भारत में एमबीबीएस डिग्री की निश्चित रूप से सबसे अधिक मांग है, विशेष रूप से चिकित्सा में करियर बनाने के इच्छुक लोगों द्वारा। चिकित्सा क्षेत्र अपार स्कोप से भरा हुआ है और डॉक्टरों को चिकित्सा और देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के कारण रक्षकों के बराबर माना जाता है। इसलिए, यदि आप भी इस क्षेत्र में अपनी जगह बनाना चाहते हैं, तो एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करना सबसे अच्छा विकल्प होगा। आजकल, दुनिया का हर देश विश्व-स्तरीय चिकित्सा शिक्षा प्रदान करता है और भारत उन डेस्टिनेशन में से एक है, जो अपने मेडिकल स्कूलों और कॉलेज संस्थानों के लिए जाना जाता है। इसलिए, यदि आप एमबीबीएस करना चाहते हैं, तो भारत में एमबीबीएस करना आपके लिए अच्छा विकल्प है।
एमबीबीएस फुल फॉर्म | Medicinae Baccalaureus Baccalaureus Chirurgiae (लैटिन) बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ साइंस। |
औसत कोर्स शुल्क | 4 लाख-15 लाख/वर्ष |
अवधि | 5.5+1 साल की इंटर्नशिप |
प्रवेश परीक्षा | NEET |
औसत वेतन | ₹56,000/माह |
भारत में सर्वश्रेष्ठ संस्थान | एम्स दिल्ली – ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस |
This Blog Includes:
- Latest Update
- एमबीबीएस क्या है?
- आवश्यक स्किल
- भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज और उनका फीस स्ट्रक्चर
- भारत के अन्य बड़े और मुख्य मेडिकल कॉलेज
- डीम्ड विश्वविद्यालयों के लिए एमबीबीएस फीस
- भारत में एमबीबीएस के लिए योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- एमबीबीएस के लिए NEET एंट्रेंस एग्जाम
- आवेदन फीस
- स्कॉलरशिप
- एमबीबीएस सिलेबस
- टॉप स्पेशलाइजेशन
- एमबीबीएस के बाद कोर्स
- एमबीबीएस के बाद करियर विकल्प
- भारत में एमबीबीएस करने के बाद स्कोप
- विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई
- FAQ
Latest Update
एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए NEET एग्जाम डेट जारी कर दी गई है। NEET एग्जाम 7 मई को आयोजित कराई जाएगी। NEET एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन 1 फरवरी से शुरू हो चुके हैं।
एमबीबीएस क्या है?
एमबीबीएस शब्द दो डिग्री, बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी का ग्रुप होता है। इसकी जड़ें लैटिन शब्द ‘मेडिसिना बैकालॉरियस बैकालॉरियस चिरुर्गिया’ में मिलती हैं। हाईस्कूल में ग्रेजुएट करने वाले छात्रों के लिए सबसे आम कोर्स में से एक है। यह छात्रों को चिकित्सा में करियर के लिए सभी आवश्यक उपकरणों और तकनीकों से जोड़ता है।
आवश्यक स्किल
एक डॉक्टर के रूप में एक सफल करियर बनाने के लिए, छात्रों को निम्नलिखित स्किल पर काम करना चाहिए और उन्हें निखारना चाहिए।
- टीमवर्क।
- सहानुभूतिपूर्ण और दयालु होना चाहिए।
- जिम्मेदार रवैया होना चाहिए।
- धैर्य होना चाहिए।
- नई विधियों और प्रौद्योगिकी के अनुकूल।
- सहज और मानसिक रूप से सतर्क रहना।
भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज और उनका फीस स्ट्रक्चर
भारत में कई सरकारी और निजी विश्वविद्यालय एमबीबीएस ऑफर करते हैं। भारत में एमबीबीएस की फीस, आपने जिस संस्थान को चुना है उसके आधार पर प्रति वर्ष 21 लाख तक हो सकती है। भले ही निजी विश्वविद्यालय और कॉलेज अधिक फीस लेते हैं, लेकिन पब्लिक संस्थानों से आप अपनी एमबीबीएस की डिग्री किफायती दर पर पूरी कर सकते हैं।आपको अधिक जानकारी देने के लिए भारत में एमबीबीएस के लिए टॉप विश्वविद्यालयों की सूची उनके फीस स्ट्रक्चर के साथ नीचे दी गई है।
यूनिवर्सिटी/कॉलेज | यूनिवर्सिटी प्रकार | फीस (सालाना) |
ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस (AIIMS), न्यू दिल्ली | पब्लिक | INR 1,628 |
