Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay : कैफ़ी आज़मी उर्दू के प्रसिद्ध प्रगतिवादी शायर और गीतकार थे। कैफ़ी आज़मी ने उर्दू साहित्य में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ ही फ़िल्मी जगत को भी कई यादगार गीत दिए हैं। इन फिल्मों में सात हिंदुस्तानी, गर्म हवा, बुज़दिल, काग़ज़ के फूल, हकीकत और हीर राँझा प्रमुख हैं। वहीं फ़िल्मी दुनिया में कैफ़ी आज़मी को बहुत से सम्मानों से भी नवाज़ा गया है जिनमें फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार प्रमुख हैं। उनकी रचनाओं में ‘आवारा सज्दे’, ‘इंकार’, और ‘आख़िर-ए-शब’ प्रमुख हैं।
वर्ष 1975 में कैफ़ी आज़मी को ‘आवारा सज्दे’ (काव्य-संग्रह) के लिए प्रतिष्ठित ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से नवाजा गया था। इसके साथ ही उन्हें वर्ष 1974 में भारत सरकार ने ‘पद्मश्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया था। आइए अब इस लेख में मशहूर शायर और गीतकार कैफ़ी आज़मी का जीवन परिचय (Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay) और उनकी साहित्यिक रचनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मूल नाम | सैयद अख्तर हुसैन रिजवी (Sayyid Athar Hussein Rizvi) |
उपनाम | कैफ़ी आज़मी (Kaifi Azmi) |
जन्म | 14 जनवरी, 1919 |
जन्म स्थान | आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश |
पिता का नाम | सैयद फतेह हुसैन रिजवी |
माता का नाम | हफीजुन्निसा |
पेशा | कवि, गीतकार |
विधा | गज़ल, नज़्म |
मुख्य रचनाएँ | आवारा सज्दे, इंकार व आख़िर-ए-शब आदि। |
पत्नी का नाम | शौकत कैफ़ी |
संतान | शबाना आज़मी (बेटी), बाबा आज़मी (बेटा) |
पुरस्कार एवं सम्मान | पद्मश्री (वर्ष 1974), साहित्य अकादमी पुरस्कार (1975) व फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार आदि। |
निधन | 10 मई, 2002, मुंबई |
जीवनकाल | 83 वर्ष |
This Blog Includes:
उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में हुआ था जन्म – Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay
कैफ़ी आज़मी का जन्म 14 जनवरी, 1919 को उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले के मिजवां में एक ज़मींदार खानदान में हुआ था। उनका मूल नाम ‘सैयद अख्तर हुसैन रिजवी’ (Sayyid Athar Hussein Rizvi) था लेकिन अदबी दुनिया में वह कैफ़ी आज़मी के नाम से मशहूर हुए। इनके पिता का नाम ‘सैयद फतेह हुसैन रिजवी’ और माता का नाम ‘हफीजुन्निसा’ था। कैफ़ी आज़मी ने लखनऊ और इलाहाबाद से अपनी शिक्षा प्राप्त की थी। बताया जाता है कि लखनऊ में अपनी शिक्षा के दौरान उन्हें प्रगतिशील साहित्यकारों से मिलने का अवसर मिला। उस समय लखनऊ ही प्रगतिशील लेखकों का एक प्रमुख केंद्र था।
वर्ष 1921 में कैफ़ी आज़मी (Kaifi Azmi) लखनऊ छोड़कर कानपुर आ गए। उस दौरान मजदूरों का आंदोलन जोरों पर था, बाद में वह भी इस आंदोलन से सम्बद्ध हो गए। यहाँ रहकर उन्होंने मार्क्स साहित्य का बहुत गहनता से अध्ययन किया। इसके बाद वे वर्ष 1936 के आसपास ‘भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी’ में शामिल हो गए।
विवाह
कैफ़ी आज़मी का विवाह ‘शौकत कैफ़ी’ से हुआ था जो कि एक भारतीय थिएटर और फ़िल्म अभिनेत्री थीं। उनकी बेटी का नाम ‘शबाना आज़मी’ है, जो एक प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हैं। जबकि बेटा ‘बाबा आज़मी’ मशहूर भारतीय सिनेमेटोग्राफर हैं।
फ़िल्मी दुनिया का सफर
