एम कॉम कोर्स, कॉमर्स के पसंदीदा कोर्सेज में से एक है। वर्तमान में जो छात्र कॉमर्स विषय से अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। उन्हें पढ़ाई पूरी करते ही कई परामर्श मिलने लगते हैं की उन्हें आगे क्या करना चाहिए और कैसे करना चाहिए। ऐसे में छात्र कंफ्यूज हो जाते हैं कि उन्हें जीवन में करना क्या चाहिए। कॉमर्स विषय को चुनने के बाद आगे उनका करियर क्या हो, क्या बीकॉम के बाद एम कॉम करना चाहिए, क्या एम कॉम कोर्स से एक शानदार करियर बनाया जा सकता है, ऐसे बहुत से सवाल अवश्य ही छात्रों के मन में आते हैं। जिन सभी का जवाब इस ब्लॉग में विस्तार से दिया गया है, तो यदि आप भी एम कॉम व कॉमर्स से जुड़े सभी सवालों को दूर करना चाहते हैं, और एक शानदार करियर बनाना चाहते हैं तो एम कॉम के इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें।
कोर्स का नाम | एम कॉम कोर्स |
फुल फॉर्म | Masters of Commerce |
डिग्री | पोस्टग्रेजुएट |
कोर्स की अवधि | 2 वर्ष ( 4 सेमस्टर) |
पात्रता मापदंड | भारत या विदेश से बीकॉम या संबंधित पाठ्यक्रमों में न्यूनतम आवश्यक अंक |
प्रवेश का मानदंड | प्रवेश परीक्षा |
प्रासंगिक फ़ील्ड | कॉमर्स |
सेक्टर/उद्योग | अकाउंटेंटकैशियर, चार्टर्ड एकाउंटेंट, इन्वेस्टमेंट बैंकर, प्रोफेसर |
औसत वार्षिक वेतन (INR) | 4-10 लाख |
This Blog Includes:
- एम कॉम कोर्स क्या है?
- एम कॉम कोर्स क्यों चुनें?
- एम कॉम कोर्स के लिए स्किल्स
- एम कॉम कोर्स का सिलेबस
- एम कॉम कोर्स के लिए विदेशी विश्वविद्यालय
- एम कॉम कोर्स के लिए भारतीय विश्वविद्यालय
- एम कॉम कोर्स के लिए योग्यता
- विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
- भारत में आवेदन प्रक्रिया
- एम कॉम के लिए बेस्ट बुक्स
- प्रवेश परीक्षा
- करियर स्कोप
- जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
- FAQs
एम कॉम कोर्स क्या है?
एम कॉम का फुल फॉर्म मास्टर्स ऑफ कॉमर्स है। यह उन उम्मीदवारों के लिए 2 साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जो अकाउंटिंग, बैंकिंग, निवेश, वित्तीय सेवा, निवेश के साथ-साथ अर्थशास्त्र और मार्केटिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं। एमकॉम कोर्स छात्रों को अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में काम करने की अनुमति देता है इसलिए यह भारत व विदेश में सबसे बहुमुखी कोर्सेज में से एक है। बीमा क्षेत्र, जो अर्थव्यवस्था के एमकॉम बैचलर को रोजगार देने वाले प्रमुख क्षेत्रों में से एक है, उसके 2025 तक 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे एमकॉम छात्रों के लिए भविष्य में नई नौकरियां पैदा होंगी।
एम कॉम कोर्स क्यों चुनें?
विज्ञान और आर्ट्स में रुचि न रखने वाले छात्र एम कॉम कोर्स का चयन करते हैं। एम कॉम कोर्स बिजनेस और मार्केटिंग जैसे विषयों का अध्ययन कराता है। छात्र को एम कॉम कोर्स का चुनाव क्यों करना चाहिए यह नीचे बताया गया है-
- यदि आप बिजनेस और फाइनेंस के क्षेत्र में जाना चाहते हैं या आगे अपना फ्यूचर एकाउंटिंग सेक्टर में बनाना चाहते हैं तो एम कॉम डिग्री आपके लिए सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है। इस डिग्री की मदद से आप अकाउंटिंग फाइनेंस ऑपरेशन टैक्सेशन और दूसरी कई फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।
- इसके अंतर्गत छात्रों को एकाउंटिंग, एकाउंटिंग प्रॉफिट व लॉस और कंपनी कानून की जानकारी दी जाती है, जोकि आपके व्यवसाय के लिए बहुत ही लाभप्रद है। साथ ही साथ यह बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर के लिए भी काफी लाभप्रद है।
- इस कोर्स को करने के बाद आप ट्रेनी, एसोसिएट फाइनेंस ऑफिसर, फाइनेंस कंट्रोलर, फाइनेंस प्लानर, रिस्क मैनेजमेंट, मनी मार्केट डीलर, इंश्योरेंस मैनेजर की नौकरी पा सकते हैं।
एम कॉम कोर्स के लिए स्किल्स
एक व्यक्ति जो बैचलर ऑफ एम कॉम कोर्स करना चाहता है, इस क्षेत्र में सफल होने के लिए उसके पास नीचे दी गई प्रमुख स्किल्स होनी चाहिए:
- क्रिएटिविटी
- रिसर्च स्किल
- जल्दी सीखने की इच्छा रखना
- अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स
- कर्मचारियों का प्रबंधन करने की क्षमता
- समस्या समाधान करने की कुशलताएं
- इंटरनेट से परिचित
- निर्णय लेना
- विश्लेषणात्मक स्किल
- नेतृत्व स्किल
- प्रशासनिक योग्यता
- तकनीकी स्किल्स
- टीम वर्क का हुनर
- डिजिटल मार्केटिंग की नॉलेज
- विश्लेषणात्मक स्किल्स
- महत्वपूर्ण विचार करने की स्किल्स
