कई शब्दों का इस्तेमाल शॉर्ट फॉर्म में किया जाता है और ऐसे शब्दों की फुल फॉर्म को जानना ज़रूरी है। अगर आप SSC, बैंकिंग और रेलवे आदि प्रतियोगी परीक्षाओंकी तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए फुल फाॅर्म बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं और साक्षात्कारों में फुल फाॅर्म के बारे में पूछा जाता है। उन्हीं फुल फाॅर्म की लिस्ट में एक फुल फाॅर्म SIM ka Full Form in Hindi है जिसके बारे में यहां बताया गया है।
SIM की फुल फाॅर्म क्या है? (SIM ka Full Form in Hindi)
SIM ka Full Form in Hindi | सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल (Subscriber Identity Module) |
SIM क्या होता है?
सिम (सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल) कार्ड एक एंटीग्रेटेड सर्किट (आईसी) है जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी (आईएमएसआई) नंबर और उससे संबंधित कुंजी को सुरक्षित रूप से स्टोर करना है। सिम का उपयोग मोबाइल टेलीफोन उपकरणों (जैसे मोबाइल फोन और लैपटॉप) पर ग्राहकों की पहचान और प्रमाणीकरण के लिए किया जाता है।
सिम कार्ड में क्या-क्या होता है?
सिम कार्ड में कई उपयोगी जानकारी होती हैं जो सिम कार्ड धारक की सहायता करती हैं जिनके बारे में यहां बताया गया हैःनीचे सूचीबद्ध आइटम हैं जो सिम कार्ड में होते हैं:
- एड्रेस डिटेल्स
- नेटवर्क प्राधिकरण से संबंधित डेटा।
- टेक्स्ट संदेश
- फ़ोन नंबर
- पर्सनल सिक्योरिटी की
- अन्य संबंधित जानकारी।
सिम कार्ड के बारे में 5 तथ्य
सिम कार्ड के बारे में 5 तथ्य इस प्रकार हैंः
- 1991 में म्यूनिख में पहला सिम कार्ड निर्मित किया गया था।
- सिम कार्ड में सिक्योरिटी की होती हैं जो सर्विस प्रोवाइडर्स को ग्राहक प्रमाणीकरण (customer authentication) में मदद करती हैं।
- 2010 में छोटा माइक्रो सिम पेश किया गया था और फिर 2012 में और भी छोटा नैनो सिम पेश किया गया।
- अंतरराष्ट्रीय कार्ड निर्माता संघ (ICMA) के अनुसार, 2016 में वैश्विक स्तर पर 5.4 बिलियन सिम कार्ड निर्मित किए गए थे।
- आम तौर पर, औसतन एक सिम कार्ड टेक्स्ट मैसेज, सब्सक्राइबर की जानकारी और संपर्क विवरण के लिए 64Kb स्टोर कर सकता है।
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