Speech on Mahatma Gandhi in Hindi 2025: सत्याग्रह और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी पर सरल शब्दों में भाषण

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Speech on Mahatma Gandhi in Hindi

Speech on Mahatma Gandhi 2025: महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। गांधी का जन्म 02 अक्टूबर 1869 गुजरात के पोरबंदर नामक गांव में हुआ था। महात्मा गांधी के पिता का नाम करमचंद गांधी और माता का नाम पुतलीबाई था। महात्मा गांधी अपने जीवन में सदैव अहिंसा का मार्ग अपनाया था जिनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रभावशाली और प्रेरणादायक नेता माने जाते हैं। अगर आपसे स्कूल, काॅलेज या फिर किसी अन्य आयोजन में महात्मा गांधी की जयंती या पुण्यतिथि पर भाषण देने के लिए कहा जाता है तो यह ब्लाॅग आपके लिए है। इस ब्लाॅग में सरल और आसान शब्दों में महात्मा गांधी पर पर भाषण (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi) दिया जा रहा है जो आपके लिए उपयोगी है।

महात्मा गांधी- राष्ट्रपिता (Mahatma Gandhi in Hindi)

मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 02 अक्टूबर 1869 गुजरात के पोरबंदर गांव में हुआ था। गांधीजी हमेशा अहिंसा के रास्ते पर चलते थे। उन्होंने 1930 में दांडी यात्रा करके नमक सत्याग्रह किया था। इसके अलावा गांधीजी ने वकालत की पढ़ाई लंदन से पूरी की थी। लोग प्यार से उन्हें बापू कहते हैं और बापू हिंसा के खिलाफ थे। बापू हमेशा साधारण सा जीवन जीते थे। उनके विचारों और कार्यों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई ऊर्जा दी और सामाजिक अन्याय, छुआछूत और जातिवाद जैसी समस्याओं के खिलाफ प्रभावी आंदोलन शुरू किया। 

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महात्मा गांधी पर भाषण 100 शब्दों में (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi)

100 शब्दों में महात्मा गांधी पर भाषण (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi) इस प्रकार है :

आदरणीय और सम्मानित जनों और साथियों…आज मैं यहां महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालने के लिए खड़ा हूं। महात्मा गांधी एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया। इसमें कोई शक नहीं कि लोग उन्हें राष्ट्रपिता कहते हैं। गरीबों, पीड़ितों और निचली जाति के लोगों के प्रति उनकी सहानुभूति बिल्कुल अद्वितीय है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ। इनके पिता का नाम करमचंद गाँधी तथा माता का नाम पुतलीबाई था। महात्मा गाँधी के पिता कठियावाड़ के छोटे से रियासत (पोरबंदर) के दिवान थे। 13 वर्ष की आयु में गाँधी जी का विवाह कस्तूरबा से करवा दिया गया था। गांधी जी की शिक्षा का विचार मुख्य रूप से चरित्र निर्माण, नैतिक मूल्यों, नैतिकता और मुक्त शिक्षा पर केंद्रित था।

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महात्मा गांधी पर भाषण 200 शब्दों में

200 शब्दों में महात्मा गांधी पर भाषण (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi) इस प्रकार है :

देश में आंदोलनों की जब भी बात होती है तो महात्मा गांधी को सबसे ऊपर रखा गया है। 2 अक्टूबर को हम सब इसलिए एकत्र होते हैं कि उन्हें उनकी जयंती पर नमन करें और उनके योगदान को जानें। महात्मा गांधी के बारे में हर भारतवासी को जानना चाहिए। जलियांवाला बाग नरसंहार से गांधी जी को यह ज्ञात हो गया था कि ब्रिटिश सरकार से न्याय की अपेक्षा करना व्यर्थ है, इसीलिए उन्होंने सितंबर 1920 से फरवरी 1922 के मध्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन चलाया। यह आंदोलन काफी सफल रहा और इससे ब्रिटिश सरकार को भारी झटका लगा।

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ। इनके पिता का नाम करमचंद गाँधी तथा माता का नाम पुतलीबाई था। महात्मा गांधी के पिता कठियावाड़ के छोटे से रियासत (पोरबंदर) के दिवान थे। 13 वर्ष की आयु में गांधी जी का विवाह कस्तूरबा से करा दिया गया था। 1930 में अपने असहयोग आंदोलन के बाद 1942 में उन्होंने अंग्रेजों से भारत छोड़ने का आह्वान किया। अपने इन आन्दोलन के दौरान वह कई बार जेल गए और गांधी जी से अन्य लोगों के दृढ़ निश्चय से हमारा भारत 1947 में आजाद हुआ था।

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महात्मा गांधी पर भाषण 300 शब्दों में

300 शब्दों में महात्मा गांधी पर भाषण (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi) इस प्रकार है:

गांधी जयंती या फिर महात्मा गांधी के ऊपर भाषण की शुरुआत में सबसे पहले जहां भाषण दे रहे हैं वहां के वरिष्ठ लोगों का संबोधन करना है और फिर महात्मा गांधी और गांधी जयंती के बारे में थोड़ा बताना है। जैसे- भारत की आजादी से पहले और बाद तक महात्मा गांधी का योगदान या फिर उनके आंदोलन आदि। गांधी जी के परिवार के बारे में भी बता सकते हैं। 

गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। 2 अक्टूबर को हम उन्हीं की याद में गांधी जयंती मनाते हैं। गांधीजी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। गांधी जी के पिता का नाम करमचंद उत्तमचंद गांधी था और वह राजकोट के दीवान रह चुके थे। गांधी जी की माता का नाम पुतलीबाई था। गांधी जी ने पोरबंदर में पढ़ाई की थी और फिर माध्यमिक परीक्षा के लिए राजकोट गए थे, जिसके बाद वकालत की पढ़ाई के लिए वह इंग्लैंड भी गए। बाद में उन्हें कानूनी केस में दक्षिण अफ्रीका जाना पड़ा और वहां उन्होंने रंग के चलते हो रहे भेदभाव को महसूस किया और उसके खिलाफ अपनी आवाज़ उठाने की सोची। 

वहां से इंडिया आने के बाद उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की तानाशाह को जवाब देने के लिए और अपने समाज को एकजुट करने के बारे में सोचा। इसी दौरान उन्होंने कई आंदोलन किए, जिसके लिए वे कई बार जेल भी जा चुके थे। बिहार के चम्पारण में किसानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाई। यह आंदोलन उन्होंने जमींदार और अंग्रेज़ों के खिलाफ किया था। 1930 में गांधी जी ने असहयोग आंदोलन चलाया और 1942 में उन्होंने अंग्रेजों से भारत छोड़ने का आह्वान किया। अपने इन आंदोलन के दौरान वह कई बार जेल गए थे।

महात्मा गांधी ने अपनी छाप वैश्विक पटल पर छोड़ी है और इसीलिए प्यार से लोग उन्हें बापू बुलाते हैं। महात्मा गांधी को 2 अक्टूबर के दिन यानी गांधी जयंती पर नमन किया जाता है और देश के लिए किए गए उनके कार्यों को ध्यान दिलाया जाता है। इन शब्दों के साथ मैं अपने भाषण को विराम देता हूं। धन्यवाद।

महात्मा गांधी पर भाषण 400 शब्दों में (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi)

400 शब्दों में महात्मा गांधी पर भाषण (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi) इस प्रकार है:

आदरणीय प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और मेरे प्रिय मित्रों– यहां उपस्थित सभी लोगों को सुप्रभात। आज मैं इतिहास के सबसे महान नेताओं में से एक महात्मा गांधी के बारे में बात करके गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं जिन्हें राष्ट्रपिता के रूप में भी जाना जाता है। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उन्होंने सत्य, अहिंसा और स्वशासन के अपने सिद्धांतों के माध्यम से भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गांधीजी का जीवन सत्य और न्याय के लिए समर्पित था। उन्होंने इंग्लैंड में अपनी कानून की पढ़ाई पूरी की और बाद में दक्षिण अफ्रीका चले गए, जहां उन्होंने पहली बार नस्लीय भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी। यहीं पर उन्होंने सत्याग्रह की अवधारणा विकसित की और इसका अर्थ है सत्य बल या अहिंसक प्रतिरोध। जब वे 1915 में भारत लौटे तो वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए और एक ऐसे नेता बन गए जिन्होंने लाखों लोगों को प्रेरित किया।

ब्रिटिश शासन के खिलाफ उनके कुछ प्रमुख आंदोलनों में शामिल हैं: चंपारण और खेड़ा सत्याग्रह (1917-1918): भारत में उनका पहला बड़ा विरोध प्रदर्शन, जहाँ उन्होंने अन्यायपूर्ण नीतियों के खिलाफ़ किसानों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। असहयोग आंदोलन (1920): उन्होंने भारतीयों को ब्रिटिश वस्तुओं, स्कूलों और सेवाओं का बहिष्कार करने के लिए प्रोत्साहित किया। दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह, 1930): ब्रिटिश नमक कर के खिलाफ़ 240 मील का ऐतिहासिक मार्च। भारत छोड़ो आंदोलन (1942): “करो या मरो” के नारे के साथ तत्काल स्वतंत्रता के लिए एक शक्तिशाली आह्वान।

सामाजिक सुधारों के बारे में था गांधीजी का दृष्टिकोण– गांधीजी का दृष्टिकोण न केवल स्वतंत्रता के बारे में था, बल्कि सामाजिक सुधारों के बारे में भी था। उन्होंने अस्पृश्यता का कड़ा विरोध किया, महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा दिया और सभी के लिए शिक्षा को प्रोत्साहित किया। वे आत्मनिर्भरता में विश्वास करते थे, यही वजह है कि उन्होंने ब्रिटिश वस्तुओं पर निर्भरता कम करने के लिए खादी और स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा दिया।

कई बार कारावास का सामना करने के बावजूद, गांधी ने कभी उम्मीद नहीं खोई। अहिंसा में उनके विश्वास ने मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेल्सन मंडेला और दुनिया भर में न्याय के लिए लड़ने वाले कई अन्य नेताओं को प्रेरित किया। दुर्भाग्य से, 30 जनवरी 1948 को उनकी हत्या कर दी गई, लेकिन उनके आदर्श मानवता का मार्गदर्शन करते रहे।

अंत में मैं यही कहना चाहूंगा कि महात्मा गांधी केवल एक नेता नहीं थे बल्कि शांति और सत्य के प्रतीक थे। उनकी शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं जो हमें याद दिलाती हैं कि धैर्य और दृढ़ता के माध्यम से बदलाव लाया जा सकता है। जैसा कि उन्होंने एक बार कहा था कि वह बदलाव बनो जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं। आइए हम उनके मार्ग का अनुसरण करें और सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित राष्ट्र का निर्माण करें। धन्यवाद!

महात्मा गांधी पर भाषण कैसे तैयार करें?

भारत ही नहीं बल्कि किसी भी देश में कई आयोजन होते रहते हैं और इन आयोजनों में स्पीच का काफी महत्व होता है। अगर आप भाषण देते हैं तो यह आपको औरों से अलग बनाता है। भारत में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है और इस दिन जगह-जगह कार्यक्रमों में स्पीच (Speech on Mahatma Gandhi in Hindi) देने के लिए ये स्टेप्स अपनाएं :

  • महात्मा गांधी पर भाषण देने से पहले उनके बारे में सही से जानकारी इकठ्ठा कर लें।
  • भाषण लिखते समय आपको शब्दों का सही चयन करना होगा।
  • सही से भाषण तैयार करने और समय का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए। 
  • अपने भाषण में भाषा के महत्व को देखना है कि आप जहां बोल रहे हैं, वहां हिंदी सही रहेगी या इंग्लिश। 
  • भाषण की शुरुआत महात्मा गांधी से जुड़े तथ्यों या फिर उनकी शिक्षा या अन्य कोई बड़ी कामयाबी से कर सकते हैं। 
  • भाषण में महात्मा गांधी का महत्व बताते हुए उनके कुछ बड़े आंदोलन का उल्लेख कर सकते हैं।
  • भाषण तैयार करते समय यह जानना जरूरी है कि लोगों पर इसका क्या असर रहेगा और यह हमारे लिए कैसे फायदेमंद रहेगी।
  • भाषण में विषय से भटकना नहीं चाहिए, अगर महात्मा गांधी पर बोल रहे हैं तो पूरे समय में उनके बारे में ही बात होनी चाहिए।

