होली को रंगो के त्यौहार के रूप में जाना जाता है। यह त्यौहार भारतीय संस्कृति में आने वाले महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने में इस त्यौहार का आगमन होता है। इस त्यौहार को पसंद करने वाले लोग हर साल होली के आने का बेसब्री से इंतज़ार करते है। होली एक प्रेम से भरा त्यौहार है जो पूरा परिवार व सभी दोस्त मिलकर मनाते है। इस दिन घर घर में भजन गाए जाते है। अगर आप भी होली पर होली के भजन (Holi Bhajan in Hindi) सुनाने की तैयारी कर रहे हैं या होली के कार्यक्रम में होली के भजन गाकर मनाना चाहते हैं तो इस ब्लाॅग Bhajan on Holi in Hindi को अंत तक पढ़ें।
This Blog Includes:
- Bhajan on Holi in Hindi लिस्ट
- Bhajan on Holi in Hindi
- होली पर राधा कृष्ण के लोकप्रिय भजन
- सादा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो (Bhajan on Holi in Hindi)
- फागण आयो रे सांवरिया थारी याद सतावे रे (Bhajan on Holi in Hindi)
- आज बृज में होली रे रसिया (Bhajan on Holi in Hindi)
- रंग लेके खेलते गुलाल लेके खेलते (Bhajan on Holi in Hindi)
- होली खेल रहे नंदलाल मथुरा की कुंज गलीन में (Bhajan on Holi in Hindi)
- तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ (Bhajan on Holi in Hindi)
- फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से (Bhajan on Holi in Hindi)
- होली खेल रहे बांकेबिहारी आज रंग बरस रहा (Bhajan on Holi in Hindi)
- हो म्हारे होली खेलन आइये हो कृष्ण गोपाला भजन (Bhajan on Holi in Hindi)
- बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली में भजन (Bhajan on Holi in Hindi)
- Holi Religious Songs in Hindi
- FAQs
Bhajan on Holi in Hindi लिस्ट
Bhajan on Holi in Hindi लिस्ट नीचे दी गई है-
- होली खेलत नंदलाल
- नंदलाला होली के दिन
- सादा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो
- फागण आयो रे सांवरिया थारी याद सतावे रे
- आज बृज में होली रे रसिया
- रंग लेके खेलते गुलाल लेके खेलते
- होली खेल रहे नंदलाल मथुरा की कुंज गलीन में
- तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ
- मैं नचना मोहन दे नाल आज मैनु नच लेन दे
- फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से
- होली खेल रहे बांकेबिहारी आज रंग बरस रहा
- हो म्हारे होली खेलन आइये हो कृष्ण गोपाला भजन
- बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली में भजन
- होली खेलत नन्द लाल
- होली आई रे कन्हाई, होली आई रे
- होली खेले रघुवीरा
- अरे जा रे हट नटखट
- बरसाने की होली
- रंग मत डाले रे सांवरिया
- होली के दिन दिल खिल जाते हैं
- होली खेलन आयो श्याम
- होली खेल रहे शिव शंकर गौरा पार्वती के संग
Bhajan on Holi in Hindi
Bhajan on Holi in Hindi यहाँ दिए गए हैं-
चल जा रे हट नटखट
चल जा रे हट नटखट अटक-अटक झटपट पनघट पर चटक मटक इक नार नवेली गोरी-गोरी ग्वालन की छोरी चली चोरी चोरी मुख मोरी मोरी मुसकाये अलबेली कँकरी गले में मारी कंकरी कन्हैये ने पकरी बाँह और की अटखेली भरी पिचकारी मारी सरारारारा भोली पनिहारी बोली सरारारारा (अरे जा रे हट नटखट ना छू रे मेरा घूँघट पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे)-2 मुझे समझो ना तुम भोली-भाली रे सरारारारा आया होली का त्यौहार उड़े रंग की बौछार तू है नार नखरेदार मतवाली रे आज मीठी लगे है, तेरी गाली रे (तक-तक ना मार पिचकारी की धार)-2 कोमल बदन सह सके ना ये मार तू है अनाड़ी, बड़ा ही गँवार कजरे में तूने अबीर दिया डार तेरी झकझोरी से, बाज़ आयी होरी से चोर तेरी चोरी निराली रे मुझे समझो ना तुम भोली-भाली रे अरे जा रे हट नटखट ना छू रे मेरा घूँघट पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे (हो..ओ.. धरती है लाल आज, अम्बर है लाल)-2 उड़ने दे गोरी, गालों का गुलाल मत लाज का आज घूँघट निकाल दे दिल की धड़कन पे, धिनक-धिनक ताल अरे जा रे हट नटखट ना छू रे मेरा घूँघट पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे मुझे समझो ना तुम भोली-भाली रे झाँझ बजे, चंग बजे, संग में मृदंग बजे अंग में उमंग खुशियाली रे आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
रंग मत डाले रे सांवरिया
रंग मत डाले रे सांवरिया रंग मत डारे रे सांवरिया । मारो गुर्जर मारे रे। रंग मत डारे रे। में गुर्जरी नादान , यो गुर्जर मतवालों रे। रंग मत डारे रे। रंग मत डारे। होली खेले तो काना , बरसाने में आज्ये रे । राधा और रूकमण ने , सागे लेतो आज्ये रे। रंग मत डारे रे। रंग मत डारे। घर मत आज्ये रे काना , सास बुरी छे। नंदुली नादान माने , बोलिया मारे रे। रंग मत डारे रे। रंग मत डारे। सास बुरी छे मारी, ननंद हठीली। परनियो बेईमान , माने नित मारे रे। रंग मत डारे रे। रंग मत डारे। चंद्र सखी भज बाल , कृष्ण छवि। हरी चरना में , मारो चीत छे रे। रंग मत डारे रे। रंग मत डारे। में गुर्जरी नादान , यो गुर्जर मतवालों रे। रंग मत डारे रे। रंग मत डारे।
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
चलो सहेली, चलो सहेली चलो रे साथी, चलो रे साथी ऐ पकड़ो, ऐ पकड़ो पकड़ो इसे मत छोडो अरर.. बैयाँ ना तोड़ो ओ ठेहर जा भाभी अरे जा रे शराबी क्या हो राजा, गली में आजा होली होली, भाँग की गोली ओ नखरे बाली, दूँगी मैं गाली अरे रामू की साली, होली है होली (होली के दिन, दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते है)-2 गिले शिकवे भूल के दोस्तों दुश्मन भी गले मिल जाते हैं (होली के दिन, दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते है)-2 होली है.. गोरी तेरे रंग जैसा थोड़ा सा मैं रंग बना लूँ आ तेरे गुलाबी गालों से थोड़ा सा गुलाल चुरा लूँ (जा रे जा दिवाने तू होली के बहाने तू)-2 छेड़ ना मुझे बेशरम पूछ ले ज़माने से, ऐसे ही बहाने से लिये और दिये दिल जाते हैं होली के दिन, दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैं यही तेरी मर्ज़ी है तो अच्छा चल तू ख़ुश होले पास आके छूना ना मुझे चाहे मुझे दूर से भिगो ले (हीरे की कनी है तू मट्टी से बनी है तू)-2 छूने से जो टूट जायेगी.. काँटों के छूने से फूलों से नाज़ुक-नाज़ुक बदन छिल जाते है होली के दिन, दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते है गिले शिकवे भूल के दोस्तों दुश्मन भी गले मिल जाते हैं (होली के दिन, दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैं)
होली खेलन आयो श्याम
होली खेलन आयो श्याम होली खेलन आयो श्याम, आज याहि रंग में बोरो री ॥ कोरे-कोरे कलश मँगाओ, रंग केसर को घोरो री । मुख ते केशर मलो, करो याहि कारे से गोरो री ॥ रंग-बिरंगो करो आज, याहि कारे से गोरो री ॥ होली खेलन आयो श्याम, आज याहि रंग में बोरो री ॥ पास-पड़ौसिन बोलि, याहि आँगन में घेरो री । पीताम्बर लेउ छीन, याहि पहराय देउ लहँगो री ॥ होली खेलन आयो श्याम, आज याहि रंग में बोरो री ॥ हरे बाँस की बाँसुरिया, याहि तोड़-मरोड़ी री । तारी दे दे याहि नचावो, अपनी ओरो री ॥ होली खेलन आयो श्याम, आज याहि रंग में बोरो री ॥ चन्द्रसखी की यही विनती, करे निहोरो री । हा हा खाय पड़े जब, पैया तब याहि छोरो री ॥ होली खेलन आयो श्याम, आज याहि रंग में बोरो री ॥ होली खेलन आयो श्याम होली खेलन आयो श्याम, आज याहि रंग में बोरो री ॥ याहि: इसे, इनको, इन्हें । बोरो: डुबाइये।
होली खेल रहे शिव शंकर गौरा पार्वती के संग
होली खेल रहे शिव शंकर गौरा पार्वती के संग, गोरा पार्वती के संग माता पार्वती के संग, होली खेल रहे शिव शंकर.... कुटि छोड़ शिव शंकर चल दिए लियो नादिया संग, गले में रुद्रो की माला और सर्प लिपट रहे अंग, होली खेल रहे शिव शंकर.... एक मन खा गए भांग धतूरा धड़ियो पी गए भंग, एक शेर गांजे का पी गए हुए नशे में दंग, होली खेल रहे शिव शंकर.... कामिनी होली खेल रही हैं देवर जेठा संग, रघुवर होली खेल रहे हैं सीता जी के संग, होली खेल रहे शिव शंकर.... राजा इंद्र ने होली खेली इंद्राणी के संग, राधे होली खेल रही है श्री कृष्णा के संग, होली खेल रहे शिव शंकर.... विष्णु होली खेल रहे हैं लक्ष्मी जी के संग, ब्रह्मा विष्णु मिलकर खेले शिव शंकर के संग, होली खेल रहे शिव शंकर....
होली पर राधा कृष्ण के लोकप्रिय भजन
होली पर राधा कृष्ण के लोकप्रिय भजन यहाँ दिए गए हैं :
सादा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो (Bhajan on Holi in Hindi)
सादा आनंद रहे एही द्वारे अरे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! एक ओरी खेले कुंवर कन्हाई एक ओरी खेले कुंवर कन्हाई ! एक ओरी खेले कुंवर कन्हाई एक ओरी खेले कुंवर कन्हाई ! आ एक ओरी राधा गोरी हो सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! उड़ल अबीर गगन ललियाईल गगन ललियाईल ! गगन ललियाईल ! मुदित मगन मनवा हरसाईल मन हरसाईल ! हो मन हरसाईल ! खेले रंग सिया जानकी हो खेले रंग सिया जानकी हो ! खेले रंग रघुनन्दन हो सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! पीके भांग केहू भंगुआईल केहू भंगुआईल ! केहू भंगुआईल ! केहू पुवा खाके केहू अन्गुआईल केहू अन्गुआईल ! केहू अन्गुआईल ! बाजेला ढोलक नगाड़ा हो बाजेला ढोलक नगाड़ा हो ! आ बाजेला चूड़ी कंगन हो सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! गावेले होली पवन गवईया पवन गवईया ! हो पवन गवईया ! नाचेली भउजी नाचेले भईया नाचेले भईया ! हो नाचेले भईया ! लागेला गउवा ब्रिजवा हो लागेला गउवा ब्रिजवा हो ! भईल बा जियरा धन धन हो सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे मोहन खेले होली हो सदा आनंद रहे एही द्वारे ! मोहन खेले होली हो !! सदा आनंद रहे एही द्वारे ..!
फागण आयो रे सांवरिया थारी याद सतावे रे (Bhajan on Holi in Hindi)
फागण आयो रे सांवरिया, थारी याद सतावे रे, फागण आयो रें, याद सतावे नींद ना आवे, मन भरमावे रे, फागण आयो रें ॥ भगता पग घुंघरिया बांध्या, नाचे हो मतवाला रे, मन को मोर उड़ खाटू आवे, मन को मोर उड़ खाटू आवे, जद सुख पावे रे, फागण आयो रें ॥ श्याम रंग में रंगी धमाला, और रंग नहीं भावे रे, चंगा ऊपर थाप थाप में, श्याम मनावे रे, फागण आयो रें ॥ रंग बिरंगी उड़े गुलाला, चेतन’ रस बरसावे रे, ‘चंपा’ फाग श्याम संग खेलूं, ‘चंपा’ फाग श्याम संग खेलूं, भव तर जाए रे, फागण आयो रें ॥ फागण आयो रे सांवरिया, थारी याद सतावे रे, फागण आयो रें, याद सतावे नींद ना आवे, मन भरमावे रे, फागण आयो रें ॥
आज बृज में होली रे रसिया (Bhajan on Holi in Hindi)
आज बृज में होली रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥ आज बृज में होली रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥ अपने अपने घर से निकसी, कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया। कौन गावं के कुंवर कन्हिया, कौन गावं राधा गोरी रे रसिया। नन्द गावं के कुंवर कन्हिया, बरसाने की राधा गोरी रे रसिया। आज बृज में होली रे रसिया.... कौन वरण के कुंवर कन्हिया, कौन वरण राधा गोरी रे रसिया। श्याम वरण के कुंवर कन्हिया प्यारे, गौर वरण राधा गोरी रे रसिया। आज बृज में होली रे रसिया.... कौन के हाथ कनक पिचकारी, कौन के हाथ कमोरी रे रसिया। कृष्ण के हाथ कनक पिचकारी, राधा के हाथ कमोरी रे रसिया। आज बृज में होली रे रसिया.... इत ते आए कुंवर कन्हिया, उत ते राधा गोरी रे रसिया। उडत गुलाल लाल भए बादल, मारत भर भर झोरी रे रसिया। आज बृज में होली रे रसिया.... अबीर गुलाल के बादल छाए, धूम मचाई रे सब मिल सखिया। चन्द्र सखी भज बाल कृष्ण छवि, चिर जीवो यह जोड़ी रे रसिया। आज बृज में होली रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
रंग लेके खेलते गुलाल लेके खेलते (Bhajan on Holi in Hindi)
होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई रंग लेके खेलते, गुलाल लेके खेलते रंग लेके खेलते, गुलाल लेके खेलते राधा संग होली नन्दलाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, जय हो होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई आयी होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई हो ढोलक मंजीरा और चंग लेके नाचते ढोलक मंजीरा और चंग लेके नाचते सखियाँ और सारे ग्वाल बाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, जय हो होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई आयी होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई भर पिचकारी मारे राधा को कन्हैया भर पिचकारी मारे राधा को कन्हैया मुखड़े पे मल के गुलाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, जय हो होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई आयी होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई राधा जी गुलाल मले श्याम जी के मुख पे राधा जी गुलाल मले श्याम जी के मुख पे सारे आज होगे लाल लाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, जय हो होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई आयी होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई देवता भी होली यहाँ खेलने को आते है देवता भी होली यहाँ खेलने को आते है ब्रम्हा विष्णु बाबा भोलानाथ खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा मदन गोपाल खेलते बोलो सारा रारा, जय हो होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई आयी होली आयी होली आयी होली आयी मस्ती लाई मस्ती लाई मस्ती लाई शर्मा खाटु धाम की तो महिमा निराली है शर्मा खाटु धाम की तो महिमा निराली है भक्त यहाँ होली हर साल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा होली हर साल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा होली हर साल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा होली हर साल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा होली हर साल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा सारा रारा होली हर साल खेलते बोलो सारा रारा, सारा रारा
होली खेल रहे नंदलाल मथुरा की कुंज गलीन में (Bhajan on Holi in Hindi)
होली खेल रहे नंदलाल मथुरा की कुंज गलीन में, मथुरा की कुंज गलिन में गोकुल की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल.... वो ग्वाल बाल संग आते गलियों में धूम मचाते, ऐसे नटखट दीनदयाल मथुरा की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल.... हम संग सखियों के जावे मार्ग में ठाड़े पांवे, हमें रहता यही मलाल मथुरा की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल.... कभी बंसी मधुर बजावे कभी भारी रंग बरसावे, कभी देवे उड़ाए गुलाल मथुरा की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल.... वो तो नए कलश मंगवाए और उन में जल भरवाए, अरी रंग घोल रहे नंदलाल मथुरा की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल.... मेरे भर पिचकारी मारी चुंदर कि आव बिगाड़ी, अरी मेरे माथे मलो गुलाल मथुरा की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल.... कोई ढोल सितार बजावे कोई हर्ष हर्ष होरी गावे, अरे कोई नाचे दे दे ताल मथुरा की कुंज गलीन में, होली खेल रहे नंदलाल....
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ (Bhajan on Holi in Hindi)
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ । मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की जाई हूँ ॥ अरे रसिया, ओ मन वासिय, मैं इतनी दूर से आयी हूँ ॥ सुना है श्याम मनमोहन, के माखन खूब चुराते हो । तुम्हे माखन खिलने को मैं मटकी साथ लायी हूँ ॥ तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ.... सुना है श्याम मनमोहन, के गौएँ खूब चरते हो । तेरे गौएँ चराने को मैं ग्वाले साथ लायी हूँ ॥ तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ.... सुना है श्याम मनमोहन, के कृपा खूब करते हो । तेरे गौएँ चराने को मैं ग्वाले साथ लायी हूँ ॥ तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ.... सुना है श्याम मनमोहन, के कृपा खूब करते हो । तेरी किरपा मैं पाने को तेरे दरबार आई हूँ॥ तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से आयी हूँ....
फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से (Bhajan on Holi in Hindi)
बोलिये कृष्ण भगवान् की जय हो बोलिये राधा रानी सरकार की फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से, कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से, कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से, म्हारी तो राधा गोरी गोरी, म्हारी तो राधा गोरी गोरी, गोरी गोरी राधा गोरी गोरी, गोरी गोरी राधा गोरी गोरी, श्याम सलोने नंदलाल कहियो नंदरानी से, श्याम सलोने नंदलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से, कहियो नंदरानी से कहियो नंदरानी से, म्हारी तो राधा भोली भाली, भोली भाली राधा भोली भाली, म्हारी तो राधा भोली भाली, भोली भाली राधा भोली भाली, नटखट नंद को लाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, राधा के हाथों में चूड़ियां सोहैं, राधा के हाथों में चूड़ियां सोहैं, चूड़ियां सोंग राधे कंगन सोंहैं, चूड़ियां सोंग राधे कंगन सोंहैं, बंसी बजावे नंदलाल कहियो नंदरानी से, बंसी बजावे नंदलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, राधा के माथे पर बिंदिया सोहै, राधा के माथे पर बिंदिया सोहै, बिंदिया सो है राधा बिंदिया सोहै, बिंदिया सो है राधा बिंदिया सोहै, मोर मुकुट नंदलाल कहियो नंदरानी से, मोर मुकुट नंदलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, गिरधर नागर गिरधर नागर, गिरधर नागर गिरधर नागर, संग नाचे नंदलाल कहियो नंदरानी से, संग नाचे नंदलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से, फागुन में उड़े रे गुलाल कहियो नंदरानी से
होली खेल रहे बांकेबिहारी आज रंग बरस रहा (Bhajan on Holi in Hindi)
होली खेल रहे बांकेबिहारी आज रंग बरस रहा। और झूम रही दुनिया सारी, आज रंग बरस रहा॥ अबीर गुलाल के बादल छा रहे है। होरी है होरी है छोर मचा रहे। झोली भर के गुलाल कि मारी, आज रंग बरस रहा॥ देख देख सखियन के मन हर्षा रहे। मेरे बांके बिहारी आज प्रेम बरसा रहे। उनके संग में हैं राधा प्यारी, आज रंग बरस रहा॥ आज नंदलाला ने धूम मचाई है। प्रेम भरी होली कि झलक दिखायी है। रंग भर भर के मारी पिचकारी, आज रंग बरस रहा॥ अबीर गुलाल और ठसो का रंग है। वृंदावन बरसानो झूम रह्यो संग है। मैं बार बार जाऊं बलिहारी॥
हो म्हारे होली खेलन आइये हो कृष्ण गोपाला भजन (Bhajan on Holi in Hindi)
हो म्हारे होली खेलन आइये हो हो कृष्ण गोपाला..... बागा मैं तेरी राह देखूंगी, राह देखूंगी राह देखूंगी, हो तू मतंया बाट दिखाइए हो हो कृष्ण गोपाला, हो म्हारे होली खेलन आइये हो हो कृष्ण गोपाला……… चुपके चुपके चाल्या आईये, चाल्या आईये चाल्या आईये, तू साथ किसे नै लाइए हो हो कृष्ण गोपाला, हो म्हारे होली खेलन आइये हो हो कृष्ण गोपाला……… पिवण नै दयू दुध मलाई, दुध मलाई दुध मलाई, हो तू माखन मिश्री खाइये हो हो कृष्ण गोपाला, हो म्हारे होली खेलन आइये हो हो कृष्ण गोपाला……… लाल गुलाबी हरे हरे रंग की, हरे हरे रंग की हरे हरे रंग की, हो तू भर पिचकारी लाइए हो हो कृष्ण गोपाला, हो म्हारे होली खेलन आइये हो हो कृष्ण गोपाला………
बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली में भजन (Bhajan on Holi in Hindi)
बरसे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में, होली में श्याम होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में..... रंग देखन लक्ष्मी जी आई, बिंदिया हो गई लाल,श्याम तेरी होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में.... रंग देखन गौरा जी आई, माला हो गई लाल, श्याम तेरी होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में.... रंग देखन सीता जी आई, मेहंदी हो गई लाल, श्याम तेरी होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में.... रंग देख दुर्गा जी आई, चुंदड़ी हो गई लाल, श्याम तेरी होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में.... रंग देखन राधा जी आई, चुनरी हो गई लाल, श्याम तेरी होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में.... रंग देखन को पड़ोसन आई, भूल गई सब काम, श्याम तेरी होली में, उड़ रहे रंग गुलाल, श्याम तेरी होली में......
Holi Religious Songs in Hindi
Holi Religious Songs in Hindi यहाँ दिए गए हैं-
होली खेलत नन्द लाल (Holi Bhajan in Hindi)
होली खेलत नन्द लाल बिरज में होली खेलत नंदलाल ग्वाल बाल संग रास रचाए ग्वाल बाल संग रास रचाए नटखट नंदगोपाल बिरज में होली खेलत नंदलाल बिरज में होली खेलत नंदलाल बाजत ढोलक झांझ मंजीरा बाजत ढोलक झांझ मंजीरा गावत सब मिल आज कबीरा नाचत दे दे ताल होली खेलत नन्द लाल बिरज में होली खेलत नंदलाल भर भर मारे रंग पिचकारी भर भर मारे रंग पिचकारी रंग गए ब्रिज के नर नारी रंग गए ब्रिज के नर नारी उड़त अबीर गुलाल होली खेलत नन्द लाल बिरज में होली खेलत नंदलाल ऐसी होरी खेली कन्हाई ऐसी होरी खेली कन्हाई जमुना तट पर धूम मचाई जमुना तट पर धूम मचाई रास रचें नंदलाल होली खेलत नन्द लाल होली खेलत नन्द लाल होली खेलत नन्द लाल होली खेलत नन्द लाल होली खेलत नन्द लाल.
होली आई रे कन्हाई, होली आई रे (Holi Bhajan in Hindi)
होली आयी रे कन्हाई रंग छलके सुना दे ज़रा बांसरी बरसे गुलाल रंग मोरे अंगनवा अपने ही रंग में रंग दे मोहे सजनवा … हो देखो नाचे मोरा मनवा तोरे कारन घर से आई हूँ निकल के सुना दे ज़रा बांसरी होली आयी रे… छूटे ना रंग ऐसी रंग दे चुनरिया धोबनिया धोये चाहे सारी उमरिया … हो मन को रंग देगा साँवरिया मोहे भाये ना हरजाई रंग हलके सुना दे ज़रा बांसरी होली आयी रे… लकड़ी जल कोयला भई और कोयला जल भयो राख मैं पापन ऐसी जली ना कोयला भई, ना राख होली घर आई तू भी आजा मुरारी मन ही मन राधा रोये बिरहा की मारी … हो नहीं मारो पिचकारी काहे छोड़ी रे कलाई संग चल के सुना दे ज़रा बांसरी होली आई रे…
होली खेले रघुवीरा (Holi Bhajan in Hindi)
ताल से ताल मिले मोरे बबुआ बाजे ढोल मृदंग मन से मन का मेल जो हो तो रंग से मिल जाए रंग हो.. होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई हिलमिल आवे लोग लुगाई हिलमिल आवे लोग लुगाई भई महलन में भीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होली है.. होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा तनिक शर्म नहीं आये देखे नाहीं अपनी उमरिया तनिक शर्म नहीं आये देखे नाहीं अपनी उमरिया हो साठ बरस में इश्क लड़ाए साठ बरस में इश्क लड़ाए मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया चुनरी पे डारे अबीरा अवध में होरी खेरे रघुवीरा अरे चुनरी पे डारे अबीरा अवध में होरी खेरे रघुवीरा अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई भाई महलन में भीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होली है.. अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा हे.. अब के फाग मोसे खेलो ना होरी हाँ हाँ ना खेलत ना खेलत तोरी शपथ मैं उमरिया की थोरी हाय हाय हाय चाचा देखे है ऊपर से, झांके नहीं अन्दर सजनिया देखे है ऊपर से, झांके नहीं अन्दर सजनिया उम्र चढ़ी है दिल तो जवां है उम्र चढ़ी है भैया दिल तो जवां है बांहों में भरके मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया बांहों में भरके मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया साँची कहे है कबीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा अरे साँची कहे है कबीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा अरे, होरी खेले रघु हो.. होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा हिलमिल आवे लोग लुगाई हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई भाई महलन में भीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होली है.. होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा अरे भैया होरी खेले, रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
बरसाने की होली
राधा कृष्ण ने मिलकर खेली, बरसाने की होली, राधा कृष्ण ने मिलकर खेली, बरसाने की होली, संग किशन के बाल सखा हैं, संग किशन के बाल सखा हैं, सखियन संग राधा टोली, होली रे होली, बरसाने की होली, होली रे होली, बरसाने की होली, हाथो में लेकर रंग और गुलाल, मोहन ने रंग डाले राधा के गाल, हाथो में लेकर रंग और गुलाल, मोहन ने रंग डाले राधा के गाल, राधा की होली भी सचमुच कमाल, श्याम रंग वाले को कर डाली लाल, धूम धड़ाका खूब मची है , मस्त मगन हर टोली टोली, बरसाने की होली, होली रे होली, बरसाने की होली, लाल मेरे लाल की, मैं जित देखु उत लाल, लाली देखन मैं चली, मैं भी हो गयी लाल, नैनों से बाते करें नंदलाल, मुस्का के राधा रानी करती सवाल, नैनों से बाते करें नंदलाल, मुस्का के राधा रानी करती सवाल, आज नहीं मन में है कोई मलाल, बरसा बरसाने में जैसे गुलाल, धूम धड़ाका खूब मची है , मस्त मगन हर टोली टोली, बरसाने की होली, होली रे होली, बरसाने की होली, राधा कृष्ण ने मिलकर खेली, बरसाने की होली, राधा कृष्ण ने मिलकर खेली, बरसाने की होली, संग किशन के बाल सखा हैं, संग किशन के बाल सखा हैं, सखियन संग राधा टोली, होली रे होली, बरसाने की होली
FAQs
हरिण्यकश्यप की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था की वह आग में भस्म नहीं हो सकती। हरिण्यकश्यप ने आदेश दिया की होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई , पर प्रह्लाद बच गया। ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है।
जो कीटाणुओं को प्रसार करने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। ऐसे में रंगों का प्रयोग रोग फैलाने वाले कीटाणुओं के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है। दूसरी ओर रंग लगने पर शरीर की सफाई अच्छे से हो पाती है जो स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
होली का त्यौहार हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर मार्च में आता है।
होली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह वसंत ऋतु के आगमन और रंगों की खुशी का जश्न मनाने का त्यौहार माना जाता है।
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