अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित मनप्रीत सिंह का जीवन परिचय – Manpreet Singh Biography in Hindi

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Manpreet Singh ki Kahani

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। वे मैदान के बाहर भले ही ज्यादा आक्रामक ना हो लेकिन जैसे ही वह मैदान पर पहुंचते हैं तो कठिन से कठिन स्थिति में अपने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा देते हैं। क्या आप जानते हैं कि मनप्रीत सिंह को कम उम्र में ही हॉकी टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला था। वहीं उनके नेतृत्व में भारत ने अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक खेलों में कई पदक और खिताब अपने नाम किए। भारत सरकार द्वारा उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका हैं।

अब मनप्रीत सिंह पेरिस ओलंपिक 2024 में मिडफील्डर के तौर पर खेलेंगे। बता दें कि इस बार भारतीय पुरुष हॉकी टीम 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले पेरिस 2024 ओलंपिक में भाग लेगी। आइए अब हम जानते हैं मनप्रीत सिंह का जीवन परिचय (Manpreet Singh Biography in Hindi) और उनकी उपलब्धियों के बारे में। 

जीवन की संघर्ष भरी शुरुआत – Manpreet Singh Biography in Hindi

Manpreet Singh ki Kahani
Source – Deccan Chronicle

Manpreet Singh ki Kahani शुरू होती है 26 जून 1992 को पंजाब के जालंधर के मीठापुर गाँव से। मनप्रीत के पिता दुबई में कारपेंटर का काम करते थे। जब मनप्रीत 10 वर्ष के थे, तो उनके पिता मानसिक समस्या के चलते वापस भारत अपने गाँव आ गए थे और उसके बाद वह कुछ काम नहीं कर सके। उनकी माता ने घर चलाने के लिए सिलाई का काम शुरू किया था। मनप्रीत के 2 बड़े भाई (सुखराज सिंह और अमनदीप सिंह) हैं। उनके दोनों भाई भी हॉकी के जाने माने खिलाड़ी हैं। मनप्रीत को बचपन से ही हॉकी खेलने का बहुत शौक़ था।

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ट्रेनिंग से ही दिखा जज्बा

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Source – News Bharati

मनप्रीत शुरू से ही पूर्व हॉकी कैप्टनपरगट सिंह से काफी प्रभावित थे, वह भी उनके गाँव के ही थे। मनप्रीत उन्हें अपना आइडल मानते थे। मनप्रीत सिंह की माँ को उनका हर समय हॉकी खेलना रास नहीं आता था। इसी से परेशान होकर उनकी माँ उन्हें कमरे में बंद कर देती थीं। मनप्रीत के बड़े भाई के कोच को जब यह बात पता चली तो उन्होंने मनप्रीत को फील्ड पर लाने की बात कही। बस इसके बाद शुरू हुई इनकी ट्रेनिंग। एक बार मनप्रीत स्थानीय टूर्नामेंट से 500 रूपये जीत के लाए, उसके बाद इनके घरवालों ने इनके टैलेंट को पहचाना। Manpreet Singh ki Kahani उनके ट्रेनिंग में जाने के बाद से उनके जीवन में एक नया अध्याय लिख देती है।

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करियर का शानदार आगाज

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Source – News18

मनप्रीत सिंह ने मात्र 19 वर्ष की उम्र में देश के लिए खेलना शुरू कर दिया था और उसके बाद वह कभी न रुके। उन्होंने नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए, जिनके बारे में हम आपको बताएंगे। चलिए, देखते हैं Manpreet Singh ki Kahani में उनका करियर कैसा रहा –

  • 2011 में मनप्रीत सिंह ने भारतीय हॉकी टीम लिए डेब्यू किया था।
  • 2012 के लंदन ओलंपिक्स में मनप्रीत ने भारत का पहली बार प्रतिनिधित्व किया।
  • 2013 में जूनियर हॉकी की इंडिया टीम के कप्तान बने थे। इस प्रतियोगिता के फाइनल में भारत ने मलेशिया की मजबूत टीम को 3-0 से हराकर गोल्ड मैडल जीता था।
  • 2014 के एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य थे। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 4-2 से धुल चटाई थी।
  • 2014 में स्कॉटलैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भारत ने सिल्वर मैडल जीता था, मनप्रीत इसी टीम का हिस्सा थे। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हमें हरा दिया था।
  • 2014 में लंदन में आयोजित मेंस हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के मैच में मनप्रीत ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसी के फाइनल में भारत ऑस्ट्रेलिया से हार गया था, जिससे भारत को सिल्वर से संतुष्ट होना पड़ा था। इस प्रतियोगिता के फाइनल में भारत 38 साल बाद पहुंचा था।
  • 2016 में हुए सुल्तान जोहोर कप के पहले मैच में भारत का पहला मैच जापान से था। उसी दौरान उन्हें पता चला कि उनके पिताजी का निधन हो गया है, उसके बावजूद वह मैच खेले और टीम को जीत भी दिलाई।
  • 2016 के रियो ओलंपिक्स में भारतीय टीम का हिस्सा थे।

कप्तानी आई जिम्मेदारी लाई

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Source – Sportsmatik

Manpreet Singh ki Kahani उनके भारतीय हॉकी टीम के कप्तान बनने के बाद ज्यादा बदली। उनके कप्तान बनने से उनका प्रदर्शन बेहतर हुआ बल्कि इससे टीम भी कई अहम टूर्नामेंट जीती। आइए, नज़र डालते हैं क्या पाया भारत ने उनकी कप्तानी में – 

  • मनप्रीत सिंह को 2017 में भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी मिली थी।
  • उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2017 का एशिया कप, 2018 की एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी और 2019 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) का फाइनल जीता था।
  • 2018 के मेंस हॉकी विश्वकप में उनकी कप्तानी में भारत क्वार्टर फाइनल तक गया था।

अवॉर्ड व सम्मान

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Source – India Today

Manpreet Singh ki Kahani में उन्हें मिले अवार्ड और सम्मान भी उनके इस खेल के प्रति विश्वास और जूनून को दर्शाते हैं। आइए, बताते हैं आपको उनको मिले अवार्ड और सम्मान के बारे में – 

  • 2014 में एशिया हॉकी फेडरेशन ने उन्हें जूनियर प्लेयर ऑफ द इयर अवार्ड से नवाज़ा था।
  • 2018 में अर्जुना अवार्ड
  • 2019 में मनप्रीत सिंह को हॉकी इंडिया ध्रुव बत्रा प्लेयर ऑफ द इयर मिला था। साथ ही उन्हें 25 लाख का इनाम भी मिला था।
  • 2020 में उन्हें अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवार्ड मिला था। ऐसा कोई अवार्ड जीतने वाले मनप्रीत पहले भारतीय हैं।

इस बार चौथा ओलंपिक खेलेंगे मनप्रीत सिंह

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Source – Sportskeeda

मनप्रीत सिंह इससे पहले 2012 का लंदन और 2016 के रियो ओलंपिक खेल चुके हैं। अब वे पेरिस ओलंपिक 2024 में मिडफील्डर के तौर पर खेलेंगे। इस बार भारतीय पुरुष हॉकी टीम 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले पेरिस 2024 ओलंपिक में भाग लेगी। इस बार शीर्ष ड्रैग-फ्लिकर और डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह पेरिस 2024 में भारत की कप्तानी करेंगे, जबकि अनुभवी मिडफील्डर हार्दिक सिंह उप-कप्तान होंगे।

बता दें कि मनप्रीत जुलाई 2021 के टोक्यो ओलंपिक में स्टार बॉक्सर और ओलंपिक मेडलिस्ट मैरी कॉम के साथ भारत के धव्जवाहक (Flag Bearer) थे। इससे पहले ओलंपिक में भारत का ध्वजवाहक बनने का सम्मान हॉकी में लाल सिंह बुखारी (1932 लॉस एंजिलिस), मेजर ध्यानचंद (1936 म्युनिख), बलबीर सिंह सीनियर (1952 हेलसिंकी), जफर इकबाल (1984 लॉस एंजिलिस) और परगट सिंह (1996 अटलांटा) को मिला है। 

