World Spine Day in Hindi: जानिए यह दिवस कब और क्यों मनाते हैं?

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World Spine Day in Hindi

वर्ल्ड स्पाइन डे, स्पाइन डिसोर्डर्स, किसी के जीवन पर उनके प्रभाव, साइन और सिम्पटम्स, डायग्नोसिस और प्रिवेंटिव मेज़र्स और खुशहाल जीवन सुनिश्चित करने के लिए सॉल्यूशंस के बारे में अवेयरनेस पैदा करने पर केंद्रित है। यह ग्लोबल प्रोग्राम लोगों को हेल्दी स्पाइन रखने के महत्व और उनके जीवन की ओवरॉल क्वालिटी पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में शिक्षित करने का अवसर प्रदान करता है। आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए की हेल्थी स्पाइन किस तरह से हमारे जीवन में पॉजिटिव इंपैक्ट डाल सकती है। World Spine Day in Hindi के बारे में अधिक जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

वर्ल्ड स्पाइन डे क्या है?

वर्ल्ड स्पाइन डे एक एनुअल प्रोग्राम है जो स्पाइनल और वेल बिंग की इंपोर्टेंस के बारे में अवेयरनेस बढ़ाने के लिए समर्पित है। यह ग्लोबल प्रोग्राम हर साल 16 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य लोगों को हेल्दी स्पाइन बनाए रखने की इंपोर्टेंस और उनकी क्वालिटी ऑफ़ लाइफ पर इसके प्रभाव के बारे में शिक्षित करना है। इसका उद्देश्य बैक पेन, स्पाइनल डिसोर्डर्स और उनसे होने वाली समास्याओं से रोकथाम जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्पाइनल हेल्थ के महत्व के बारे में लोगों की समझ बढ़ाना है। इसके साथ यह दिन स्पाइनल प्रॉब्लम्स को रोकने, अच्छी मुद्रा को बढ़ावा देने और स्ट्रॉन्ग और फ्लेक्सिबल स्पाइन करने वाली गतिविधियों में शामिल होने के लिए सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।

वर्ल्ड स्पाइन डे क्यों मनाया जाता है?

World Spine Day in Hindi क्यों मनाया जाता है इसके कुछ मुख्य कारण निम्न प्रकार से हैं:

  • अवेयरनेस: वर्ल्ड स्पाइन डे, स्पाइन के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों, जैसे बैक पेन, स्पाइनल डिसऑर्डर और व्यक्तियों के जीवन पर उनके प्रभाव के बारे में लोगों की समझ बढ़ाता है।  बहुत से लोग अपनी रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य के महत्व या इसकी उपेक्षा के परिणामों के बारे में पूरी तरह से जागरूक नहीं हो सकते हैं।
  • एंपावरमेंट: लोगों को इस बारे में शिक्षित करके कि वे अपनी स्पाइन की देखभाल कैसे कर सकते हैं, यह उन्हें स्वस्थ विकल्प चुनने के लिए सशक्त बनाता है।
  • बेहतर स्वास्थ्य देखभाल की वकालत: वर्ल्ड स्पाइन डे हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स, ऑर्गनाइजेशंस और कम्यूनिटीज से सहयोग करने और स्पाइनल हेल्थ अवेयरनेस के संदेश को फैलाने का आह्वान करता है। यह स्पाइन की देखभाल तक बेहतर पहुंच, स्पाइनल डिसीजेज के डायग्नोसिस और इफेक्टिव ट्रीटमेंट ऑप्शंस की अवेलिबिलिटी की आवश्यकता पर जोर देता है।  यह उन नीतियों और प्रथाओं की एडवोकेसी करता है जो स्पाइनल स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाती हैं।
  • रीढ़ की हड्डी संबंधी विकारों के वैश्विक बोझ पर प्रकाश डालना: यह दिन स्पाइनल कॉर्ड डिसऑर्डर के ग्लोबल बर्डन बोझ पर भी ध्यान दिलाता है।  पीठ दर्द और रीढ़ की हड्डी में चोट जैसी स्थितियां व्यापक हैं और लोगों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं। वर्ल्ड स्पाइन डे इन विकारों के बोझ को कम करने के लिए रोकथाम, शीघ्र हस्तक्षेप और उचित प्रबंधन के महत्व को रेखांकित करता है।

वर्ल्ड स्पाइन डे थीम 2023

वर्ष 2023 में वर्ल्ड स्पाइन डे की थीम है “मूव योर स्पाइन” जो सभी उम्र और सभी देशों के लोगों में स्पाइनल हेल्थ को बढ़ाने के लिए फिजिकल एक्टिविटी और मूवमेंट को बढ़ावा देने के लिए एक ग्लोबल कॉल है। यह थीम “मूव योर स्पाइन” हाउसहोल्ड्स, वर्क प्लेसेज, स्कूल्स और कम्यूनिटीज़ में होने वाले सभी प्रकार के स्पाइनल पैन और डिसीजेज पर ध्यान केंद्रित वर्ल्ड स्पाइन डे का इतिहास

वर्ल्ड स्पाइन डे जोकि सबसे पहली बार 16 अक्टूबर 2008 को सेलिब्रेट किया गया था। इस आयोजन को वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ कायरोप्रैक्टिक द्वारा स्पाइनल प्रॉब्लम्स और इसके प्रबंधन के बारे में अवेयरनेस बढ़ाने और दूसरों से इस नेक काम में शामिल होने की अपील करने के लिए ग्लोबल प्लेटफार्म प्रदान करने के इरादे से किया गया था। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ कायरोप्रैक्टिक ग्लोबल लेवल पर 800 से अधिक संबंधित ऑफिशियल ऑर्गनाइजेशंस के सहयोग से स्पाइनल हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न अभियान और गतिविधियां आयोजित करता है। पहली बार वर्ल्ड स्पाइन डे वर्ष 2012 में “स्ट्रेटन अप एंड मूव” थीम के साथ मनाया गया था। और तब से वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ कायरोप्रैक्टिक इस दिन को चिह्नित करने के लिए स्पेसिफिक थीम के साथ मनाया आया है।

स्पाइनल हेल्थ के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम कौनसे हैं? 

स्पाइनल हेल्थ के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम के बारे में नीचे पॉइंट्स दिए गए हैं-

  • एजुकेशनल वर्कशॉप्स और सेमिनार: ये प्रोग्राम्स लोगों को स्पाइनल केयर के बारे में सिखाते हैं, जिसमें स्पाइनल डिजीसेज के कारण और रोकथाम, दर्द का प्रबंधन कैसे करें और रीढ़ की हड्डी के लिए एक हेल्थी लाइफ स्टाइल कैसे मैंटेन करते हैं।
  • हेल्थ फेयर्स और स्क्रीनिंग: ये इवेंट्स लोगों को अपनी स्पाइनल हेल्थ के बारे में जानने और रीढ़ की हड्डी संबंधी विकारों से बचने के लिए जांच कराने का अवसर प्रदान करते हैं।
  • एक्सरसाइज डिमॉन्सट्रेशंस और चैलेंजेस: ये प्रोग्राम लोगों को एक्टिव होने और रीढ़ की हड्डी के लिए बेनिफिशियल एक्सरसाइज में पार्ट लेने के लिए मोटिवेट करते हैं।
  • फंड रेसिंग इवेंट्स: ये इवेंट्स स्पाइनल रिसर्च के रिसर्च और एजुकेशन में सपोर्ट करने और स्पाइनल डिजीज वाले लोगों को सेवाएं प्रदान करने के लिए धन जुटाते हैं।

अपनी स्पाइन को किस प्रकार से हेल्थी रखें?

World Spine Day in Hindi जानने के बाद अब यह जानते हैं कि अपनी स्पाइन को किस प्रकार से हेल्थी रखें, इसके लिए कुछ टिप्स यहां दी गई हैं-

  • अपने एक जगह पर बैठने के टाइम ड्यूरेशन को सीमित करें।
  • अपने पेट और पीठ की मसल्स को सपोर्ट देने के लिए अपने कोर को स्ट्रॉन्ग करने पर ध्यान दें।
  • पीठ को स्ट्रॉन्ग करने के लिए बैक फ्लेक्सन, घुटने से छाती तक खिंचाव, ठोड़ी से छाती तक खिंचाव, कान से कंधे तक खिंचाव, कूल्हे तक खिंचाव जैसे एक्सरसाइज की प्रैक्टिस करें।
  • अपनी स्टोन पर प्रेशर कम करने के लिए हेल्थी वेट बनाए रखें।
  • स्मोकिंग करने से बचें क्योंकि निकोटीन एक वैसोकॉन्स्ट्रिक्टर है, जो ब्लड वेसल्स की एफिशिएंसी को कम कर देता है, जिससे स्पाइन में ब्लड, ऑक्सीजन और न्यूट्रीशन का प्रवाह लिमिटेड हो जाता है।
  • यदि आप एक जगह पर बैठकर कार्य करते हैं तो कुछ समय के अंतराल के बाद चलने और खड़े होने की आदत बनाएं।
  • हेवी वेट लिफ्टिंग में सावधानी बरतें।
  • मसल्स को स्ट्रॉन्ग और स्ट्रेच करने के लिए योग की प्रैक्टिस करें।
  • रात में सोने के लिए किसी सख्त गद्दे को प्राथमिकता दें।
  • स्पाइन को सहारा देने के लिए उचित चाप वाले जूते का उपयोग करें।
  • बैक पेन और स्पाइन में पेन होने पर डॉक्टर से परामर्श लेने में किसी भी तरह का संकोच न करें और स्पाइन रिलेटेड प्रॉब्लम्स के बारे में खुद को अपडेट रखने के लिए अवेयरनेस अभियान में भाग लें।
  • बॉन्स और स्पाइनल हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए अपने आहार में मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन डी और के, विटामिन ए, आयरन और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे विटामिन और मिनरल्स शामिल करें।

अपनी स्पाइन हेल्थ के लिए Do’s और Don’ts

World Spine Day in Hindi जानने के बाद अब यह भी जान लेते हैं कि अपनी स्पाइन हेल्थ के लिए Dos और Don’ts जिन्हें आपको फॉलो करना चाहिए-

Do’s:

  • अच्छा पाश्चर मेंटेन करें
  • एक्टिव रहें और एक्सरसाइज करें
  • वेटलिफ्टिंग ठीक से करें
  • फर्नीचर का प्रयोग करें
  • अधिकतरएर्गोनोमिक फर्नीचर का प्रयोग करें
  • रेगुलरली रूप से स्ट्रेच करें
  • अपने शरीर का हेल्दी वेट बनाए रखें
  • सपोर्टिव मैट्ट्रेस पर सोएं
  • हाइड्रेटेड रहें और बैलेंस डाइट लें

Don’t’s:

  • लंबे समय झुककर बैठने से बचें
  • एक बार में ही सारा परिश्रम न करें
  • किसी स्थान पर लंबे समय तक बैठने की सीमा तय करें
  • हाई हील्स पहनने से बचें
  • स्पाइन में किसी भी प्रकार के दर्द को नजरअंदाज न करें
  • अत्यधिक स्क्रीन टाइम से बचें
  • रात में एक ही स्थिति में न सोएं

FAQs

वर्ल्ड स्पाइन डे क्यों मनाया जाता है?

वर्ल्ड स्पाइन डे हमारे शरीर में रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य और कल्याण के महत्व पर हमारा ध्यान केंद्रित करता  है। लोगों को अपनी स्पाइन की केयर करने और एक्टिव रहने के लिए इनकरेज करने के साथ-साथ फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देना, अच्छी मुद्रा, रिस्पॉन्सिबल मैनर से उठना-बैठना और हेल्थी वर्किंग कंडीशंस भी शामिल होंगी।

स्पाइन का साइंटिफिक नाम क्या है?

वर्टेब्रल कॉलम, जिसे स्पाइन, या रीढ़ की हड्डी भी कहा जाता है। वर्टेबल एनिमल्स में, गर्दन से पूंछ तक फैला हुआ फ्लेक्सिबल कॉलम, हड्डियों की एक श्रृंखला से कशेरुक बना होता है।

स्पाइनल हेल्थ को अवॉइड करने से क्या नुकसान हो सकता है? 

स्पाइन की केयर न करने से क्रोनिक पैन, लिमिटेड मोबिलिटी, स्पाइनल प्रॉब्लम्स, नर्व कंप्रेशन, क्वालिटी ऑफ़ लाइफ, प्रोडक्टिविटी में कमी और संभावित मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।  यदि ध्यान न दिया गया तो इससे स्वास्थ्य देखभाल की लागत बढ़ सकती है और अधिक आक्रामक उपचार की आवश्यकता हो सकती है।  समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने और इन प्रतिकूल परिणामों को रोकने के लिए उचित मुद्रा, व्यायाम और नियमित जांच के माध्यम से रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आवश्यक है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में World Spine Day in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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