आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस हर साल 13 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि आपदाओं से होने वाले नुकसान को कैसे कम किया जा सकता है। जब हम बाढ़, भूकंप, तूफान या अन्य आपदाओं के बारे में पहले से जानकारी रखते हैं और तैयारी करते हैं, तो जान-माल का नुकसान कम किया जा सकता है। यह दिवस हमें जागरूक करता है कि आपदाओं से बचाव के उपाय करने से हम अपनी और अपने समुदाय की सुरक्षा कर सकते हैं। इसलिए इस ब्लॉग में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day For Disaster Risk Reduction in Hindi) क्यों मनाया जाता है और महत्व के बारे में बताया गया है।
This Blog Includes:
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के बारे में
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का इतिहास
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का महत्व
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस 2024 थीम
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस कैसे मनाया जाता है?
- FAQs
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के बारे में
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day for Disaster Risk Reduction in Hindi) हर साल 13 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य आपदाओं से होने वाले जोखिमों और उनके प्रभावों को कम करने के बारे में जागरूकता बढ़ाना और समुदायों को इन आपदाओं से सुरक्षित बनाने के लिए सक्रिय कदम उठाने पर बल देना है। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया गया है ताकि वैश्विक स्तर पर आपदा जोखिम को कम करने की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके।
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आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
आपदा जोखिम जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस हर साल 13 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन आपदाओं से जुड़े जोखिमों को कम करने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके प्रभाव को कम करने के लिए सक्रिय रणनीतियों को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा बनाया गया था।
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का इतिहास
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का इतिहास (History of International Day For Disaster Risk Reduction in Hindi) यहाँ बताया गया है :
- 1990 : संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1990 के दशक को प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दशक के रूप में नामित किया। इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले जान-माल के नुकसान और व्यवधानों को कम करना था।
- 13 अक्टूबर 1989 : आईडीएनडीआर पहल के हिस्से के रूप में संयुक्त राष्ट्र ने आपदा न्यूनीकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस तिथि को आधिकारिक ‘प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ घोषित किया।
- 2002 : संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दशक के बाद भी इस दिन को मनाते रहने का निर्णय लिया और इसका नाम बदलकर ‘आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ कर दिया।
- 2015 : जापान के सेंडाई में आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर तीसरे संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मेलन में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सेंदाई फ्रेमवर्क को अपनाना एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। सेंडाई फ्रेमवर्क आपदा जोखिम को कम करने और राष्ट्रों और समुदायों की आपदाओं के प्रति लचीलापन बनाने के लिए 15 साल का स्वैच्छिक, गैर-बाध्यकारी समझौता है।
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आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का महत्व
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस का महत्व (Importance of International Day For Disaster Risk Reduction in Hindi) यहाँ बताया गया है :
- यह दिन आपदाओं से जुड़े खतरों और उनके प्रभावों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने का एक प्रमुख माध्यम है।
- इस दिन के जरिए सरकारें, संगठन, और समुदाय आपदा जोखिम प्रबंधन की नई और प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा करते हैं।
- यह दिवस सतत विकास के लक्ष्यों को सुरक्षित रखने के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर जोर देता है, ताकि आपदाओं से विकास में रुकावट न आए।
- यह दिन स्थानीय समुदायों को आपदा प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है।
- आपदाओं से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले गरीब और संवेदनशील समुदाय होते हैं।
- 2015 में अपनाए गए सेन्दई फ्रेमवर्क के तहत, आपदा जोखिम न्यूनीकरण को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राथमिकता दी गई है। यह दिवस फ्रेमवर्क के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकारों और संगठनों को प्रेरित करता है।
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस 2024 थीम
किसी भी दिवस को मनाने के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। ऐसे ही आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस भी हर साल एक निर्धारित थीम के साथ मनाया जाता है। लेकिन साल 2024 के लिए अभी तक कोई भी आधिकारिक थीम की घोषणा नहीं की गई है। इससे पहले साल 2023 में इस दिवस की थीम ‘फाइटिंग इनिक्वालिटी फॉर ए रेसिलिएंट फ्यूचर’ (Fighting inequality for a resilient future) रखी गई थी।
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आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस कैसे मनाया जाता है?
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day For Disaster Risk Reduction in Hindi) कैसे मनाया जाता है के बारे में यहाँ बताया गया है :
- विभिन्न देशों में सरकारी और गैर-सरकारी संगठन सेमिनार और वर्कशॉप्स आयोजित करते हैं, जहाँ आपदा प्रबंधन और जोखिम न्यूनीकरण पर विशेषज्ञ अपनी जानकारी साझा करते हैं।
- स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बच्चों और युवाओं के लिए आपदा प्रबंधन से जुड़े शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- समुदायों को आपदा के समय किस प्रकार सुरक्षित रहना है, इसके लिए बचाव और राहत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- मीडिया, टीवी, रेडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से आपदा जोखिम कम करने के तरीकों पर जागरूकता फैलाई जाती है। इस दिन खासतौर पर आपदाओं से बचाव के लिए उपाय और रणनीतियों पर विशेष कार्यक्रम प्रसारित होते हैं।
- स्थानीय समुदायों में जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, जिनमें लोगों को सिखाया जाता है कि प्राकृतिक आपदाओं का सामना कैसे करें और किस प्रकार की तैयारी करें।
FAQs
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 13 अक्टूबर को मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1989 में एक प्रस्ताव के माध्यम से अक्टूबर के दूसरे बुधवार को प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में नामित किया। लेकिन 21 दिसंबर 2009 को विधानसभा ने एक नया प्रस्ताव अपनाया जिसमें उसने 13 अक्टूबर को यह दिवस मनाने का निर्णय लिया और इसका नाम बदलकर आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस कर दिया।
आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस की शुरुआत 1989 में हुई थी।
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