गणतंत्र दिवस मनाने का स्वरूप क्या है, यहां जानें

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गणतंत्र दिवस मनाने का स्वरूप

भारत में इस साल 26 जनवरी को भारत 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा और यह दिन पूरे देश में देशभक्ति के जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित करते हैं और ध्वजारोहण समारोह आयोजित करते हैं। इस दिन देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इसलिए गणतंत्र दिवस मनाने का स्वरूप क्या है जानना जरूरी है, इसलिए इस ब्लाॅग में हम गणतंत्र दिवस मनाने का स्वरूप क्या है (Gantantra Diwas Ka Kya Swaroop Hai) जानेंगे।

गणतंत्र दिवस मनाने का स्वरूप क्या है? (Gantantra Diwas Ka Kya Swaroop Hai)

गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी के दिन समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सभी लोग सामूहिक रूप से खड़े होकर राष्ट्रगान गाते हैं। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज यानि तिरंगा को सलामी दी जाती है। ध्वजारोहण के बाद परेड और रैलियां या झांकियां निकाली जाती हैं। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम और सार्वजनिक समारोह होते हैं।

गणतंत्र दिवस के बारे में

26 जनवरी 1950 को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया। यह ऐतिहासिक क्षणों में गिना जाने वाला समय था। इसके बाद से हर वर्ष इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है तथा इस दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। 

भारत में गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है?

हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस का जश्न उद्घाटन समारोह और दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू होता है, उसके बाद ध्वजारोहण और सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं। पहला गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की उपस्थिति में नई दिल्ली में मनाया गया था।

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