इंजीनियरिंग डिप्लोमा दुनिया में सबसे पसंदीदा कोर्सेज में से एक है। विशेष रूप से रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के युग में इंजीनियरिंग डिप्लोमा का एक सर्वव्यापी क्षेत्र बन गया है। एक इंजीनियर अनिवार्य रूप से सिस्टम को डिजाइन करने, विकसित करने, स्थापित करने, प्रबंधित करने और बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं जो मापदंडों की निगरानी करते हैं ताकि प्रक्रियाओं का नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके। इंजीनियरिंग डिप्लोमा की मांग पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है क्योंकि बड़ी संख्या में उद्योगों ने उन्हें रोजगार दिया है। इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने से कई तरह के रोजगार के अवसर खुलते हैं, जिन्हें एक छात्र इंजीनियरिंग डिप्लोमा के बाद कर सकता है। यदि आप 12th के बाद एक अच्छा करियर विकल्प चुनना चाहते हैं, तो आपको इंजीनियरिंग डिप्लोमा के बारे में विचार करना चाहिए। आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं इंजीनियरिंग डिप्लोमा के बारे में।
कोर्स का नाम | इंजीनियरिंग डिप्लोमा |
फुल फॉर्म | Engineering Diploma |
कोर्स का स्तर | अंडरग्रेजुएट |
पात्रता मापदंड | 10 वी या 12 वीं कक्षा में न्यूनतम 50% |
प्रवेश का मानदंड | प्रवेश परीक्षा |
प्रासंगिक फ़ील्ड | इंजीनियरिंग |
सेक्टर/उद्योग | -इंस्ट्रुमेंटेशन विशेषज्ञ -डिजाइन इंजीनियर –मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर -सलाहकार -साइट सिविल इंजीनियर |
औसत वार्षिक वेतन (INR) | 6-10 लाख |
This Blog Includes:
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्या है?
- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्यों करें?
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के प्रकार
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्यों चुनें?
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए स्किल्स
- इंजीनियरिंग में टॉप डिप्लोमा कोर्सेज
- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा: विषय और सिलेबस
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए विदेशी विश्वविद्यालय
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए भारतीय विश्वविद्यालय
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए योग्यता
- विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
- भारत में आवेदन प्रक्रिया
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए बेस्ट बुक्स
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए एंट्रेंस एग्जाम
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए प्रसिद्ध कम्पनियां
- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद करियर विकल्प
- जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
- FAQs
इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्या है?
इंजीनियरिंग डिप्लोमा एक प्रोफेशनल कोर्स है जो कुल 3 साल की अवधि का होता है। इंजीनियरिंग में डिप्लोमा में प्रवेश के लिए 10वीं या 12वीं कक्षा पास करने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। डिप्लोमा में डिग्री पूरी करने के बाद, उम्मीदवार बी.टेक के लिए जा सकते हैं जो सामूहिक रूप से उन्हें अपनी इंजीनियरिंग (3 साल का डिप्लोमा + 3 साल बी.टेक) पूरा करने में 6 साल लगते हैं। इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के माध्यम से, उम्मीदवार इंजीनियरिंग की एक विशिष्ट स्ट्रीम के लिए जा सकते हैं। जिसमें उम्मीदवारों को बुनियादी गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और अन्य संबंधित विषयों के बारे में सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता है।
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्यों करें?