विदेश में आपके सभी अध्ययन आवश्यकताओं के लिए Leverage Edu App डाउनलोड करें।
एम कॉम कोर्स का सिलेबस
एम कॉम कोर्स सिलेबस में सभी मुख्य विषयों को कवर करने वाले कई मुख्य और वैकल्पिक विषय शामिल हैं। चूंकि वास्तविक सिलेबस विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न हो सकता है, इसलिए हमने एम कॉम कोर्सेस के तहत सभी प्रमुख विषयों को नीचे दिया है:
सेमस्टर- 1
Organizational Transactions | monetary system |
Macro Economics for Business Decisions | Consumer Behavior and Marketing Research |
information systems and computers | – |
सेमस्टर- 2
Human Resource Management | advanced financial management |
ई-कॉमर्स | business environment |
Operations Research and Quantitative Techniques | – |
सेमस्टर- 3
international business | Business Ethics and Corporate Governance |
वैकल्पिक पेपर – I | वैकल्पिक पेपर – II |
वैकल्पिक पेपर – III | – |
सेमस्टर- 4
वैकल्पिक पेपर – IV | वैकल्पिक पेपर – V |
वैकल्पिक पेपर – VI | प्रोजेक्ट रिपोर्ट |
मौखिक परीक्षा | – |
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।
एम कॉम कोर्स के लिए विदेशी विश्वविद्यालय
एम कॉम कोर्स के लिए विदेशी विश्वविद्यालय की लिस्ट नीचे दी गई है–
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी
- न्यूकैसल यूनिवर्सिटी
- किंग्स कॉलेज लंदन
- मोनाश यूनिवर्सिटी
- कार्लटन यूनिवर्सिटी
- रायर्सन यूनिवर्सिटी
- ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- कोवेंट्री यूनिवर्सिटी
- ग्रीनविच यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास एट ऑस्टिन
- मिशिगन यूनिवर्सिटी
- मिडलसेक्स यूनिवर्सिटी
- लंदन साउथ बैंक यूनिवर्सिटी
- एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी
- लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस
विदेश में रहने का खर्च अपने रहन-सहन के अनुसार जानने के लिए आप Cost of Living Calculator का उपयोग कर सकते हैं।
एम कॉम कोर्स के लिए भारतीय विश्वविद्यालय
एम कॉम कोर्स के लिए भारतीय विश्वविद्यालय की लिस्ट नीचे दी गई है–
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- इलाहाबाद विश्वविद्यालय
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- अन्ना विश्वविद्यालय
- लखनऊ विश्वविद्यालय
- मुंबई विश्वविद्यालय
- पुणे विश्वविद्यालय
- लोयोला कॉलेज चेन्नई
- मिरांडा हाउस (दिल्ली)
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज
- हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
- श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
एम कॉम कोर्स के लिए योग्यता
एम कॉम कोर्स कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–
- छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीकॉम या बीकॉम ऑनर्स या समकक्ष में न्यूनतम 50% कुल प्राप्त करने की आवश्यकता है।
- कुछ विश्वविद्यालय उन छात्रों पर भी विचार करते हैं जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 60% या समकक्ष के साथ अर्थशास्त्र और सांख्यिकी, बीएफआईए, बीबीएस और बीबीई में बैचलर की डिग्री पूरी की है।
- एम कॉम कोर्स में प्रवेश के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
- भारत में एम कॉम कोर्स कोर्स के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे PU CET, CUCET और BHU PET आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। विदेश के कुछ यूनिवर्सिटी के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
- विदेश में ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
- साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा पोर्टफोलियो की भी ज़रूरत होती है।
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विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- Leverage Edu एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- सीवी / रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
- बैंक विवरण
छात्र वीजा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
भारत में आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
एम कॉम के लिए बेस्ट बुक्स
नीचे दी गई किताबें जो ज्यादातर एम कॉम कोर्स के लिए शीर्ष कॉलेजों में संदर्भ के रूप में उपयोग की जाती हैं:
बुक का नाम | लेखक का नाम | यहां से खरीदें |
संगठनात्मक व्यवहार | एस.पी. रॉबिंस | यहां से खरीदें |
सूक्ष्म आर्थिक विश्लेषण | वरियन | यहां से खरीदें |
प्रबंधन और लागत लेखांकन | एम एन अरोरा | यहां से खरीदें |
कर और कॉर्पोरेट कानून | मिस्टर राजेश | यहां से खरीदें |
प्रवेश परीक्षा
एम कॉम कोर्स कोर्स चुनने के बाद एडमिशन आमतौर पर दो तरीकों से हो सकता है-मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर। हर यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है।
- मेरिट के आधार पर: कुछ यूनिवर्सिटी में एडमिशन मेरिट पर आधारित होता है। इसमें यूनिवर्सिटी या कॉलेज में योग्यता और कट ऑफ को पूरा करने वाले आवेदकों को प्रोविजनल प्रवेश की पेशकश की जाती है।
- प्रवेश परीक्षा के आधार पर: एम कॉम कोर्स में छात्रों को प्रवेश देने के लिए कई कॉलेज और विश्वविद्यालयों द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती हैं। प्रवेश प्रक्रिया के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जिसमें इन प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद काउंसलिंग राउंड शामिल हैं। नीचे कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों के एंट्रेंस एग्जाम के नाम दिए गए हैं:
करियर स्कोप
एम कॉम कोर्स कोर्स चुनने के बाद आप विभिन्न फील्ड में करियर बना सकते हैं, नीचे कुछ करियर विकल्पों के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया है :
- चार्टर्ड अकाउंटेंट – चार्टर्ड एकाउंटेंसी यानि सीए एक कोर्स है जिसके ज़रिए एम कॉम के छात्र चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। भारत में इस कोर्स को लेकर छात्रों में सबसे ज्यादा उत्सुकता देखी जा सकती है। किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से कुल मिलाकर कम से कम 50 फीसदी अंकों से पास होना ज़रूरी है।
- कॉस्ट अकाउंटेंट – कॉस्ट अकाउंटेंट बनने के लिए कॉस्ट अकाउंटिंग का कोर्स करना होता है। जिसे (सीएमए) कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटिंग के नाम से जाना जाता है। एम कॉम के बाद ज्यादातर कॉमर्स के छात्र यह कोर्स करना चाहते हैं।
- कंपनी सचिव – कंपनी सचिव या सीएस भी छात्रों में सीए के बाद सबसे लोकप्रिय कोर्स है। इस कोर्स को करने के बाद नौकरी की अपार संभावनाएं खुल जाती है । और इस कोर्स के बाद छात्र कंपनी सचिव बनने की योग्यता प्राप्त कर लेता है।
- बैंक में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते हैं – छात्र कॉमर्स के क्षेत्र से एम कॉम की डिग्री प्राप्त करने के बाद बैंक में क्लर्क, पीओ जैसे नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
एम कॉम कोर्स करने के बाद आपके पास रोजगार के बेहतरीन अवसर हैं। आप देश-विदेश में करियर बना सकते हैं। Payscale के अनुसार उनका औसत वार्षिक वेतन नीचे दिया गया हैं:
रोजगार के अवसर | वार्षिक वेतन (INR) |
अकाउंटेंट | 2-3 लाख |
कैशियर/टेलर | 2-3.5 लाख |
चार्टर्ड एकाउंटेंट | 7-8 लाख |
बैंक मैनेजर | 7-8 लाख |
रिस्क मैनेजर | 3-4 लाख |
इन्वेस्टमेंट बैंकर | 8-9 लाख |
फाइनेंस मैनेजर | 9-10 लाख |
ऑडिटर | 4-5 लाख |
आप Leverage Finance की मदद से विदेश में पढ़ाई करने के लिए अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के अनुसार एजुकेशन लोन भी पा सकते हैं।
FAQs
इंटरनेशनल कॉलेज में कुछ प्रोग्राम्स के लिए इंटरव्यू की आवश्यकता होती है। यदि कोई उम्मीदवार योग्यता के मानदंडों को पूरा नहीं करता है, तो निश्चित रूप से विश्वविद्यालय इंटरव्यू के लिए बुलाता है। यदि उम्मीदवार किसी अन्य देश से है, तो ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंटरव्यू लिया जाता है।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय,दिल्ली विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अन्ना विश्वविद्यालय आदि हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, डलहौजी विश्वविद्यालय, स्टैफोर्डशायर विश्वविद्यालय, अल्बर्टा विश्वविद्यालय, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय आदि हैं।
अकाउंटेंट, कैशियर, प्रोफेसर, चार्टर्ड एकाउंटेंट, इन्वेस्टमेंट बैंकर आदि फील्ड्स मैं आप अपना करियर आगे बना सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि एम कॉम कोर्स कैसे करें। यदि आप एम कॉम कोर्स की पढ़ाई विदेश में करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से संपर्क करें वे आपको एक उचित मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें।
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