डब्ल्यूएचओ और साझेदारों का लक्ष्य 2023 में पोलियो वायरस के शेष सभी ट्रान्समिशंस को बाधित करना है। WHO के मुताबिक पोलियो वायरस के केस 1980 से ही 99.9% कम हो चुके हैं। पोलियो उन्मूलन के लिए जागरूकता बढ़ाने और टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए हर साल 24 अक्टूबर के दिन विश्व पोलियो दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम के तौर पर मनाया जाता है। इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें और जानें विश्व पोलियो दिवस 2023 से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी।
This Blog Includes:
इवेंट का नाम | विश्व पोलियो दिवस |
तारीख़ | 24 अक्टूबर |
उद्देश्य | पोलियो उन्मूलन के लिए जागरूकता बढ़ाना |
विश्व पोलियो दिवस के बारे में
विश्व पोलियो दिवस हर वर्ष 24 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन पोलियो उन्मूलन के लिए वैश्विक प्रयासों का जश्न मनाता है और पोलियो के खिलाफ टीकाकरण के महत्व पर प्रकाश डालता है। यह दिन लोगों को पोलियो के बारे में शिक्षित करने और उन्हें टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक करने का भी अवसर प्रदान करता है।
पोलियो, जिसे पोलियोमायलाइटिस भी कहा जाता है, एक खतरनाक वायरस से होने वाली बीमारी है, जिससे बच्चे और युवा पीड़ित होते हैं और उनकी लकड़ी की तरह टूट जाती हैं। यह बीमारी उनके जीवन को बहुत ही खतरनाक बना सकती है और उन्हें जीवनभर विकलांग बना सकती है। पोलियो के खिलाफ एक प्रभावी टीका है, लेकिन यह बीमारी अभी भी कुछ देशों में मौजूद है।
विश्व पोलियो दिवस 2023 की थीम
इस साल 2023 में विश्व पोलियो दिवस की थीम फिलहाल घोषित नहीं की गई है। वर्ष दर वर्ष, विश्व पोलियो दिवस के विषय हैं:
2022 | माताओं और बच्चों के लिए एक स्वस्थ भविष्य |
2021 | एक वादे को पूरा करना |
2020 | प्रगति की कहानियाँ: अतीत और वर्तमान |
2019 | प्रगति की कहानियाँ: अतीत और वर्तमान |
2018 | पोलियो अभी समाप्त करें |
विश्व पोलियो दिवस का इतिहास
विश्व पोलियो दिवस रोटरी इंटरनेशनल द्वारा मेडिकल शोधकर्ता जोनास साल्क के जन्मदिन के उपलक्ष्य में बनाया और मनाया गया, जिन्होंने पोलियो वैक्सीन विकसित करने वाली पहली टीम का नेतृत्व किया था। 1955 में उन्होंने इनएक्टिवेटेड पोलियोवायरस वैक्सीन बनाई। 1962 में अल्बर्ट साबिन ने ओरल पोलियो वैक्सीन बनाई। 1988 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने पोलियो वायरस को ख़त्म करने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी, उस समय दुनिया भर में लगभग 3,50,000 मामले थे। 2002 में, WHO यूरोपीय क्षेत्र को पोलियो मुक्त घोषित किया गया था, तब से 24 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय सरकारों और WHO के नेतृत्व में वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (GPEI) पिछले तीन दशकों से इस बीमारी की निगरानी कर रही है।
यह भी पढ़ें – विश्व सांख्यिकी दिवस 2023
विश्व पोलियो दिवस का महत्व
विश्व पोलियो दिवस के कार्यक्रमों में जागरूकता अभियान, टीकाकरण शिविर और सार्वजनिक बैठकें शामिल हो सकती हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को पोलियो के बारे में शिक्षित करना और उन्हें टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक करना है। विश्व पोलियो दिवस के महत्व को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:
- यह दिन पोलियो के बारे में जागरूकता बढ़ाता है और लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में शिक्षित करता है।
- यह दिन पोलियो उन्मूलन के लिए वैश्विक समुदाय के प्रयासों को एकजुट करता है।
- यह दिन पोलियो उन्मूलन के लिए उपलब्धियों का जश्न मनाता है।
विश्व पोलियो दिवस का उद्देश्य
पोलियो उन्मूलन एक बड़ी उपलब्धि होगी। यह लाखों बच्चों के जीवन को बचाएगा और दुनिया को एक स्वस्थ और सुरक्षित स्थान बनाएगा। विश्व पोलियो दिवस के कुछ विशिष्ट लक्ष्य निम्नलिखित हैं:
- पोलियो के बारे में जागरूकता बढ़ाना
- लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में शिक्षित करना
- पोलियो उन्मूलन के लिए वैश्विक समुदाय के प्रयासों को एकजुट करना
- पोलियो उन्मूलन के लिए उपलब्धियों का जश्न मनाना
विश्व पोलियो दिवस कैसे मनाया जाता है?
विश्व पोलियो दिवस को दुनिया भर में कई तरह से मनाया जाता है। कुछ लोकप्रिय कार्यक्रमों में शामिल हैं:
जागरूकता अभियान: इन अभियानों का उद्देश्य लोगों को पोलियो के बारे में शिक्षित करना और उन्हें टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक करना है। अभियानों में पोस्टर, बैनर, सोशल मीडिया अभियान और सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं।
टीकाकरण शिविर: इन शिविरों का उद्देश्य उन बच्चों को टीका देना है जिन्हें अभी तक पोलियो के खिलाफ टीका नहीं लगाया गया है। शिविर आमतौर पर स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक केंद्रों में आयोजित किए जाते हैं।
सार्वजनिक बैठकें: इन बैठकों का उद्देश्य पोलियो उन्मूलन के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में शिक्षित करना है। बैठकों में वक्ता, प्रदर्शन और अन्य कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें – पुलिस स्मृति दिवस 2023
पोलियो से बचाव के उपाय
पोलियो एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण है जिससे गंभीर मामलों में पक्षाघात और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है। पोलियो की रोकथाम के लिए प्रमुख उपाय इस प्रकार हैं:
- समय पर टीकाकरण का सेवन (टीकाकरण)
- टीके की कोई भी आवश्यक बूस्टर खुराक प्राप्त करना सुनिश्चित करें
- स्वच्छता एवं साफ-सफाई में सुधार
- जल्द जांच
- छींकते या खांसते समय मुंह ढंकना
- जनजागरूकता एवं शिक्षा
यह भी पढ़ें – संयुक्त राष्ट्र दिवस 2023
FAQs
विश्व पोलियो दिवस हर साल 24 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन पोलियो के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने, इस बीमारी को रोकने और खत्म करने के प्रयासों को बढ़ावा देने का मुद्दा बनता है।
पोलियो, जिसे पोलियोमायलाइटिस भी कहा जाता है, एक वायरस से होने वाली बीमारी है जिससे बच्चे और युवा पीड़ित होते हैं। यह बीमारी लकड़ी की तरह टूटने वाले नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है और विकलांगता का कारण बनती है।
विश्व पोलियो दिवस के माध्यम से पोलियो के खिलाफ जागरूकता फैलाई जाती है और लोगों को टीकाकरण की महत्वपूर्णता के बारे में शिक्षा दी जाती है। इस दिन पोलियो के खिलाफ अभियानों के प्रयासों को समर्थन देने का संदेश दिया जाता है।
पोलियो दिवस प्रतिवर्ष 24 अक्टूबर को मनाया जाता है।
जोनास सॉल्क ने पोलियो के पहले सुरक्षित और प्रभावी टीके का विकास किया।
भारत ने 2 अक्टूबर 1995 को पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया। दो दशकों के भीतर, भारत को 27 मार्च 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन से ‘पोलियो-मुक्त प्रमाणन’ प्राप्त हुआ।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको विश्व पोलियो दिवस के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।