जानिए BDS कोर्स कैसे करें और इसमें कैसे लें एडमिशन?

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BDS Course in Hindi

BDS course in hindi डेंटल फील्ड में अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। एमबीबीएस के बाद बीडीएस सबसे अधिक मांग वाले कोर्सेज़ में से एक है। भारत में, बीडीएस को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जहां सभी डेंटिस्ट्स को अपना अध्ययन पूरा होने के बाद अभ्यास करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है। यह उन छात्रों के लिए एक आवश्यक कोर्स है जो सरकारी या निजी अस्पतालों में डेंटिस्ट के रूप में काम करना चाहते हैं। यदि आप भी BDS course in hindi के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग में बीडीएस से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।

कोर्सबीडीएस कोर्स 
फुल फॉर्मबैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी
फील्ड मेडिकल
स्तरअंडरग्रैजुएट 
अवधि4 वर्ष + 1 वर्ष इंटर्नशिप 
योग्यता10+2 के साथ प्रवेश परीक्षा 
परीक्षा का प्रकारवार्षिक 
प्रवेश प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा (NEET) आधारित
करियर ऑपर्च्युनिटी सरकारी क्षेत्र की नौकरियां, प्राइवेट या स्वयं का सेट-अप
जॉब प्रोफाइल डेंटिस्ट, ऑर्थोडोनिस्ट, लेक्चरर आदि।
टॉप रिक्रूटर्स Straumann, Envista, Dentsply Sirona, ACE Surgical, MegaGen आदि।
बीडीएस कोर्स के बाद भारत में वेतनINR 2 लाख से 5 लाख/ वर्ष 
This Blog Includes:
  1. बीडीएस कोर्स क्या है?
  2. बीडीएस कोर्स क्यों करें?
  3. बीडीएस कोर्स के लिए स्किल्स क्या चाहिए?
  4. बीडीएस कोर्स सिलेबस
  5. बीडीएस कोर्स के लिए विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम
  6. बीडीएस कोर्स के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम
  7. बीडीएस कोर्स के लिए योग्यता
  8. बीडीएस कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होती है?
    1. विदेश में आवेदन प्रक्रिया
    2. आवश्यक दस्तावेज़
    3. भारतीय यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया
  9. बीडीएस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाओं के नाम
  10. बीडीएस कोर्स की कुछ प्रमुख पुस्तकों के नाम
  11. बीडीएस कोर्स के बाद करियर
    1. उच्च शिक्षा का विकल्प
    2. सरकारी नौकरी या स्वयं का क्लिनिकल सेटअप 
    3. एम्प्लॉयमेंट एरियाज
    4. टॉप रिक्रूटर्स
    5. बीडीएस कोर्स ग्रेजुएट्स के लिए जॉब प्रोफाइल और वेतन
  12. FAQs

बीडीएस कोर्स क्या है?

बीडीएस का फूल फॉर्म बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी है, यह 5 साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है। कोर्स के अंतिम वर्ष में छात्रों को एक साल की पेड इंटर्नशिप पूरी करनी होती है, जो रोटेशन-आधारित है और उन्हें कई क्षेत्रों में 2-3 रोटेशन पूरा करने की आवश्यकता होती है। कोर्स के पांच वर्षों के दौरान, छात्रों को ओरल पैथोलॉजी, डेंटल हाइजीन, डेंटल हिस्टोलॉजी, पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री आदि जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। कोर्स पूरा करने के बाद, उनके पास इन क्षेत्रों के अध्ययन के परिणामस्वरूप एक पेशे के रूप में डेंटिस्ट्री का अभ्यास करने के लिए स्पष्ट ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है। अंडरग्रैजुएट लेवल की पढ़ाई के बाद, छात्र आमतौर पर सरकारी या निजी फैसिलिटीज़ में एक प्रोफेशनल के तौर पर काम कर सकते हैं।

बीडीएस कोर्स क्यों करें?

