Rajiv Gandhi Biography in Hindi

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Rajiv Gandhi Biography in Hindi

भारत देश के पहले युवा Rajiv Gandhi प्रधानमंत्री थे। Rajiv Gandhi केवल 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बन गए थे। Rajiv Gandhi की माता इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद वर्ष 1984 में भारी बहुमत के साथ Rajiv Gandhi को जिताया गया था। वे भारत के नौवें प्रधानमंत्री थे। Rajiv Gandhi स्वभाव से बहुत ही सरल और धैर्यवान व्यक्ति थे। वह बहुत सहनशील युवा के प्रतिबिंब थे और इसके साथ वह भारत के लिए एक नवीन अनुभव की छवि भी रखते थे। वर्ष 1991 में उन्हें भारत रत्न से भी नवाजा गया था। वर्ष 1991 में आम चुनाव के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयानक बम विस्फोट में साजिश के तहत Rajiv Gandhi की हत्या कर दी गई थी। इस ब्लॉग में हम Rajiv Gandhi Biography in Hindi की जीवनी, शिक्षा ,शादी ,राजनीतिक सफर , उनसे जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां और उनकी हत्या कैसे हुई , उन्हें कौन से पुरस्कार से सम्मानित किया गया है , उनकी याद में कहा पर स्मारक बनाए गए हैं, उसके बारे में बताएंगे। 

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Rajiv Gandhi Biography in Hindi

वास्तविक नामराजीव रत्न गांधी
व्यवसायपूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ
राजनीतिक पार्टीभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
राजनीतिक यात्राअपनी मां इंदिरा गांधी के कहने पर Rajiv Gandhi ने अपने भाई संजय गांधी की मृत्यु के बाद वर्ष 1980 में राजनीतिक में कदम रखा था।

फिर उसके अगले वर्ष Rajiv Gandhi ने अपने दिवंगत भाई के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से चुनाव लड़े थे और जीते भी थे।

वर्ष 1982 में अपने राजनीतिक ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए Rajiv Gandhi ने कांग्रेस के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।

साथी इसके अंदर एशियाई खेलों का आयोजन करने की जिम्मेदारी भी Rajiv Gandhi ने दी थी।

उनकी माता इंदिरा गांधी की हत्या के बाद Rajiv Gandhi को भारत का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था।
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि20 अगस्त 1944
मृत्यु के समय आयु46 वर्ष
जन्म स्थानमुंबई मुंबई प्रेसिडेंसी ब्रिटिश भारत
मृत्यु तिथि21 मई 1991
मृत्यु स्थानश्रीपेरंबदूर चेन्नई तमिल नाडु
मृत्यु का कारणहत्या
राष्ट्रीयताभारतीय
राशिसिंह
विद्यालयशिव निकेतन स्कूल, वेल्हम बॉयज स्कूल देहरादून ,स्कूल देहरादून
महाविद्यालयत्रिनिटी कॉलेज कैंब्रिज एमपी रियल लंदन दिल्ली फ्लाइंग क्लब न्यू दिल्ली
शैक्षणिक योग्यताप्रशिक्षित पायलट
धर्महिंदू
जातिब्राह्मण
अभिरुचिसाइकिल चलाना
पितास्वर्गीय फिरोज गांधी ( पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ)
मातास्वर्गीय इंदिरा गांधी पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ
भाईस्वर्गीय संजय गांधी पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ और प्रशिक्षित पायलट
पत्नीसोनिया गांधी
बच्चेराहुल गांधी – बेटा
प्रियंका गांधी – बेटी
नानाजवाहरलाल नेहरू
नानीकमला नेहरू

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Rajiv Gandhi Biography in Hindi: प्रारंभिक जीवन

इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी के बेटे के रूप में 20 अगस्त 1944 मुंबई में Rajiv Gandhi ने जन्म लिया था। इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थी और इनके पिता इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रमुख और नेशनल हेराल्ड अखबार के एडिटर थे।

