सेक्शन इंजीनियर कैसे बनें?

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Section Engineer in Hindi

सेक्शन इंजीनियरिंग एक मल्टी डायमेंशनल इंजीनियरिंग क्षेत्र है जो सभी प्रकार के रेल परिवहन प्रणालियों के डिजाइन, निर्माण और संचालन से संबंधित है। इसमें सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, औद्योगिक इंजीनियरिंग और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग सहित इंजीनियरिंग विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। इसमें कई अन्य इंजीनियरिंग उप-विषयों को भी शामिल किया गया है। Section Engineer in Hindi के बारे में विस्तार से जानने के लिए यह ब्लॉग पूरा पढ़ें। 

सेक्शन इंजीनियर कौन होते हैं?

एक सेक्शन इंजीनियर की भूमिका साइट इंजीनियरों की एक टीम का नेतृत्व करना है, आमतौर पर सिविल इंजीनियरिंग और बुनियादी ढांचा परियोजना इसमें शामिल होते हैं। वे किसी परियोजना या किसी परियोजना के विशिष्ट भाग, जैसे सड़क या सुरंग से संबंधित सभी इंजीनियरिंग मामलों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

सेक्शन इंजीनियर के कार्य

सेक्शन इंजीनियरिंग विभाग में कर्मचारियों से काम कराने के लिए सुपरवाइजर के तीन पद हैं- जूनियर इंजीनियर, सेक्शन इंजीनियर व सीनियर सेक्शन इंजीनियर हैं। इसमें भर्ती होने के लिए न्यूनतम योग्यता डिप्लोमा होती है। रेलवे के सेक्शन इंजीनियर रेल लाइन की देखरेख, गाड़ियों के परिचालन की देखरेख जैसे काम करते हैं।

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए कोर्स 

यदि आप सेक्शन इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो कई प्रकार के इंजीनियरिंग कोर्स होते हैं, जो आप कर सकते हैं, जिसके लिए रेलवे विभाग इंजीनियर नौकरियों के लिए भर्तियां आयोजित करता है.और आप अपना मनचाहा पद प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो निम्रलिखित है

इन कोर्स के अलावा भी कई अलग अलग कोर्स होते हैं जिन्हें आप अपनी इच्छा के अनुसार कर सकते हैं और आप रेलवे विभाग में नौकरी पा सकते हैं। 

विदेश की टॉप यूनिवर्सिटी 

नीचे कुछ प्रमुख विश्वविद्यालय दिए गए हैं, जिनके माध्यम से आप इंजीनियरिंग के इस विशेष क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं–

भारत के टॉप विश्वविद्यालय

इंजीनियरिंग कोर्सेज की पेशकश करने वाले कुछ टॉप भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की लिस्ट नीचे दी गई है:

  • सभी IIT 
  • आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम
  • एनआईटी सुरथकल – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कर्नाटक
  • इंस्टीट्यूशंस ऑफ इंजीनियर्स इंडिया, कोलकाता
  • सीवी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर
  • वेल्स विश्वविद्यालय – वेल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड स्टडीज
  • श्रीनिवास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैंगलोर
  • शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुरी
  • इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी, चेन्नई
  • पार्क कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर
  • समुंद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम स्टडीज, पुणे
  • जीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए परीक्षा प्रकिया 

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए परीक्षा प्रक्रिया नीचे दी गई है:

  • रेलवे विभाग में सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद, आपको कंप्यूटर आधारित रेलवे इंजीनियर परीक्षा देनी होगी। 
  • सेक्शन इंजीनियर परीक्षा दो भागों में आयोजित होती है- CBT1 और CBT2 ।
  • सबसे पहले आपको CBT 1 परीक्षा देनी है, जिसमें आपसे न्यूरोलॉजी, जनरल इंटेलिजेंस, रीजनिंग, जनरल अवेयरनेस, जनरल साइंस से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। 
  • यदि आप CBT 1 परीक्षा पास करते हैं, तो आपको सीबीटी 2 परीक्षा में उपस्थित होना होगा, जिसमें आपसे सामान्य जागरूकता, भौतिक और रासायनिक विज्ञान, कंप्यूटर की जानकारी, पर्यावरण, तकनीकी समस्याओं से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। 
  • सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए जैसे ही आप CBT1 और CBT2 परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, उसके बाद आपको साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। इसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा। 
  • जैसे ही आप साक्षात्कार और दस्तावेज सत्यापन उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप सेक्शन इंजीनियर के लिए सेलेक्ट हो जाते हैं। 

सेक्शन इंजीनियर बनने की तैयारी कैसे करें?

