बीएससी सीएस एक आकर्षक डिग्री है जो छात्रों को कंप्यूटर की दुनिया, इसकी प्रोग्रामिंग, प्रयोगों और विभिन्न सिद्धांतों से परिचित कराती है। बीएससी सीएस बैचलर की मांग पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है क्योंकि बड़ी संख्या में उद्योगों ने उन्हें रोजगार दिया है। बीएससी सीएस में ग्रेजुएशन पूरा करने से कई तरह के कोर्स के विकल्प खुलते हैं, जिन्हें एक छात्र बीएससी सीएस साइंस के बाद कर सकता है। यदि आप 12th के बाद एक अच्छा करियर विकल्प चुनना चाहते हैं, तो आपको बीएससी सीएस के बारे में विचार करना चाहिए। आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं बीएससी सीएस के बारे में।
कोर्स | बीएससी सीएस |
फुल फॉर्म | Bachelor of Computer Science |
अवधि | 3 वर्ष |
स्तर | अंडरग्रेजुएट |
योग्यता | पीसीएम/पीसीबी के साथ 10+2 |
प्रवेश परीक्षा | SAT, IELTS/TOEFL(विदेश) JEE Mains, JEE Advanced, BHU UET, BITSAT, VITEEE etc (भारत) |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा / योग्यता-आधारित |
सिलेबस | बीएससी सीएस |
कोर्स के बाद रोजगार के अवसर | -इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी स्पेशलिस्ट -गेम डिजाइनर -क्वालिटी एनालिस्ट –ग्राफिक डिजाइनर –सॉफ्टवेयर डेवलपर -टैस्ट इंजीनियर -डेटाबेस डिजाइनर –प्रोजेक्ट मैनेजर |
This Blog Includes:
- बीएससी सीएस क्या है?
- बीएससी सीएस और बीसीए में अंतर
- बीएससी सीएस क्यों चुनें?
- बीएससी सीएस के लिए स्किल्स
- बीएससी सीएस का सिलेबस
- बीएससी सीएस के लिए विदेशी यूनिवर्सिटीज
- बीएससी सीएस के लिए भारतीय यूनिवर्सिटीज
- बीएससी सीएस के लिए योग्यता
- विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- भारत में आवेदन प्रक्रिया
- बीएससी सीएस के लिए एंट्रेंस एग्जाम
- बीएससी सीएस के बाद जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
- FAQs
बीएससी सीएस क्या है?
बीएससी सीएस तीन साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जो कंप्यूटर सिद्धांतो और अनुप्रयोगों से संबंधित है। इस डिग्री कोर्स का मुख्य एजेंडा कंप्यूटर और कंप्यूटर सिस्टम की प्रौद्योगिकियों का कार्यान्वयन करना है। इस कोर्स के दौरान छात्र ऑपरेटिंग सिस्टम, नंबर सिस्टम और कोड, नियंत्रण संरचनाएं, सरणियाँ और फंक्शन जैसे विषयों की विस्तृत श्रृंखला का अध्ययन करते हैं।
बीएससी सीएस और बीसीए में अंतर
बीएससी सीएस और बीसीए में अंतर नीचे दिया गया है-
अंतर | बीएससी सीएस | बीसीए |
डिग्री | अंडरग्रेजुएट (बैचलर ऑफ साइंस) | अंडरग्रेजुएट (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्पलीकेशन) |
अवधि | 3 साल | 3 साल |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट-आधारित / प्रवेश परीक्षा | प्रवेश परीक्षा या मेरिट आधारित |
कोर्स रिव्यु | बीएससी सीएस कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में सैद्धांतिक ज्ञान और कौशल और विभिन्न उपयोगों के लिए वास्तविक दुनिया में इसके अनुप्रयोगों से संबंधित है। | बीसीए सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर अनुप्रयोगों के विकास से संबंधित है। प्रोग्रामिंग और नेटवर्किंग इस विषय के मुख्य क्षेत्र हैं। |
औसत सैलरी | INR 6-7 लाख | INR 4-6 लाख |
बीएससी सीएस क्यों चुनें?