ओलंपिक में 41 साल बाद आया था ब्रॉन्ज

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Source – India Today

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को हराकर टोक्यों ओलंपिक 2021 में Manpreet Singh की कप्तानी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारत ने सन 1980 के बाद पहली बार ओलंपिक में हॉकी में कोई पदक अपने नाम किया था। सिमरनजीत सिंह के दो गोल की बदौलत भारत ने दो बार पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए जर्मनी को 5-4 से हराकर ओलंपिक में 41 साल बाद ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

शादी भी कम रोमांचक नहीं

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Source – Twitter

मलेशिया की रहने वाली पाकिस्तानी मूल की इल्ली सिद्दीकी से Manpreet Singh ki Kahani 2013 के जूनियर हॉकी टूर्नामेंट से शुरू हुई। करीब 9 वर्ष की डेटिंग के बाद, इन्होंने दिसंबर 2020 में शादी कर ली।

पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय 

यहाँ भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह का जीवन परिचय (Manpreet Singh Biography in Hindi) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं:-

के.आर. नारायणनडॉ. एपीजे अब्दुल कलाममहात्मा गांधी
पंडित जवाहरलाल नेहरूसुभाष चंद्र बोस बिपिन चंद्र पाल
गोपाल कृष्ण गोखलेलाला लाजपत रायसरदार वल्लभभाई पटेल
चन्द्रधर शर्मा गुलेरी मुंशी प्रेमचंद रामधारी सिंह दिनकर 
सुमित्रानंदन पंतअमरकांत आर.के. नारायण
मृदुला गर्ग अमृता प्रीतम मन्नू भंडारी
मोहन राकेशकृष्ण चंदरउपेन्द्रनाथ अश्क
फणीश्वर नाथ रेणुनिर्मल वर्माउषा प्रियंवदा
हबीब तनवीरमैत्रेयी पुष्पा धर्मवीर भारती
नासिरा शर्माकमलेश्वरशंकर शेष
असग़र वजाहतसर्वेश्वर दयाल सक्सेनाचित्रा मुद्गल
ओमप्रकाश वाल्मीकिश्रीलाल शुक्लरघुवीर सहाय
ज्ञानरंजनगोपालदास नीरजकृष्णा सोबती
रांगेय राघवसच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’माखनलाल चतुर्वेदी 
दुष्यंत कुमारभारतेंदु हरिश्चंद्रसाहिर लुधियानवी
जैनेंद्र कुमारभीष्म साहनीकाशीनाथ सिंह
विष्णु प्रभाकरसआदत हसन मंटोअमृतलाल नागर 
राजिंदर सिंह बेदीहरिशंकर परसाईमुनव्वर राणा
कुँवर नारायणनामवर सिंहनागार्जुन
मलिक मुहम्मद जायसीकर्पूरी ठाकुर केएम करियप्पा
अब्राहम लिंकनरामकृष्ण परमहंसफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
अवतार सिंह संधू ‘पाश’ बाबा आमटेमोरारजी देसाई 
डॉ. जाकिर हुसैनराही मासूम रज़ा रमाबाई अंबेडकर
चौधरी चरण सिंहपीवी नरसिम्हा रावरवींद्रनाथ टैगोर 
आचार्य चतुरसेन शास्त्री मिर्ज़ा ग़ालिब कस्तूरबा गांधी
भवानी प्रसाद मिश्रसोहनलाल द्विवेदी उदय प्रकाश
सुदर्शनऋतुराजफिराक गोरखपुरी 
मैथिलीशरण गुप्तअशोक वाजपेयीजाबिर हुसैन
विष्णु खरे उमाशंकर जोशी आलोक धन्वा 
घनानंद अयोध्या सिंह उपाध्यायबिहारी 
शिवपूजन सहायअमीर खुसरोमधु कांकरिया 
घनश्यामदास बिड़लाकेदारनाथ अग्रवालशकील बदायूंनी
मधुसूदन दासमहापंडित राहुल सांकृत्यायनभुवनेश्वर 
सत्यजित रेशिवप्रसाद मिश्र ‘रुद्र’ भगवती चरण वर्मा
मोतीलाल नेहरू कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’ श्री अरबिंदो 

आशा है कि आपको भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह का जीवन परिचय (Manpreet Singh Biography in Hindi) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचयको पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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