साउंड इंजीनियर कैसे बनें?

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सिनेमैटोग्राफर और कैमरामैन की तरह साउंड इंजीनियर को भी डायरेक्टर की कल्पना को इलेक्ट्रॉनिक व मैकेनिकल उपकरणों की मदद से असल रूप देने में महारत हासिल होती है। इसी कारण से म्यूज़िक, मूवी और थिअटर की रिकॉर्डिंग, मिक्सिंग, एडिटिंग और प्रॉडक्शन (प्री व पोस्ट दोनों) से जुड़ी जानकारियां अब इस क्षेत्र से जुड़े संस्थानों में भी पढ़ाई जाने लगी हैं। जिस तरह की फिल्में आजकल बनाई जा रही हैं, उसमें साउंड की एक अहम भूमिका रहती है। दरअसल फिल्म रिलीज के पहले से ही उसका बैकग्राउंड साउंड व म्यूज़िक, टीवी, रेडियो और बड़े परदे पर अलग-अलग तरह से लोगों को लुभाता है। साउंड इंजीनियर कैसे बनें के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें।

ब्रांच का नामसाउंड इंजीनियर
कोर्सेजडिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, बीटेक, एमएससी, एम.टेक. 
प्रवेश परीक्षाएंJEE mains, JEE Advanced, IMU CET, LPU-NEST, AUCET (भारत में) 
SAT, ACT, GMAT, GRE (विदेश) आदि। 
फीसINR 25000 से 4 लाख रुपए
शीर्ष कॉलेजमेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन, साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय, मिशिगन यूनिवर्सिटी, मेलबर्न विश्वविद्यालय, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय आदि। 
करियर के विकल्पऑडियो इंजीनियर, साउंड इंजीनियर, स्टूडियो डिजाइनर, मिक्सिंग इंजीनियर, साउंड रिकार्डर, लाइव साउंड इंजीनियर 
औसत वेतनINR 5 से 7 लाख रुपए सालाना
भारत में भर्ती करने वाली कंपनियां-धर्मा प्रोडक्शंस
-यशराज प्रोडक्शन
-बालाजी टेलीफिल्म्स
The Blog Includes:
  1. साउंड इंजीनियरिंग क्या है?
  2. साउंड इंजीनियर कौन होता है?
  3. साउंड इंजीनियर क्यों बनें?
  4. साउंड इंजीनियर के प्रकार
  5. साउंड इंजीनियर के कार्य और जिम्मेदारियां
  6. साउंड इंजीनियर के लिए आवश्यक स्किल्स
  7. साउंड इंजीनियरिंग कोर्स में क्या-क्या सीखेंगे?
  8. साउंड इंजीनियर कैसे बनें? 
  9. साउंड इंजीनियरिंग कोर्सेज
  10. साउंड इंजीनियरिंग कोर्स सिलेबस
  11. विदेशों में लोकप्रिय साउंड इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय 
  12. भारत में साउंड इंजीनियरिंग के लिए टॉप कॉलेज
  13. साउंड इंजीनियरिंग के लिए योग्यता 
  14. आवेदन प्रक्रिया
  15. आवश्यक दस्तावेज़ 
  16. प्रवेश परीक्षाएं
  17. साउंड इंजीनियरिंग के लिए आवश्यक पुस्तकें
  18. साउंड इंजीनियरिंग में करियर
    1. टॉप रिक्रूटर्स
  19. फेमस साउंड इंजीनियर कौन हैं?
  20. सैलरी
  21. FAQs

साउंड इंजीनियरिंग क्या है?

