राजी सेठ का जीवन परिचय : राजी सेठ आधुनिक हिंदी साहित्य में प्रसिद्ध कहानीकार और उपन्यासकार मानी जाती हैं। इसके साथ ही उन्होंने अंग्रेजी सहित कई कई यूरोपीय व भारतीय भाषाओं की रचनाओं का अनुवाद किया है। वहीं, उनकी कई रचनाओं का अनुवाद अंग्रेजी, पंजाबी, गुजराती और उर्दू में हो चुका है। बता दें कि अभी तक उनके दो उपन्यास ‘तत-सम’ और ‘निष्कवच’ प्रकाशित हो चुके हैं। इन दोनों ही उपन्यासों में युवावर्ग की समस्याओं का सजीव चित्रण देखने को मिलता है। उन्हें हिंदी साहित्य में अपना विशेष योगदान देने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका हैं, इनमें ‘हिंदी अकादमी सम्मान’, ‘भारतीय भाषा परिषद पुरस्कार’, ‘संसद साहित्य परिषद सम्मान’ और ‘जनपद अलंकरण’ आदि पुरस्कार शामिल हैं।
बता दें कि राजी सेठ की कई रचनाओं को विद्यालय के अलावा बीए और एमए के सिलेबस में विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता हैं। उनकी कृतियों पर कई शोधग्रंथ लिखे जा चुके हैं। वहीं, बहुत से शोधार्थियों ने उनके साहित्य पर पीएचडी की डिग्री प्राप्त की हैं। इसके साथ ही UGC/NET में हिंदी विषय से परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी राजी सेठ का जीवन परिचय और उनकी रचनाओं का अध्ययन करना आवश्यक हो जाता है।
आइए अब हम विख्यात साहित्यकार राजी सेठ का जीवन परिचय (Rajee Seth Ka Jivan Parichay) और उनकी साहित्यिक रचनाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
नाम | राजी सेठ |
जन्म | सन 1935 |
जन्म स्थान | नौशेहरा छावनी (अविभाजित भारत) |
शिक्षा | एम.ए. अंग्रेज़ी साहित्य |
पेशा | साहित्यकार |
भाषा | हिंदी |
साहित्य काल | आधुनिक |
पुरस्कार एवं सम्मान | ‘हिंदी अकादमी सम्मान’, ‘भारतीय भाषा परिषद पुरस्कार’, ‘संसद साहित्य परिषद सम्मान’ व प्रथम ‘टैगोर लिटरेरी अवार्ड’ |
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नौशेहरा छावनी में हुआ था जन्म
प्रतिष्ठित साहित्यकार राजी सेठ का जन्म सन 1935 में नौशेहरा छावनी (अविभाजित भारत) में हुआ था। बता दें कि उनके माता-पिता और प्रारंभिक जीवन के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में एम.ए की डिग्री हासिल करने के बाद ‘तुलनात्मक धर्म और भारतीय दर्शन’ में विशेष अध्ययन किया था।
जीवन के उत्तरार्द्ध में शुरू किया लेखन कार्य
बताया जाता है कि राजी सेठ ने जीवन के उत्तरार्द्ध में अपने लेखन कार्य की शुरुआत की थी। वहीं, उनकी पहली कहानी वर्ष 1975 में सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ द्वारा संपादित ‘नया प्रतीक’ में प्रकाशित हुई थी। इसके बाद उनके लगभग 13 कहानी-संग्रह और दो उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा अंग्रेजी सहित भारतीय और यूरोपीय भाषाओं में उनकी कृतियों के अनुवाद प्रकाशित हुए हैं।
‘युगसाक्षी’ का किया सह-संपादन
हिंदी साहित्य में गद्य लेखन के साथ ही उन्होंने साहित्यिक पत्रिका ‘युगसाक्षी’ लखनऊ का 1987 से आठ वर्ष तक सह-संपादन किया था। इसके साथ ही भारतीय कहानियाँ (1987-88) ‘भारतीय ज्ञानपीठ’ के लिए संपादित की।
राजी सेठ की रचनाएँ – Rajee Seth Ki Rachnaye
राजी सेठ हिंदी साहित्य जगत में कहानीकार एवं उपन्यासकार के रूप में विख्यात हैं। उन्होंने मुख्यत गद्य विधा में अपनी लेखनी चलाई हैं। यहाँ राजी सेठ का जीवन परिचय (Rajee Seth Ka Jivan Parichay) के साथ ही उनकी संपूर्ण रचनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो कि इस प्रकार हैं:-
उपन्यास
- तत-सम
- निष्कवच
कहानी-संग्रह
- अंधे मोड़ से आगे
- तीसरी हथेली
- यात्रा-मुक्त
- दूसरे देशकाल में
- सदियों से
- यह कहानी नहीं
- किसका इतिहास
- गमे हयात ने मारा
- ख़ाली लिफ़ाफ़ा
- यहीं तक
अनुदित रचनाएँ
- मदर्स डायरी – (अंग्रेज़ी में अनूदित)
- मेरे लई नई – (पंजाबी में अनुदित)
- मीलों लंबा पुल – (उर्दू में अनूदित)
- निष्कवच – (गुजराती में अनूदित)
- इक्यूनॉक्स – (‘तत-सम’ उपन्यास का अंग्रेजी अनुवाद)
पुरस्कार एवं सम्मान
राजी सेठ (Rajee Seth Ka Jivan Parichay) को हिंदी साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए सरकारी और ग़ैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कई पुरस्कारों व सम्मान से पुरस्कृत किया जा चुका है, जो कि इस प्रकार हैं:-
- कथा साहित्य रचना पुरस्कार
- हिंदी निदेशालय द्वारा हिंदीतर भाषी लेखकीय पुरस्कार
- हिंदी प्रतिनिधि सम्मान
- संसद साहित्य परिषद सम्मान
- अनंत गोपाल शेवडे हिंदी कथा पुरस्कार
- हिंदी अकादमी सम्मान
- भारतीय भाषा परिषद पुरस्कार
- वाग्मणि सम्मान
- अक्षरम साहित्य सम्मान
- प्रथम टैगोर लिटरेचर अवार्ड
- जनपद अलंकरण
पढ़िए भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय
यहाँ आधुनिक हिंदी साहित्य की विख्यात साहित्यकार राजी सेठ का जीवन परिचय (Rajee Seth Ka Jivan Parichay) के साथ ही भारत के महान राजनीतिज्ञ और साहित्यकारों का जीवन परिचय की जानकारी भी दी जा रही हैं। जिसे आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं-
FAQs
उनका जन्म सन 1935 में नौशेहरा छावनी (अविभाजित भारत) में हुआ था।
उनकी पहली कहानी ‘नया प्रतीक’ में प्रकाशित हुई थी।
उन्होंने साहित्यिक पत्रिका ‘युगसाक्षी’ का सह-संपादन किया था।
तत-सम, राजी सेठ का लोकप्रिय उपन्यास है।
उन्हें ‘संसद साहित्य परिषद सम्मान’, ‘अनंत गोपाल शेवडे हिंदी कथा पुरस्कार’, ‘हिंदी अकादमी सम्मान’ व ‘भारतीय भाषा परिषद पुरस्कार’ आदि से सम्मानित किया जा चुका हैं।
आशा है कि आपको विख्यात साहित्यकार राजी सेठ का जीवन परिचय (Rajee Seth Ka Jivan Parichay) पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य प्रसिद्ध कवियों और महान व्यक्तियों के जीवन परिचय को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।