पूरी दुनिया में ज्यादातर छात्र 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम का चुनाव करते हैं। 12वीं के बाद कई सारे डिग्री कोर्स होने के कारण छात्रों को अक्सर एक कोर्स का चयन करते समय दुविधा का सामना करना पड़ता है। जिनमें से एक यह है कि बैचलर ऑफ़ साइंस की डिग्री हासिल की जाए या बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी कोर्स की पढ़ाई की जाए। छात्रों के बीच एक आम गलत धारणा यह है कि करियर की संभावनाओं के मामले में बीटेक बीएससी से बेहतर है। दूसरी ओर, कुछ लोग बीटेक की पढ़ाई को कठिन मानते हैं और इस तरह उन्हें लगता है कि वे अपेक्षित स्तर तक प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। इस भ्रम को दूर करने के लिए बीएससी Vs बीटेक का यह ब्लॉग है जो आपको सारी जानकारियां देगा।
This Blog Includes:
- बीएससी Vs बीटेक
- बीएससी vs बीटेक किसे चुनना है?
- बीएससी या बीटेक कौन सा आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत सस्ता है?
- बीएससी vs बीटेक : अवधि
- बीएससी क्या है?
- बीएससी स्पेशलाइजेशन कौन-कौनसी होती हैं?
- बीएससी के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम
- BSc में एडमिशन लेने के लिए योग्यता की आवश्यकता
- बीएससी के बाद करियर
- बीटेक क्या है?
- बीटेक स्पेशलाइजेशन कौन-कौनसी होती हैं?
- बीटेक के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के नाम
- बीटेक के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज जानिए
- बीटेक में एडमिशन लेने के लिए योग्यता क्या चाहिए?
- बीटेक के बाद करियर स्कोप
- FAQs
बीएससी Vs बीटेक
यदि आपके पास विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों का पता लगाने का उत्साह है और रिसर्च में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो बीएससी करना आपके लिए सही विकल्प है। लेकिन अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो टेक्नॉलॉजी के कोर एस्पेक्ट्स को सीखना चाहते हैं और उसी में नवीनतम प्रगति के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो बीटेक आपके लिए सही करियर विकल्प है। बीएससी Vs बीटेक डिग्री कोर्स के संबंध में कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदु नीचे दिए गए हैं:
बीटेक | बीएससी | |
अवधि | 4-5 साल | 3-4 साल |
करिकुलम | करिकुलम अप्लाइड साइंसेज (टेक्निकल/टेक्नोलॉजिकल) पर केंद्रित है। | प्योर साइंस (रिसर्च साइंस) पर केंद्रित है। |
कोर्स स्ट्रक्चर | कोर्स तकनीकी है लेकिन एप्लिकेशन में अधिक प्रैक्टिकल है | कोर्स ब्रॉड और थ्योरेटिकल है |
स्पेशलाइजेशन | कोर्स अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के अंतिम वर्ष में एक और स्पेशलाइजेशन चुनने का विकल्प प्रदान करता है | कोर्स किसी भी प्रकार की स्पेशलाइजेशन प्रदान नहीं करता है |
हायर स्टडीज़ | M.Tech, डॉक्टरेट | MSc, MSc+MTech, MBA, PhD, P.G Diploma |
बीएससी vs बीटेक किसे चुनना है?
नीचे सूचीबद्ध बीएससी Vs बीटेक के बीच अंतर के कुछ प्रमुख बिंदु हैं:
- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी, जो 12वीं साइंस के बाद सबसे लोकप्रिय डिग्री कोर्स में से एक है, चार साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। इसके विपरीत, बैचलर ऑफ साइंस कोर्स और विश्वविद्यालय के आधार पर 3-5 साल के बीच चलता है।
- जबकि बीटेक एक स्किल ओरिएंटेड प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्राम है, बीएससी पसंद के कोर्स में बेसिक फाउंडेशन रखता है।
- बीटेक का करिकुलम छात्रों को न्यूनतम संसाधनों और व्यावहारिक बाधाओं के साथ समस्याओं को हल करने के लिए आवश्यक एनालिटिकल स्किल्स से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। दूसरी ओर, एक बीएससी करिकुलम छात्रों को विषयों के प्रैक्टिकल एस्पेक्ट्स में प्रशिक्षित करता है।
- बीएससी केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स, बायोलॉजी, एग्रीकल्चर, बायोटेक्नोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री,जूलॉजी, स्टैटिसटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर साइंस आदि जैसे स्पेशलाइजेशन कोर्सेज की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। जबकि बाद वाला, एक पेशेवर डिग्री है। जो छात्रों को मैकेनिकल, सिविल, इंस्ट्रुमेंटेशन, कंप्यूटर साइंस इत्यादि जैसे कुछ ही विकल्प प्रदान करता है।
- जहां तक बीएससी Vs बीटेक की तुलना करते समय करियर की संभावनाओं का सवाल है, बीटेक करने से छात्रों को उद्योग और आवेदन के मामले में पर्याप्त एक्सपोजर हासिल करने में मदद मिलेगी। बीटेक से ग्रेजुएट विश्व स्तर पर सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में आकर्षक नौकरी के अवसर तलाश सकते हैं।
बीएससी या बीटेक कौन सा आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत सस्ता है?