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा चुने जाने के कुछ महत्वपूर्ण कारणों को नीचे व्यक्त किया गया है –
- उच्च कोर्स शुल्क के कारण, छात्र बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी में अपना नामांकन नहीं कर पाते ऐसे में डिप्लोमा के जरिए छात्र पार्श्व योजना द्वारा बी.टेक और बीई कार्यक्रम के दूसरे वर्ष में सीधे प्रवेश पा सकते हैं।
- इंजीनियरिंग क्षेत्र की बुनियादी समझ हासिल करने के लिए, छात्र अक्सर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करते हैं।
- छात्र बुनियादी और सामान्य समस्याओं को हल करने के लिए वैज्ञानिक तरीकों, कंप्यूटिंग और गणितीय तकनीकों के बुनियादी सिद्धांतों को सीखते और समझते हैं।
- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा छात्रों को नौकरी पाने में भी मदद करता है।
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के प्रकार
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के विभिन्न प्रकारों के बारे में नीचे टेबल में बताया गया है-
Diploma in Computer Science Engineering | Diploma in Automobile Engineering |
Diploma in Civil Engineering | Diploma in Chemical Engineering |
Diploma in Mechanical Engineering | Diploma in Aeronautical Engineering |
Diploma in Electrical Engineering | Diploma in Petroleum Engineering |
Diploma in Textile Engineering | Diploma in Mining Engineering |
इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्यों चुनें?
हाल के वर्षों में छात्रों ने इंजीनियरिंग डिप्लोमा के क्षेत्र में गहरी रुचि दिखाई है। नीचे इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई करने के कुछ फायदे दिए गए हैं:
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा उत्पादन प्रक्रिया, व्यवसाय स्किल, उद्योग-विशिष्ट समस्या-विशिष्ट स्किल्स आदि से संबंधित अध्ययनों पर केंद्रित है।
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा छात्रों को एसी इलेक्ट्रॉनिक्स और फोटोनिक्स, सुरक्षा अनुप्रयोगों, डिजाइन ड्राफ्टिंग माइक्रोकंट्रोलर, डिजिटल सिस्टम आदि के बारे में गहन ज्ञान प्रदान करता है।
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा के सफल समापन पर, छात्रों को डिजाइन इंजीनियर, तकनीकी सहायता इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर, नियंत्रण इंजीनियर आदि जैसे विशिष्ट क्षेत्र से संबंधित आकर्षक रोजगार के अवसर मिलते हैं।
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा का औसत प्रारंभिक वेतन 2-10 लाख ₹ (लगभग) होता है, जो अनुभव और विशेषज्ञता में वृद्धि के साथ और बढ़ सकता है।
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए स्किल्स
इंजीनियरिंग डिप्लोमा का मुख्य फोकस छात्रों को तकनीकी रूप से उद्योगों के लिए उपयुक्त बनाना है और तकनीकी शिक्षा के लिए रणनीतियों में करियर और रोजगार की अच्छी संभावनाएं भी हैं, आइए एक नज़र डालें कि इस लगातार बढ़ते तकनीकी क्षेत्र में एक सफल करियर बनाने के लिए प्रमुख स्किल्स क्या चाहिए:
- एनालिटिकल स्किल्स
- समस्या समाधान करने का हुनर
- क्रिएटिविटी
- गणित की अच्छी समझ
- एल्गोरिथम मॉडल की अच्छी समझ
- महत्वपूर्ण विचार करने की स्किल्स हो
- तकनीकी स्किल्स होनी ज़रूरी
- कंप्यूटिंग की बुनियादी जानकारी
- कम से कम एक अद्वितीय उपकरण में कार्य अनुभव
इंजीनियरिंग में टॉप डिप्लोमा कोर्सेज
12वीं के बाद इंजीनियरिंग में टॉप डिप्लोमा कोर्सेज नीचे दिए गए हैं –
- Diploma in Automobiles
- Diploma in Software Engineering
- Diploma in Computer Science
- Diploma in Electronics and Communication (DETCE)
- Diploma in Mechanical Engineering (DME)
- Diploma in Aeronautics
- Diploma in Information Science
- Diploma in Civil Engineering (DCE)
- Diploma in Electrical Engineering (DEE)
- Diploma in Metallurgical Engineering
- Diploma in Electrical Engineering
- Diploma in Electronic Instrumentation & Control
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा: विषय और सिलेबस
इन डिप्लोमा कोर्सेज में मुख्य रूप से कुछ बुनियादी इंजीनियरिंग विषय शामिल होते हैं, नीचे उनमें से कुछ प्रमुख विषय नीचे दिए गए हैं –
- इंजीनियरिंग मैथेमेटिक्स
- इंजीनियरिंग फिजिक्स
- इंजीनियरिंग ड्राइंग / ग्राफिक्स
- कम्युनिकेशन