साउंड इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की एक ऐसी शाखा है, जिसके अंदर साउंड को समझने, सुधारने तथा एक नयी क़िस्म का साउंड तैयार करना सिखाया जाता है। इसमें आपको साउंड की कला (उतार-चढ़ाव) को समझने की आवश्यकता होती है। इसमें म्यूज़िक, मूवीज, थिएटर, रिकॉर्डिंग, मिक्सिंग, रिप्रोडक्शन से संबंधित चीज़ें सिखायी और पढ़ाई जाती है। इसमें म्यूज़िक, स्पीच और स्टूडियो के साउंड की क्वालिटी को बेहतर बनाना होता है। इसके लिए फिल्मों, रेडियो, और टेलीविज़न में कई तरह के टेक्निकल इंस्ट्रीमेंट्स का प्रयोग किया जाता है। यह एक कला है, जो किसी भी प्रकार के साउंड को समझने, उन्हें रिकॉर्ड और प्रोडूस करने के लिए विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जिसे हम प्रायः ऑडियो मिक्सिंग के नाम से भी जानते हैं। साउंड इंजीनियरिंग में छात्रों को बेसिक से लेकर पोस्ट प्रोडक्शन तक की पूरी कला सिखाई जाती है।

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साउंड इंजीनियर कौन होता है?

एक साउंड इंजीनियर तकनीक और कला दोनों में रुचि रखने वाले लोगों के लिए उन महान नौकरियों में से एक है। इसके लिए बहुत सारी तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है, लेकिन इसके लिए एक रचनात्मक झुकाव की भी आवश्यकता होती है जो संगीतकारों और कलाकारों को उनके कलात्मक इरादे का एहसास कराने में मदद करता है। एक साउंड इंजीनियर एक रिकॉर्डिंग या एक लाइव प्रदर्शन का उत्पादन करने में मदद करता है। 

साउंड इंजीनियर क्यों बनें?

साउंड इंजीनियर के रूप में करियर क्यों बनाएं इसे जानने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को पढ़ें:

  • यह काम करने के लिए एक बहुत ही संतोषजनक और पुरस्कृत क्षेत्र भी है। आपको कुछ ऐसा करने को मिलता है जिसे आप पसंद करते हैं, यह अच्छा भुगतान करता है और यदि आप फिल्मों के लिए ध्वनि डिजाइनिंग करते हैं, तो आप अपने काम के लिए ऑस्कर भी जीत सकते हैं। 
  • रेडियो स्टेशन, टीवी चैनल, स्टूडियो, मल्टीमीडिया जैसे विभिन्न क्षेत्रों में साउंड इंजीनियर और तकनीशियनों के लिए करियर के अवसर उपलब्ध हैं। 
  • एक स्टूडियो साउंड इंजीनियर के रूप में आप एक कलाकार या संगीतकार के साथ एक रिकॉर्डिंग सेशन की योजना बनाने, आवश्यक उपकरण स्थापित करने, रिकॉर्डिंग करने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
  • यदि आप टेक्नोलॉजी के साथ काम करना और क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स पर काम करना पसंद करते हैं तो साउंड इंजीनियर आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है। 

साउंड इंजीनियर के प्रकार

साउंड इंजीनियर के निम्नलिखित प्रकार होते हैं:

  • मॉनिटर ऑडियो इंजीनियर
  • सिस्टम इंजीनियर
  • वायरलेस माइक्रोफोन इंजीनियर
  • गेम ऑडियो डिज़ाइनर इंजीनियर
  • रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑडियो इंजीनियर
  • स्टूडियो रिकॉर्डिंग इंजीनियर

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साउंड इंजीनियर के कार्य और जिम्मेदारियां

साउंड इंजीनियर अपना कार्य दो स्तरों पर करता है-प्रोडक्शन लेवल तथा दूसरा पोस्ट प्रोडक्शन लेवल पर। प्रोडक्शन लेवल पर साउंड इंजीनियर का कार्य मैकेनिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेज के द्वारा तरह-तरह की आवाजें बनाना तथा उन्हें रिकॉर्ड करना होता है। पोस्ट प्रोडक्शन लेवल पर उनको एडिट व मिक्स करके एक नई साउंड में तब्दील किया जाता है। जब किसी ट्रैक को एडिट किया जाता है तो साउंड इंजीनियर पर सारी ज़िम्मेदारी होती है। ऐसी ही कुछ जिम्मेदारियों के बारे में नीचे बताया गया है:

  • ट्रैक की एडिटिंग वह प्रक्रिया है जो रिकॉर्ड की गई चीज़ों को व्यवस्थित करती है और यही सबसे ज़्यादा ज़िम्मेदारी का काम होता है।
  • एडिटिंग के समय एक साउंड इंजीनियर को बारीकी से ध्यान रखना होता है कि क्लिप के कौनसे हिस्से की कहाँ रखना है।
  • वास्तव में, प्रत्येक कलाकार को एक ही समय में रिकॉर्ड भी नहीं किया जा सकता है इसलिए साउंड इंजीनियर इस बात का भी ध्यान रखता है कि रिकॉर्ड कैसे और कब करना है।
  • एक ट्रैक मिक्सिंग संपूर्ण रिकॉर्डिंग के माध्यम से साउंड लेवल को एडजेस्ट करने का तकनीकी कार्य है, इसलिए टेक्निक का ज्ञान होना महत्वपूर्ण है। जैसे वॉइस और साउंड ट्रैक को एक साथ प्ले हो इस बात का ख्याल साउंड इंजीनियर रखता है और अगर इसमें किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो उसे ठीक करने का काम साउंड इंजीनियर का ही होता है।

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साउंड इंजीनियर के लिए आवश्यक स्किल्स

साउंड इंजीनियर के पास कुछ आवश्यक स्किल्स होनी चाहिए, जिनमें से कुछ है:

  • म्‍यूजिक व ट्यून की समझ होनी चाहिए।
  • सुनने की अच्छी शक्ति होनी चाहिए।
  • विभिन्न प्रकार के एडिटिंग व मिक्सिंग सॉफ्टवेयर को चलाने में सक्षम होना चाहिए।
  • आवाज के वेबलेंथ व फ्रीक्‍वेंसी के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
  • बेसिक कंप्यूटर नॉलेज
  • केबल्स की सोल्डरिंग करनी आनी चाहिए।
  • इंग्लिश व कम्‍यूनिकेशन स्किल का होना जरूरी है। 

साउंड इंजीनियरिंग कोर्स में क्या-क्या सीखेंगे?

साउंड इंजीनियरिंग में आपको म्यूज़िक और साउंड की बारीकियों के बारे में सिखाया जाता है। साथ ही आप निम्नलिखित के बारे में सीखेंगे:

  • सभी ऑडियो फंडामेंटल्स को ध्यान में रखते हुए स्वच्छ ऑडियो रिकॉर्ड कैसे किया जाता है।
  • आवाजों की बेसिक समझ और उनके विभिन्न रूपों और शैली के बारे में जान पाएंगे।
  • ध्वनि की गतिशीलता और आवृत्ति को कैसे नियंत्रित किया जाता है।
  • अलग-अलग तरह की आवाजों को सुनकर उनका एनालिसिस करना साथ ही विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके ऑडियो वेवफ़ॉर्म को पहचानना और उनका एनालिसिस करना।
  • बेमतलब के शोर-शराबे जोकि रिकॉर्डिंग ख़राब कर सकती है उनको कम करने के तकनीकों को जानेंगे। 
  • किसी भी ट्रैक की एडिटिंग में काम आने वाले सॉफ्टवेयर की जानकारी प्रदान की जाती है।
  • तरंगों के मौलिक विशेषताओं के बारे में जान पाएंगे यह कैसे काम करते हैं।
  • बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स और उपकरणों की समझ प्रदान करते है।
  • किस भी गीत या गाने का ढांचा कैसे तैयार होता है, इसके बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।
  • सिंथेसाइज़र क्या है और इसका संगीत उत्पादन में उपयोग कैसे किया जाना चाहिए के बारे में सिखाया जाता है।
  • इस कोर्स में आप संगीत बनाने के लिए विभिन्न तकनीकों को जानेंगे और साथ में बीट और ताल निर्माण के बेसिक प्रिंसिपल्स को भी जानेंगे।
  • इस कोर्स में यह सिखाया जाता है कि उपकरण को कैसे लगाया या स्थापित किया जाए कि वोकल आर्टिस्ट और म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट की रिकॉर्डिंग अच्छे से हो।

साउंड इंजीनियर कैसे बनें? 

साउंड इंजीनियर बनने के लिए आपका म्यूज़िक इंडस्ट्री में रूचि होना बहुत ज़रूरी है क्योंकि यह आपके लिए काफी बेहतर करियर साबित हो सकता है। साउंड इंजीनियर कैसे बनें के लिए गाइड नीचे दी गई है:

  • स्टेप 1: सबसे पहले आपको 10+2 पीसीएम या मास कम्युनिकेशन सब्जेक्ट से पूरा करना होगा। 
  • स्टेप 2: इसके बाद आप साउंड या ऑडियो इंजीनियरिंग में बीटेक या बीई जैसे डिग्री कोर्स कर सकते हैं। 
  • स्टेप 3: इन कोर्स में एडमिशन के लिए कैंडिडेट को इंजीनियरिंग से जुड़े अन्य एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करने होते हैं। इसलिए प्रवेश परीक्षा की तैयारी अच्छे से करें। तभी आपको एडमिशन मिल पाएगा। 
  • स्टेप 4: इसके बाद आपको किसी म्यूज़िक कंपनी का फ़िल्म इंडस्ट्री में इंटर्नशिप करनी होगी।
  • स्टेप 5: आप इसमें गहन अध्ययन के लिए इसमें मास्टर्स या पीएचडी कोर्स भी कर सकते हैं।
  • स्टेप 6: पढ़ाई पूरी करने के बाद मॉनिटर साउंड इंजीनियर, लाइव कॉन्सर्ट इंजीनियर, साउंड तकनीशियन, साउंड इंजीनियर, ऑडियो इंजीनियर के रूप में काम शुरू कर सकते हैं।

साउंड इंजीनियरिंग कोर्सेज

साउंड इंजीनियरिंग के अकादमिक कोर्स को छात्रों को ज्ञान प्रदान करने के लिए इस तरह से डिज़ाइन किया गया है जो उन्हें इस क्षेत्र में एक सफल करियर बनाने में मदद कर सकता है। यहां साउंड इंजीनियरिंग कोर्सेज दिए गए है:

डिप्लोमा कोर्सेज

  • Diploma in Audio Engineering
  • Diploma in Recording Arts

सर्टिफिकेट कोर्सेज

  • Certificate in Audio and Recording Engineering
  • CCMA, which is a Certificate in Creative Media Arts- Digital Sound
  • Certificate in Audio Production Technology
  • Certificate in Audio Technology

बैचलर कोर्सेज 

  • Bachelor’s degree in Audio Engineering
  • BTech in sound engineering
  • Bachelor degree in Audio Technology
  • BSc (Hons) Sound Engineering and Production with a Foundation Year
  • (Hons) Sound Engineering and Music Production
  • BSc (Hons) Sound Engineering and Production with a Foundation Year
  • BSc (Hons) Sound Engineering and Production with Professional Experience
  • Bachelor of Science in Sound Engineering
  • Foundational Course in Sound Engineering and Audio Production Program for High School Students
  • Sound and Live Event Production (Including Foundation Year) 
  • BSc (Hons) Music and Sound Design BA (Hons)/BSc (Hons)
  • Bachelor of Science in Musical Audio Engineering

मास्टर कोर्सेज 

  • Master’s degree in Sound Engineering
  • MTech in sound engineering
  • Master degree in Audio Technology
  • Digital Music and Sound Arts MA
  • Master of Philosophy (MPhil) in Sound and Vibration
  • MSc Sound Design
  • Sound Design and Audiovisual Practice MSc
  • MA in Experimental Sound Practice
  • Master of Science (MSc) in Sound and Vibration
  • Sound Practice and Composition MA Sound Design and Production (Postgraduate) Program

डॉक्टरल कोर्सेज

  • PhD – Doctor of Philosophy in Sound and Vibration
  • MPhil Acoustics and Audio Engineering Postgraduate Research
  • PhD Acoustics and Audio Engineering Postgraduate Research
  • PhD Music (Electroacoustic Composition)

साउंड इंजीनियरिंग कोर्स सिलेबस

साउंड इंजीनियरिंग कोर्स का सिलेबस एक यूनिवर्सिटी से दूसरी यूनिवर्सिटी में अलग-अलग हो सकता है। यहाँ सामान्य सिलेबस दिया गया है:

फंडामेंटल्स ऑफ़ ऑडियो प्रोडक्शनबेसिक प्रोडक्शन टेक्निक्स
टेक्निकल एंड एस्थेटिक आस्पेक्ट्स ऑफ़ साउंडफोले रिकॉर्डिंग एंड डबिंग
रिकॉर्डिंग, एडिटिंग और साउंड मिक्सिंगसाउंड मैनीपुलेशन टेक्निक्स
रिकॉर्डिंग टेक्नोलॉजी, फ्रॉम एनालॉग टेप टू डिजिटल मल्टीटास्क रिकॉर्डिंग प्रोग्रामट्रेनिंग इन लिसनिंग एंड अनलाइजिंग साउंड

विदेशों में लोकप्रिय साउंड इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय 

एक विश्वविद्यालय एक ऐसा स्थान है जहां छात्र अपने जीवन का सबसे अच्छा समय बिताते हैं, इस प्रकार आपको बहुत सावधानी से किसी एक को चुनना चाहिए। नीचे कुछ लोकप्रिय साउंड इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय दिए गए हैं:

भारत में साउंड इंजीनियरिंग के लिए टॉप कॉलेज

साउंड इंजीनियर कैसे बनें के लिए टॉप कॉलेजों की सूची नीचे दी गई है:

  • IIT खड़गपुर
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फिल्म एंड फाइन आर्ट्स निफ्फा, कोलकाता
  • सरकारी फिल्म और टेलीविजन संस्थान, बैंगलोर
  • भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान, पुणे
  • एप्लाइड साइंस कॉलेज, वडक्कनचेरी
  • रयात बहरा विश्वविद्यालय, मोहाली
  • संगीत विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय
  • ज़ी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मीडिया आर्ट्स
  • मीडिया स्टडीज के देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज
  • सीएमआर विश्वविद्यालय

साउंड इंजीनियरिंग के लिए योग्यता 

यदि आप इस क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। साउंड इंजीनियरिंग कोर्सेज के लिए कुछ सामान्य योग्यता इस प्रकार हैं–

  • साउंड इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित) से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
  • यदि आप मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट हैं, तो आप इसमें अपना करियर बना सकते हैं। यदि आपने मास कम्युनिकेशन से ग्रेजुएशन नहीं है, तो आपको साउंड इंजीनियर बनने के लिए साउंड इंजीनियर का डिप्लोमा या ऑडियो और म्यूज़िक प्रोडक्शन की डिग्री होना जरुरी है।
  • भारत में साउंड इंजीनियरिंग में बैचलर्स के लिए कुछ कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में JEE mains, JEE Advanced जैसे प्रवेश परीक्षाएं के स्कोर अनिवार्य हैं। साथ ही कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटीज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करतीं हैं। विदेश में इन कोर्सेज  के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा निर्धारित आवश्यक ग्रेड आवश्यकताओं को पूरा करना जरुरी है, जो हर यूनिवर्सिटी और कोर्स के अनुसार अलग–अलग हो सकती है।
  • साउंड इंजीनियरिंग में PG प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज़ प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं। जिसमे IELTS स्कोर 7 या उससे अधिक और TOEFL स्कोर 100 या उससे अधिक होना चाहिए।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया

साउंड इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी शुरू नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवश्यक दस्तावेज़ 

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

प्रवेश परीक्षाएं

साउंड इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए अलग-अलग संस्थानों द्वारा अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। जिनमें से कुछ यहां दी गई है:

साउंड इंजीनियरिंग के लिए आवश्यक पुस्तकें

साउंड इंजीनियरिंग के लिए कुछ पुस्तकें नीचे दी गई है:

साउंड इंजीनियरिंग में करियर

साउंड इंजीनियरिंग में डिग्री पूरी करने के बाद आपके पास करियर विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला होगी, उनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं:

  • मॉनिटर साउंड इंजीनियर
  • लाइव कॉन्सर्ट इंजीनियर
  • साउंड टेक्नीशियन
  • ऑडियो इंजीनियर
  • रिकॉर्डिंग इंजीनियर
  • ब्रॉडकास्ट इंजीनियर
  • साउंड डिजाइनर
  • म्यूजिक प्रोड्यूसर
  • रीमिक्सिंग इंजीनियर
  • सिस्टम इंजीनियर
  • डिजिटल रीमास्टरिंग इंजीनियर
  • रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑडियो इंजीनियर

टॉप रिक्रूटर्स

Glassdoor.com के अनुसार साउंड इंजीनियर के लिए कुछ टॉप रिक्रूटर्स इस प्रकार हैं:

  • OYO
  • Freelancer
  • Prime Focus Technologies
  • Aruba Networks
  • Deluxe
  • Citi
  • Qualcomm
  • Hogarth Worldwide
  • Nityo Infotech

फेमस साउंड इंजीनियर कौन हैं?

वर्ल्ड के टॉप साउंड इंजीनियर की लिस्ट नीचे दी गई है:

  • क्रिस्टल केन्स
  • एमिली लज़ारो
  • कर्री कीज़
  • केरेन ऐनी
  • मैंडी पार्नेल
  • मार्सेला एरिका
  • शनि गांधी
  • स्टेफ़नी शेहो
  • सुसान रोजर्स
  • ट्रिना शोमेकर
  • एलन पार्सन्स
  • आरिफ मर्दिन
  • बेन बर्टा
  • बॉब रॉक
  • ब्रूस फेयरबैर्न
  • डेविड रोहली
  • फ़्रिट्ज़ हिल्पर्ट
  • जॉन लेकी
  • स्टीव अल्बिनी
  • स्टीवन विल्सन

सैलरी

एक साउंड इंजीनियर का औसत सालाना वेतन 5 से 10 लाख के बीच होता है, जो आपकी स्किल और कार्य अनुभव के अनुसार बढ़ता है।

FAQs

मैं एक साउंड इंजीनियर कैसे बनूँ?

साउंड इंजीनियर बनने के लिए ऑडियो इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ साइंस की पढ़ाई पूरी करनी होगी। यह चार साल का कोर्स जो आपको म्यूजिक टेक्नोलॉजी, विद्युत और ध्वनिक उपकरण, साथ ही संगीत सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बारे में सिखाएगा। 

साउंड इंजीनियरिंग के लिए कौन से विषय आवश्यक हैं?

साउंड थ्योरी और ऑडियो थ्योरी, कंप्यूटर, साउंड प्रोडक्शन मैनेजमेंट, ऑडियो इलेक्ट्रॉनिक्स, गणित, और कंट्रोल बोर्ड का उपयोग साउंड इंजीनियरिंग के आवश्यक विषय हैं। 

एक साउंड इंजीनियर कितना कमा सकता है?

एक साउंड इंजीनियर का औसत सालाना वेतन 5 से 10 लाख के बीच होता है, जो आपकी स्किल और कार्य अनुभव के अनुसार बढ़ता है।

उम्मीद है, कि इस ब्लॉग में आपको साउंड इंजीनियर कैसे बनें के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।।

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