Rajiv Gandhi Biography in Hindi: शिक्षा

भारत के पहले युवा प्रधानमंत्री Rajiv Gandhi के प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के शिवनिकेतन और वेल्हम बॉयज स्कूल में हुई थी। फिर इसके बाद Rajiv Gandhi का दाखिला देहरादून में स्थित कूलिंग डॉन स्कूल में करवाया था।

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भारत के अंदर स्कूल की शिक्षा पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए Rajiv Gandhi लंदन चले गए थे। लंदन में उन्होंने जानी-मानी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से अपनी आगे की पढ़ाई की थी।वर्ष 1966 में Rajiv Gandhi अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत वापस लौट आए थे। इसी बार इनकी माता इंदिरा गांधी को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया था। Rajiv Gandhi इसके बाद इंडियन एयरलाइन में पायलट बने थे।

Rajiv Gandhi की शादी

Rajiv Gandhi जब पढ़ाई करने लंदन गए थे तब वहां इटली में रहने वाली एंटोनिया माइनो सोनिया गांधी से मिले थे। वर्ष 1968 में दोनों ने शादी करने का फैसला लिया था। विवाह करने के बाद Rajiv Gandhi की पत्नी एंटोनिया माइनो ने अपना नाम बदलकर सोनिया गांधी रख दिया था। वह आज के समय में राजनीतिक में नई ऊंचाइयों को छू रही हैैं।शादी के बाद Rajiv Gandhi और सोनिया गांधी के दो बच्चे हुए थे । बेटे का नाम राहुल गांधी और बेटी का नाम प्रियंका गांधी है।  आज के समय में दोनों कांग्रेस पार्टी के अहम पदों पर कार्यरत है।

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Rajiv Gandhi का राजनैतिक सफर

Rajiv Gandhi देश के पहले युवा प्रधानमंत्री थे। परंतु देश का नेतृत्व कर चुके Rajiv Gandhi जी का झुकाव पहले राजनीति की तरफ बिल्कुल भी नहीं था परंतु कुछ परिस्थितियों के कारण उन्हें राजनीति के अंदर आना पड़ा था। 23 जून 1980 में Rajiv Gandhi के भाई संजय गांधी की विमान हादसे में उनकी मौत हो गई थी।फिर इसके बाद Rajiv Gandhi को अपनी माता इंदिरा गांधी के साथ राजनीति के क्षेत्र के अंदर प्रवेश करना पड़ा था। राजनीति के अंदर आने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने स्वर्गीय भाई संजय गांधी के निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश के अमेठी से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव के अंदर उन्होंने बंपर जीत हासिल की थी इस तरह धीरे-धीरे उन्होंने अपनी युवा विचारधारा से संसद में अपनी जगह बनाई थी।

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वर्ष 1981 में उनके राजनीतिक कौशल को देखते हुए भारतीय युवा कांग्रेस का अध्यक्ष भी बना दिया गया था। फिर धीरे-धीरे उन्होंने अपने राजनीतिक करियर के दौरान कांग्रेस के महासचिव पद की जिम्मेदारी भी संभाली थी और इसके साथ ही साथ उनके  नेतृत्व में एशियाई खेलों का आयोजन भी किया गया था।

राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश करने के बाद अपनी माता इंदिरा गांधी के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार के तौर पर भी काम किया था। भले ही मजबूरन  राजीव गांधी राजनीति के क्षेत्र में आए थे परंतु उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में असीम ऊंचाइयों को छुआ था। देश के सबसे पहले युवा प्रधानमंत्री बनकर देश का नेतृत्व भी किया था।