BDS course in hindi को चुने जाने के कुछ कारणों को नीचे स्पष्ट किया गया है-

  • उचित कोर्स शुल्क:  बीडीएस कोर्स शुल्क, अन्य मेडिकल कोर्सेज़ की तुलना में, संबंधित उम्मीदवारों के लिए बहुत कम खर्चीला और अधिक सुलभ है। डेंटल सर्जरी के क्षेत्र में एक सफल करियर बनाने के लिए सभी उम्मीदवारों के लिए बीडीएस डिग्री निस्संदेह बहुत सस्ती है। 
  • कोर्स की अवधि:  बीडीएस कोर्स की अवधि 5 वर्ष है, और इसलिए, डिग्री का पीछा करने वाले छात्र एमबीबीएस डिग्री की तुलना में पहले ग्रेजुएट होते हैं। यह बीडीएस ग्रेजुएट्स को अन्य मेडिकल ग्रेजुएट्स की तुलना में तेजी से नौकरी के अवसरों का पता लगाने और अधिक वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।
  • सीटों की उपलब्धता:  प्रतियोगिता के निम्न स्तर के कारण बीडीएस कोर्स में प्रवेश के लिए सीटों की उपलब्धता आमतौर पर अन्य मेडिकल कोर्सेज़ की तुलना में अधिक होती है। इसलिए, जो छात्र प्रवेश के लिए न्यूनतम आवश्यक कट-ऑफ स्कोर सुरक्षित करते हैं, वे आसानी से बीडीएस कोर्स करने के लिए सीट प्राप्त करते हैं।

बीडीएस कोर्स के लिए स्किल्स क्या चाहिए?

बीडीएस प्रोफेशनल्स किसी व्यक्ति के दांत संबंधी मुद्दों की देखभाल करते हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण पेशा है और इसलिए, चुनौतियों का सामना करने के लिए हर किसी को तैयार रहना चाहिए। यहाँ कुछ कौशल हैं जो एक BDS ग्रेजुएट के पास होने चाहिए-

मरीजों के प्रति संवेदनादबाव में कार्य करने की योग्यता
बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्सजल्दी से सही निर्णय लेने की क्षमता 
मेडिकल उपकरणों का आवश्यक ज्ञानविशेष ध्यान के साथ काम करना 
लीडरशिप क्रिटिकल थिंकिंग 

बीडीएस कोर्स सिलेबस

डेंटल फार्मावोलॉजी, प्रीक्लिनिकल प्रोस्थोडॉन्टिक्स और क्राउन और ब्रिज, ऑर्थोडॉन्टिक्स और डेंटोफेशियल ऑर्थोपेडिक्स आदि अन्य विषय क्षेत्रों में, बीडीएस कोर्स छात्रों को थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल ज्ञान दोनों प्रदान करता है। BDS course in Hindi का सिलेबस यहां दिया है-

वर्ष I
बॉडी स्ट्रक्चरडेंटल एनाटॉमी + डेंटल हिस्टोलॉजी
फिजियोलॉजी + बायोकैमिस्ट्री
वर्ष II 
मेडिसिन माइक्रोबायोलॉजी + पैथोलॉजी
डेंटल सप्लाइज 
वर्ष III
जनरल मेडिसिनजनरल सर्जरी
ओरल पैथोलॉजी
वर्ष IV
ओरल थैरेपी और रेडियोलॉजीओरल एंड मैक्सिलोफ़ेसियल सर्जरी
प्रोस्थोडोन्टिक्सपीरियोडॉन्टिक्स
पब्लिक हैल्थ एंड कम्युनिटी डेंटिस्ट्रीऑर्थोडॉन्टिक्स और एंडोडोंटिक्स
पेडोडोंटिक्समलॉकलुसन
ह्यूमन साइकोलॉजीडेंटल मटेरियल्स
ह्यूमन ओरल एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, हिस्टोलॉजी और टूथ मॉर्फोलॉजीओरल पैथोलॉजी और ओरल माइक्रोबायोलॉजी
ओरल एंड मैक्सिलोफ़ेसियल सर्जरी
वर्ष V
इंटर्नशिप 

बीडीएस कोर्स के लिए विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम

नीचे हमने बीडीएस कोर्स कोर्स पेश करने वाले कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट दी है-

बीडीएस कोर्स के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम

बीडीएस कोर्स के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई हैं-

  • ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS), नई दिल्ली
  • मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), नई दिल्ली
  • वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज एंड सफदरजंग हॉस्पिटल, नई दिल्ली
  • यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (UCMS),नई दिल्ली
  • गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, कोझिकोड
  • सेठ गोर्धनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज एंड किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल, मुंबई
  • जवाहर लाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER), पुदुचेरी
  • लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली
  • छत्रपति शाहजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर
  • राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS), रांची 
  • गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), लुधियाना
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी

बीडीएस कोर्स के लिए योग्यता

नीचे कुछ प्रमुख आवश्यकताएं दी गई हैं, जो बीडीएस के इच्छुक छात्रों को पूरी करने की आवश्यकता होती हैं-

  • बीडीएस के लिए ज़रुरी है कि छात्र ने अपनी 12th की पढ़ाई PCB (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) से पूरी की हो।
  • छात्र ने 12वीं कक्षा अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम अंक के साथ उत्तीर्ण की हो।
  • भारत में बीडीएस कोर्स करने के इच्छुक छात्रों को NEET UG की परीक्षा क्लियर करने की ज़रूरत होती है। कई विश्वविद्यालय या कॉलेज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जिनमें आवश्यक अंकों को प्राप्त करके ही छात्रों उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में बीडीएस कोर्स करने के लिए सक्षम होंगे।
  • विदेश में बीडीएस के लिए प्रवेश परीक्षा जैसे NEET, MCAT (ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा के लिए), UKCAT, BMAT, GAMSAT (UK के लिए) आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए भाषा प्रवीणता के रूप में IELTS/ TOEFL/ PTE टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं। 
  • विदेश विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR और CV/Resume जैसे दस्तावेजों की भी आवश्यकता होती है।

बीडीएस कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होती है?

बीडीएस कोर्स के लिए भारत और विदेशी यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है-

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है। 
  • कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की योग्यता आवश्यकताओं के बारे में रिसर्च करें। 
  • आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
  • यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
  • ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें। 
  • इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं-

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया

भारत के यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है-

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

बीडीएस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाओं के नाम

नीचे कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी गई है-

बीडीएस कोर्स की कुछ प्रमुख पुस्तकों के नाम

बीडीएस कोर्स के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें यहां दी गई हैं-

पुस्तक लेखक 
ओर्बन्स ओरल हिस्टोलॉजी एंड एम्ब्रियोलॉजी जी ए कुमार
फिलिप्स साइंस ऑफ डेंटल मैटेरियल्सकेनेथ जे
ह्यूमन साइकोलॉजी फॉर बीडीएस स्टूडेंट्स एके जैन
एसेंशियल ऑफ फिजियोलॉजी फॉर डेंटल स्टूडेंट्स सेम्बुलिंगम
व्हीटर्स फंक्शनल हिस्टोलॉजीचर्चिल लिविंगस्टोन, वीटर, बुर्किट और डेनियल

बीडीएस कोर्स के बाद करियर

पिछले एक दशक में मेडिकल क्षेत्र का इतना विस्तार हुआ है कि निजी क्षेत्र में भी नौकरी के विभिन्न अवसर हैं। अधिकांश अच्छे कॉलेज निजी अस्पतालों और डेंटल हेल्थकेयर सेंटरों में प्लेसमेंट के अवसर प्रदान करते हैं। सरकारी अस्पतालों और अन्य सरकारी विभागों में भी एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर डेंटिस्ट को हायर किया जाता है। इच्छुक उम्मीदवार बीडीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा या फिर नौकरी का विकल्प चुन सकते हैं।

उच्च शिक्षा का विकल्प

बीडीएस के स्कोप को डेंटल सर्जरी के क्षेत्र में उच्च अध्ययन करने के लिए बीडीएस ग्रेजुएट्स के लिए उपलब्ध अवसरों के संदर्भ में मापा जा सकता है। यहां कुछ डिग्रियां दी गई हैं, जिन्हें बीडीएस ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है-