- एप्लाइड इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- थर्मोडायनामिक
- फ्लूड मैकेनिक्स
- एप्लाइड मैकेनिक्स
- थर्मल इंजीनियरिंग
- डिज़ाइन ऑफ मशीन एलिमेंट्स
- इंडस्ट्रियल डिजाइन
- कॉस्ट एस्टिमेटिंग एंड कॉन्ट्रैक्टिंग
- प्लांट मेंटेनेंस एंड सेफ्टी
- मेट्रोलॉजी और इंस्ट्रुमेंटेशन
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए विदेशी विश्वविद्यालय
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए विदेशी विश्वविद्यालय की लिस्ट नीचे दी गई है–
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी
- न्यूकैसल यूनिवर्सिटी
- किंग्स कॉलेज लंदन
- मोनाश यूनिवर्सिटी
- कार्लटन यूनिवर्सिटी
- रायर्सन यूनिवर्सिटी
- ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- कोवेंट्री यूनिवर्सिटी
- ग्रीनविच यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास एट ऑस्टिन
- मिशिगन यूनिवर्सिटी
- मिडलसेक्स यूनिवर्सिटी
- लंदन साउथ बैंक यूनिवर्सिटी
- एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी
- लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस
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इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए भारतीय विश्वविद्यालय
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए भारतीय विश्वविद्यालय की लिस्ट नीचे दी गई है–
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे
- एस. आर. एम. विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली
- दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय
- आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मैंगलोर
- इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए योग्यता
इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–
- इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से सांइस स्ट्रीम PCM (भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित) से 10 वीं 50% अंको से उत्तीर्ण की हो।
- आवेदक का इंटरमीडिट मे परिणाम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
- भारत में इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे JEE, UPSEE और MHT CET आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। विदेश के कुछ यूनिवर्सिटी के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
- विदेश में ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
- साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा पोर्टफोलियो की भी ज़रूरत होती है।
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विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- Leverage Edu एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
भारत में आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- सीवी / रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
- बैंक विवरण
छात्र वीजा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए बेस्ट बुक्स
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए कुछ बेस्ट्स बुक नीचे दी गई हैं :
बुक का नाम | लेखक का नाम |
Measurement and Control Basics | Thomas A. Hughes |
Understanding Smart Sensors | Randy Frank |
Electrical and Electronic Measurements and Instrumentations | A.K. Sawhney |
Industrial Instrumentation | D.P. Eckman |
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए एंट्रेंस एग्जाम
इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश के लिए आयोजित लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाओं की लिस्ट नीचे दी गई है-
- JEE: JEE मेन्स और एडवांस परीक्षाएं पूरे देश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्सेज के लिए छात्रों का चयन करने के लिए उनकी योग्यता के आधार पर आयोजित की जाती हैं।
- UPSEE: UPSEE परीक्षा इंजीनियरिंग डिप्लोमा सहित विभिन्न इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है, जो अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ के तहत विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
- WBJEE: पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा के रूप में भी जाना जाता है, यह बंगाल के विभिन्न निजी और सरकारी कॉलेजों द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्सेज में विभिन्न छात्रों को प्रवेश की अनुमति देने के लिए एक राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा है।