क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर | प्राइवेट | INR 48,330 |
आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज (AFMC), पुणे | पब्लिक | INR 31,870 |
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (KMC), कर्नाटक | प्राइवेट | INR 1,440,000 |
मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), दिल्ली | पब्लिक | INR 15,450 |
जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER), पुडुचेरी | पब्लिक | INR 4,970 |
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC), दिल्ली | पब्लिक | INR 1,400 |
मद्रास मेडिकल कॉलेज (MMC), चेन्नई | प्राइवेट | INR 1,12,750 |
ग्रांट मेडिकल कॉलेज एंड सर जे जे ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल, मुंबई | प्राइवेट | INR 2,49,000 |
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), उत्तर प्रदेश | पब्लिक | INR 54,900 |
श्री रामचंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ़ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, तमिलनाडु | प्राइवेट | INR 2,200,000 |
भारत के अन्य बड़े और मुख्य मेडिकल कॉलेज
भारत के कुछ अन्य बड़े मेडिकल कॉलेज की सूची नीचे दी गई है:
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- JIPMER, पुडुचेरी
- BHU वाराणसी
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ लिवर एंड बिलियरी साइंस, नई दिल्ली
- जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़
- वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- AIIMS, नई दिल्ली
- PGIMER, चंडीगढ़
डीम्ड विश्वविद्यालयों के लिए एमबीबीएस फीस
डीम्ड यूनिवर्सिटीज़ के लिए एमबीबीएस फीस नीचे टेबल में दी गई है:
कॉलेज का नाम | सालाना फीस |
हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, दिल्ली | 1200000 |
श्रीमती बी. के. शाह मेडिकल इंस्टिट्यूट एंड रिसर्च सेण्टर, सुमनदीप विद्यापीठ | 1595000 |
एम.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, मुलाना | 1500000 |
बीएलडीई डीम्ड यूनिवर्सिटी, बीजापुर | 1700000 |
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, बेलगावी | 1524000 |
जेएसएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जगद्गुरु | 1471750 |
के एस हेगड़े मेडिकल एकेडमी, मंगलौर | 1435000 |
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैंगलोर, | 1310000 |
श्री देवराज उर्स एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलार | 1450000 |
श्री सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज, तुमकुर | 1565750 |
येनेपोया मेडिकल कॉलेज, मैंगलोर | 1600000 |
अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, कोच्चि | 1800000 |
भारती विद्यापीठ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सांगली | 1730000 |
भारती विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, पुणे | 1730000 |
डॉ. डी.वाई. पाटिल मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पुणे | 2200000 |
डॉ. डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, मुंबई | 2575000 |
डॉ डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, कोल्हापुर | 2060000 |
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, दत्ता मेघे, वर्धा | 1715000 |
कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, कराड | 1950000 |
एमजीएम मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद | 200000 |
एमजीएम मेडिकल कॉलेज, नवी मुंबई | 200000 |
GITAM इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, विशाखापत्तनम | 1881000 |
इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड SUM हॉस्पिटल, भुवनेश्वर | 1790000 |
रूरल मेडिकल कॉलेज एंड पीआईएमएस, लोनी | 1275000 |
कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, भुवनेश्वर | 1600000 |
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पुडुचेरी | 2000000 |
श्री लक्ष्मी नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, पुडुचेरी | 2150000 |
विनायका मिशन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कराईकल | 1800000 |
ए.सी.एस. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, चेन्नई | 2300000 |
अरूपदाई विदु मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पुडुचेरी | 1950000 |
चेत्तीनाद हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, कांचीपुरम | 2200000 |
मीनाक्षी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई | 2250000 |
सविता मेडिकल कॉलेज, चेन्नई | 2200000 |
संतोष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, गाजियाबाद, एनसीआर दिल्ली | 2400000 |
राजराजेश्वरी मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु | 2350000 |
भारत में एमबीबीएस के लिए योग्यता
हालाकिं,विभिन्न कॉलेजों की अपनी विशिष्ट आवश्यकताएं हो सकती हैं, फिर भी कुछ बुनियादी आवश्यकताएं हैं जिन्हें पूरा करने पर ही आप भारत में एमबीबीएस करने के लिए एलिजिबल हो सकते हैं।
- उम्मीदवार को साइंस स्ट्रीम में 10 + 2 की शिक्षा पूरी करने की जरूरत है। फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी अनिवार्य विषय है।
- उम्मीदवार ने 50% न्यूनतम औसत ग्रेड के साथ हाईस्कूल पास किया हो।
- भारत में एमबीबीएस के लिए आवेदन करते समय उम्मीदवार की उम्र 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए लेकिन आवेदन करते समय उम्र 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- ज़रूरी है कि उम्मीदवार ने NEET-UG परीक्षा क्वालिफाई किया हो। इसके अलावा कुछ विश्वविद्यालयों की अपनी प्रवेश परीक्षा है जिसे क्वालिफाई करने पर ही उन विश्वविद्यालयों में आप आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
एमबीबीएस के लिए NEET एंट्रेंस एग्जाम
National Eligibility cum Entrance Test (NEET) एमबीबीएस और बीडीएस कराने वाली राष्ट्रीय एजेंसी है जिसके माध्यम से भारत भर के अंडरग्रेजुएट मेडिकल स्कूल में एडमिशन के लिए उम्मीदवार अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं। ये एक अकेला ऐसा टेस्ट है, जिसको देकर आप AIIMS जैसी बड़ी एमबीबीएस यूनिवर्सिटी में एडमिशन पा सकते हैं। NEET की प्रवेश परीक्षा हर साल होती है और इसमें करीब 16 लाख छात्र हर साल परीक्षा देते हैं।
NEET अंडर ग्रेजुएट 2022 परीक्षा तारीख
Neet Kya Hai जानने के साथ-साथ यह जानना ज़रूरी है कि 12वीं के बाद NEET अंडर ग्रेजुएट 2022 की परीक्षा तारीख क्या हैं, जो नीचे दी गई है-
इवेंट्स | तारीखें |
एप्लीकेशन फॉर्म मिलने की शुरुआत | फ़रवरी |
रजिस्ट्रेशन का अंत | मार्च |
एप्लीकेशन के लिए करेक्शन विंडो | मार्च |
एडमिट कार्ड | अप्रैल |
NEET 2022 एग्जाम | मई |
परिणाम | जून |
काउंसलिंग | जुलाई |
NEET पोस्ट ग्रेजुएट 2022 परीक्षा तारीख
ग्रेजुएशन के बाद NEET-PG 2022 की परीक्षा तारीख नीचे दी गई है-
इवेंट्स | तारीखें |
एप्लीकेशन फॉर्म मिलने की शुरुआत | जनवरी 15 |
एप्लीकेशन फॉर्म मिलने की अंतिम तारीख | मार्च 25 |
कोरेक्शन विंडो | अप्रैल 26-30 |
एडमिट कार्ड | 16 मई |
NEET PG 2022 परीक्षा | मई 21 |
परिणाम | जून 20 |
काउंसलिंग | बताई जाएगी |
NEET UG के लिए योग्यता
NEET UG के लिए आपकी योग्यता कुछ इस प्रकार होनी चाहिए –
