एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कैसे करें?

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एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग

एग्रीकल्चर इंजीनियर कृषि, पारिस्थितिकी और खाद्य प्रौद्योगिकी के मुख्य क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों को हल करने के साथ-साथ आर्द्रभूमि संरक्षण, टिकाऊ कृषि, हरित बुनियादी ढांचे और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन प्रणाली जैसे उभरते क्षेत्रों पर काम करते हैं। एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में कृषि मशीनरी, उपकरणों के डिजाइन, विकास और सुधार से संबंधित चीज़ों के बारे में पढ़ाया जाता है। यदि आप भी एग्रीकल्चर इंजीनियर के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो हमारा यह ब्लॉग पूरा पढ़ें, इसमें आपको इससे सम्बंधित सभी आवश्यक जानकरी मिलेगी। 

कोर्सएग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
कृषि इंजीनियरिंग नौकरियांसीनियर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर, फार्मलैंड डिजाइनर, कृषि विज्ञानी, रिसर्चर, बीज विशेषज्ञ, मृदा निरीक्षक, फसल निरीक्षक आदि। 
अवधिबीटेक: 4 साल 
एमटेक/एमएस: 2 साल 
पीएचडी: 3 से 5 साल

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग क्या है?

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, जिसे कृषि और बायोसिस्टम इंजीनियरिंग के रूप में भी जाना जाता है। कृषि उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, विज्ञान और डिजाइन सिद्धांतों के अध्ययन और अनुप्रयोग का क्षेत्र है। कृषि इंजीनियर कृषि तकनीकों में सुधार करने या कृषि से संबंधित व्यवसायों की सहायता के लिए विभिन्न विषयों जैसे मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, खाद्य विज्ञान इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आदि का उपयोग करते हैं। एग्रीकल्चर इंजीनियर खेतों और कृषि व्यवसाय उद्योग की दक्षता में सुधार के साथ-साथ प्राकृतिक और नवीकरणीय संसाधनों की स्थिरता सुनिश्चित करने के का काम करते हैं।

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग क्यों करें?

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग क्यों करें यह जानने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को पढ़ें-

  • एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग का महत्व और मान्यता हाल के वर्षों में विशेष रूप से पारंपरिक कृषि विधियों में स्थायी टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करने और इंटेलिजेंट फार्मिंग प्रोसेसेस पर जाने की आवश्यकता के कारण बढ़ी है। 
  • आधुनिक इन्फ्राट्रक्चर जैसे बांध, जलाशय, पवन फार्म और जैव ईंधन और क्रमशः प्रदूषण नियंत्रण और सिंचाई तकनीक जैसे उपकरण लगातार अपनाए जा रहे हैं। जिससे करियर के अवसरों में भी वृद्धि हुई है। 
  • एग्रीकल्चर इंजीनियर का काम कृषि क्षेत्रों का सुपर विजन करना, उपकरणों की डिजाइनिंग और इंडक्शन, वायबल टेक्नोलॉजी का विकास और टेस्टिंग, मशीनरी का विकास करना आदि है जो आप विशेष रुप से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स में सीखते हैं। 
  • एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग एक एडवांस्ड डिग्री इंडस्ट्री में काम करने के लिए आवश्यक ज्ञान और विशेषज्ञता प्रदान करती है। 

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए स्किल्स

एग्रीकल्चर इंजीनियर के पास डिग्री के साथ-साथ कुछ स्किल्स का होना जरूरी है जिनमें से कुछ हैं-

  • क्रिटिकल थिंकिंग
  • कांप्लेक्स प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स 
  • जजमेंट और डिसीजन मेकिंग स्किल्स
  • रीडिंग स्किल्स
  • एक्टिव लिसनिंग
  • राइटिंग स्किल्स
  • टीमवर्क
  • टीम मैनेजमेंट
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • सिस्टम्स एनालिसिस
  • टाइम मैनेजमेंट
  • कोआर्डिनेशन 
  • नेगोशिएशन
  • ऑपरेशन्स एनालिसिस
  • क्वालिटी कंट्रोल एनालिसिस

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्सेज और सिलेबस 

एग्रीकल्चर इंजीनियर बनने के लिए आप इस क्षेत्र में B.Tech और M.Tech की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। सिलेबस आपके द्वारा चुने गए कोर्स और आपके कॉलेज पर भी निर्भर करेगा। नीचे सेमेस्टर के अनुसार सामान्य सिलेबस की जानकारी दी गई है-

बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग सिलेबस 

सेमेस्टर 1सेमेस्टर 2
इंजीनियरिंग केमिस्ट्री इंजीनियरिंग मैकेनिक्स
इंजीनियरिंग ड्राइंगगणित 
फिजिकल केमिस्ट्रीसॉइल साइंस
सेमेस्टर 3सेमेस्टर 4
बेसिक ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंगइंजीनियरिंग फिजिक्स 2
इंजीनियरिंग फिजिक्स 1हॉर्टिकल्चर एंड एग्रीकल्चरल क्रॉप्स
एग्रीकल्चरल प्रोसेस इन इंडस्ट्रीज़कृषि उपकरण फार्म इक्विपमेंट
सर्वे एंड लेबलिंग मेथड्स सॉइल मकैनिक्स
सेमेस्टर 5सेमेस्टर 6
बायोटेक्नोलॉजीसॉइल फिजिक्स
स्टैटिस्टिकल मेथड्सयूनिट ऑपरेशन्स इन फ़ूड टेक्नोलॉजी
एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेटिंगऑपरेशन्स रिसर्च
एनवायरनमेंट स्टडीज़ट्रैक्टर्स एंड पावर यूनिट्स
सेमेस्टर 7सेमेस्टर 8
इक्विपमेंट एंड कंट्रोल्स ऑफ़ मशीन्सआर्गेनिक फार्मिंग
ओपन अल्टरनेटिवक्रॉप प्रोसेसिंग इंजीनियरिंग
रिन्यूएबल एनर्जी एग्रो प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी

एम.टेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग

सेमेस्टर 1सेमेस्टर II
फ़ूड केमिस्ट्री एंड माइक्रोबायोलॉजी प्रोसेस इक्विपमेंट एंड कंट्रोल्स
नर्सरी टेक्निक्सफ़ूड इंजीनियरिंग-I
प्रिंसिपल्स ऑफ़ एनालिटिकल केमिस्ट्रीरेफ्रिजरेशन इंजीनियर
प्रैक्टिकल मैथमेटिक्सक्रॉप फिजियोलॉजी
बेसिक्स ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एग्रीकल्चरल माइक्रोबायोलॉजी
बेसिक्स ऑफ़ एग्रीकल्चरल मीटरोलॉजीप्रिंसिपल्स ऑफ़ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स
इंग्लिश फॉर इफेक्टिव कम्युनिकेशनइंजीनियरिंग प्रॉपर्टीज ऑफ़ आर्गेनिक मैटेरियल्स
सेमेस्टर IIIसेमेस्टर IV
बायोमास यूज़ एंड रिन्यूएबल एनर्जीलाइवस्टॉक एंड एक्वाकल्चर फ़ूड प्रोडक्ट प्रोसेसिंग
कमर्शियल प्रोडक्शन ऑफ़ स्पाइसेस एंड प्लांटेशनबेसिक्स ऑफ़ सॉइल साइंस
बेसिक्स ऑफ़ एंटोमोलॉजीइंडस्ट्रियल टूर I (फ्रूट, वेजिटेबल एंड फ्लोरीकल्चर इंडस्ट्री)
फ़ूड प्रिजर्वेशन टेक्नोलॉजी प्रिंसिपल्स ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी
प्रिंसिपल्स ऑफ़ सीड प्रोडक्शन एंड क्वालिटी कण्ट्रोल इन एग्रीकल्चरल क्रॉप्स सीड प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी ऑफ़ एग्रीकल्चरल क्रॉप्स
लाइवस्टॉक एंड पॉल्ट्री प्रोडक्शन मैनेजमेंट बेसिक्स ऑफ़ एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट
एग्रीकल्चरल पावर एंड मशीनरी एप्लाइड स्टैटिस्टिक्स

आप AI Course Finder की मदद से अपनी प्रोफाइल के अनुसार सही यूनिवर्सिटी और अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।

एग्रीकल्चर इंजीनियर कैसे बनें? 

एग्रीकल्चर इंजीनियर कैसे बनें इसके लिए चरण-दर-चरण गाइड नीचे दी गई है-

  1. एग्रीकल्चर इंजीनियर बनने के लिए आपको सर्वप्रथम 12वीं साइंस स्ट्रीम में अच्छे अंको के साथ उर्त्तीण करनी होगी। 
  2. 12वीं के बाद आपको कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा। हालांकि कुछ कॉलेज 12वीं के अंकों के आधार पर पर भी एडमिशन देते हैं। 
  3. एंट्रेंस एग्जाम के अंकों के आधार पर आपको कॉलेज में एडमिशन मिलेगा। 
  4. डिग्री पूरी करने के बाद एक कृषि इंजीनियर के रूप में अपना करियर बना सकते हैं। 
  5. B.Tech के बाद आप M.Tech करने का भी विकल्प चुन सकते हैं। 
  6. M.Tech के बाद आपके पास पीएचडी करके रिसर्च के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के बहुत विकल्प हैं। 

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए विदेश में टॉप विश्वविद्यालय

दुनिया भर में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज हैं, जो एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में उच्च डिग्री और डिप्लोमा कोर्सेज प्रदान करते हैं, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देना और कृषि के लिए नई तकनीक का विकास करना है। एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए भारत में टॉप कॉलेज

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • आईआईटी इंडियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
  • कॉलेज ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, पश्चिम बंगाल
  • मुंबई विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
  • वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) वेल्लोर, तमिलनाडु
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी हावड़ा, पश्चिम बंगाल
  • मणिपाल हायर एजुकेशन एकेडमी, कर्नाटक
  • एसएसएम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी एंड पॉलिटेक्निक कॉलेज, तमिलनाडु
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली
  • एलडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गुजरात

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए योग्यता

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए योग्यता नीचे दी गई है-

  • एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में बैचलर्स कोर्स करने के लिए आपको 10+2 न्यूनतम 50% के साथ साइंस स्ट्रीम से पास करना होगा।
  • एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए छात्रों को  JEE Main,JEE Advanced, MHT CET, OJEE, BCECE जैसे एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे । विदेश में बैचलर्स कोर्स के लिए SAT or ACT एग्जाम पास करना होगा। 
  • यदि आप एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री करना चाहते हैं, तो बैचलर्स डिग्री का होना आवश्यक है।
  • विदेश में एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के मास्टर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए छात्रों के पास एक अच्छा GRE स्कोर होना चाहिए। 
  • अगर आप पीएचडी के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री को पास  करना जरूरी है।
  • भारत में पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या राज्य स्तर के एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे। 
  • एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर अंग्रेजी भाषा की दक्षता के रूप में में होना आवश्यक है। 
  • विदेश में कुछ यूनिवर्सिटीज कुछ स्पेसिफिक कोर्सेज के लिए के लिए 2 वर्ष के अनुभव की भी मांग करती है, जिसका समय यूनिवर्सिटी के लिए अलग-अलग भी हो सकता है ।

आप Leverage Live की मदद से IELTS/ TOEFL/ GMAT/ GRE/ SAT/ ACT जैसे एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं। लाइव डेमो के लिए अभी Leverage Live पर अपना फ्री डेमो बुक करें। 

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज होने आवश्यक हैं-

आकर्षक SOP और LOR बनाने में भी आप Leverage Edu विशेषज्ञ की मदद ले सकते हैं, ताकि आपकी एप्लीकेशन बिना किसी परेशानी के जल्दी सेलेक्ट कर ली जाए।

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स फीस

एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए इसमें डिप्लोमा और बीटेक या बीई एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग जैसे कोर्स किये जा सकते हैं। BTech या BE in Agricultural Engineering की अवधि 4 वर्ष होती है। वहीं डिप्लोमा कोर्स 3 साल का होता है। इन कोर्स की फीस 4 से 6 लाख के आस-पास होती है। एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए औसत फीस नीचे दी गई है:

लेवल अंडर ग्रेजुएट (INR)पोस्ट ग्रेजुएट (INR)डॉक्टरेट (INR)
न्यूनतम शुल्क40,000 1 लाख50,000
अधिकतम शुल्क1.20 लाख3.20 लाख4 लाख

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए एंट्रेंस एग्जाम 

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है-

करियर स्कोप

निस्संदेह कृषि भारतीय इकोनॉमी की रीढ़ है। देश अपनी उपजाऊ टोपोग्राफी और मिट्टी के कारण खेती के भरपूर अवसरों के साथ एक किसान का स्वर्ग है। सरकार ने हाल ही में कृषि और संबंधित टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए प्रोग्राम्स शुरू किए हैं। इसके फलस्वरूप एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग एक विशिष्ट विज्ञान के रूप में उभरा है। भारत में कई कृषि संस्थान हैं जो इसके एप्लीकेशन्स में रुचि रखने वाले छात्रों को नौकरी का अवसर प्रदान करते हैं। आप निम्नलिखित जॉब प्रोफ़ाइल्स पर भी विचार कर सकते हैं साथ ही कुछ रिक्यूटिंग फील्ड्स की लिस्ट भी नीचे दी गई है-

  • रिसर्चर
  • प्रोफेसर/लेक्चरर 
  • फूड इंजीनियर
  • सॉइल साइंटिस्ट
  • इरीगेशन इंजीनियर
  • डिज़ाइन इंजीनियर
  • बायो रिसोर्स इंजीनियर
  • एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कंसलटेंट
  • एनवायरमेंटल इंजीनियर
  • वॉटर रिसोर्सेज इंजीनियर
  • इंटरनेशनल डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट
  • एग्रीकल्चर इंजीनियर

कई कंपनियां एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को जॉब पाने का अवसर देती हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • डेयरी कंपनीज़ (जैसे- मदर डेयरी, अमूल)
  • Nestle India
  • ITC
  • Nabard
  • Indian Council of Agricultural Research
  • Pradan
  • Food Corporation of India
  • Council of Scientific and Industrial Research
  • National Seed Corporation
  • National Dairy Development Board

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के बाद नौकरी प्रोफाइल और वेतन 

कृषि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद आप कृषि इंजीनियर, कृषि निरीक्षक, फार्म शॉप मैनेजर, खाद्य और पेय पर्यवेक्षक के रूप में अपना करियर बना सकते हैं। इस क्षेत्र में एक ठोस करियर बनाने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए विभिन्न जॉब प्रोफाइल और सैलरी की सूची glassdoor.co.in के अनुसार  यहां दी गई है:

जॉब प्रोफाइल्सप्रारंभिक वेतन (INR/प्रति वर्ष)मध्य स्तरीय वेतन (INR/प्रति वर्षवरिष्ठ स्तर का वेतन (INR/प्रति वर्ष)
एग्रीकल्चर इंजीनियर 2.39 लाख5.50 लाख11.40 लाख
एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर2.94 लाख5.81 लाख12.20 लाख
फार्म शॉप मैनेजर1.01 लाख4.71 लाख8.28 लाख
खाद्य और पेय सुपरवाइजर 1.74 लाख2.40 लाख4.15 लाख
सर्वे रिसर्च एग्रीकल्चर इंजीनियर2.44 लाख6.64 लाख15.34 लाख

FAQs

क्या एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग एक अच्छा पेशा है?

एक एग्रीकल्चर इंजीनियर के रूप में करियर फायदेमंद हो सकता है। कृषि इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आप एग्रीकल्चर इंजीनियर, कृषि निरीक्षक, फार्म शॉप मैनेजर के रूप में अपना करियर बना सकते हैं। 

क्या एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए गणित जरूरी है?

नहीं, 10+2 स्तर पर एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए गणित अनिवार्य विषय नहीं है। गणित होना अच्छा है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। भारतीय कॉलेजों में 10+2 स्तर पर गणित एक अनिवार्य विषय है।

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए कौनसे एंट्रेंस एग्जाम देने होते हैं?

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए आपको JEE Main/ JEE Advanced/ MHT CET/ OJEE/ BCECE जैसे एंट्रेंस एग्जाम देने होते हैं। 

एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग फील्ड में करियर कैसे बनाएं?

कृषि इंजीनियरिंग में बी.टेक कोर्स में एडमिशन प्राप्त करके आप एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।

एग्रीकल्चर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?

एग्रीकल्चर इंजीनियर की सैलरी शुरुआत में 2 लाख से 5 लाख तक प्रतिवर्ष हो सकती है जो कि अनुभव के साथ बढ़कर 15 लाख तक हो सकती है। 

उम्मीद है, कि इस ब्लॉग ने आपको एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है। यदि आप भी विदेश में एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 57 2000 पर कॉल कर बुक करें।

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