साइकोलॉजी में जॉब ऑप्शंस क्या हैं?

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साइकोलॉजी मानव मन और व्यवहार का अध्ययन है जो हम मनुष्यों के लिए सबसे दिलचस्प चीजों में से एक है। इसलिए यदि आप मानवीय भावनाओं को पसंद करते हैं और आपने साइकोलॉजी में किसी टॉप कोर्स को कर लिया है तो करियर के कई अवसर आपके लिए खुले हैं। इस ब्लॉग में आप साइकोलॉजी में जॉब ऑप्शंस के बारे में जानेंगे। 

साइकोलॉजी क्या है?

साइकोलॉजी या मनोविज्ञान की उत्पत्ति अंग्रेजी के दो शब्दों साइको + लॉजी से मिलकर हुई, जहाँ साइको का अर्थ है, आत्मा अर्थात् मन और लॉजी से तात्पर्य है – अध्ययन। इस प्रकार सरल भाषा में कहें तो साइकोलॉजी या मनोविज्ञान का अर्थ है – मन का विज्ञान है। जिसमें किसी प्राणी के मन, विचार और उसके व्यवहार का वैज्ञानिक वैज्ञानिक अध्ययन जाता है। 

साइकोलॉजी में करियर क्यों बनाएं?

साइकोलॉजी को करियर के रूप में क्यों चुनना चाहिए इसके कुछ पॉइंट्स नीचे दिए गए हैं:

  • यह उन लोगों के लिए सबसे संतोषजनक विषयों में से एक है, जो अपनी भावनाओं, मानसिक स्वास्थ्य और दर्दनाक जीवन के साथ दूसरों की मदद करना चाहते हैं।
  • बदलती लाइफस्टाइल में लोगों के स्ट्रेस का लेवल बढ़ने लगा है ऐसे में उन्हें साइकोलॉजिस्ट की मदद की काफी जरूरत पड़ने लगी है इसलिए कह सकते हैं कि इसमें करियर की संभावना भी अधिक है। 
  • इसमें स्पेशलाइजेशन हासिल करके आप लोगों का मन और व्यवहार समझ सकते हैं। साथ ही मस्तिष्क से जुड़ी कई चीजों के बारे में भी सीखने को मिलता है। 
  • मनोविज्ञान का कोर्स करने के बाद पब्लिक और प्राइवेट हेल्थ केयर, एजुकेशन, स्पोर्ट्स, सोशल वर्क, थेरेपी एंड काउंसलिंग जैसे कई सेक्‍टर में करियर बना सकते हैं। 

साइकोलॉजी की ब्रांचेज 

साइकोलॉजी की कई सारी ब्रांचेज हैं जिनमें से कुछ यहाँ हैं:

  • क्लिनिकल साइकोलॉजी
  • ऐबनॉर्मल साइकोलॉजी
  • एजुकेशनल साइकोलॉजी 
  • कॉग्निटिव साइकोलॉजी 
  • बिहेवियरल साइकोलॉजी
  • फोरेंसिक साइकोलॉजी
  • ऑक्यूपेशनल/इंडस्ट्रियल साइकोलॉजी
  • डेवलपमेंटल साइकोलॉजी
  • मेडिकल/हेल्थ साइकोलॉजी
  • बायो साइकोलॉजी
  • मीडिया साइकोलॉजी

साइकोलॉजी में जॉब के लिए आवश्यक कौशल

साइकोलॉजी में जॉब के लिए कुछ स्किल्स का होना बेहद जरूरी है जो इस प्रकार हैं:

  • कम्युनिकेशन
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग
  • रिसर्च
  • एंपैथी
  • पेशेंस
  • एथिक्स
  • ऑब्जर्वेशन
  • इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन
  • क्रिटिकल थिंकिंग 
  • एनालिटिकल स्किल
  • टाइम मैनेजमेंट
  • सोशल स्किल्स
  • इमोशनल इंटेलिजेंस
  • सेल्फ अवेयरनेस

साइकोलॉजी कोर्सेज की लिस्ट

साइकोलॉजी में जॉब के लिए टॉप कोर्सेज में से चुनाव करना जरूरी है। कुछ टॉप कोर्सेज यहाँ भी दिए गए हैं:

कोर्स लेवलकोर्स
डिप्लोमाDiploma in Psychology
बैचलर्सBA Psychology, 
BSc Cognitive Science, 
BSc Health Behavior Science, 
BSc Psychology, BSc Business Psychology, 
BSc Forensic Psychology, 
BSc Criminology and Psychology, 
BSc Social Psychology, 
BA Developmental Studies
मास्टर्सMA Psychology, MSc Psychology, 
MSc Organizational Psychology, 
MSc Clinical Psychology, 
Master of Psychology, 
MA Counselling Psychology, 
MSc Behavioral Science, 
MSc Developmental Psychopathology, 
MA Developmental Psychology (Research Methods), 
MA Ed Curriculum, Instructional and Educational Psychology

साइकोलॉजी का अध्ययन करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़

साइकोलॉजी की पढ़ाई के लिए विदेश की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़

साइकोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए भारत की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट यहां दी गई है:

  • एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेज, नोएडा 
  • एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, पंजाब
  • आर्यभट्ट कॉलेज, दिल्ली
  • अशोक विश्वविद्यालय, हरियाणा 
  • लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
  • सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स,  पुणे
  • पटना महिला कॉलेज, पटना
  • बेथ्यून कॉलेज, कोलकाता
  • बीजेबी ऑटोनॉमस कॉलेज, भुवनेश्वर
  • सेंट पॉल कॉलेज, रांची

योग्यता

साइकोलॉजी में बैचलर और मास्टर्स दोनों के लिए योग्यता मानदंड नीचे दिया गया है:

  • डिप्लोमा/ बैचलर कोर्सेज के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आर्ट्स स्ट्रीम विषयों के साथ 10+2 की शिक्षा होना ज़रूरी है। 
  • UG कोर्स के अध्ययन के लिए SAT परीक्षा या ACT परीक्षा में अच्छे अंक लाना जरूरी हो सकता है। 
  • मास्टर कोर्स के लिए: बीए साइकोलॉजी ऑनर्स या किसी अन्य संबंधित क्षेत्र के समान क्षेत्र में यूजी डिग्री होनी चाहिए।
  • अगर आप विदेश में इसकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित में से किसी भी लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी परीक्षा का वैलिड स्कोर होना चाहिए – IELTS, TOEFL, PTE, आदि। 
  • इसके साथ SOP और LORs की भी जरूरत होगी।

आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

करियर स्कोप

साइकोलॉजी कोर्स करने के बाद सरकारी नौकरी या प्राइवेट नौकरी भी कर सकते हैं। साइकोलॉजी कोर्स ग्रेजुएट्स विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल, क्लीनिक, अस्पताल आदि क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। यदि कोई छात्र ग्रेजुएशन के बाद नौकरी नहीं करना चाहता है तो वह अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकता है। वह साइकोलॉजी में एमए, एमएससी, एमफिल, डॉक्टरेट आदि भी कर सकता है। नीचे कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल दी गई हैं जिनमें आप भारत में और साथ ही विदेशों में साइकोलॉजी में अपना करियर बना सकते हैं-

साइकोलॉजिस्ट

एक साइकोलॉजिस्ट वह है जो मानव मन और मानवीय भावनाओं और व्यवहार का अध्ययन करता है और विभिन्न स्थितियों का लोगों पर कैसे प्रभाव पड़ता है। साइकोलॉजिस्ट साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स और इश्यूज का सामना करने वाले लोगों की भी मदद करते हैं और उन्हें बेस्ट सूटेबल ट्रीटमेंट्स प्रदान करते हैं। विभिन्न प्रकार के साइकोलॉजिस्ट होते हैं:

  • क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट
  • बायोगेरोन्टोलॉजिस्ट 
  • चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट
  • कॉग्निटिव न्यूरोसाइंटिस्ट
  • कॉग्निटिव साइकोलॉजिस्ट
  • कम्युनिटी साइकोलॉजिस्ट
  • कंपैरेटिव साइकोलॉजिस्ट
  • कंज्यूमर साइकोलॉजिस्ट
  • काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट
  • क्रिमिनल साइकोलॉजिस्ट
  • कल्चरल साइकोलॉजिस्ट
  • डेवलपमेंटल साइकोलॉजिस्ट
  • एजुकेशनल साइकोलॉजिस्ट
  • इंजीनियरिंग साइकोलॉजिस्ट
  • एनवायरमेंटल साइकोलॉजिस्ट
  • एक्सपेरिमेंटल साइकोलॉजिस्ट
  • फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट
  • गैरीएट्रिक साइकोलॉजिस्ट
  • गेरोन्टोलॉजिस्ट
  • जेरोसाइकोलॉजिस्ट
  • हेल्थ साइकोलॉजिस्ट
  • मीडिया साइकोलॉजिस्ट
  • मिलिट्री साइकोलॉजिस्ट
  • नेवी साइकोलॉजिस्ट
  • न्यूरोलॉजिस्ट
  • न्यूरोपैथोलॉजिस्ट
  • न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट
  • ऑर्गेनाइजेशनल – इंडस्ट्रियल साइकोलॉजिस्ट
  • साइकेट्रिस्ट 
  • साइकोलॉजिकल एंथ्रोपोलॉजिस्ट 
  • रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट
  • स्कूल साइकोलॉजिस्ट
  • सोशल जिरन्टोलॉजिस्ट
  • सोशल साइकोलॉजिस्ट
  • स्पिरिचुअल साइकोलॉजिस्ट
  • स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट
  • ट्रांसपर्सनल साइकोलॉजिस्ट

थेरेपिस्ट

साइकोलॉजी में एक और मांग की जाने वाली करियर प्रोफ़ाइल थेरेपिस्ट है जिसका काम आमतौर पर एक विशेष प्रकार की थेरेपी के साथ एक विशेष प्रकार की मानसिक या शारीरिक बीमारी या डिसेबिलिटी का इलाज करना है। विभिन्न प्रकार के थेरेपिस्ट होते हैं:

  • आर्ट थेरेपिस्ट
  • कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपिस्ट
  • डांस/ मूवमेंट थेरेपिस्ट
  • एक्सरसाइज थेरेपिस्ट
  • एक्सिस्टेंटियल थेरेपिस्ट
  • लाइफ कोच
  • मैरिज फैमिली थेरेपिस्ट
  • म्यूजिकल थेरेपिस्ट
  • ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
  • फ़िज़िकल थेरेपिस्ट 
  • सेक्स थेरेपिस्ट
  • स्पीच पैथोलॉजिस्ट
  • ट्रांसपर्सनल थेरेपिस्ट

काउंसलर

काउंसलर वह व्यक्ति होता है जिसे व्यक्तिगत या मनोवैज्ञानिक समस्याओं पर मार्गदर्शन देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। विभिन्न प्रकार के काउंसलर होते हैं: 

  • एजुकेशनल काउंसलर
  • आर्मी मेंटल हेल्थ स्पेशलिस्ट
  • करियर काउंसलर
  • चाइल्ड अबयूज़ काउंसलर
  • चाइल्ड/ पेडियाट्रिक काउंसलर
  • कम्युनिटी मेंटल हेल्थ काउंसलर
  • कपल काउंसलर
  • क्राइसिस इंटरवेंशन स्पेशलिस्ट
  • डिप्रेशन काउंसलर
  • डोमेस्टिक वायलेंस काउंसलर
  • गैरीएट्रिक काउंसलर
  • ग्रीफ काउंसलर
  • लाइसेंस प्रोफेशनल काउंसलर
  • मैरिज & फैमिली काउंसलर
  • मेंटल हेल्थ काउंसलर
  • मल्टीकल्चरल काउंसलर
  • पेस्टोरल काउंसलर
  • रिहैबिलिटेशन काउंसलर
  • स्कूल काउंसलर
  • स्प्रिचुअल काउंसलर
  • सब्सटेंस काउंसलर
  • सुसाइड इंटरवेंशन काउंसलर
  • ट्रांसफॉरमेशनल काउंसलर
  • वेटरन्स  काउंसलर
  • वोकेशनल रिहैबिलिटेशन काउंसलर

सोशल वर्कर

यदि आप साइकोलॉजी से कम्युनिटी वेलफेयर में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो एक सोशल वर्कर का मार्ग आपके लिए सबसे अच्छा है। एक सोशल वर्कर व्यक्तियों, परिवारों, समूहों और समुदायों को उनके व्यक्तिगत और कलेक्टिव वेलफेयर को बढ़ाने में मदद करने के लिए प्रोफेशनल व्यक्ति होता है। ये कई प्रकार के होते हैं:

  • एडिक्शन सोशल वर्कर
  • चाइल्ड/पीडियाट्रिक सोशल वर्कर
  • क्लिनिकल सोशल वर्कर
  • कम्युनिटी सोशल वर्कर
  • करेक्शन सोशल वर्कर
  • डिसेबिलिटी पॉलिसी वर्कर
  • फैमिली सोशल वर्कर
  • गैरीएट्रिक सोशल वर्कर
  • हॉस्पाइस & पैलिएटिव सोशल वर्कर
  • मेंटल हेल्थ सोशल वर्कर
  • मिलिट्री सोशल वर्कर
  • साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर
  • पब्लिक हेल्थ सोशल वर्कर
  • सब्सटेंस अबयूज़ सोशल वर्कर

साइकोलॉजी में इन प्रमुख करियर के अलावा, आप निम्नलिखित करियर भी देख सकते हैं:

  • मनोचिकित्सक मनोचिकित्सक
  • ऑक्यूपेशनल साइकोलॉजिस्ट
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
  • ऑर्गेनाइजेशनल साइकोलॉजिस्ट
  • फैमिली सर्विस वर्कर
  • प्रोफेसर
  • रिहैबिलिटेशन काउंसलर
  • बिजनेस इंटेलिजेंस मैनेजर आदि। 

टॉप रिक्रूटिंग सेक्टर और कंपनीज़

साइकोलॉजी में जॉब तलाश कर रहे छात्रों के लिए कुछ सेक्टर हैं जहां वे नौकरी कर सकते हैं:

  • कॉलेजेस, यूनिवर्सिटीज़ और स्कूल्स  
  • आउटपेशेंट केयर सेंटर्स 
  • हॉस्पिटल्स और क्लिनिक्स 
  • हेल्थ प्रैक्टिशनर ऑफिसेस 
  • साइकेट्रिक और सबस्टेन्स एब्यूज हॉस्पिटल्स 
  • इंडिविजुअल एंड फैमिली सर्विसेज़ 

आप अपनी डिग्री पूरी करने के बाद इन शीर्ष स्थान में काम कर सकते हैं:

  • Med source Consultants
  • CSI Executive Search
  • Locum Tenens USA
  • CLARITRICS INDIA PRIVATE LIMITED
  • National University of Science & Technology
  • Swami Vivekanand Subharti University
  • AMITY university
  • AIIMS
  • Apollo hospitals

टॉप जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी

साइकोलॉजी ग्रेजुएट्स के लिए कुछ साइकोलॉजी में जॉब ऑप्शंस यहां दिए गए हैं:

साइकोलॉजी में जॉब प्रोफ़ाइलअनुमानित सालाना सैलरी
साइकाइट्रिस्टINR 6-8 लाख
साइकोलॉजिस्टINR 7-10 लाख
काउंसलरINR 2.5-4 लाख
सोशल साइकोलॉजिस्टINR 5-7 लाख
रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्टINR 4-7 लाख

FAQs

क्या बीएससी मनोविज्ञान में करने के बाद मेरे लिए फोरेंसिक साइकोलॉजिस्ट के रूप में काम करना संभव है?

फोरेंसिक साइकोलॉजिस्ट के पद के लिए आवेदक के पास फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में मास्टर डिग्री होनी चाहिए।

भारत में, एक साइकोलॉजिस्ट के लिए औसत वार्षिक वेतन क्या है?

भारत में एक साइकोलॉजिस्ट का औसत वार्षिक वेतन 2.5 लाख रुपये से 3.5 लाख रुपये तक है।

मनोविज्ञान बैचलर्स के लिए रोज़गार के सबसे आम क्षेत्र कौन से हैं?

अस्पताल, स्कूल, विश्वविद्यालय, क्लीनिक, खेल के मैदान और कई अन्य स्थान मनोविज्ञान में बीएससी डिग्री वाले व्यक्तियों की तलाश कर रहे हैं।

उम्मीद है, साइकोलॉजी में जॉब ऑप्शंस के बारे में आपको पता चल गया होगा। यदि आप विदेश में साइकोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं जिससे साइकोलॉजी में जॉब अच्छी सैलरी पैकेज पर मिल सके तो 1800 572 000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं। 

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