बीटेक के कोर्स बीएससी की तुलना में अधिक महंगे हैं। बीटेक कोर्स और बीएससी के बीच एक महत्वपूर्ण अंतर है, यहां तक कि आईआईटी जैसे प्रसिद्ध सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में भी कठिन आर्थिक स्थिति वाले सभी परिवार बीटेक का खर्च नहीं उठा सकते हैं। ऐसे में बीएससी की डिग्री का चुनाव किया जाता है। आप बीएससी के साथ सफल हो सकते हैं यदि आप प्रतिभाशाली और पर्याप्त रूप से दृढ़ हैं।
बीएससी vs बीटेक : अवधि
बी.टेक के तीन साल की तुलना में बी.टेक को पूरा होने में चार साल लगते हैं क्योंकि अध्ययन के लिए अधिक कोर्सेज और सब-कैटिगरीज हैं।
बीएससी क्या है?
BSc 3 साल की अवधि का एक बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम है। यह 12th के बाद विज्ञान के छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है। BSc का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ साइंस है। इन कोर्सेस को उन छात्रों के लिए एक फाउंडेशन कोर्स माना जाता है, जो विज्ञान के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह विश्व के अधिकांश यूनिवर्सिटीज़ में विभिन्न विशेषज्ञताओं जैसे– BSc IT, BSc Microbiology, BSc Computer Science, BSc Physics आदि के अंतर्गत पेश किया जाता है। BSc कोर्सेज का अध्ययन थ्योरी और प्रैक्टिकल लेसन्स का एक मिश्रण है। BSc की डिग्री पूरी करने के बाद, छात्र मास्टर्स ऑफ़ साइंस (MSc) का विकल्प चुन सकते हैं या फिर एक अच्छी जॉब के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
बीएससी स्पेशलाइजेशन कौन-कौनसी होती हैं?
बीएससी में कई स्पेशलाइजेशन्स होती हैं, जो इस प्रकार हैं:
- BSc Physics
- BSc Chemistry
- BSc Biology
- BSc Mathematics
- BSc IT (Information Technology)
- BSc Computer Science
- BSc Microbiology
- BSc Biotechnology
- BSc Biochemistry
- BSc Botany
- BSc Zoology
- BSc Nursing
- BSc Agriculture
- BSc Geography
- BSc Economics
- BSc Fashion Designing
बीएससी के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ के नाम
बीएससी के लिए विदेश के टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है–
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- येल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- लंदन मेट्रोलोपियन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ डर्बी
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंट
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BSc के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट
भारत में बीएससी के लिए कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है–
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- इलाहाबाद विश्वविद्यालय
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- अन्ना विश्वविद्यालय
- लखनऊ विश्वविद्यालय
- मुंबई विश्वविद्यालय
- पुणे विश्वविद्यालय
- लोयोला कॉलेज चेन्नई
- मिरांडा हाउस (दिल्ली)
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज
- हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
- श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
BSc में एडमिशन लेने के लिए योग्यता की आवश्यकता
बीएससी के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–
- बीएससी के लिए ज़रूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से सांइस स्ट्रीम PCM (फिज़िक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स) या PCB (फिज़िक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) से 10+2 अच्छे अंकों से पास किया हो।
- भारत में BSc के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे JET, NPATऔर NATA आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। विदेश के कुछ यूनिवर्सिटीज़ के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर ज़रूर होते हैं।
- विदेश में ऊपर दी गई रिक्वायरमेंट्स के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट अंक आवश्यक होते हैं।
- साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटीों में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/रेज़्युम तथा पोर्टफोलियो की भी ज़रूरत होती है।
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बीएससी के बाद करियर
BSc ग्रेजुएट्स के पास रोजगार के बेहतरीन अवसर हैं। उनके लिए नौकरियां केवल विज्ञान क्षेत्र में ही सीमित नहीं हैं बल्कि वे मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग, लॉ आदि जैसे अन्य क्षेत्रों में भी जा सकते हैं। छात्रों के लिए उपलब्ध नौकरी के अवसर, वेतन पैकेज के मामले में बहुत अच्छे होते हैं। नीचे BSc के बाद कुछ टॉप नौकरी के अवसर और Payscale के अनुसार उनका औसत वार्षिक वेतन नीचे दिया गया हैं-
रोजगार के अवसर | औसत सालाना सैलरी (INR) |
रिसर्च साइंटिस्ट | 2-4 लाख |
फोरेंसिक साइंटिस्ट | 3-5 लाख |
एनालिटिकल केमिस्ट | 3-6 लाख |
साइंस राइटर | 2-5 लाख |
टॉक्सिकोलॉजिस्ट | 3-6 लाख |
क्लिनिकल वैज्ञानिक | 2-5 लाख |
साइंटिफिक लेबोरेट्री टेक्नीशियन | 3-5 लाख |
नर्स | 2-5 लाख |
फिजिसिस्ट | 3-6 लाख |
बोटैनिस्ट | 3.5-7 लाख |
माइक्रोबायोलॉजिस्ट | 4.5-8 लाख |
मनोविज्ञानी | 2-4 लाख |
मैथमेटिशियन | 3-6 लाख |
आईटी प्रोफेशनल | 6-10 लाख |
एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट | 2-7 लाख |
बीटेक क्या है?
बीटेक की फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी होती है जिसे कम शब्दों में बी टेक कहा जाता है। ये एक बैचलर इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स है, जोकि पूरे 4 साल का होता है। इसमें कोई एक कोर्स नहीं होता बहुत सारे कोर्स होते हैं। इसके अलावा एक और कोर्स होता है जिसका नाम है बैचलर ऑफ़ इंजीनियर मतलब बीई ये भी इसके समान कोर्स ही होता है, जिसे पढ़कर आप इंजीनियरिंग की डिग्री पा सकते है।
बीटेक स्पेशलाइजेशन कौन-कौनसी होती हैं?
कुछ बीटेक स्पेशलाइजेशन्स इस प्रकार हैं:
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- साइबर सेक्युरिटी
- डेटा साइंस & आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स
- रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन
बीटेक के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के नाम
बीटेक कंप्यूटर साइंस के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय नीचे दिए गए हैं-
- कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
- ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी)
- कैंब्रिज विश्वविद्यालय
- प्रिंसटन विश्वविद्यालय
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर
- ईटीएच ज्यूरिख – स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ज्यूरिख
- कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले
बीटेक के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज जानिए
बीटेक के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय नीचे दिए गए हैं-
- आईआईटी बॉम्बे
- आईआईटी मद्रास
- आईआईटी हैदराबाद
- ईट कानपुर
- आईआईटी दिल्ली
- आईआईटी खड़गपुर
- एनआईटी त्रिची
- वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
- पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर
- ईआईटी गुवाहाटी
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी रुड़की
- अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई
- जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
- एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा
- आईआईटी इंदौर
- बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- इंजीनियरिंग कॉलेज पुणे
बीटेक में एडमिशन लेने के लिए योग्यता क्या चाहिए?
बीटेक करने के लिए उम्मीदवार के पास निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए। जैसे:-
- सबसे पहले अगर आप बीटेक में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपका 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम पीसीएम (फिजिक्स, कैमेस्ट्री, मैथमेटिक्स) के साथ पढ़ा होना चाहिए।
- इसके बाद बीटेक में एडमिशन हेतु प्रवेश परीक्षा लिए जाते हैं। इसीलिए आपको 12वीं कक्षा में 60% से अधिक मार्क्स होना अनिवार्य है।
- अगर आपने डिप्लोमा की डिग्री हासिल की हुई है तो भी आप बीटेक में एडमिशन आसानी से ले सकते हैं। जैसे:- 10वीं या 12वीं के बाद पॉलिटेक्निक डिप्लोमा किया हो तब भी आप बीटेक में सीधा प्रवेश ले सकते हैं।
- अगर आप 12वीं कक्षा के बाद बीटेक में दाखिला लेना चाहते हैं तो आपको प्रवेश परीक्षा पास करना अनिवार्य है। कई तरह के प्रवेश परीक्षा लिए जाते हैं जैसे:- जेईई मेन्स, जेईई एडवांस, BIT, SAT इत्यादि।
- इसके अलावा आपको टेक्निकल क्षेत्र में जानकारी रखना और समय के साथ-साथ विषयों में अपडेट होते रहना काफी आवश्यक है।
- विदेश में ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
- साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा पोर्टफोलियो की भी ज़रूरत होती है।
बीटेक के बाद करियर स्कोप
बीटेक के बाद क्या सैलरी मिलती है अक्सर यह सवाल कई बच्चों के दिमाग में आता है जब वह बीटेक करने के बारे में सोच रहे होते हैं यह निर्भर करता है कि आपने अपनी बीटेक किस इंस्टिट्यूट से की है मान लीजिए अगर आपने अपनी बीटेक टॉप इंस्टिट्यूट यानी आईआईटी, एनआईटी, IIITS से की है तब आपकी मध्यम सैलरी 10 लाख से शुरू हो सकती है और अगर आपकी नौकरी विदेश में लगती है तब आपकी सैलरी एक करोड़ तक हो सकती है। वहीं प्राइवेट इंस्टिट्यूट की प्लेसमेंट भी अच्छी होती है लेकिन अगर तुलना की जाए गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट से तब वह इतनी संतुष्टिपूर्वक नहीं होती है। यह 4 लाख से शुरू होकर अधिकतम 20 लाख तक जाती है। अगर आपने tier 2 या tier 3 इंजीनियरिंग आई है तो ऐसे कॉलेज में कंपनियां आती है पर ज्यादा बड़ी कंपनियां नहीं आती जिस कारण से इन कॉलेज इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों की सैलरी शुरुआत में INR 20,000-30,000 तक होती है। बीटेक के बाद के कोर्स के लिए एमटेक करना अच्छा विकल्प हैं। बैचलर के बाद अगर आप अपनी पढ़ाई जारी रख कर अपने प्रोफेशन में मास्टर करना चाहते हैं तो एमटेक एक सही कोर्स हैं। एमटेक की पढ़ाई विदेश में करने के लिए विद्यार्थियों को GRE की परीक्षा देनी होगी।
- MTech in Mechanical Engineering
- MTech in Civil Engineering
- MTech in Chemical Engineering
- MTech in Automobile Engineering
- MTech in Information Technology
- MTech in Manufacturing Engineering
FAQs
BSc 3 साल की अवधि का एक बैचलर्स डिग्री कोर्स है। यह 12वीं के बाद विज्ञान के छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है।
आमतौर पर बीएससी कोर्स की अवधि 3 साल की होती है।
BSc के लिए जरूरी है कि आवेदक ने साइंस स्ट्रीम (पीसीबी या पीसीएम) से 10+2 पास किया हो।
BSc के बाद आपके लिए ढेरों विकल्प मौजूद हैं। आप स्पेशलाइजेशन के लिए MSc कोर्सेज को चुन सकते हैं वहीं विभिन्न प्रकार के नौकरी के अवसर भी उपलब्ध होते हैं।
टॉप बीएससी कोर्स–
–BSc Physics
–BSc Chemistry
–BSc Biology
–BSc Mathematics
–BSc IT (Information
Technology)
–BSc Computer Science
–BSc Microbiology
–BSc Biotechnology
–BSc Biochemistry
–BSc Botany
जी नहीं! बीटेक करने के लिए 12वीं कक्षा में विज्ञान का पीसीएम ग्रुप होना अनिवार्य है।
बीटेक करने के बाद एमटेक, एमबीए, पीजीडीएम जैसे कोर्स किए जा सकते हैं।
बीटेक करने के लिए विद्यार्थी का 12 वीं पास होना जरूरी है। 12वीं में विद्यार्थी के पास पीसीएम ग्रुप के विषयों का होना भी अनिवार्य है।
जी हां! बिल्कुल कर सकते हैं। बीटेक करने के बाद इंजीनियर सर्विस एग्जाम जैसी परीक्षाओं को पास करके सरकारी नौकरी प्राप्त की जा सकती है।
जी हां! बिल्कुल कर सकते हैं। विद्यार्थी बीटेक को कंप्लीट करने के बाद हायर एजुकेशन के लिए एमबीए कोर्स का चयन कर सकता है।
विदेश में एमटेक करने के लिए कनाडा, यूएसए, इटली, जर्मनी, फ्रांस, रूस, स्विट्ज़रलैंड, डेनमार्क आदि देश हैं।
जी हां, छात्रों के पास अपने कैरियर में परिवर्तन के लिए विकल्प हैं-
एमबीए
बैंकिंग नौकरियां
हाई स्कूल या विश्वविद्यालय के प्रोफेसर
रेलवे
कॉर्पोरेट
डिजिटल मार्केटिंग
इवेंट मैनेजमेंट
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