सरकारी नौकरी या स्वयं का क्लिनिकल सेटअप 

कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार सरकारी क्षेत्र में बीडीएस की नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। ये सरकारी नौकरियां भारी वेतन का भुगतान करेंगी और कई अतिरिक्त लाभों के साथ आएंगी। यूपीएससी द्वारा भी कई डॉक्टर भर्ती परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं यहां भी आप आवेदन कर सकते हैं। बीडीएस ग्रेजुएट्स के पास अपना क्लिनिक स्थापित करने का भी विकल्प होता है। आप अपने स्वयं के क्लिनिक में भी अच्छा वेतन अर्जित कर सकते हैं।

एम्प्लॉयमेंट एरियाज

ग्रेजुएट्स को नौकरी देने वाली कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं-

  • क्लिनिक
  • अस्पताल
  • स्कूलो
  • स्वास्थ्य विभाग
  • निजी अस्पताल
  • अनाथालय और वृद्धाश्रम
  • यूनिवर्सिटी
  • मेडिकल सेंटर और रिसर्च प्रयोगशालाएं
  • सरकारी विभाग

टॉप रिक्रूटर्स

कुछ प्रमुख रिक्रूटर्स इस प्रकार हैं-

  • Apollo Hospitals
  • All India Institute of Medical Sciences
  • Fortis Memorial Research Institute
  • Wockhardt Hospital
  • Columbia Asia
  • Medanta
  • Indraprastha Apollo Hospital
  • Max Hospital
  • Straumann
  • Envista
  • Dentsply Sirona
  • ACE Surgical
  • MegaGen

बीडीएस कोर्स ग्रेजुएट्स के लिए जॉब प्रोफाइल और वेतन

डेंटल प्रोफेशनल्स को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जाता है। नीचे दी गई तालिका में बीडीएस ग्रेजुएट्स के लिए प्रमुख जॉब प्रोफाइल और Payscale के अनुसार वार्षिक वेतन दिया गया है-

जॉब प्रोफाइल वेतन (INR/वर्ष)
डेंटल सर्जन 5 लाख से 10 लाख 
डेंटिस्ट3 लाख से 8 लाख
ऑर्थोडोनिस्ट 4 लाख से 12 लाख
ओरल पैथोलॉजिस्ट 2 लाख से 4 लाख
एमडीएस 15 लाख से 20 लाख

FAQs

डेंटिस्ट के लिए कौन सा कोर्स किया जाता है?

डेंटल फील्ड में अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। एमबीबीएस के बाद बीडीएस सबसे अधिक मांग वाले कोर्सेज़ में से एक है। यह उन छात्रों के लिए एक आवश्यक कोर्स है जो सरकारी या निजी अस्पतालों में डेंटिस्ट के रूप में काम करना चाहते हैं।

क्या बीडीएस 3 साल का कोर्स है?

जी नहीं! यह 5 साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है। कोर्स के अंतिम वर्ष में छात्रों को एक साल की पेड इंटर्नशिप पूरी करनी होती है, जो रोटेशन-आधारित है।

बीडीएस डॉक्टर बनने में कितना समय लगता है?

बीडीएस कोर्स की पढ़ाई 5 वर्ष लंबी है, जिसमें 1 वर्ष का इंटर्नशिप शामिल है। कोर्स के बाद, छात्र आमतौर पर सरकारी या निजी फैसिलिटीज़ में एक प्रोफेशनल के तौर पर काम कर सकते हैं। 

BDS कितने साल का होता है?

बीडीएस 5 साल का कोर्स है, जिसमें अन्तिम वर्ष में पेड इंटर्नशिप शामिल है। 

बीडीएस डॉक्टर की सैलरी कितनी है?

डेंटल प्रोफेशनल्स को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जाता है। एक बीडीएस डॉक्टर सालाना 3 से 8 लाख तक वेतन अर्जित कर सकता है।

क्या बीडीएस को नीट की आवश्यकता है?

जी हां! भारत में बीडीएस कोर्स करने के इच्छुक छात्रों को NEET UG की परीक्षा क्लियर करने की ज़रूरत होती है।

आशा करते हैं कि आपको BDS course in Hindi से सम्बन्धित सारी जानकारी मिल गई होंगी। यदि आप विदेश में बीडीएस कोर्स करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से संपर्क करें जो विश्व स्तर पर टॉप यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन करने में आपका मार्गदर्शन करेंगे। आज ही अपना 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 572 000 पर कॉल करें।

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