- MHTCET: इसे आमतौर पर महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के रूप में जाना जाता है, जो महाराष्ट्र राज्य में कई विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश के लिए राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के रूप में आयोजित किया जाता है।
विश्वविद्यालयों के एंट्रेंस एग्जाम की पूर्ण प्रकिया को समझने के लिए आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से निःशुल्क 1800572000 पर संपर्क कर सकते हैं।
इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए प्रसिद्ध कम्पनियां
आप अपनी डिप्लोमा पूरा करने के बाद इन शीर्ष कंपनियों में काम कर सकते हैं, नीचे कुछ विख्यात इंजीनियरिंग डिप्लोमा कंपनियों की सूची दी गई है:
- Tata Consultancy Services Limited
- UST Global Inc
- SAP Labs India
- Wipro Technologies Limited
- Nokia Inc
- Cerner Corporation
विदेश में आपके सभी अध्ययन आवश्यकताओं के लिए Leverage Edu App डाउनलोड करें।
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद करियर विकल्प
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद आपके करियर के सभी विकल्प खुले हैं। दो महत्वपूर्ण विकल्प हैं – आप या तो नौकरी कर सकते हैं या उच्च शिक्षा के लिए जा सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग भूमिकाओं में काम कर सकते हैं, चाहे वह सरकारी नौकरी हो या निजी क्षेत्र की नौकरी, हर जगह इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा करने वाले छात्रों की मांग है। इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा करने के बाद आपको अलग-अलग भूमिकाओं में काम करने का मौका मिलता है, आपने किस ब्रांच से यह कोर्स किया है और आपके पास कितना अच्छा ज्ञान है, उसके हिसाब से आपको किसी सरकारी या निजी कंपनी में अच्छी भूमिका मिल सकती है।
प्रमुख जॉब प्रोफाइल –
- जूनियर इंजीनियर
- मैनेजर
- मशीन ऑपरेटर
- टीचर
- ऑफिसर
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के ज्ञान के अंतर्गत आपकी अनुमानित सैलरी होगी –
देश | औसत सालाना वेतन (INR में) |
भारत | 2 से 5 लाख |
UK | 25-30 लाख |
USA | 25-30 लाख |
कनाडा | 10-20 लाख |
ऑस्ट्रेलिया | 20-25 लाख |
जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने के बाद आपके पास रोजगार के बेहतरीन अवसर हैं। आप देश-विदेश में करियर बना सकते हैं। Payscale के अनुसार उनका औसत वार्षिक वेतन नीचे दिया गया हैं:
जॉब प्रोफाइल | सैलरी/सालाना (INR) |
जियोटेक्निकल इंजीनियर | ₹6- 10 लाख |
परिवहन इंजीनियर | ₹4- 5 लाख |
पर्यावरण इंजीनियर | ₹4- 5 लाख |
मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर | ₹3- 4 लाख |
सिविल इंजीनियर | ₹3- 4 लाख |
साइट सिविल इंजीनियर | ₹4- 5 लाख |
आप Leverage Finance की मदद से विदेश में पढ़ाई करने के लिए अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के अनुसार एजुकेशन लोन भी पा सकते हैं।
FAQs
इंजीनियरिंग डिप्लोमा उम्मीदवारों को 10+2 स्तर पर न्यूनतम 50% अंक प्राप्त करने चाहिए और अनिवार्य रूप से भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के विषयों का अध्ययन करना चाहिए।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, एस. आर. एम. विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी आदि हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, डलहौजी विश्वविद्यालय, स्टैफोर्डशायर विश्वविद्यालय, अल्बर्टा विश्वविद्यालय, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय आदि हैं।
इंटरनेशनल कॉलेज में कुछ प्रोग्राम्स के लिए इंटरव्यू की आवश्यकता होती है। यदि कोई उम्मीदवार योग्यता के मानदंडों को पूरा नहीं करता है, तो निश्चित रूप से विश्वविद्यालय इंटरव्यू के लिए बुलाता है। यदि उम्मीदवार किसी अन्य देश से है, तो ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंटरव्यू लिया जाता है।
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि इंजीनियरिंग डिप्लोमा कैसे करें। यदि आप इंजीनियरिंग डिप्लोमा की पढ़ाई विदेश में करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से संपर्क करें वे आपको एक उचित मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें।