हम जब भी राष्ट्र शब्द सुनते, लिखते या पढ़ते हैं, तो हमारे ज़हन में जो छवि बनती है वो एक ऐसे राष्ट्र की बनती है, जिसने हमें वसुधैव कुटुंबकम की परिभाषा, हर शरणार्थी को सम्मान से देखना सिखाया है। ऐसा राष्ट्र जिसने हमें समान अधिकार देकर वीरों की भातिं जीवन जीना सिखाया। वह राष्ट्र कोई और नहीं बल्कि अपनी मातृभूमि-अपना भारत राष्ट्र ही है। राष्ट्र की इसी एकता का जश्न मनाने और प्रमोट करने के लिए हर साल 31 अक्टूबर के दिन राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें और जानें National Unity Day in Hindi से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी।
दिवस का नाम | राष्ट्रीय एकता दिवस |
तारीख़ | 31 अक्टूबर |
उद्देश्य | राष्ट्र की एकता और अखंडता को मज़बूत करना |
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राष्ट्रीय एकता दिवस के बारे में
भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन “भारत के लौह पुरुष” सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम और भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने 565 रियासतों को भारत में विलय करा कर, आज के भारत का निर्माण किया।
2023 में, राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन, पूरे भारत में विभिन्न कार्यक्रम और समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें शपथ ग्रहण समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम और मार्च पास्ट शामिल हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य राष्ट्र की एकता और अखंडता को मज़बूत करना है।
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राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व और उद्देश्य
भारत के आयरन मैन को सम्मानित करने के लिए, भारत सरकार ने दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण करने की योजना बनाई। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, सरदार वल्लभभाई पटेल राष्त्री एकता ट्रस्ट (SVPRET) की स्थापना की गई थी। 422 मिलियन अमेरिकी डॉलर के कुल बजट के साथ, भारत के प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 को सरदार पटेल की 143 वीं वर्षगांठ पर एकता की प्रतिमा का उद्घाटन किया।
- यह दिन सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने स्वतंत्रता और देश के एकीकरण के लिए भारत के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- यह दिन देश भर में विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं के बीच एकता, अखंडता और एकजुटता के महत्व पर जोर देता है।
- यह दिन राष्ट्रीय पहचान की भावना को बढ़ावा देते हुए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित करता है जो क्षेत्रीय, भाषाई और धार्मिक मतभेदों को स्थानांतरित करता है।
- National Unity Day in Hindi अपने साझा इतिहास, संघर्षों और उपलब्धियों के भारत के नागरिकों को एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। यह गर्व और देशभक्ति की भावना पैदा करता है, व्यक्तियों को राष्ट्र की बेहतरी के लिए सामूहिक रूप से काम करने और अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- यह दिन इस विचार पर प्रकाश डालता है कि भारत की ताकत अपनी विविधता के बावजूद एकजुट रहने की क्षमता में निहित है।
राष्ट्रीय एकता दिवस का इतिहास
भारत की आज़ादी के समय अंग्रेजों ने भारतीय रियासतों के सामने 3 शर्तें राखी थी जिसमें पहली भारत में विलय, दूसरी पाकिस्तान में विलय या तीसरी स्वतंत्र रहने की थी। इन्हीं शर्तों को देखकर पाकिस्तान ने कई रियासतों होनी और खींचने की नाकामयाब कोशिश की लेकिन भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के विचारों से 565 रियासतों में बटा भारत एकता सूत्र में बंध गया।
भारत ने 2014 में प्रथम बार राष्ट्रीय एकता दिवस को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया था, इस दिन बड़े स्तर पर “रन फॉर यूनिटी” जैसी मैराथन रेस का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारत का हर नागरिक हिस्सा लेता है। पिछले वर्ष भारत ने 147 वां राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया। भारत के हर नागरिक को सामान मौलिक अधिकार मिले और राष्ट्रीय अखंडता के लिए एकता से रहे तांकि फिर कोई हमारी मातृभूमि की ओर गलत नज़र न उठा सके इसीलिए भारत सरकार ने लोहपुरुष को सम्मान देने के लिए वर्ष 2014 में 31 अक्टूबर को सरदार सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्मजयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया।
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राष्ट्रीय एकता दिवस आयोजन
राष्ट्रीय एकता दिवस कैसे मनाया जाता है? राष्ट्रीय एकता दिवस को मनाने के लिए देश भर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनमें शामिल हैं:
- सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर भाषण और व्याख्यान।
- सरदार पटेल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि।
- राष्ट्रीय एकता के लिए प्रतिज्ञा और शपथ।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शन।
- रन फॉर यूनिटी
सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को भारत की एकता और अखंडता के बारे में जागरूक करना है।
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर स्कूलों और कॉलेजों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में सरदार पटेल के जीवन और योगदान के बारे में छात्रों को बताया जाता है। इसके अलावा, छात्रों को राष्ट्रीय एकता के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है।
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FAQs
सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था।
वह “लौह पुरुष” कहलाते हैं क्योंकि उन्होंने 562 रियासतों को एकत्र करके भारतीय संगठन को एक गणराज्य में जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सरदार पटेल ने गांधीजी के मार्गदर्शन में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और समर्पण से सेवा की। उन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह के प्रति पूरी तरह समर्पित रहे।
सरदार पटेल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य “भारतीय एकीकरण” था, जिसमें उन्होंने 562 रियासतों को एकत्र करके भारतीय संगठन को एक गणराज्य में जोड़ा।
सरदार वल्लभभाई पटेल की मृत्यु 15 दिसंबर 1950 को हुई थी।
सरदार पटेल का महत्वपूर्ण योगदान भारतीय समृद्धि और एकता के क्षेत्र में है, जिन्होंने भारतीय एकीकरण की प्रक्रिया को संचलित किया और भारतीय संगठन को एक गणराज्य में जोड़ा।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको National Unity Day in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।