Jaun Elia Biography in Hindi : मशहूर शायर जॉन एलिया का जीवन परिचय 

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Jaun Elia Biography in Hindi

Jaun Elia Biography in Hindi: “मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस, ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं” ये शेर है उर्दू साहित्य के मशहूर शायरों में एक जॉन एलिया का। जिन्होंने अपने शब्दों में दर्द और मोहब्बत की ऐसी मिसाल पेश की कि लोग उन्हें दिल की गहराइयों से महसूस करते हैं। एलिया के शेर ना सिर्फ भारत-पकिस्तान में बल्कि पूरी दुनिया में बड़ी अदब के साथ पढ़े जाते हैं। 

क्या आप जानते हैं कि उनका मूल नाम ‘सय्यद हुसैन जौन असगर नक़वी’ था। लेकिन शायरी के लिए उन्होंने ‘जॉन एलिया’ (Jaun Elia) नाम चुना था। वहीं वर्ष 1990 में इनका पहला काव्य संग्रह ‘शायद’ प्रकाशित हुआ था। इसके बाद उनके कई संग्रह ‘गोया’, ‘लेकिन’, ‘यानी’ और ‘गुमान’ प्रकाशित हुए। इस वर्ष जॉन एलिया का 14 दिसंबर, 2024 को 93वां जन्मदिवस मनाया जाएगा। आइए अब इस लेख जॉन एलिया का जीवन परिचय (Jaun Elia Biography in Hindi) और उनकी साहित्यिक कृतियों के बारे में जानते हैं। 

मूल नाम सय्यद हुसैन जौन असग़र  (Syed Sibt-e-Ashgar Naqvi) 
उपनाम ‘जॉन एलिया’ (Jaun Elia)
जन्म 14 दिसंबर, 1931
जन्म स्थान अमरोहा, उत्तर प्रदेश 
पिता का नाम सय्यद शफ़ीक़ हसन एलिया
शिक्षा एम.ए. 
पत्नी का नाम ज़ाहिदा हिना (Zahida Hina) 
कार्य क्षेत्र शायर, पत्रकार, विचारक, अनुवादक व  गद्यकार। 
भाषा उर्दू, फ़ारसी 
काव्य-संग्रहशायद, गोया, लेकिन, यानी और गुमान आदि। 
मृत्यु 08 नवंबर, 2002 कराची, सिंध 

अविभाजित भारत में हुआ था जन्म – Jaun Elia Biography in Hindi

मशहूर शायर जॉन एलिया का जन्म 14 दिसंबर, 1931 को उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले (अविभाजित भारत) में हुआ था। जॉन एलिया का मूल नाम ‘सय्यद हुसैन जौन असगर नक़वी’ (Syed Sibt-e-Ashgar Naqvi) था। लेकिन शायरी करने के लिए इन्होंने ‘जॉन एलिया’ (Jaun Elia) नाम चुना था। इनके पिता का नाम ‘सय्यद शफ़ीक़ हसन एलिया’ था जो एक शायर और विद्वान थे। बता दें कि पाकिस्तान के प्रख्यात पत्रकार ‘रईस अमरोहवी’ और मशहूर मनोवैज्ञानिक मुहम्मद तक़ी, जौन एलिया के भाई थे, जबकि मशहूर फिल्म निर्देशक ‘साज़ कमाल अमरोही’ उनके चचेरे भाई थे। वहीं कुल पांच भाईयों में  जॉन सबसे छोटे थे। 

1947 भारत और पाकिस्तान का विभाजन 

जॉन एलिया की प्रारंभिक शिक्षा अमरोहा के मदरसों में हुई थी जहाँ उन्होंने अरबी, फ़ारसी और उर्दू भाषा सीखी। हालांकि पाठ्य-पुस्तकों में उनकी विशेष रूचि नहीं थी। लेकिन बाद में उनकी साहित्य में दिलचस्पी बढ़ने लगी। इसलिए उन्होंने उर्दू, फ़ारसी और दर्शन शास्त्र में एम.ए की डिग्री हासिल कीं। जॉन अंग्रेजी और संस्कृत भाषा भी जानते थे। वर्ष 1947 में देश विभाजन के दौरान उनके परिवार ने भी भारत को छोड़ दिया और पाकिस्तान के कराची शहर में आकर बस गए। हालांकि पाकिस्तान में रहते हुए भी उन्होंने अमरोहा को हमेशा अपने जेहन में याद रखा। उनका कहना था, “पाकिस्तान आकर में हिन्दुस्तानी हो गया।”

विस्तृत रहा कार्य-क्षेत्र 

जॉन एलिया शुरुआत में रईस अमरोहवी की एक साहित्यिक पत्रिका ‘इंशा’ में संपादकीय लिखने का कार्य करने लगे। इसके बाद उन्होंने ब्रितानी आंदोलन सहित दर्शन शास्त्र, अंग्रेजी, अरबी और फ़ारसी की कई पुस्तकों का अनुवाद करने का कार्य किया। ‘इंशा’ पत्रिका निकालने के दौरान उनकी मुलाकात जर्नलिस्ट और अफ़साना निगार ‘ज़ाहिदा हिना’ (Zahida Hina) से हुई। फिर वर्ष 1970 में दोनों ने शादी कर ली। इनकी तीन संतान हुई। लेकिन वर्ष 1984 में आपसी टकराव के कारण दोनों का तलाक हो गया। 

जॉन एलिया की प्रमुख रचनाएँ – Jaun Elia Shayari Book in Hindi

जॉन एलिया (Jaun Elia Biography in Hindi) उर्दू अदब में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले शायरों की फेहरिस्त में शीर्ष पर हैं। वह पुरानी परंपरा को तोड़ने वाले एक ऐसे शायर के रूप में याद किए जाते हैं जिन्होंने उर्दू अदब को, उर्दू ज़बान को एक नई दुनिया से परिचित कराया। वर्ष 1990 में उनका प्रथम काव्य-संग्रह ‘शायद’ प्रकाशित हुआ था जो कि काव्य प्रेमियों के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ। यहाँ जॉन एलिया का जीवन परिचय के साथ ही उनकी प्रमुख रचनाओं (Jaun Elia Book in Hindi) के बारे में बताया गया है :-

काव्य-संग्रह 

काव्य-संग्रह प्रकाशन 
शायदवर्ष 1991
यानीवर्ष 2003
गुमानवर्ष 2006
गोयावर्ष 2008

अनूदित कृतियाँ

  • मसीह-ए-बगदाद हल्लाज
  • ज्योमेट्रिया
  • तवासिन
  • इसागोजी 
  • रहीश-ओ-कुशैश
  • रसल अख़्वान-उस-सफ़ा 

विचार प्रधान लेख

  • ‘फरनूद’ वर्ष 2012 में प्रकाशित जॉन एलिया (Jaun Elia) के विचारप्रधान लेखों का संकलन है जिसमें वर्ष 1958 से 2002 के बीच लिखे गए निबंध और लेख शामिल हैं। इन लेखों में जॉन एलिया ने राजनीति, संस्कृति, इतिहास, भाषाशास्त्र जैसे विविध विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।

कराची में हुआ था निधन

जॉन एलिया का ख़राब स्वास्थ्य के कारण 8 नवंबर, 2002 को 70 वर्ष की आयु में निधन हुआ था। उनके इंतकाल के बाद पाकिस्तान सरकार ने उनके नाम पर एक डाक टिकट भी जारी किया था। वहीं आज भी जॉन एलिया अपनी लोकप्रिय शायरी के लिए जाने जाते हैं और जाने जाते रहेंगे। 

FAQs 

जॉन एलिया का असली नाम क्या है?

जॉन एलिया का मूल नाम ‘सय्यद हुसैन जौन असगर नक़वी’ (Syed Sibt-e-Ashgar Naqvi) था।

जॉन एलिया का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

जॉन एलिया का जन्म 14 दिसंबर, 1931 को उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में हुआ था। 

जौन एलिया ने भारत क्यों छोड़ा था?

विभाजन के बाद परिवार की वजह से वह भी वर्ष 1956 में पाकिस्तान जाकर बस गए थे। 

जॉन एलिया की पत्नी का नाम क्या था?

जॉन एलिया की पत्नी का नाम ज़ाहिदा हिना (Zahida Hina) था। 

जॉन एलिया का प्रथम काव्य-संग्रह कब प्रकाशित हुआ था?

जॉन एलिया का वर्ष 1990 में प्रथम काव्य-संग्रह ‘शायद’ प्रकाशित हुआ था। 

जॉन एलिया का निधन कब हुआ था?