- हायर सेकेंडरी या बारहवीं के अंक भारतीय चिकित्सा परिषद (MCI) के बताए अनुसार ही होने चाहिए।
- MCI ने हायर सेकेंडरी के लिए कैटेगरी के हिसाब से अलग-अलग अंक निर्धारित किए हैं। जैसे सामान्य श्रेणी के लिए 50 प्रतिशत, PDW 45 प्रतिशत, SC/ST/OBC 40 प्रतिशत।
- छात्रों को बारहवीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायो टेक्नोलॉजी या बायोलॉजी विषय चुनने होते हैं।
- हालांकि एग्जाम में बैठने की कोई आयु निर्धारित नहीं है। उम्मीदवार को MBBS की परीक्षा में बैठने के लिए 17 साल की उम्र पूरी की होनी चाहिए। नीट पेपर कितनी भी बार दिया जा सकता है इसके लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं है।
NEET PG के लिए योग्यता
NEET PG के लिए आपकी योग्यता कुछ इस प्रकार होनी चाहिए –
- उम्मीदवार के पास MCI की ओर से मान्यता प्राप्त संस्थान से MBBS डिग्री होनी चाहिए।
- 31 मार्च, 2022 तक रोटरी इंटर्नशिप पूरी की होनी चाहिए।
- MCI या स्टेट मेडिकल काउंसिल की ओर से जारी परमानेंट या प्रोविजनल मेडिकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी होना चाहिए I
- वो उम्मीदवार जिन्होंने जम्मू और कश्मीर से MBBS पास किया है उनको ऑल इंडिया 50 प्रतिशत कोटा का फायदा नहीं मिलेगा।
- वो उम्मीदवार जो भारत सरकार (सेंट्रल पूल सीट) की ओर से जम्मू एंड कश्मीर के मेडिकल कॉलेज में MBBS करने के लिए नामित किए गए हैं, सिर्फ वही ऑल इंडिया 50 प्रतिशत कोटा के लिए योग्य होते हैं। ऐसे उम्मीदवारों को एफिडेविट देकर अपनी बात कहकर विवरण देना होता है।
आवेदन फीस
केटेगरी के अनुसार आपकी आवेदन फीस कुछ इस प्रकार होगी –
केटेगरी | आवेदन फीस |
जनरल | INR 1,500 |
जनरल EW/OBC | INR 1,400 |
SC/ST/PWD | INR 800 |
स्कॉलरशिप
भारत में एमबीबीएस की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए विभिन्न स्कॉलरशिप उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ नीच स्कॉलरशिप नीचे दी गई है:
स्कॉलरशिप | राशि |
Swami Vivekananda Merit Cum Means Scholarship for Minorities | Rs. 12,000 से 60,000 सालाना |
HDFC Bank Educational Crisis Scholarship | Rs. 10,000 से 25,000 सालाना |
Nationwide Education and Scholarship Test (NEST Senior) | Rs. 50,000 सालाना |
Vahani Scholarship | संपूर्ण शिक्षण शुल्क और आवास शुल्क को कवर करता है। |
Dr Abdul Kalam Scholarship for Medical Students | RS. 20,000 सालाना |
L’Oréal India For Young Women in Science Scholarship | Rs.75,000 सालाना |
Swami Dayanand Education Foundation Merit-cum-Means Scholarship | Rs.50,000 सालाना |
एमबीबीएस सिलेबस
एमबीबीएस सिलेबस एक देश से दूसरे देश और एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में भिन्न हो सकता है। नीचे एक सामान्य एमबीबीएस सिलेबस दिया गया है, जिसके जरिए आप एमबीबीएस सिलेबस का एक आउटलुक पा सकते हैं–
वर्ष 1
सेमेस्टर-I | सेमेस्टर-II |
फंडामेंटल्स ऑफ डिसीज एंड ट्रीटमेंट | हेल्थ एंड एनवायरमेंट |
इंट्रोडक्शन ऑफ मेडिसिन | बेसिक हेमेटोलॉजी |
सेल बायोलॉजी | हेल्थकेयर कॉन्सेप्ट्स |
आईकोमोटर सिस्टम | न्यूरोसाइंस 1 (पेरिफेरल सिस्टम) |
इंट्रोडक्शन ऑफ मॉलिक्युलर मेडिसिन | रेस्पिरेटरी सिस्टम |
इंट्रोडक्शन ऑफ एंब्रियोलॉजी एंड हिस्टोलॉजी |
वर्ष 2
सेमेस्टर- III | सेमेस्टर- IV |
जनरल डिफार्मिटी | सिस्टमिक पैथोलॉजी |
नियोप्लाज्म | ब्लड |
हेरेडिटरी डिसॉर्डर | कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम |
एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन | डाइट सिस्टम |
न्यूट्रीशनल डिसॉर्डर इम्युनिटी | कॉमन सिम्पटम्स एंड साइन |
वर्ष 3
सेमेस्टर-V | सेमेस्टर-VI |
स्पेशल पैथोलॉजी | एपिडेमियोलॉजी ऑफ कम्युनिकेबल डिसीज |
