कमला दास का जीवन परिचय : कमला दास भारत की नामचीन कवियत्री और मलयाली लेखिका हैं। वह मलयालम के साथ अंग्रेजी में लिखने में सिद्धहस्त थीं। उनकी आत्मकथा ‘एंते कढा’ यानी (माई स्टोरी) मलयालम भाषा में वर्ष 1973 में प्रकाशित हुई थी। बता दें कि उनकी यह रचना बहुत विवादों में रही और इस किताब का 15 से अधिक विदेशी भाषाओं में अनुवाद हुआ। वहीं, कविता के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान देने के लिए उन्हें ‘मदर ऑफ मॉडर्न इंडियन इंग्लिश पॉयट्री’ और ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया जा चुका हैं।
बता दें कि कमला दास की कई रचनाओं पर कई शोधग्रंथ लिखे जा चुके हैं। वहीं, बहुत से शोधार्थियों ने उनके साहित्य पर पीएचडी की डिग्री प्राप्त की हैं। इसके साथ ही UGC/NET में अंग्रेजी और मलयालम विषय से परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी कमला दास का जीवन परिचय और उनकी साहित्यिक रचनाओं का अध्ययन करना आवश्यक हो जाता है। आइए अब हम मशहूर कवियित्री और लेखिका कमला दास का जीवन परिचय (Kamala Das Ka Jivan Parichay) और उनकी साहित्यिक रचनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
नाम | कमला दास (Kamala Das) |
अन्य नाम | कमला सुरैया |
जन्म | 31 मार्च, 1934 |
जन्म स्थान | पुन्नयुरकुलम, केरल |
पिता का नाम | वीएम नायर |
माता का नाम | नालापत बलमानी अम्मा |
पेशा | लेखिका, कवियत्री |
भाषा | अंग्रेजी, मलयालम |
विधाएँ | उपन्यास, कहानी, कविता, लेख |
पुरस्कार एवं सम्मान | साहित्य अकादमी पुरस्कार, एशियन पोएट्री पुरस्कार, केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार |
निधन | 31 मई, 2009 पुणे, महाराष्ट्र |
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केरल के पुन्नयुरकुलम जिले में हुआ था जन्म – Kamala Das Ka Jivan Parichay
प्रतिष्ठित लेखिका और कवियत्री कमला दास का जन्म 31 मार्च, 1934 को केरल के पुन्नयुरकुलम जिले में एक संपन्न परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम ‘वीएम नायर’ था जो पेशे से केरल के प्रख्यात अख़बार के कार्यकारी संपादक थे। उनकी माता ‘नालापत बलमानी अम्मा’ जो एक जानी मानी कवियित्री थीं।
अल्प आयु में हुआ विवाह
कमला दास का विवाह 15 वर्ष की आयु में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) में काम करने वाले ‘माधव दास’ के साथ हुआ था। वहीं अल्प आयु में ही उनका साहित्य के क्षेत्र में पर्दापण हो गया था। वे शुरुआत में कविताएं लिखती थी किंतु इसके बाद उन्होंने साहित्य की अन्य विधाओं में भी अपनी लेखनी चलाई।
कमला दास का साहित्यिक परिचय
कमला दास ने अंग्रेजी और मलयालय भाषा ने अनेक रचनाएँ की हैं। बता दें कि उन्होंने नारी विमर्श, बाल विवाह, राजनीति, प्रेम और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर विषयों पर अपनी लेखनी चलाई हैं। वर्ष 1973 में मलयालम भाषा में प्रकाशित उनकी आत्मकथा ‘एंते कढा’ (Ente Katha) में एक स्त्री के व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन के बारे में विस्तार से बताया है। यह आत्मकथा बहुत विवादास्पद रही जो बाद में अंग्रेजी भाषा में ‘माई स्टोरी’ (My Story) नाम से प्रकाशित हुई। इस किताब का लगभग 15 से अधिक विदेशी भाषाओं में अनुवाद हुआ है। इसके अलावा उन्होंने 20 से अधिक किताबें लिखी हैं।
कमला दास की साहित्यिक रचनाएँ – Kamala Das Ki Rachnaye
कमला दास का रचना संसार बहुत विशाल है। उन्होंने कहानी, उपन्यास, कविता, आत्मकथा और स्त्री विमर्श पर अनुपम कृतियों का सृजन किया है। यहाँ कमला दास का जीवन परिचय (Kamala Das Ka Jivan Parichay) के साथ ही उनकी संपूर्ण रचनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो कि इस प्रकार हैं:-
आत्मकथा
- Ente Katha – Malayalam
- My Story – English
उपन्यास
- Amāvāsi
अन्य-रचनाएँ
- The old playhouse and other poems
- The descendants
- Nashtappetta Neelambari
- Balyakala Smaranakal
- Only the soul knows how to sing
- Pakṣiyuṭe maṇam
- Padmavati, the harlot and other stories
- A doll for the child prostitute
- Collected Poems
- The sandal trees and other stories
- The Kept Woman and Other Stories
- Tonight, this Savage Rite: The Love Poems
- A selection, with essays on her work
- Anurāgayē mulpota
- The path of the columnist
- Mādhavikkuṭṭiyuṭe kathakaḷ
- Bacapana kī yādeṃ
- Closure – Some Poems and A Conversation
- Ratsara kăkuḷu
पुरस्कार एवं सम्मान
कमला दास (Kamala Das Ka Jivan Parichay) को अंग्रेजी और मलयालम साहित्य में विशेष योगदान देने के लिए सरकारी और ग़ैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कई पुरस्कारों व सम्मान से पुरस्कृत किया जा चुका है, जो कि इस प्रकार हैं:-
- केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार
- साहित्य अकादमी पुरस्कार
- एशियन पोएट्री पुरस्कार
75 वर्ष की आयु में हुआ निधन
कमला देवी ने दशकों तक अनुपम कृतियों का सृजन किया था। बता दें कि इस्लाम धर्म अपनाने करने के बाद उन्हें कमला सुरैया के नाम से जाना गया। वहीं, 75 वर्ष की आयु में 31 मई, 2009 को पुणे, महाराष्ट्र में उनका निधन हो गया। वर्ष 2018 में गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें याद किया था। इस वर्ष उनकी 15वीं पुण्यतिथि मनाई जाएगी।
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ मशहूर कवियित्री और लेखिका कमला दास का जीवन परिचय (Kamala Das Ka Jivan Parichay) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी भी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-
FAQs
उनका जन्म 31 मार्च, 1934 को केरल के पुन्नयुरकुलम जिले में हुआ था।
उनकी आत्मकथा का नाम ‘एंते कढा’ (माई स्टोरी) था।
वह अपनी आत्मकथा, लोकप्रिय कविताओं और कहानियों के लिए प्रसिद्ध है।
उनकी माता का नाम ‘नालापत बलमानी अम्मा’ और पिता का नाम ‘वीएम नायर’ था।
उनका निधन 31 मई, 2009 को पुणे, महाराष्ट्र मे हुआ था।
आशा है कि आपको मशहूर कवियित्री और लेखिका कमला दास का जीवन परिचय (Kamala Das Ka Jivan Parichay) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।