भारत इस 26 जनवरी को अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। यानि इस दिन भारत ने अंग्रेजों की गुलामी से पूर्ण रूप से स्वतंत्रता प्राप्त कर ली थी। यह दिन हमें इस बात की याद दिलाता है कि इस दिन भारत ने अंग्रेजों के क़ानून से मुक्ति पाई थी और अपने देश के कानूनविदों के द्वारा बनाए गए क़ानून का पालन करने की शपथ ली थी। डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता कहा जाता है। क्या आपको पता है भारत जा संविधान कितने दिनों में बना था? यहाँ इस बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
भारत का सविधान कितने दिनों में बना था?
भारत का संविधान 26 नवम्बर 1949 को पूरा बनकर तैयार हुआ था। इसे 26 जनवरी 1950 को आधिकारिक रूप से लागू किया गया था। संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे। संविधान सभा ने पूरे 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में बनकर तैयार हुआ था।
भारतीय संविधान से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
यहाँ भारतीय संविधान से जुड़े कुछ रोचक तथ्य दिए जा रहे हैं :
- भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
- भारतीय संविधान में 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियाँ और 103 संशोधन सम्मिलित हैं।
- भारतीय संविधान एक संघीय दस्तावेज़ है जो तीन शाखाओं : विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ एक लोकतांत्रिक सरकार की स्थापना करता है।
- संविधान एक स्वतंत्र न्यायपालिका का भी प्रावधान करता है। इसमें सुप्रीम कोर्ट सबसे ऊंची न्यायिक संस्था है।
- भारतीय संविधान के दोनों मौलिक संस्करण हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों में हाथ से लिखा गया था।
- भारतीय में देश की बदलती आवश्यकताओं के हिसाब से इसमें बदलाव का भी प्रावधान दिया गया है।
ये भी पढ़ें :
उम्मीद है, अब आप जीके में आने वाले इस सवाल जो है कि संविधान कितने दिन में बना था? का जवाब जान गए हैं। इसी तरह के जीके और ट्रेंडिंग इवेंट्स से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।