सेक्शन इंजीनियर बनने की तैयारी करने के लिए नीचे दी गई स्टेप्स को फॉलो करें:

  • Section Engineer in Hindi परीक्षा में पूछे जाने वाले सिलेबस पर अधिक ध्यान केंद्रित करें और उसी के अनुसार तैयारी करें। सेक्शन परीक्षा की तैयारी के लिए समय सारणी तैयार करें । 
  • सेक्शन इंजीनियरिंग परीक्षा के पुराने प्रश्न पत्र को हल करने का प्रयास करें। 
  • सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स पर ज्यादा फोकस करें। 
  • प्रतिदिन अखबार पढ़ें। 
  • इसके लिए आप कोई कोचिंग भी जॉइन कर सकते हैं, इससे आपके डाउट क्लियर करने में मदद मिलेगी। 

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए योग्यता

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए योग्यता नीचे दी गई है:

  • सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से विज्ञान गणित विषयों में 12 वीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • उसके बाद आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीई या बीटेक उत्तीर्ण करना होगा। 
  • यदि आपने सफलतापूर्वक बीई या बीटेक की डिग्री प्राप्त की है, तो आप रेलवे इंजीनियर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए आयु सीमा

Section Engineer in Hindi बनने के लिए आयु सीमा नीचे दी है:

  • सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 20 वर्ष से अधिकतम 32 वर्ष होनी चाहिए। 
  • यदि आप आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवार है, तो नियमों के अनुसार कुछ वर्ष की छूट दी जाती है। 
  • इसके अलावा विभिन्न पदों के अनुसार आयु सीमा कम या ज्यादा हो सकती है। 

रेलवे इंजीनियर एग्जाम पैटर्न

  • 1st स्टेज CBT (पहला चरण)-कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT-1)
  • 2nd स्टेज CBT (दूसरा चरण)-कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT 2)
  • Document Verification-(दस्तावेज़ सत्यापन)
  • Medical Examination-(चिकित्सा परीक्षण)
  • Final Result-(अंतिम परिणाम)

कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT-1)

पहला चरण कंप्यूटर आधारित टेस्ट केवल स्क्रीनिंग परीक्षा होती है। अर्थात इसके स्कोर फाइनल रिजल्ट में उपयोग में नहीं आते हैं। परीक्षा का यह चरण आरआरबी जेई परीक्षा के सबसे महत्वपूर्ण चरण में से है क्योंकि अच्छे और योग्य उम्मीदवारों को इस परीक्षा में केवल एक या दो नंबर के कारण ही छंटाई कर दी जाती है। 

कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT 2)

आरआरबी जेई सीबीटी परीक्षा के दूसरे स्टेज की परीक्षा इसमें मुख्य परीक्षा है। इस परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा स्कोर किये गए अंक को ही लास्ट रिजल्ट के लिए मेरिट के रूप में माना जाता है। यह चरण इस परीक्षा का लास्ट स्टेज होता है जिसमे पास करने वाले उम्मीदवार को फिजिकल टेस्ट के लिए भेजा जाता है। 

दस्तावेज़ सत्यापन

दूसरे स्टेज को सफलतापूर्वक पास कर लेने के बाद आपके दस्तावेजों को वेरीफाई किया जाता है। आपने 10वीं, 12वीं या फिर डिप्लोमा, बी.टेक के कोर्स को मान्यता प्राप्त संस्थान से किया है या नहीं किया है यह भी जांच किया जाएगा। 

चिकित्सा परीक्षण

आपकी शारीरिक जांच की जाती है यानी कि आपको एक टेस्ट से गुजरना पड़ता है जिसमें आपके शरीर के विभिन्न भागों को जांच किया जाता है और पता लगाया जाता है कि कहीं आपके शरीर में कोई बीमारी तो नहीं। 

अंतिम परिणाम

यह अंतिम चरण है, इसमें अंतिम परिणाम घोषित कर दिया जाता है। रिजल्ट के बाद आपका सिलेक्शन हो जाने के बाद आप इस जॉब को ज्वाइन कर सकते हैं। 

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज 

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

प्रवेश परीक्षाएं

यहां उन सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है जिनका उपयोग भारत और विदेशों के विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग डिग्री के लिए छात्रों को प्रवेश देने के लिए करते हैं–

SAT (विदेश में बैचलर्स के लिए) GRE (विदेश में मास्टर्स के लिए)
JEE Mains JEE Advanced
AICET IMU CET
MERI Entrance Exam

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

रेलवे में जूनियर इंजीनियर के पद पर काम करने वाले उम्मीदवार की सैलरी के स्ट्रक्चर को रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड यानी कि आरआरबी तय करती है। जिसके तहत बेसिक वेतन के रूप में 35,400 प्रति माह निर्धारित की गयी है. यह बोर्ड इसके अलावा कई दूसरे पोस्ट के लिए भी जूनियर इंजीनियर को रिक्रूट करती है। 

FAQ 

सेक्शन इंजीनियर की कितनी सैलरी होती है?

छठे वेतन आयोग के मुताबिक यह 9300-35400 ग्रेड पे 4200 रुपए है। एक अनुमान के मुताबिक रेलवे के नव नियुक्त रेलवे जूनियर इंजीनियर को 32000/- से लेकर 38000/- रुपए तक वेतन का भुगतान किया जाता है।

सेक्शन इंजीनियर बनने के लिए क्या करना पड़ेगा?

यदि आप सेक्शन इंजीनियर के पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो उसके लिए इंजीनियरिंग की डिग्री होना बहुत जरूरी है, अगर आपके पास बीई या बीटेक की डिग्री है, तो आप सेक्शन इंजीनियर के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

रेलवे इंजीनियर एग्जाम पैटर्न है?

रेलवे इंजीनियर एग्जाम 4 भागों में होता है:
1st स्टेज CBT (पहला चरण) – कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT-1)
2nd स्टेज CBT (दूसरा चरण) – कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT 2)
दस्तावेज़ सत्यापन
चिकित्सा परीक्षण
अंतिम परिणाम

उम्मीद है, कि इस ब्लॉग में आपको Section Engineer in Hindi के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।

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