कैफ़ी आज़मी ने हिंदी सिनेमा के लिए कई यादगार गीत और पटकथा लिखी थीं। उन्होंने वर्ष 1952 में शाहिद लतीफ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बुजदिल’ के लिए पहला गाना लिखा था। इसके बाद उन्होंने ‘नौनिहाल’, ‘कागज के फूल’, ‘अनुपमा’, ‘आखिरी खत’, ‘शोला और शबनम’, ‘नकली नवाब’ और ‘हीर रांझा’ जैसी फिल्मों के लिए सदाबहार गीत दिए। बता दें कि कैफी आजमी (Kaifi Azmi) ने दिग्गज फिल्म निर्देशक चेतन आनंद की फिल्म ‘हीर रांझा’ की पटकथा लिखी और इसके सभी चरित्रों के संवादों को उन्होंने पूरी तरह से कविता में लिखा था। इस फिल्म ने उन्हें हिंदी सिनेमा में नई पहचान दिलाई।
हिंदी सिनेमा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उन्हें ‘फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार’ और ‘सात हिंदुस्तानी’ (1969) के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार के ‘राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था।
यह भी पढ़ें – कैफ़ी आज़मी की सदाबहार कविताएँ
कैफ़ी आज़मी की साहित्यिक रचनाएँ – Kaifi Azmi Ki Rachnaye
यहाँ कैफ़ी आज़मी का जीवन परिचय (Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay) के साथ ही उनकी प्रमुख रचनाओं के बारे में बताया गया है, जो कि इस प्रकार हैं:-
- आवारा सज्दे
- झंकार
- आख़िर-ए-शब
पुरस्कार एवं सम्मान
कैफ़ी आज़मी (Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay) को उर्दू साहित्य और हिंदी सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान के लिए सरकारी और ग़ैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कई पुरस्कारों व सम्मान से पुरस्कृत किया जा चुका है, जो कि इस प्रकार हैं :-
- वर्ष 1975 में कैफ़ी आज़मी को ‘आवारा सज्दे’ (काव्य-संग्रह) के लिए प्रतिष्ठित ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से नवाजा गया था।
- कैफ़ी आज़मी को ‘सात हिंदुस्तानी’ (1969) फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार के ‘राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था।
- गर्म हवा (1975) फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पटकथा एवं संवाद के ‘फ़िल्मफेयर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 1974 में कैफ़ी आज़मी को भारत सरकार द्वारा ‘पद्म श्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
यह भी पढ़ें – सुपरिचित कवयित्री निर्मला पुतुल का जीवन परिचय और रचनाएँ
मुंबई में हुआ था निधन
कैफ़ी आज़मी का निधन 10 मई, 2002 को दिल का दौरा पड़ने के कारण मुंबई में हुआ था। किंतु अपनी नज़्मों, ग़जलों और सदाबहार गीतों के लिए वह आज भी जाने जाते हैं।
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ मशहूर शायर और फि़ल्म गीतकार कैफ़ी आज़मी का जीवन परिचय (Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं:-
FAQs
कैफ़ी आज़मी का मूल नाम ‘सैयद अख्तर हुसैन रिजवी’ (Sayyid Athar Hussein Rizvi) था।
कैफ़ी आज़मी का जन्म 14 जनवरी, 1919 को उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले के मिजवां गांव में हुआ था।
वर्ष 1975 में कैफ़ी आज़मी को ‘आवारा सज्दे’ (काव्य-संग्रह) के लिए प्रतिष्ठित ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से नवाजा गया था।
उन्होंने वर्ष 1952 में शाहिद लतीफ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बुजदिल’ के लिए पहला गाना लिखा था।
कैफ़ी आज़मी की पत्नी का नाम ‘शौकत कैफ़ी’ था।
कैफ़ी आज़मी का निधन 10 मई, 2002 को 83 वर्ष की आयु में हुआ था।
आशा है कि आपको 20वीं सदी के मशहूर शायर और फि़ल्म गीतकार कैफ़ी आज़मी का जीवन परिचय (Kaifi Azmi Ka Jivan Parichay) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।