6 Month Courses in Hindi: छह महीने से लेकर एक साल तक के शॉर्ट-टर्म कोर्स लोगों को हमेशा पसंद आते हैं। 6 महीने के कोर्स आपको हमेशा एक बेहतर ऑप्शन देते हैं। इसमें एनिमेशन, बिजनेस, फाइनेंस, कंप्यूटर एप्लिकेशन, होटल मैनेजमेंट से लेकर म्यूजिक तक के सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कराये जाते हैं, जो आप के लिए कई नए अवसरों के दरवाजे खोल सकते हैं। यह आपकी हॉबी को करियर के रूप में बदलने के लिए जरूरी स्किल भी सिखाते हैं, ताकि आप अपनी हॉबी के साथ आगे अपना करियर चुन सकें। इस ब्लॉग में आपको यह बताया गया है कि 6 month course in Hindi आपको कैसे एक अच्छा करियर बनाने में मदद कर सकते हैं।
The Blog Includes:
- शार्ट टर्म कोर्सेज क्या है?
- 6 महीने के कोर्स के फायदे
- 6 महीने के कोर्सेज
- 12वीं के बाद 6 महीने के कोर्स
- 10वीं के बाद 6 महीने के कोर्स
- ग्रेजुएशन के बाद 6 महीने के कोर्सेज
- चिकित्सा क्षेत्र में 6 महीने के कोर्सेज
- लड़कियों के लिए शॉर्ट टर्म कोर्स
- 12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स ऑफर करने वाली दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज
- 12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स ऑफर करने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
- शॉर्ट टर्म कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
- 6 महीने के कोर्स में आवेदन करने की प्रक्रिया
- 6 महीने के कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- 6 महीने के कोर्स के बाद प्लेसमेंट की जानकारी
- 6 महीने के कोर्स के बाद करियर स्कोप
- 6 महीने के कोर्स के बाद मिलने वाली जॉब और सैलेरी
- FAQs
शार्ट टर्म कोर्सेज क्या है?
सामान्यत: शॉर्ट टर्म कोर्स 2 महीने से लेकर 1 साल तक के होते हैं। इन कोर्सेज का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपको कम समय में उचित कौशल प्रदान करता है। भारत और विदेश में कई यूनिवर्सिटीज है जो अलग अलग विषयों में शॉर्ट टर्म कोर्सेज प्रदान करती हैं।
6 महीने के कोर्स के फायदे
आपको 6 महीने के कोर्स क्यों करने चाहिए यह बेहद मुश्किल सवाल है लेकिन, आपके इस सवाल का जवाब नीचे दिया गया हैं:
- इंटीग्रेशन विथ जॉब मार्केट: वर्तमान के एजुकेशन सिस्टम में थ्योरी आधारित पढ़ाई होती है। इसकी वजह से जॉब मार्केट की जरूरतों के हिसाब से नए सोच और विषयों पर कम ध्यान दिया जाता है और यही वजह है कि आपके जॉब न लगने के भी चांस हो सकते हैं। इस कमी को दूर करने के लिए शॉर्ट टर्म कोर्स छात्रों को इंडस्ट्री के हिसाब से जरूरी स्किल सिखाता है और उन्हें सही जॉब पाने में मदद करता है।
- बहुत कम या कोई पात्रता मानदंड नहीं: कई इंस्टीट्यूशन 6 महीने के कोर्स कराते हैं, जिन्हें आप थोड़ी बहुत एलिजिबिलिटी या बिना एलिजिबिलिटी के भी कर सकते हैं। इसकी वजह से बड़ी संख्या में कैंडिडेट को अपनी पसंद की फील्ड में सीखने और आगे बढ़ने का मौका मिलता है। कई 6 महीने के कोर्स वयस्कों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए जाते हैं जिससे ज्यादा उम्र के लोग भी कभी सीखना बंद नहीं करेंगे।
- ढेर सारे विकल्प: इन 6 महीने के कोर्स में बहुत से डिसिप्लिन्स (Disciplines) को कवर किया जाता है। आपको 10वीं के बाद भी और 12वीं के बाद भी कई शॉर्ट टर्म कोर्स मिलते हैं जिन्हें आप सीख सकते हैं। इन शॉर्ट टर्म कोर्स में फाइनेंस, अकाउंटिंग, कंप्यूटर के साथ ही फोटोग्राफी, एनिमेशन, क्रिएटिव राइटिंग, नाटक, कला के साथ ही भाषाओं के उभरते फील्ड्स को भी तेजी से जोड़ा जा रहा है।
6 महीने के कोर्सेज
ज्यादातर 6 महीने के कोर्स आपको सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या एडवांस डिप्लोमा के रूप में कराये जाते हैं। आमतौर पर इंजीनियरिंग और मेडिकल से संबंधित कोर्स को इस तरह के शॉर्ट टर्म कोर्स के दायरे से बाहर रखा जाता है क्योंकि इनमें स्पेशलाइजेशन की जरूरत होती है। हालांकि, इन शॉर्ट टर्म कोर्स में आर्किटेक्चर में डिप्लोमा, फार्मेसी में डिप्लोमा, साइबर सुरक्षा में पीजी डिप्लोमा, सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, फिजियोथेरेपी में डिप्लोमा शामिल हैं। कुछ पॉपुलर 6 महीने के कोर्स और उनको कराने वाली यूनिवर्सिटीज की जानकारी नीचे दी गई है.
कॉमर्स में 6 महीने के कोर्स
विश्वविद्यालय का नाम | जगह | कोर्सेज |
मेलबर्न विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया | Graduate Diploma in Banking and Finance Law |
स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी | ऑस्ट्रेलिया | Graduate Certificate of Finance and Banking |
मैसी विश्वविद्यालय | न्यूज़ीलैंड | Postgraduate Certificate in International Development |
कैंटरबरी विश्वविद्यालय | न्यूज़ीलैंड | Postgraduate Certificate in Business |
टेक्नोलॉजी ऑफ़ ऑकलैंड विश्वविद्यालय | न्यूज़ीलैंड | Postgraduate Certificate in Business Studies (4 months ) |
ला ट्रोब विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया | Graduate Certificate in International Development |
सिडनी विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया | Graduate Certificate in Economic Analysis Graduate Certificate in Economics Graduate Certificate in Political Economy |
जेम्स कुक यूनिवर्सिटी | ऑस्ट्रेलिया | Graduate Certificate in Business Administration |
क्वीन्स यूनिवर्सिटी | कनाडा | Graduate Certificate in Business (4 months) Graduate Certificate in Risk Policy and Regulation (4 months) |
कर्टिन विश्वविद्यालय | न्यूज़ीलैंड | Graduate Certificate in Applied Finance Graduate Certificate in Finance and Investment Analysis Graduate Certificate in Luxury Branding Graduate Certificate in Project Management |
मानविकी और कला में 6 महीने के कोर्सेज
विश्वविद्यालय | जगह | शॉर्ट टर्म कोर्स |
मैसी विश्वविद्यालय | न्यूज़ीलैंड | Certificate in Visual Arts |
आर्ट यूनिवर्सिटी बोर्नमाउथ | यूके | Introduction to photography and digital imaging |
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया | Graduate Certificate in Tourism, Hotel and Event Management |
मियामी विश्वविद्यालय | अमेरीका | Intensive Legal English Plus International Law LLM |
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले | अमेरीका | Legal Studies-Global Access Program |
साइंस स्ट्रीम में शॉर्ट टर्म कोर्स
विश्वविद्यालय | जगह | कोर्स |
वैगनिंगन यूनिवर्सिटी एंड रिसर्च | नीदरलैंड | food safety management |
लुडविग मैक्सिमिलियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ म्युनिक | जर्मनी | Electronic media |
इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी | ऑस्ट्रेलिया | Electrical power system protection |
कर्टिन विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया | IoT Programming and Big Data |
कोपेनहेगन विश्वविद्यालय | डेनमार्क | Environmental management in europe |
लॉ के फील्ड में वोकेशनल कोर्सेज
विश्वविद्यालय | शॉर्ट टर्म कोर्स | अवधि |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले | Berkeley Legal Studies Global Access Program | 6 महीने |
स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी | Diploma of Legal Studies | 6 महीने |
इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल द हेग | Advanced Diploma in International Law | 6 महीने |
एसेक्स विश्वविद्यालय | PG Certificate International Trade and Commercial Law | 8 महीने |
चार्ल्स डार्विन विश्वविद्यालय | Diploma of law | 1 वर्ष |
लैंग्वेज कोर्सेज
ऊपर बताए गए 6 महीने के कोर्स के अलावा, यहां कुछ प्रमुख भाषा कोर्स दिए गए हैं, जिन्हें आप भारत या भारत के बाहर जाकर भी कर सकते हैं-
- Certificate in Urdu
- Certificate in spoken Tamil
- Certificate in Arabic Language
- PG Certificate in Malayalam-Hindi Translation
- Certificate in Russian language
- Certificate in Spanish Language and Culture
- Certificate in Tibetan Language and Literature
- Certificate in French / Italian / Korean / Japanese / Farsi
- Certificate in Spoken English
- Certificate in Korean Language and Literature
- Certificate in Functional English
12वीं के बाद 6 महीने के कोर्स
ऐसे कई डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और ऑनलाइन शॉर्ट टर्म कोर्स हैं, जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। ये कोर्स ज्यादातर जॉब ओरिएंटेशन और स्किल डेवलपमेंट पर फोकस करते हैं। नीचे हमने 12वीं के बाद सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट-टर्म पाठ्यक्रमों की सूची तैयार की है जिनके बारे में आपको अवश्य पता होना चाहिए:
- Diploma in Fashion Designing
- Diploma in Interior Designing
- Diploma in Psychology
- Diploma in Graphic Designing
- Diploma in Hospitality Management
- Diploma in Art and Design
- Diploma in Computer Application
- Diploma in Agriculture
- Diploma in Taxation
- Diploma in Yoga
- Diploma in Elementary Education
- Diploma in Architecture
- Diploma in Digital Marketing
- Diploma in Web Designing
- Diploma in Advertising and Marketing Communications
- Diploma in Business Management
- Diploma in Banking and Finance
- Diploma in Music
- Diploma in Mechanical Engineering
- Diploma in Nursing
- Diploma in Journalism and Mass Communication
- Diploma in Linguistics
- Diploma in 3D Animation
10वीं के बाद 6 महीने के कोर्स
10वीं के बाद प्रदान किये जाने वाले शॉर्ट टर्म कोर्सेज नीचे दिए गए हैं:
- Polytechnic Diploma in Engineering
- ITI/ITS
- Social Service
- Computer Hardware & Networking
- Animation & Multimedia
- Interior Designing
- Pharmacy
- Certificate Courses in Hotel Management in Catering Technology
- Aviation, Travel & Tourism
- Fashion Designing
- Paramedical Courses
- Event Management
- Beauty Culture and Hair Dressing
- Computer Softwares and Programmes
- Certificate courses in Finance, Marketing and Retail
ग्रेजुएशन के बाद 6 महीने के कोर्सेज
ग्रेजुएशन के बाद प्रदान किये जाने वाले शॉर्ट टर्म कोर्सेज नीचे दिए गए हैं:
- Business Accounting and Taxation
- Digital Marketing
- Business Analytics
- Financial Risk Manager
- Tally Course
- Foreign Language Courses
- Animation
- Digital Marketing
- Graphic Designing
- Creative Writing
- Content Writing
- Web Designing
- Interior Designing courses
- Photography
- Event Management
- Marketing Analytics
- Law
- PGDM
- PGDEMA
- Hotel Management
- Travel and Tourism
- Mass Communication
- Certified Public Accountant or CPA
- PGDM in Banking and Financial Management.
- PGDM in Marketing Management
- Company Secretary
- Certified Management Accountant
- Diploma in Physiotherapy
- Diploma in Radiological Technology
- Diploma in Engineering
चिकित्सा क्षेत्र में 6 महीने के कोर्सेज
चिकित्सा के क्षेत्र में प्रदान किये जाने वाले शॉर्ट टर्म कोर्सेज नीचे दिए गए हैं:
- Certificate course in Medical Laboratory Technology
- Certificate in Geriatric Care Assistance
- Certificate in Phlebotomy Assistance
- Certificate in General Duty Assistance
- Certificate in Food and Nutrition
लड़कियों के लिए शॉर्ट टर्म कोर्स
लड़कियों के लिए ऑफर किये जाने वाले शॉर्ट टर्म कोर्सेज नीचे दिए गए हैं:
- Digital Media and Marketing
- Content Marketing
- Interior Designing
- Fashion Designing
- Beautician Course
- Tailoring Course
- Tattoo Course
- Mass Media Diploma
- Textile Diploma
- Yoga Trainer
12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स ऑफर करने वाली दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज
12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स ऑफर करने वाली दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है:
- आर्ट्स यूनिवर्सिटी लंदन
- लिमरिक विश्वविद्यालय
- सेंटेनियल कॉलेज
- चार्ल्स डार्विन विश्वविद्यालय
- मोनाश विश्वविद्यालय
- AUT विश्वविद्यालय
- नार्थ आइलैंड कॉलेज
- स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- कैंटरबरी विश्वविद्यालय
- एडिलेड विश्वविद्यालय
- क्वांटलेन पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी
- रायर्सन विश्वविद्यालय
- फांशावे कॉलेज
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया
- अल्बर्टा विश्वविद्यालय
- बॉन्ड यूनिवर्सिटी
12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स ऑफर करने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
6 month course in Hindi के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की सूची नीचे दी गई है:
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
- इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, मुंबई
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT), हैदराबाद
- महावीर महाविद्यालय, कोल्हापुर
- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर
- केरल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, केरल
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर
- इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट, उत्तर प्रदेश
- महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी, मेघालय
- स्वामी विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, उत्तराखंड
- टाइम्स बिजनेस स्कूल, गुजरात
- एम्स, दिल्ली
- आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज, पुणे
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
शॉर्ट टर्म कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
12वीं बोर्ड के ठीक बाद शॉर्ट टर्म कोर्स करने के लिए, उम्मीदवार के पास निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए:
- उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों कोर्सेज के लिए, उम्मीदवारों को कोर्स की शुरुआत में प्रवेश शुल्क की एक निश्चित राशि का भुगतान करना होता है।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी भाषा दक्षता के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।
6 महीने के कोर्स में आवेदन करने की प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
6 महीने के कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
6 महीने के कोर्स के बाद प्लेसमेंट की जानकारी
कई सारे ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्सेज हैं जिन्हें करने के बाद उम्मीदवारों को अच्छी सैलरी और अच्छे जॉब अवसर मिलते हैं।वेब डिजाइनिंग, टैली, एनीमेशन, हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग और फॉरेन लैंग्वेज जैसे कुछ कोर्सेज हैं, जिन्हें करने के बाद उम्मीदवार को तुरंत अच्छी नौकरी प्राप्त हो जाती है और उनका वेतन भी अच्छा होता है। आज के समय में टेक्नोलॉजी की मांग बहुत बढ़ गई है, इसलिए ग्राफिक डिजाइनिंग, वेब डिजाइनिंग और कंप्यूटर लैंग्वेज जैसे कोर्सेज की मांग बहुत है।
6 महीने के कोर्स के बाद करियर स्कोप
6 महीने के कोर्स के बाद करियर स्कोप की जानकारी निम्नलिखित है –
- डिजिटल मार्केटिंग में 6 महीने के कोर्स के बाद आपको SEO, SEM, सोशल मीडिया मार्केटिंग, कंटेंट मार्केटिंग, और डिजिटल विज्ञापन जैसे क्षेत्रों में नौकरी मिल सकती है।
- ग्राफिक डिजाइनिंग में 6 महीने के कोर्स के बाद आप वेब डिजाइनिंग, लोगो डिजाइन, विज्ञापन डिजाइन, और ब्रांडिंग जैसी फील्ड्स में काम कर सकते हैं।
- वेब डेवलपमेंट में 6 महीने के कोर्स के बाद आपको वेब डेवलपर, फ्रंट-एंड डेवलपर, बैक-एंड डेवलपर, या फुल-स्टैक डेवलपर के रूप में काम मिल सकता है।
- डेटा एनालिटिक्स में 6 महीने के कोर्स के बाद आप डेटा एनालिस्ट, बिजनेस इंटेलिजेंस (BI) विश्लेषक, डेटा वैज्ञानिक, और डेटा विज़ुअलाइज़ेशन विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर सकते हैं।
- टेलीकोम इंजीनियरिंग में 6 महीने के कोर्स के बाद आप नेटवर्क इंजीनियर, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, या टेलीकोम ऑपरेटर के रूप में काम कर सकते हैं।
- फाइनेंशियल प्लानिंग में 6 महीने के कोर्स के बाद आप फाइनेंशियल एडवाइज़र, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट, और पर्सनल फाइनेंस मैनेजर के रूप में काम कर सकते हैं।
6 महीने के कोर्स के बाद मिलने वाली जॉब और सैलेरी
शॉर्ट टर्म कोर्स करने के बाद मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी इस प्रकार हैं:
जॉब | सैलेरी (INR/प्रति माह) |
वेब डिजाइनर | 20-50 हजार |
इंजीनियर | 20-25 हजार |
नेटवर्क इंजीनियर | 25-50 हजार |
सोशल मीडिया मार्केटिंग स्पेशलिस्ट | 26-30 हजार |
ग्राफिक डिजाइनर | 20-25 हजार |
FAQs
उत्तर: अधिक से अधिक छात्र मैनेजमेंट, लॉ, मास कम्यूनिकेशन, होटल मैनेजमेंट और फैशन डिजाइनिंग आदि जैसे नए कोर्स का चुनाव कर रहे हैं।
उत्तर: इसके अलावा बैचलर ऑफ आर्ट्स, जर्नलिज्म, बीसीए, बीएसी आईटी, बैचलर ऑफ ऐग्रिकल्चरल के ऑप्शन को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
उत्तर: कोर्स की अवधि – टैली कोर्स 3 से 4 महीने की अवधि का होता है। आईटी में डिप्लोमा भी 12वीं के बाद बेस्ट कंप्यूटर कोर्स है। इस कोर्स की अवधि हालांकि ज्यादा है लेकिन ये बहुत ही यूजफुल और वैल्यूएबल है।
उत्तर: Diploma in IT- यह 1 साल का कोर्स होता है इसे आप 12वीं पास करने के बाद कर सकते हैं। इस कोर्स की फीस कम से कम 10000 से 50000 के बीच होती है।
उत्तर : नहीं, अधिकांश कोर्स में कोई एज लिमिट निर्धारित नहीं होती है। इन कोर्सेज को 16 साल से लेकर 50 साल तक के लोगों द्वारा किया जा सकता है।
उत्तर : कुछ कोर्स के लिए लैपटॉप या कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है। जैसे: ग्राफिक डिजाइनिंग के लिए एडिटिंग सॉफ्टवेयर की जरुरत होती है, तो वहीं वेब डेवलपमेंट के लिए कोडिंग टूल्स की जरुरत होती है।
उत्तर : 6 महीने के कोर्स के बाद आपको डिजिटल मार्केटिंग में Google का सर्टिफिकेट, ग्राफिक डिजाइनिंग में Adobe का सर्टिफिकेट, टैली कोर्स का NSDC सर्टिफिकेट जैसे सर्टिफिकेट मिलते हैं।
उत्तर : 6 महीने के कोर्स चुनने के लिए अपनी रुचि और करियर लक्ष्य को तय करें। इसके बाद कोर्स की मान्यता और प्रमाणपत्र देखें। अब अपनी रूचि के अनुसार कोर्स का चयन करें, साथ ही फीस और समय-सारणी की जांच करें। अंत में ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्पों की तुलना करें।
उत्तर : हां, कई कोर्स जैसे डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, और आईटी कोर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त होते हैं। यह संस्थान और कोर्स की प्रमाणिकता पर निर्भर करता है।
उत्तर : 6 महीने के कोर्स के बाद आप फ्रीलांसिंग, पार्ट-टाइम और फुल-टाइम जॉब्स जैसे: डिजिटल मार्केटिंग में सोशल मीडिया मैनेजर, हेल्थकेयर असिस्टेंट, ग्राफिक डिजाइनर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, अकाउंटेंट आदि में आवेदन कर सकते हैं।
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