बीएससी सीएस को क्यों चुनें, इसकी जानकारी नीचे दी गई है-
- आजकल कंप्यूटिंग का प्रयोग हमारे जीवन को और बेहतर करने के तरीकों में शामिल हो गया है इसलिए इसे हाल के वर्षों में अधिक महत्व प्राप्त हुआ है।
- कंप्यूटर विज़न, रोबोटिक्स, मोबाइल डिवाइस और गेम एप्लिकेशन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल जीवन में कई विकास हुए हैं जो सभी कंप्यूटिंग टूल्स के साथ हमारी बातचीत का एक सामान्य हिस्सा बन गए हैं।
- बीएससी सीएस पूरा करने के बाद आप इसी तरह की जॉब्स हासिल कर सकते हैं, जिससे आप अपने भविष्य को एक कुशल व नया आयाम दे सकते हैं।
बीएससी सीएस के लिए स्किल्स
बीएससी सीएस में करियर बनाने के लिए, आपके पास हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सिस्टम को कुशलतापूर्वक संचालित करने के लिए आवश्यक स्किल सेट और कंप्यूटर एल्गोरिथ्म, डेटाबेस और ऑपरेटिंग सिस्टम की पूरी समझ होनी चाहिए। प्रमुख बीएससी सीएस कोर्सेज की खोज करने से पहले, आइए एक नज़र डालें कि इस लगातार बढ़ते तकनीकी क्षेत्र में एक सफल करियर बनाने के लिए प्रमुख स्किल्स क्या चाहिए-
- टेक्निकल स्किल्स
- टीम वर्क का हुनर
- डिजिटल मार्केटिंग की नॉलेज
- प्रोग्रामिंग की नॉलेज
- विश्लेषणात्मक स्किल्स
- समस्या समाधान करने का हुनर
- क्रिएटिविटी
- महत्वपूर्ण विचार करने की स्किल्स
- C++, वेब डेवलपमेंट जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए
- कंप्यूटर एल्गोरिदम, ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर, डेटाबेस हैंडलिंग आदि का गहन ज्ञान
बीएससी सीएस का सिलेबस
बीएससी सीएस सिलेबस में सभी मुख्य विषयों को कवर करने वाले कई मुख्य और वैकल्पिक विषय शामिल हैं। चूंकि वास्तविक सिलेबस विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न हो सकता है, इसलिए हमने बीएससी सीएस कोर्सेस के तहत सभी प्रमुख विषयों को नीचे दिया है:
सेमस्टर- 1
कंप्यूटर साइंस बेसिक्स | बेसिक्स ऑफ़ एम्बेडेड सिस्टम्स |
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक | C प्रोग्रामिंग |
कंप्यूटर साइंस ऍप्लिकेशन्स | मैथमेटिक्स |
इंग्लिश लैंग्वेज | एनवायर्नमेंटल साइंस |
सेमस्टर- 2
बेसिक प्रोग्रामिंग कॉन्सेप्ट्स | एडवांस्ड मैथमेटिक्स |
ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर फंडामेंटल | कंप्यूटर नेटवर्क्स |
सेमस्टर- 3
इंट्रोडक्शन टू डेटा स्ट्रक्चर | बेसिक्स ऑफ़ ऑपरेटिंग सिस्टम |
C++ का उपयोग करके ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग | जावा प्रोग्रामिंग |
सेमस्टर- 4
सिस्टम प्रोग्रामिंग: बेसिक्स ऑफ़ कंप्यूटर नेटवर्क | इंट्रोडक्शन टू डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम |
कंप्यूटर ग्राफिक्स | Oracle |
विजुअल प्रोग्रामिंग और विजुअल बेसिक्स | RDBMS |
सेमस्टर- 5
जावा प्रोग्रामिंग | अडवांस कंप्यूटर नेटवर्क |
सॉफ्टवेयर टेस्टिंग | ऑपरेटिंग सिस्टम |
सेमस्टर- 6
सिस्टम सॉफ्टवेयर | C++ |
विजुअल प्रोग्रामिंग 2 | प्रोग्रामिंग लैब |
बीएससी सीएस के लिए विदेशी यूनिवर्सिटीज
बीएससी सीएस के लिए विदेश के टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है–
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- येल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- लंदन मेट्रोलोपियन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ डर्बी
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंट
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बीएससी सीएस के लिए भारतीय यूनिवर्सिटीज
भारत में बीएससी सीएस के लिए कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गईहैं–
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- इलाहाबाद विश्वविद्यालय
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- अन्ना विश्वविद्यालय
- लखनऊ विश्वविद्यालय
- मुंबई विश्वविद्यालय
- पुणे विश्वविद्यालय
- लोयोला कॉलेज चेन्नई
- मिरांडा हाउस (दिल्ली)
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज
- हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
- श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय)
बीएससी सीएस के लिए योग्यता
बीएससी सीएस के लिए कुछ सामान्य योग्यताओं के बारे में नीचे बताया गया है–
- बीएससी सीएस के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से सांइस स्ट्रीम PCM (भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित) या (भौतिकी,, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) से 10+2 अच्छे अंकों से पास किया हो।
- भारत में बीएससी सीएस के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे JET, NPATऔर NATA आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। विदेश के कुछ यूनिवर्सिटी के लिए ACT, SAT आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
- विदेश में ऊपर दी गई रिक्वायरमेंट्स के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
- साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में आवेदन के लिए SOP, LOR और CV/Resume तथा Portfolio की भी ज़रूरत होती है।
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विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- हमारे एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज होने आवश्यक हैं-
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट और ग्रेड कार्ड
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- सीवी / रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
- बैंक विवरण
छात्र वीजा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
भारत में आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
- आवदेन शुल्क हर यूनिवर्सिटी के लिए अलग–अलग हो सकती है। आवेदन शुल्क लगभग £25 से £50 (₹2515 से ₹5031) तक हो सकती है।
बीएससी सीएस के लिए एंट्रेंस एग्जाम
बीएससी सीएस के लिए एडमिशन आमतौर पर दो तरीकों से हो सकता है – मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर। हर यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है।
- मेरिट के आधार पर: कुछ यूनिवर्सिटी में बीएससी सीएस के लिए एडमिशन मेरिट पर आधारित होता है। इसमें यूनिवर्सिटी या कॉलेज में योग्यता और कट ऑफ को पूरा करने वाले आवेदकों को प्रोविजनल प्रवेश की पेशकश की जाती है।
- प्रवेश परीक्षा के आधार पर: बीएससी सीएस कोर्स में छात्रों को प्रवेश देने के लिए कई कॉलेज और विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती हैं। प्रवेश प्रक्रिया के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जिसमें इन प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद काउंसलिंग राउंड शामिल हैं। नीचे कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों के एंट्रेंस एग्जाम के नाम दिए गए हैं :
- JNUEE
- DUET
- BITSAT
- BHU UET
- CUCET
- IPU CET
बीएससी सीएस के बाद जॉब प्रोफाइल्स व सैलरी
बीएससी सीएस ग्रेजुएट्स के पास रोजगार के बेहतरीन अवसर हैं। उनके लिए नौकरियां केवल विज्ञान क्षेत्र में ही सीमित नहीं हैं बल्कि वे management, engineering, law आदि जैसे अन्य क्षेत्रों में भी जा सकते हैं। नीचे बीएससी सीएस के बाद कुछ टॉप नौकरी के अवसर और Payscale के अनुसार उनका औसत वार्षिक वेतन नीचे दिया गया हैं:
रोजगार के अवसर | औसत सालाना सैलरी (INR) |
रिसर्च साइंटिस्ट | 2-4 लाख |
फोरेंसिक साइंटिस्ट | 3-5 लाख |
एनालिटिकल केमिस्ट | 3-6 लाख |
साइंस राइटर | 2-5 लाख |
टॉक्सिकोलॉजिस्ट | 3-6 लाख |
क्लिनिकल साइंटिस्ट | 2-5 लाख |
साइंटिफिक लैबोरेटरी टेक्नीशियन | 3-5 लाख |
नर्स | 2-5 लाख |
फिजिसिस्ट | 3-6 लाख |
बॉटनिस्ट | 3.5-7 लाख |
माइक्रोबायोलॉजिस्ट | 4.5-8 लाख |
साइकोलॉजिस्ट | 2-4 लाख |
मैथेमैटिशियन | 3-6 लाख |
आईटी प्रोफेशनल | 6-10 लाख |
एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट | 2-7 लाख |
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FAQs
कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के विशाल क्षेत्र की खोज में रुचि रखने वालों के लिए, बीएससी सीएस निश्चित रूप से एक अच्छा विकल्प है। इस कार्यक्रम में कंप्यूटर विज्ञान के तहत विभिन्न विषयों जैसे डेटाबेस प्रबंधन, कोडिंग, प्रोग्रामिंग भाषा, सूचना प्रौद्योगिकी, सांख्यिकी, नेटवर्किंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल हैं।
बीएससी सीएस स्टूडेंट्स सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में करियर के अपार अवसरों की खोज कर सकते हैं। प्रोजेक्ट मैनेजर, क्यूए स्पेशलिस्ट, सॉफ्टवेयर डेवलपर, टेस्टिंग इंजीनियर, सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, आईटी स्पेशलिस्ट, गेम डिजाइनर आदि कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल हैं, जिन्हें आप बीएससी सीएस पूरा करने के बाद एक्सप्लोर कर सकते हैं।
बीएससी सीएस के प्रमुख विदेशी विश्वविद्यालय ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी आदि है।
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि बीएससी सीएस क्या है और इससे संबंधी सारी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। अगर आप विदेश में बीएससी सीएस का कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।