क्लीनिकल पैथोलॉजी | एपिडेमियोलॉजी ऑफ नॉन – कम्युनिकेबल डिसीज |
जनरल डिफॉर्मिटी | रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ |
ग्रोथ डिस्टरबेंस एंड नियोप्लासिया | |
इम्युनोपैथोलॉजी | |
इन्फेक्शियस डिसीज |
वर्ष 4
सेमेस्टर-VII | सेमेस्टर-VIII |
टैकटाइल कम्युनिकेबल डिसीज | एंड्रोक्राइन डिसीज |
न्यूट्रीशनल डिसीज | मेटाबॉलिज्म एंड बोन डिसीज |
जिरियाट्रिक डिसीज | द नर्वस सिस्टम |
डिसीज ऑफ द इम्यून सिस्टम, कनेक्टिव टिशू एंड ज्वाइंट्स | इमरजेंसी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर |
हेमेटोलॉजी एंड ऑनकोलॉजी | ब्रेन डेथ, ऑर्गन डोनेशन, ऑर्गन प्रिजर्वेशन |
वर्ष 5
सेमेस्टर- IX | सेमेस्टर-X |
द नर्वस सिस्टम | इंटर्नशिप |
किडनी डिसीज | |
एनवायरमेंटल डिसॉर्डर्स, पॉइजनिंग एंड स्नेकबाइट्स | |
इमरजेंसी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर |
टॉप स्पेशलाइजेशन
चिकित्सा क्षेत्र में, दुनिया भर के चिकित्सकों की भारी मांग है। मेडिकल स्कूलों द्वारा पेश की जाने वाली सबसे लोकप्रिय और ट्रेंडिंग एमबीबीएस स्पेशलाइजेशन की सूची नीचे दी गई है–
- आप्थाल्मोलॉजी
- जनरल मेडिसिन
- बोन डिसीज
- जनरल सर्जरी
- अनेस्थिसियोलॉजी
- ऑब्सटेट्रिक एंड गाइनोकोलॉजी
- साइकेट्री
- पीडियाट्रिक्स
- डर्मेटोलॉजी
- ईएनटी (कान, नाक और गला)
एमबीबीएस के बाद कोर्स
एमबीबीएस कोर्स के बाद छात्रों के पास करियर की ढेर सारी संभावनाएं मौजूद हैं। दो मुख्य रास्ते हैं, या तो छात्र उच्च अध्ययन के लिए जा सकता है, या नौकरी शुरू कर सकता है। कुछ टॉप कोर्सेज, जो एमबीबीएस ग्रेजुएट अपना कोर्स पूरा करने के बाद कर सकते हैं, उनका उल्लेख नीचे किया गया है:
- Master of Surgery (MS)
- Doctorate of Medicine (MD)
- Master of Business Administration (MBA)
- Master of Science (MSc)
- PG Diploma
- Master of Chirurgiae (MCH)
- Master of Dental Surgery (MDS)
- PhD
एमबीबीएस के बाद करियर विकल्प
- चिकित्सक
- शोधकर्ता
- त्वचा विशेषज्ञ
- दंत चिकित्सक
- प्रसूतिशास्री
- चिकित्सा विश्लेषक
- चिकित्सक
- रेडियोलोकेशन करनेवाला
- न्यूरोलॉजिस्ट
- शल्य चिकित्सक
- पोषण विशेषज्ञ
- फोरेंसिक अधिकारी
- बच्चों का चिकित्सक
भारत में एमबीबीएस करने के बाद स्कोप
भारत में एमबीबीएस पूरा करने के बाद, आप आगे और अध्ययन कर सकते हैं या रिसर्च के क्षेत्र में शैक्षिक फ्रन्ट पर अपनी पसंद की विशेषज्ञता में एमएस या एमडी की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।लेकिन आप अगर एमबीबीएस के बाद पेशेवर क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं तो भी आप डॉक्टर होने के अलावा कई अवसरों के बीच में खुद को पाएंगे।यहाँ टॉप प्रोफेशन की लिस्ट दी गई है, जो एमबीबीएस डिग्री होल्डर को पढ़ाई पूरी करने के बाद मिलती है।
अनुभव (वर्षों में) | औसत प्रारंभिक वेतन (INR में) | स्केल-अप (INR में) |
0-6 साल | 4 से 6 लाख प्रति वर्ष | 7 से 10 लाख प्रति वर्ष |
6-12 साल | 8 से 10 लाख प्रति वर्ष | 10 से 12 लाख प्रति वर्ष |
12-20 साल | 12 से 15 लाख प्रति वर्ष | 15 से 25 लाख प्रति वर्ष |
विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई
विभिन्न देशों में एमबीबीएस के बारे में हमने कई ब्लॉग्स तैयार किए हैं, जो इस प्रकार हैं–
FAQ
एमबीबीएस भारतीय छात्रों द्वारा सबसे पसंदीदा कोर्स में से एक है। ऐसे हजारों छात्र हैं जो विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों से चिकित्सा कोर्स करते हैं। विदेश से मेडिकल कोर्स करने का एक मुख्य कारण सीटों की उपलब्धता और शिक्षा की मात्रा है जो भारतीय मेडिकल कॉलेजों की तुलना में सस्ती है। विदेशों में गुणवत्तापूर्ण एमबीबीएस कोर्स प्रदान करने वाले कई विश्वविद्यालय हैं। सर्वश्रेष्ठ एमबीबीएस कोर्स प्रदान करने वाले कुछ देशों की सूची यहां दी गई है:
