Satyendra Nath Bose: सत्येंद्रनाथ बोस भारत के महान सैद्धांतिक भौतिक शास्त्री और गणितज्ञ थे। वर्ष 1920 के दशक की शुरुआत में क्वांटम मकैनिक्स पर अपनी रिसर्च के लिए उन्हें जाना जाता है। उन्होंने परमाणु के भीतर के उप-परमाणु कणों का पता लगाने के लिए नई सांख्यिकी की खोज की थी, जिसे ‘बोस-आइंस्टीन सांख्यिकी’ (Bose–Einstein statistics) कहा जाता है। बता दें कि उन्होंने अपने समय में महान वैज्ञानिक ‘अल्बर्ट आइंसटीन’ और ‘मैडम क्यूरी’ सहित कई वैज्ञानिकों के साथ प्रयोगशालाओं में काम किया था। वे ‘वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद’ के सलाहकार और रॉयल सोसाइटी के फेलो भी थे। वर्ष 1954 में भारत सरकार ने उन्हें देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया था। इस ब्लॉग में विख्यात गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री सत्येंद्रनाथ बोस का जीवन परिचय (Satyendra Nath Bose Biography in Hindi) और उनकी उपलब्धियों के बारे में बताया गया है।
नाम | सत्येंद्रनाथ बोस (Satyendra Nath Bose) |
जन्म | 1 जनवरी, 1894 |
जन्म स्थान | कोलकाता, पश्चिम बंगाल |
पिता का नाम | सुरेंद्रनाथ बोस |
माता का नाम | अमोदिनी रायचौधरी |
शिक्षा | कलकत्ता विश्वविद्यालय, प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय |
पेशा | सैद्धांतिक भौतिक शास्त्री और गणितज्ञ |
भाषा | बांग्ला, अंग्रेजी, जर्मन |
पत्नी का नाम | उषाबाटी बोस |
पुरस्कार एवं सम्मान | पद्म विभूषण, रॉयल सोसाइटी के फेलो |
पुस्तक | Satyen Bose in Dhaka |
निधन | 4 फरवरी, 1974, कोलकाता |
कोलकाता में हुआ था जन्म – Satyendra Nath Bose Biography in Hindi
भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ और सैद्धांतिक भौतिक शास्त्री सत्येंद्रनाथ बोस (Satyendra Nath Bose) का जन्म 1 जनवरी, 1894 को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था। उनके पिता का नाम ‘सुरेंद्रनाथ बोस’ जबकि माता का नाम ‘अमोदिनी रायचौधरी’ था। वे अपने माता-पिता की सात संतानों में इकलौते पुत्र थे। बताया जाता है कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा नदिया जिले के बाड़ा जगुलिया गांव में हुई थी। वे एक मेधावी छात्र थे और विज्ञान के अलावा उनकी रूचि मैथेमेटिक्स, फिलोसोफी, आर्ट्स, लिटरेचर और म्यूजिक में भी थी। वहीं 15 वर्ष की आयु में कोलकाता के ‘प्रेजिडेंसी कॉलेज’ से बीएससी की डिग्री लेने के बाद उन्होंने ‘कोलकाता विश्वविद्यालय’ से एप्लाइड मैथेमेटिक्स में मास्टर्स की डिग्री हासिल की।
बोस-आइंस्टीन सांख्यिकी – Satyendra Nath Bose Invention
सत्येंद्रनाथ बोस ने शिक्षा के उपरांत जब वर्ष 1917 में अध्यापन कार्य शुरू किया तब स्टूडेंट्स को प्लैंक्स (Planck’s) रेडिएशन फॉर्मूला पढ़ाते हुए स्वयं के प्रयोग शुरू किए और अपनी एक पार्टिकल थ्योरी बनाई। इसलिए कोई भी पार्टिकल जो आज सत्येंद्रनाथ बोस के आँकड़ों के अनुरूप है, वह ‘बोसॉन’ (Boson) के नाम से जाना जाता है। क्या आप जानते हैं कि उनकी इस थ्योरी से कई वैज्ञानिक आविष्कार हुए हैं जिनमें ‘पार्टिकल एक्सिलरेटर’ (Particle Accelerator) और ‘गॉड पार्टिकल’ (God Particle) की खोज शामिल है।
वर्ष 1924 में ढाका विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य के दौरान सत्येंद्रनाथ बोस ने एक रिसर्च पेपर लिखा जिसे उन्होंने महान सैद्धांतिक भौतिक वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन को भेजा। आइंस्टीन ने तुरंत इसे क्वांटम मैकेनिक्स में एक महत्वपूर्ण खोज के रूप में मान्यता दे दी थी फिर प्लैंक के क्वांटम रेडिएशन सिद्धांत पर आधारित इस रिसर्च पेपर को आइंस्टीन ने जर्मन में अनुवाद कराकर प्रतिष्ठित वैज्ञानिक जर्नल में बोस के नाम से ही प्रकाशित कराया। बाद में बोस ने परमाणु के भीतर के उप-परमाणु कणों का पता लगाने के लिए नई सांख्यिकी की खोज की, जिसे ‘बोस-आइंस्टीन सांख्यिकी’ (Bose–Einstein statistics) कहा जाता है।
रॉयल सोसाइटी के फेलो बने
सत्येंद्रनाथ बोस ने अपने समय में ‘अल्बर्ट आइंसटीन’ और ‘मैडम क्यूरी’ सहित कई वैज्ञानिकों के साथ प्रयोगशालाओं में काम किया था। वे ‘वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद’ के सलाहकार और ‘रॉयल सोसाइटी के फेलो’ (Fellow of the Royal Society) भी रहे थे। उन्होंने ‘सत्येन बोस इन ढाका’ (Satyen Bose in Dhaka) नाम से एक पुस्तक भी लिखी थी। वर्ष 1954 में भारत सरकार ने उनके कार्यों के लिए देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से उन्हें सम्मानित किया था।
80 वर्ष की आयु में हुआ निधन
सत्येंद्रनाथ बोस ने अपना संपूर्ण जीवन अध्यापन और वैज्ञानिक शोध में लगा दिया था। किंतु 4 फरवरी, 1974 को 80 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। जब वर्ष 2012 में गॉड पार्टिकल की खोज हुई तब वैज्ञानिकों ने बोस के नाम पर ही उसे ‘हिग्स-बोसोन कण’ नाम दिया।
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ विख्यात गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री सत्येंद्रनाथ बोस का जीवन परिचय (Satyendra Nath Bose Biography in Hindi) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-
FAQs
उनका पूरा नाम सत्येंद्रनाथ बोस (Satyendra Nath Bose) है।
उनका जन्म 1 जनवरी, 1894 को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था।
उन्हें क्वांटम मकैनिक्स पर अपनी रिसर्च के लिए जाना जाता है।
वर्ष 1954 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
4 फरवरी, 1974 को 80 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।
आशा है कि आपको प्रसिद्ध गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री सत्येंद्रनाथ बोस का जीवन परिचय (Satyendra Nath Bose Biography in Hindi) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।