जानते हैं, BSc कंप्यूटर साइंस सिलेबस के बारे में

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BSc Computer Science syllabus in Hindi

आज का युग कंप्यूटर का युग है और हम यदि यह कहे कि कम्प्यूटर के बिना हमारी जिंदगी अधूरी है तो एक हद तक यह सही ही होगा। आज हर काम कंप्यूटर या टेक्नोलॉजी के जरिए होता है। डिजिटल इंडिया का दौर होने से कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी का उपयोग लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इसलिए बेहतर करियर स्कोप के लिए छात्र ग्रेजुएशन के लिए BSc कंप्यूटर साइंस को चुन रहे है। यदि आप BSc Computer Science syllabus in Hindi में आने वाले विषय और टॉपिक के बारे में जानना चाहते हैं तो ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें। 

कोर्स बीएससी कंप्यूटर साइंस
अवधि 3 वर्ष
पात्रता विज्ञान के साथ 10+2 (पीसीएम)
प्रवेश परीक्षा JNUEE, BHU NET
ACT/SET [विदेशों के लिए]
वेतन 3.5 लाख प्रति वर्ष प्रारंभिक वेतन के रूप में
नौकरियां आईटी एनालिस्ट, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, नेटवर्क आर्किटेक्ट, हार्डवेयर इंजीनियरिंग, प्रोग्रामर, जूनियर डेटा साइंटिस्ट

BSc कंप्यूटर साइंस के बारे में

कंप्यूटर साइंस में BSc 12 वीं विज्ञान के बाद सबसे लोकप्रिय डिग्री कोर्सेज में से एक है जो 3-4 साल का होता है। यह हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी में स्पेशलाइजेशन के साथ-साथ कई अन्य क्षेत्रों में भी विभिन्न रास्ते खोलता है। विश्व स्तर पर कई मान्यता प्राप्त हैं जो इस कोर्स की पेशकश करते हैं।

आवश्यक स्किल

  • कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और कैलकुलस की मूल बातों की अच्छी समझ होनी चाहिए, जो विषय कक्षा 11th और 12th कंप्यूटर साइंस में पढ़ाए जाते हैं। 
  • BSc कंप्यूटर साइंस के विषयों को समझने के लिए, आपको गणित और फिजिक्स की समझ भी होनी चाहिए।
  • कम से कम एक प्रोग्रामिंग भाषा का ज्ञान हो।
  • सूचना सिद्धांत और दूरसंचार से संबंधित ज्ञान हो।
  • एल्गोरिदम और प्रोग्रामिंग सिद्धांतो का बुनियादी ज्ञान हो।
  • हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के बारे में सामान्य जानकारी हो।

BSc कंप्यूटर साइंस सिलेबस

BSc Computer Science syllabus in Hindi सेमेस्टर वाइज नीचे दिया गया है :

बीएससी कंप्यूटर साइंस सेमेस्टर I

कंप्यूटर साइंस बेसिक्स फंडामेंटल्स ऑफ़ एम्बेडेड सिस्टम्स
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स सी प्रोग्रामिंग
कंप्यूटर साइंस एप्लीकेशंस गणित
अंग्रेजी भाषा एनवायर्नमेंटल साइंस

बीएससी कंप्यूटर साइंस सेमेस्टर II

बेसिक प्रोग्रामिंग कॉन्सेप्ट्स एडवांस्ड मैथमेटिक्स
ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर फंडामेंटल कंप्यूटर नेटवर्क

बीएससी कंप्यूटर साइंस सेमेस्टर III

इंट्रोडक्शन टू डाटा स्ट्रक्चर बेसिक्स ऑफ़ ऑपरेटिंग सिस्टम
ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग यूज़िंग C++ जावा प्रोग्रामिंग

बीएससी कंप्यूटर साइंस सेमेस्टर IV

सिस्टम प्रोग्रामिंग: कंप्यूटर नेटवर्क की बुनियादी बातें डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली का परिचय
कंप्यूटर ग्राफिक्स ओरेकल
विजुअल प्रोग्रामिंग और विजुअल बेसिक्स आरडीबीएमएस

बीएससी कंप्यूटर साइंस सेमेस्टर V

जावा प्रोग्रामिंग एडवांस्ड कंप्यूटर नेटवर्क
सॉफ़्टवेयर टेस्टिंग ऑपरेटिंग सिस्टम

बीएससी कंप्यूटर साइंस सेमेस्टर VI

सिस्टम सॉफ्ट्वेयर सी++
विज़ुअल प्रोग्रामिंग 2 प्रोग्रामिंग लैब

नोट: यह एक सामान्य सिलेबस है।

BSc कंप्यूटर साइंस के विषय

BSc कंप्यूटर साइंस में पढ़ाए जाने वाले विषयों की सूची नीचे दी गई है:

  • इंट्रोडक्शन टू कंप्यूटर
  • इंट्रोडक्शन टू प्रोग्रामिंग कॉन्सेप्ट्स
  • इंट्रोडक्शन टू विंडोज़, इट्स फीचर्स, ऍप्लिकेशन्स
  • सी++ प्रोग्रामिंग
  • कंप्यूटर ऑर्गनाइज़ेशन थ्योरी
  • डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम
  • इंट्रोडक्शन टू एम्बेडेड सिस्टम
  • PHP फंडामेंटल्स
  • मैथमेटिकल फाउंडेशन फॉर कंप्यूटर साइंस
  • जावा प्रोग्रामिंग
  • टास्कस
  • अर्रेस
  • डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम
  • इंट्रोडक्शन टू नंबर सिस्टम्स एंड कोड्स
  • डेटा माइनिंग
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
  • कंप्यूटर नेटवर्क
  • कंट्रोल स्ट्रक्चर्स

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, एक कंप्यूटर प्रोग्राम के निर्माण, डिज़ाइन और एक्सीक्यूटिंग की प्रक्रिया है। आपको कोडिंग सिस्टम और एनकोडिंग, ई-बगिंग और सिस्टम मेंटेनेंस सहित मूल बातें इसमें सिखाई जाएंगी

कंप्यूटर का परिचय कंप्यूटर का विकास, कंप्यूटर का निर्माण, कंप्यूटर का एनालॉग डिजिटल और हाइब्रिड कंप्यूटर का वर्गीकरण, आकार के अनुसार कंप्यूटरों का वर्गीकरण, सुपर कंप्यूटर, मेनफ्रेम कंप्यूटर, पर्सनल कंप्यूटर (विभिन्न प्रकार) और टर्मिनल (विभिन्न प्रकार), कंप्यूटर के लक्षण, एक के ब्लॉक आरेख डिजिटल कंप्यूटर, ओएस के प्रकार।
इनपुट / आउटपुट डिवाइस इनपुट डिवाइस-कीबोर्ड, माउस, आउटपुट डिवाइस – वीडीयू, प्रिंटर। इंटरनेट, मल्टीमीडिया, कंप्यूटर वायरस
प्रोग्रामिंग अवधारणाओं का परिचय प्रोग्रामिंग भाषाओं के प्रकार, सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर का वर्गीकरण, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर, संरचित प्रोग्रामिंग, एल्गोरिदम और उदाहरणों के साथ फ्लोचार्ट

मैथेमेटिकल फाउंडेशन

BSc Computer Science syllabus का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में आने वाली मैथेमेटिकल प्रॉब्लम को हल करना है। 

संख्या प्रणाली और कोड का परिचय विभिन्न संख्या प्रणाली और उनके रूपांतरण (दशमलव, बाइनरी, ऑक्टल और हेक्साडेसिमल), 1 का पूरक और 2 का पूरक फ्लोटिंग पॉइंट नंबर, कोडिंग – BCD, ग्रे, ASC )

डेटाबेस और सिस्टम टेक्निकलिटीज

यह डेटाबेस कैसे काम करता है और नए सॉफ्टवेयर और तकनीकी के विकास की समझ के लिए BSc कंप्यूटर साइंस आपके लिए एक अच्छा विकल्प है।

प्रोग्रामिंग अवधारणाओं का परिचय प्रोग्रामिंग भाषाओं के प्रकार, सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर का वर्गीकरण, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर, संरचित प्रोग्रामिंग, एल्गोरिदम और उदाहरणों के साथ फ्लोचार्ट
कार्यों परिभाषा, फ़ंक्शन परिभाषा और प्रोटोटाइप, फ़ंक्शन के प्रकार, तर्कों के प्रकार, रिकर्सन, फ़ंक्शन के लिए पासिंग एरे, सी-स्वचालित में स्टोरेज क्लास, रजिस्टर, बाहरी और स्थिर चर।
डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम डॉस कमांड का परिचय। डॉस डायरेक्टरी संबंधित कमांड में डॉस कमांड के प्रकार वाइल्ड कार्ड कैरेक्टर। फ़ाइल संबंधित कमांड और उपयोगिताएँ। फिल्टर और पुनर्निर्देशन, बैच फ़ाइल।
विंडोज़ का परिचय एमएस विंडोज, और इसके अनुप्रयोग के विभिन्न तत्व विंडोज़ टाइटल बार, मेन्यू बार, मैक्सिमम और क्लोज बटन, बॉर्डर और कॉर्नर, स्क्रॉल बार, विंडोज़ आइकन, फोल्डर आइकन, डायलॉग बॉक्स और इसके आइटम, माइक्रोसॉफ्ट विंडो शुरू करना, फाइलों को खोजना, कॉपी करना फ़ाइलें, डिस्क की सफाई, अनावश्यक फ़ाइलों को हटाना।

योग्यता

कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल करने के लिए यहां कुछ सामान्य योग्यता दी गए हैं:

  • BSc कंप्यूटर साइंस के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से सांइस स्ट्रीम PCM (फिज़िक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स) से 10+2 अच्छे अंकों से पास किया हो।
  • भारत में BSc के लिए कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं। (जैसे JNUEE, BHU NET, JET, NPATऔर NATA आदि) जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है। विदेश में यूनिवर्सिटी के लिए ACTSAT आदि के स्कोर ज़रूर होते हैं।
  • विदेश में ऊपर दी गई रिक्वायरमेंट्स के साथ IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर ज़रूरी होते हैं।
  • साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी में आवेदन के लिए SOPLOR और CV/रेज़्युम तथा पोर्टफोलियो की भी ज़रूरत होती है।

विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज

कंप्यूटर साइंस कोर्स के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट यहाँ दी गई है:

BSc कंप्यूटर साइंस कोर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेज

भारत में कई टॉप कॉलेज हैं जो BSc कंप्यूटर साइंस कोर्स ऑफर करते हैं । लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि BSc Computer Science syllabus और विषय एक अकादमिक संस्थान से दूसरे अकादमिक संस्थान में भिन्न हो सकते हैं। भारत में टॉप BSc कंप्यूटर साइंस कॉलेज यहाँ दिए गए हैं:

  • अन्ना विश्वविद्यालय
  • दिल्ली विश्वविद्यालय
  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
  • गीताम विश्वविद्यालय
  • विश्व भारती विश्वविद्यालय
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
  • इलाहाबाद विश्वविद्यालय
  • दिल्ली विश्वविद्यालय
  • गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

BSc कंप्यूटर साइंस के बाद स्कोप

यहाँ BSc कंप्यूटर साइंस के बाद टॉप मास्टर्स कोर्सेज दिए गए हैं:

BSc कंप्यूटर साइंस बुक्स

यहां कुछ किताबें दी गई हैं जो आपको कंप्यूटर साइंस के बारे में वैचारिक समझ और ज्ञान हासिल करने में मदद कर सकती हैं।

BSc कंप्यूटर साइंस जॉब

अगर आप सोच रहे हैं कि BSc कंप्यूटर साइंस में क्या स्कोप है तो यहां जॉब प्रोफाइल दी गई हैं:

  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर
  • वेब डेवलपर/वेब डिज़ाइनर
  • मोबाइल ऐप डेवलपर
  • यूआई/यूएक्स डेवलपर
  • आईटी सुपरवाइजर
  • नेटवर्क इंजीनियर
  • सॉफ्टवेयर गुणवत्ता आश्वासन (एसक्यूए) सुपरवाइजर

BSc कंप्यूटर साइंस के बाद सरकारी नौकरियां

  • IT ऑफिसर इन पब्लिक सेक्टर बैंक
  • रिसर्च एसोसिएट
  • ISRO में इंजीनियर

सैलरी

जॉब प्रोफाइल  सैलरी 
सॉफ्टवेयर इंजीनियर 5-11 लाख
वेब डेवलपर/वेब डिज़ाइनर 5-10 लाख 
मोबाइल ऐप डेवलपर 5-7 लाख 
यूआई/यूएक्स डेवलपर 3-5 लाख 
आईटी सुपरवाइजर 7-12 लाख 
नेटवर्क इंजीनियर 5-10 लाख
सॉफ्टवेयर क्वालिटी अश्योरेंस (एसक्यूए) सुपरवाइजर 5-10 लाख

FAQs

क्या BSc कंप्यूटर साइंस एक अच्छा कोर्स है?

कंप्यूटर साइंस और IT के क्षेत्र में रिसर्च में रुचि रखने वालों के लिए BSc कंप्यूटर साइंस निश्चित रूप से एक अच्छा विकल्प है। इस कार्यक्रम में कंप्यूटर विज्ञान के तहत विभिन्न विषयों जैसे डेटाबेस प्रबंधन, कोडिंग, प्रोग्रामिंग भाषा, सूचना प्रौद्योगिकी, सांख्यिकी, नेटवर्किंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल हैं।

क्या BSc कंप्यूटर साइंस में मैथ है?

हां, BSc Computer Science syllabus in Hindi में गणित एक अनिवार्य विषय है।

BSc कंप्यूटर साइंस का क्या स्कोप है? 

BSc कंप्यूटर साइंस ग्रेजुएट्स सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में करियर के अपार अवसरों की खोज कर सकते हैं। प्रोजेक्ट मैनेजर, QA स्पेशलिस्ट, सॉफ्टवेयर डेवलपर, टेस्टिंग इंजीनियर, सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, IT स्पेशलिस्ट, गेम डिज़ाइनर आदि कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल हैं, जिन्हें आप BSc कंप्यूटर साइंस पूरा करने के बाद चुन सकते हैं।

उम्मीद है, BSc Computer Science syllabus in Hindi के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में BSc कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहते है तो आज ही Leverage Edu एक्सपर्ट को 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। 

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