चीन
जर्मनी
अमेरीका
ऑस्ट्रेलिया
यूके
बांग्लादेश
नेपाल
यूक्रेन
किर्गिज़स्तान
रूस
पोलैंड
कनाडा
फिलीपींस
बेलोरूस
विदेश में एमबीबीएस करना एक छात्र द्वारा अपने करियर का मसौदा तैयार करने के सबसे बड़े फैसलों में से एक है। चिकित्सा विज्ञान में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाले कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं। एक विदेशी विश्वविद्यालय में अध्ययन विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं के साथ-साथ स्नातक होने के बाद अधिक कैरियर की संभावनाओं का पता लगाने के लिए विभिन्न अवसर प्रदान करता है। विदेश से एमबीबीएस करने के बाद भारतीय छात्र नौकरी के बेहतर अवसर पा सकते हैं। किसी विदेशी देश से चिकित्सा पाठ्यक्रम करना बेहतर शिक्षा प्रदान करता है और आपके करियर में समृद्ध मूल्य जोड़ता है। विदेश में एमबीबीएस करने का एक और अच्छा कारण यह है कि अधिकांश विश्वविद्यालय भारतीय चिकित्सा परिषद और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुमोदित हैं।
भारतीय चिकित्सा परिषद ने भारत और विदेश में कहीं भी चिकित्सा कोर्स में आवेदन करने के लिए राष्ट्रीय सह पात्रता परीक्षा, NEET अनिवार्य कर दी है। NEET प्रवेश परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो हर राज्य में उन छात्रों के लिए आयोजित की जाती है जो भारत और विदेशों के कॉलेजों में मेडिकल और डेंटल कोर्स करना चाहते हैं। NEET प्रवेश परीक्षा दुनिया भर के शीर्ष मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए एक मानदंड के रूप में कार्य करती है। इस प्रकार, भारतीय छात्र जो किसी विदेशी देश से एमबीबीएस करना चाहते हैं, उन्हें नीट परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
विदेश से एमबीबीएस करने के लिए कुछ सामान्य पात्रता मानदंड आवश्यकताएँ निम्नलिखित हैं:
-जो छात्र विदेश से एमबीबीएस करना चाहते हैं, उन्हें भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में व्यक्तिगत रूप से 50% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है।
-छात्रों को NEET प्रवेश परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करना आवश्यक है।
-विदेशी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए छात्रों की आयु 31 दिसंबर 2019 से पहले 17 वर्ष होनी चाहिए।
-छात्रों को मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से कक्षा 10+12 उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
-विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
विश्व के अधिकांश चिकित्सा विश्वविद्यालयों को भारतीय चिकित्सा परिषद और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। किसी विदेशी विश्वविद्यालय से पेशेवर डिग्री प्राप्त करना स्वतः ही आपके करियर में समृद्ध मूल्य जोड़ता है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा कई देशों का उल्लेख किया गया है जो भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में मान्य विभिन्न विदेशी डिग्री को मंजूरी देते हैं। भारतीय कंपनियां विदेशी डिग्री वाले पेशेवरों की सराहना करती हैं। इस प्रकार, विदेशों से चिकित्सा पाठ्यक्रम करने वाले छात्र भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में चिकित्सा का अभ्यास कर सकते हैं।
उम्मीद है कि हमारे आज के ब्लॉग से आपको भारत में एमबीबीएस कैसे करें के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के विशेषज्ञों के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे आपको उचित मार्गदर्शन के साथ ऊपर दी गई सभी सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेंगे।