जानिए Mass Communication in Hindi क्या है और कैसे बनाएं इसमें शानदार करियर

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mass communication in Hindi

मीडिया, कम्युनिकेशन का एक माध्यम है जो इनफार्मेशन को जनता तक ब्रॉडकास्ट करता है। बड़े दर्शकों के लिए टार्गेटेड किसी भी मीडिया को मास कम्युनिकेशन कहा जाता है। कम उम्र में चित्रात्मक प्रस्तुतीकरण, समाचार पत्रों के बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन, टेलीविजन पर वीडियो से लेकर इंटरनेट और कंप्यूटर के संयोजन वाले हाई-टेक मीडिया तक, यह सब मास कम्युनिकेशन के अलग-अलग प्रकार हैं। आइए mass communication in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।

मास कम्युनिकेशन क्या है?

मास कम्युनिकेशन का हिंदी में अर्थ जन संचार होता है। मास कम्युनिकेशन दुनिया भर में बड़े स्केल पर स्प्रेड करने के लिए क्रिएटिव तरीके से ब्रॉडकास्टिंग और स्ट्रक्चरिंग न्यूज़ करने की पढ़ाई है। छात्रों को मीडिया लॉ एंड एथिक, मीडिया प्लानिंग एंड स्ट्रेटेजी, ब्रॉडकास्टिंग, रिसर्च सब्जेक्ट के माध्यम से प्रभावी ढंग से रेडियो, टीवी चैनल, इंटरनेट, डिजिटल मीडिया आदि प्लेटफॉर्म को ऑपरेट करना मास कम्युनिकेशन कोर्स में सिखाया जाता है।

मास कम्युनिकेशन कोर्स के लिए आवश्यक स्किल्स

मास कम्युनिकेशन में सफल करीयर बनाने के लिए आपके पास कुछ आवश्यक स्किल होनी चाहिए, जिनके बारे में नीचे बताया गया है-

  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • राइटिंग स्किल्स
  • डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर की नॉलेज
  • स्पीकिंग स्किल्स
  • सोशल मीडिया नॉलेज
  • जिज्ञासा

मास कम्युनिकेशन करने के लाभ

मास कम्युनिकेशन करने के कई फायदे हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है-

  • मास कम्युनिकेशन, जनता की आवाज़ बनता है और उनके कहे को दुनिया के सामने लाता है। एक डेमोक्रेटिक देश में ऐसा होना बेहद ज़रूरी है जिससे डेमोक्रेसी के जिन्दा होने का एहसास होता है।
  • सोशल मीडिया से लेकर डिजिटल प्लेटफार्म तक विभिन्न प्रकार के मास कम्युनिकेशन के माध्यम से ही दुनिया एक ग्लोबल विलेज में चेंज हो गई है। इस तरह जनसंचार लोगों, बिज़नेस, गवर्नमेंट और पूरी दुनिया के लिए एक-दूसरे से जुड़े रहने के लिए उपयोगी हो गया है।
  • मास कम्युनिकेशन भी दुनिया के कोने-कोने में आर्ट और कल्चर के स्प्रैडिंग में एक बड़ी भूमिका निभाता है। इंटरनेट की सहायता से कोई भी व्यक्ति नई भाषा सीख सकता है, भिन्न कल्चर्स के बारे में जान सकता है या यहां तक ​​कि बिना शारीरिक रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर पूरी दुनिया की यात्रा भी कर सकता है।
  • इंटरनेट वास्तव में सूचनाओं का एक बिग ओपन सोर्स है और सर्च इंजन प्लेटफॉर्म से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक विभिन्न प्रकार के मास कम्युनिकेशन हैं और सीखने वाली वेबसाइटें किसी को भी कहीं भी कुछ भी सीखने में मदद करने में बड़ी भूमिका निभाती है।

मास कम्युनिकेशन की इम्पोर्टेंस

मास कम्युनिकेशन मॉडर्न कल्चर में सबसे महत्वपूर्ण टूल्स में से एक रहा है। सभी प्रकार के मास कम्युनिकेशन चाहे रिटन, ब्रॉडकास्ट या वर्बल हों, बड़े दर्शकों तक पहुँचते हैं और इस प्रकार वाइड इम्पैक्ट प्रोड्यूस करते हैं। नीचे मास कम्युनिकेशन की इम्पोर्टेंस दी गई हैं-

  • हम दुनिया को कैसे देखते हैं, इसे आकार देने में मास कम्युनिकेशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • मास कम्युनिकेशन के इंटेंसिव यूज के रिजल्ट से विश्व छोटा और पास दिखाई देने लगा है।
  • यह गुड्स और सर्विसेज के इक्वल डिस्ट्रीब्यूशन को भी बढ़ावा देता है।
  • मास कम्युनिकेशन का बेसिक उद्देश्य जनता को इन्फॉर्म, एजुकेट और उनका मनोरंजन करना है।
  • यह डेमोक्रेसी और नेशन के स्मूथ फंक्शनिंग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • मास कम्युनिकेशन हेरिटेज और कल्चरल वैल्यूज को ब्रॉडकास्ट करने का काम करता है।
  • न्यू मास कम्युनिकेशन के डेवेलप होने से लोगों को एक साथ लाने के लिए एक ग्लोबल फोरम बना है।

मास कम्युनिकेशन के प्रकार

Mass Communication in Hindi

जब मीडिया के विभिन्न फॉर्मेट की बात आती है, तो प्रिंट मीडिया (न्यूज़ पेपर, बुक्स, मैगज़ीन ), प्रसारण मीडिया (टेलीविजन, रेडियो), डिजिटल मीडिया (इंटरनेट) के साथ-साथ वीडियो गेम, संगीत जैसे आधुनिक मीडिया के विभिन्न प्रारूप हैं। इन सभी प्रकार के जनसंचार माध्यमों में सामग्री के साथ-साथ एक उपकरण या वस्तु शामिल होती है जो सामग्री वितरित करने का माध्यम है।

Mass Communication in Hindi के 6 मुख्य प्रकार हैं:

  1. ट्रेडिशनल मीडिया
  2. प्रिंट मीडिया
  3. इलेक्ट्रॉनिक/ब्रॉडकास्ट मीडिया
  4. आउटडोर मीडिया या आउट ऑफ़ होम मीडिया
  5. ट्रांजिट मीडिया
  6. डिजिटल मीडिया/न्यू मीडिया/इंटरनेट

मास कम्युनिकेशन कोर्सेज

Mass communication in Hindi में पढ़ाए जाने वाले कोर्सेज के नाम इस प्रकार हैं:

डिप्लोमा

  • Diploma in Journalism
  • Diploma in Journalism and Mass Communication
  • Diploma in Public Relations

यूजी कोर्सेज

BA Media StudiesBA MultimediaBA in JournalismBA Mass Communication Course
Bachelor of Arts [BA] (Journalism and Mass Communication)BA (Hons) in Mass Communication and JournalismBA Visual Communication CourseBachelor of Arts (BA) Public Relations
Bachelor of Mass Communication (BMC)BJMC (Bachelor of Journalism and Mass CommunicationBachelor of Mass Media (BMM)BSc Mass Communication
BSc Electronic MediaBachelor of Business Administration [BBA] Digital MarketingBBA Media ManagementBVoc in Media and Communication

पीजी कोर्सेज  

MJMC (Masters in Journalism and Mass Communication)MA Mass CommunicationMA Broadcast Journalism
MA Journalism and Mass CommunicationMA in CommunicationMA Culture and Media Studies
MA Advertising & Public RelationsMSc CommunicationMSc in Mass Communication
MBA Communications ManagementMBA in Media and EntertainmentMBA Media Management

PhD कोर्सेज

  • PhD Journalism and Mass Communication
  • PhD in Media Studies
  • PhD Mass Communication

विदेशों में मास कम्युनिकेशन के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़

मास कम्युनिकेशन कोर्सेज ऑफर करने वाली दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़ इस प्रकार हैं:

भारत के टॉप कॉलेज

भारत में Mass Communication in Hindi के लिए टॉप कॉलेज के नाम दिए जा रहे हैं, जो कि इस प्रकार हैं:

संस्थानोंस्थान
अनवर जमाल किदवई मास कम्युनिकेशन सेंटर दिल्ली
जेवियर इंस्टिट्यूट ऑफ़ कम्युनिकेशन मुंबई
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशनपुणे 
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडियाबैंगलोर
एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशननोएडा
NSHM इंस्टिट्यूट ऑफ़ मीडिया एंड डिज़ाइन – मीडिया कॉलेजकोलकाता
मणिपाल स्कूल ऑफ कम्युनिकेशनमणिपाल
डिपार्टमेंट ऑफ़ कम्युनिकेशन हैदराबाद
दिल्ली विश्वविद्यालयदिल्ली
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन दिल्ली

योग्यता

मास कम्युनिकेशन कोर्स करने के लिए योग्यता इस प्रकार है:

  • बैचलर्स कोर्सेज में प्रवेश लेने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पूरा किया हो। 
  • न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएट की डिग्री आवश्यक है, हालांकि प्रतिशत एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में भिन्न हो सकती है।
  • मास्टर्स कोर्सेस के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी स्ट्रीम में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
  • मास्टर्स कोर्सेस में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेस के लिए पात्र हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की अवश्यकता होती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे  और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

मास कम्युनिकेशन के बेस्ट बुक्स

मास कम्युनिकेशन के लिए बेस्ट बुक्स की लिस्ट नीचे दी गई है:

मास कम्युनिकेशन में करियर

मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में आपके पास करियर के बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है-

टॉप रिक्रूटर

मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई के बाद टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • Hindustan Times
  • The Pioneer
  • Network 18
  • The Hindu
  • Outlook
  • India Today Group
  • NDTV
  • आज तक
  • BBC

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

Payscale.com के अनुसार यूके में मास कम्युनिकेशन करने के बाद ग्रेजुएट्स की औसत सालाना सैलरी GBP 50,000 (INR 50 लाख) और USA में USD 59,088 (INR 43 लाख) होती है। नीचे भारत में ऑफर होने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी इस प्रकार हैं:

जॉब प्रोफ़ाइलऔसत वार्षिक वेतन (INR)
पत्रकार3-5 लाख
संपादक4-5 लाख
रेडियो जॉकी4-5 लाख
वीडियो जॉकी6-7 लाख
सार्वजनिक संबंधो के विशेषज्ञ6-8 लाख
फिल्म निर्माता5-7 लाख
कंटेंट लेखक4-5 लाख
फोटोग्राफर4-5 लाख
कम्युनिकेशन मैनेजर 9-10 लाख
कॉपीराइटर5-7 लाख

FAQs

जनसंचार माध्यम कितने प्रकार के होते हैं?

मास कम्युनिकेशन कई क्षेत्र शामिल हैं जैसे प्रिंट मीडिया, डिजिटल मीडिया, ब्रॉडकास्ट मीडिया, न्यू मीडिया, अन्य। उदाहरण के लिए: फिल्म, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, रेडियो, सीडी, वीडियो गेम, विज्ञापन आदि।

मीडिया के 4 प्रकार कौन से हैं?

मीडिया के 4 प्रकार हैं:
1. प्रिंट मीडिया (समाचार पत्र, पत्रिकाएं)
2. ब्रॉडकास्ट मीडिया (टीवी, रेडियो)
3. आउटडोर या आउट ऑफ होम (ओओएच) मीडिया।
4. इंटरनेट या डिजिटल मीडिया

मास कम्युनिकेशन के 3 प्रमुख प्रकार कौन से हैं?

मास कम्युनिकेशन के 3 प्रकार:
1. प्रिंट मीडिया
2. समाचार मीडिया
3. प्रसारण मीडिया

मास कम्युनिकेशन क्या है?

मीडिया प्रौद्योगिकियां जिन्हें बड़े दर्शकों के साथ संवाद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है उन्हें मास कम्युनिकेशन के रूप में जाना जाता है।

भारत का पहला टीवी चैनल कौन सा था?

भारत का पहला टीवी चैनल दूरदर्शन था। इसे वर्ष 1991 में लॉन्च किया गया था।

मास कम्युनिकेशन का क्या मतलब होता है?

मास कम्युनिकेशन का हिंदी में अर्थ जनसंचार है। मास कम्युनिकेशन में रेडियो, समाचारपत्र, टेलीविजन और रेडियो आते हैं। यानी कि प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया मास कम्युनिकेशन का अंग है।

मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई कैसे करें?

भारत के कई बड़े कॉलेजों में डिग्री लेवल पर कोर्स उपलब्ध है जहाँ से आप बैचलर्स इन मास कम्युनिकेशन, बैचलर्स इन जर्नलिज्म जैसे कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। यदि आपने ग्रेजुएशन कर लिया है, तो सीधा मास्टर डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

आशा करते हैं कि आपको mass communication in Hindi की पूरी जानकारी इस ब्लॉग में मिल गयी होगी। यदि आप विदेश में मास कम्युनिकेशन करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट को 1800572000 पर कॉल करें और 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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