेंगे।

  • यूजर आईडी से अकाउंट साइन इन करें और डिटेल्स भरें।
  • कोर्स करिकुलम और जरूरी योग्यता को चेक कर लें।
  • अपनी यूनिवर्सिटी के एप्लीकेशन फॉर्म पर क्लिक करें।
  • सबसे पहले आपको ईमेल या फ़ोन नंबर के द्वारा न्यू रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  • अकाउंट वेरिफिकेशन के बाद अकाउंट लॉग-इन करके पर्सनल डिटेल्स (नाम, जेंडर, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म की तिथि) भरें।
  • अकादमिक डिटेल्स भरें और आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें।
  • अंत में एप्लीकेशन फीस का भुगतान करें।
  • फिर अपना एप्लीकेशन फॉर्म जमा करें।
  • कुछ यूनिवर्सिटीज, सिलेक्शन के बाद वर्चुअल इंटरव्यू के लिए आमंत्रित करती हैं।

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आवश्यक दस्तावेज़

नीचे दिए गए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार हैं:

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करियर के अवसर

आइए इस क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न करियर अवसरों के बारे में जानें, हालांकि अक्सर लेखक सेल्फ-एम्प्लॉयड होते हैं। लेकिन इसके साथ-साथ अन्य करियर विकल्पों का पता लगाना एक अच्छा विचार है क्योंकि यह कुछ फाइनेंशियल सिक्योरिटी प्रदान नहीं करता है। लेखकों के लिए सबसे उपयुक्त कुछ नौकरियों में शामिल हैं-

  • एकेडेमिक्स
  • कॉपी राइटिंग
  • एडिटिंग
  • प्रूफरीडिंग
  • वेब कंटेंट राइटर
  • फ्रीलांसर्स
  • ब्लॉगर्स
  • स्क्रिप्ट राइटर

कंटेंट राइटर स्कोप और सैलरी

स्कोप की अगर बात की जाए तो एक राइटर हर फील्ड में फिट हो सकता है और अपनी क्रिएटिविटी को बढ़ा सकता है। तो अगर आप लिखने का शौख रखते हैं और HIndi Content Writer बनने का विचार रखते हैं तो आपको अपने आने वाले करियर में काफी अवसर देखने को मिलेंगे।

एक कंटेंट राइटर, अपने लेखन की कला से किसी भी फील्ड में अपनी जगह बना सकता है। हर फील्ड ,नौकरी की स्थिति, लेखक की भूमिका और एक्सपीरियंस के अनुसार एक Hindi content writer की सैलरी का पता लगाया जा सकता है। भारत में एक हिंदी कंटेंट राइटर की एवरेज सैलरी INR 3.20-4 लाख प्रति वर्ष है। एक लेखक अपनी एक नौकरी के साथ साथ ब्लॉग्स, आर्टिकल्स या किताब भी लिख सकता है और पैसे कमा सकता है। एक अनुभवी राइटर INR 5.80-6 लाख सालाना के हिसाब से कमा सकता है। फील्ड ,पोस्ट और जगह के अनुसार एक Hindi content writer की औसत सैलरी इस प्रकार है:

प्रोफाइल औसत वार्षिक सैलरी (INR)
एकेडेमिक्स 2-3 लाख
कॉपी राइटिंग 3-4 लाख
एडिटिंग 4-5 लाख
प्रूफरीडिंग 3-4 लाख
वेब कंटेंट राइटर 3-4 लाख

FAQs

एक कंटेंट राइटर क्या करता है? 

कंटेंट राइटर अपनी स्किल्स का इस्तेमाल क्रिएटिव्स, नरेशंस, आर्टिकल्स, रिपोर्ट्स, इंफॉर्मेटिव या कोई अन्य क्रिएशन को लिखने के लिए करते हैं। लेखक न केवल लिखते हैं बल्कि कंपनीज़ /क्लाइंट्स के लिए आर्टिकल्स , ब्लोग्स या मैन्युस्क्रिप्टस को एडिट और रिव्यु भी करते हैं।

कंटेंट राइटिंग क्या है? 

सरल भाषा में कहें तो कंटेंट राइटिंग एक ऐसी कला हैं, जिसके माध्यम से लेखक किसी विषय को सरल भाषा में रीडर्स को विशेष विषय के बारे में सही ज्ञान और जानकारी प्रदान करता है। 

क्या कंटेंट राइटिंग में स्कोप है?

हाँ, कंटेंट राइटिंग में बहुत स्कोप है। हर नए बिज़नेस, वेबसाइट या किसी भी सर्विस प्रोवाइडर के लिए प्रमोशनल कंटेंट की जरूरत होती है। आज बड़ी से बड़ी कंपनियां भी कंटेंट राइटर को रिक्रूट करती हैं। 

Hindi content writer बनने के लिए कौनसी डिग्री करनी होती हैं? 

Hindi content writer बनने के छात्र बैचलर ऑफ़ जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद अगर छात्र चाहें तो मास्टर ऑफ़ जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन या MA भी कर सकते हैं।

हमें उम्मीद है, कि आपको Hindi content writer का यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप अपनी राइटिंग स्किल्स और बेहतर करने के लिए विदेश जाकर क्रिएटिव राइटिंग कोर्स करना चाहते है तो आज ही Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।  

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