Source: BBC news Hindi 

Rajiv Gandhi से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां

  • राजीव गांधी के शिव निकेतन स्कूल से उनके शिक्षकों द्वारा यह पता चला था कि वह स्वभाव से काफी शर्मीले थे और उनका चित्र कला के प्रति काफी लगाव था।
  • राजीव गांधी ने इंजीनियरिंग संकाय की जगह ट्रिनिटी कॉलेज में की थी परंतु वह अपनी पढ़ाई शुरू नहीं कर पाए थे।
  • वर्ष 1966 के के दौरान वह भारत लौट आए थे क्योंकि उनकी माता इंदिरा गांधी भारत के प्रधानमंत्री बनी थीं।
  • भारत आने के बाद वह दिल्ली फ्लाइंग क्लब में शामिल हुए और प्रशिक्षित पायलट बने थे।
  • राजीव गांधी को वर्ष 1981 में भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।
  • ऑपरेशन ब्लू स्टार के प्रतिशोध में उनकी माता इंदिरा गांधी के अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
  • फिर उसी दिन से राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला शुरू कर दिया था।
  • राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे पहले  anti defection कानून को पारित किया था।

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  • यह कानून के अंदर किसी भी संसद या विधायक को अगले चुनाव तक किसी भी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने पर प्रतिबंध किया गया था।
  • राजीव गांधी ने वर्ष 1988 में स्वर्ण मंदिर अमृतसर में छिपे बंदूकधारियों को बाहर निकालने के लिए ब्लैक थंडर ऑपरेशन की शुरुआत भी की थी।
  • यह ऑपरेशन के लिए उन्होंने दो समूह का गठन किया था
    • राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड
    • स्पेशल एक्शन ग्रुप
  • वर्ष 1991 मई में जब आखिरी बार राजीव गांधी चेन्नई के निकट एक गांव श्रीपेरंबदूर में थे, उस जगह वह लोकसभा कांग्रेस के लिए उम्मीदवार का प्रचार करने गए थे।
  • इसी प्रचार के दौरान राजीव गांधी की हत्या हुई थी।
  • Thenmozhi Rajaratnam नाम की महिला प्रचार के दौरान भीड़ से निकलकर राजीव गांधी को मिलने के लिए आई थी।
  • महिला ने एक बेल्ट बांधा था जिसके अंदर करीब 700 ग्राम आर डी एक्स था जैसे ही वह महिला राजीव गांधी को अभिवादन करने के लिए  झुकी तभी अचानक से ब्लास्ट हुआ जिसके अंदर राजीव गांधी की मृत्यु हुई थी।

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राजीव गांधी की हत्या

राजीव गांधी जब वर्ष 21 मई 1991 में अपने चुनाव दौर पर गए थे तमिलनाडु के अंदर आयोजित एक स्टेज शो के दौरान उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ था। इसी बम विस्फोट के दौरान राजीव गांधी सशक्त राजनेता की जान ली गई थी। इस हमले के दौरान कई सारे लोगों की जान भी गई थी और बहुत सारे लोग घायल भी हुए थे।

मृत्यु होने के बाद राजीव गांधी जी के शरीर को नई दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस के अंदर लाया गया था जहां पर उनका पोस्टमार्टम हुआ था। 4 मई 1991 राजकीय सम्मान के साथ राजीव गांधी को अंतिम विदाई दी गई थी। इनकी मृत्यु होने के बाद देश के अंदर शोक की लहर दौड़ गई थी।

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राजीव गांधी की याद में बने स्मारक

  • राजीव गांधी की याद में सम्मान में निनैवागम श्रीपेरुमपुदुर में स्मृति स्थल का निर्माण किया गया है।
  • हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम भी राजीव गांधी के नाम पर राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रखा गया है।
  • राजीव गांधी की स्मृति और सम्मान में राजीव गांधी के नाम पर यूनिवर्सिटी का नाम राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय रखा गया है।
  • इस यूनिवर्सिटी को जिसे राजीव गांधी टेक्निकल यूनिवर्सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
  • इसके साथ कई सारी यूनिवर्सिटी या है जिसका नाम यूनिवर्सिटी एंड बायोटेक्नोलॉजी राजीव गांधी के सम्मान से भी रखा गया है।

राजीव गांधी को मिले हुए सम्मान

राजीव गांधी के देश के प्रगति और विकास में योगदान के लिए मरणोपरांत भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान  ” भारत रत्न ” पुरस्कार से भी सम्मानित किया था ‌।

Source: BBC news Hindi

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