यह भी पढ़ें : जानिए सत्य और अहिंसा पर गांधी जी के विचार

महात्मा गांधी से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting facts About Mahatma Gandhi in Hindi)

महात्मा गांधी से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting facts About Mahatma Gandhi in Hindi) इस प्रकार हैं :

  • संयुक्त राष्ट्र ने 2007 में गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया।
  • गांधीजी को 5 बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था लेकिन उन्हें कभी पुरस्कार नहीं मिला।
  • टाइम मैगजीन ने 1930 में महात्मा गांधी को पर्सन ऑफ द ईयर नामित किया था।
  • इतिहास की किताबों के अनुसार गांधीजी को ‘महात्मा की उपाधि’ रवीन्द्रनाथ टैगोर ने दी थी।
  • ब्रह्मचर्य का व्रत लेने से पहले, महात्मा गांधी के चार बेटे थे।
  • मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या पूर्व बिड़ला हाउस के बगीचे में की गई थी।
  • गांधी जी और प्रसिद्ध लेखक लियो टॉल्स्टॉय पत्रों के माध्यम से एक-दूसरे से बातचीत करते थे।
  • महात्मा गांधी की मातृभाषा गुजराती थी।
  • गांधी जी ने सत्याग्रह संघर्ष में अपने सहयोगियों के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से 21 मील दूर 1100 एकड़ की जगह पर एक छोटी कॉलोनी, टॉल्स्टॉय फार्म की स्थापना की।
  • 1930 में उन्होंने दांडी नमक मार्च का नेतृत्व किया और 1942 में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन चलाया।

गांधी जयंती कब मनाई जाती है?

हर वर्ष 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है। गांधी जयंती को पूरे भारत में प्रार्थना सेवाओं और श्रद्धांजलि के साथ मनाया जाता है, जिसमें नई दिल्ली में गांधी के स्मारक, राजघाट, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया था भी शामिल है।

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि कब है?

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि हर साल 30 जनवरी को मनाई जाती है। 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली में नाथूराम गोडसे ने उनकी हत्या कर दी थी। इस दिन को भारत में शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, ताकि गांधी और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जा सके।

FAQs

महात्मा गांधी का पूरा नाम क्या है?

महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है।

महात्मा गांधी का मुख्य नारा क्या है?

महात्मा गांधी का मुख्य नारा भारत छोड़ो, करो या मरो है।

महात्मा गांधी की बेटी का नाम क्या है?

महात्मा गांधी की बेटी नहीं थी, उनके चार बेटे थे।

महात्मा गांधी का विवाह किससे हुआ था?

महात्मा गांधी का विवाह कस्तूरबा से हुआ था।

गांधी के बारे में क्या खास था?

गांधी ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई में अहिंसक प्रतिरोध और नैतिक नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण अद्वितीय थे। उन्होंने सत्याग्रह की शुरुआत की, जो शांतिपूर्ण विरोध का एक तरीका था जिसने दुनिया भर में नागरिक अधिकार आंदोलनों को प्रेरित किया। उनकी सरल जीवनशैली, सत्य के प्रति समर्पण और हिंसा के बिना लाखों लोगों को संगठित करने की क्षमता ने उन्हें शांति और न्याय के वैश्विक प्रतीक के रूप में अलग पहचान दिलाई। उनके सिद्धांत दुनिया भर में सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों को प्रभावित करते हैं।

गांधी का पहला नारा क्या था?

महात्मा गांधी के शुरुआती और सबसे प्रसिद्ध नारों में से एक “करो या मरो” था, जो उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान दिया था। इस वाक्यांश ने भारतीयों से ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने या संघर्ष में सब कुछ बलिदान करने का आग्रह किया। यह लाखों लोगों के लिए एक रैली का नारा बन गया और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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