जॉन एलिया का 08 नवंबर, 2002 को पाकिस्तान के कराची शहर में इंतकाल हुआ था।

पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय 

यहाँ रेख़्ता के मशहूर शायर जॉन एलिया का जीवन परिचय (Jaun Elia Biography in Hindi) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-

के.आर. नारायणनडॉ. एपीजे अब्दुल कलाममहात्मा गांधी
पंडित जवाहरलाल नेहरूसुभाष चंद्र बोस बिपिन चंद्र पाल
गोपाल कृष्ण गोखलेलाला लाजपत रायसरदार वल्लभभाई पटेल
चन्द्रधर शर्मा गुलेरी मुंशी प्रेमचंद रामधारी सिंह दिनकर 
सुमित्रानंदन पंतअमरकांत आर.के. नारायण
मृदुला गर्ग अमृता प्रीतम मन्नू भंडारी
मोहन राकेशकृष्ण चंदरउपेन्द्रनाथ अश्क
फणीश्वर नाथ रेणुनिर्मल वर्माउषा प्रियंवदा
हबीब तनवीरमैत्रेयी पुष्पा धर्मवीर भारती
नासिरा शर्माकमलेश्वरशंकर शेष
असग़र वजाहतसर्वेश्वर दयाल सक्सेनाचित्रा मुद्गल
ओमप्रकाश वाल्मीकिश्रीलाल शुक्लरघुवीर सहाय
ज्ञानरंजनगोपालदास नीरजकृष्णा सोबती
रांगेय राघवसच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’माखनलाल चतुर्वेदी 
दुष्यंत कुमारभारतेंदु हरिश्चंद्रसाहिर लुधियानवी
जैनेंद्र कुमारभीष्म साहनीकाशीनाथ सिंह
विष्णु प्रभाकरसआदत हसन मंटोअमृतलाल नागर 
राजिंदर सिंह बेदीहरिशंकर परसाईमुनव्वर राणा
कुँवर नारायणनामवर सिंहनागार्जुन
मलिक मुहम्मद जायसीकर्पूरी ठाकुर केएम करियप्पा
अब्राहम लिंकनरामकृष्ण परमहंसफ़ैज़ अहमद फ़ैज़
अवतार सिंह संधू ‘पाश’ बाबा आमटेमोरारजी देसाई 
डॉ. जाकिर हुसैनराही मासूम रज़ा रमाबाई अंबेडकर
चौधरी चरण सिंहपीवी नरसिम्हा रावरवींद्रनाथ टैगोर 
आचार्य चतुरसेन शास्त्री मिर्ज़ा ग़ालिब कस्तूरबा गांधी
भवानी प्रसाद मिश्रसोहनलाल द्विवेदी उदय प्रकाश
सुदर्शनऋतुराजफिराक गोरखपुरी 
मैथिलीशरण गुप्तअशोक वाजपेयीजाबिर हुसैन
विष्णु खरे उमाशंकर जोशी आलोक धन्वा 
घनानंद अयोध्या सिंह उपाध्यायबिहारी 
शिवपूजन सहायअमीर खुसरोमधु कांकरिया 
घनश्यामदास बिड़लाकेदारनाथ अग्रवालशकील बदायूंनी
मधुसूदन दासमहापंडित राहुल सांकृत्यायनभुवनेश्वर 
सत्यजित रेशिवप्रसाद मिश्र ‘रुद्र’ भगवती चरण वर्मा
मोतीलाल नेहरू कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’ श्री अरबिंदो 
अमर गोस्वामीशमशेर बहादुर सिंहरस्किन बॉन्ड 
राजेंद्र यादव गोपालराम गहमरी राजी सेठ
गजानन माधव मुक्तिबोधसेवा राम यात्री ममता कालिया 
शरद जोशीकमला दासमृणाल पांडे
विद्यापति पदुमलाल पुन्नालाल बख्शीश्रीकांत वर्मा 
यतींद्र मिश्ररामविलास शर्मामास्ति वेंकटेश अय्यंगार
शैलेश मटियानीरहीमस्वयं प्रकाश 

आशा है कि आपको उर्दू के अजीम शायर जॉन एलिया का जीवन परिचय (Jaun Elia Biography in Hindi) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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