12वीं के बाद ऐसे कई बायोलॉजी कोर्सेज है, जो बिना एमबीबीएस के उपलब्ध है। एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज में बीएससी नर्सिंग, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बैचलर ऑफ फार्मेसी, बीएससी साइकोलॉजी, बीएससी बायोमेडिकल साइंस के अलावा भी बहुत से कोर्स शामिल हैं। इसलिए, यदि आप एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज की तलाश कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग पूरा पढ़ें, इसमें आपको सभी आवश्यक जानकारी दी गई है।
This Blog Includes:
- बायोलॉजी में मुख्य विशेषज्ञता
- एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज
- बीएससी नर्सिंग
- बीएससी बायोटेक्नोलॉजी
- बीएससी साइकोलॉजी
- बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी
- बैचलर्स इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
- बीफार्मा
- बीएनवाईएस (BNYS)
- बीएससी फ़ूड टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन एग्रीकल्चरल साइंस
- बीएससी बायोलॉजी
- बिना एमबीबीएस के 12वीं के बाद हाई सैलरी बायोलॉजी कोर्सेज
- बिना एमबीबीएस के 12वीं के बाद हाई पेइंग बायोलॉजी कोर्सेज
- योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- करियर और सैलरी
- FAQs
बायोलॉजी में मुख्य विशेषज्ञता
बायोलॉजी कोर्स केवल सामान्य चिकित्सा तक ही सीमित नहीं है। इस डोमेन के अंतर्गत कई प्रकार के कोर्सेज उपलब्ध है, जिसे 12वीं के बाद खोजा जा सकता है। एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज की तलाश करने वालों के लिए कुछ प्रमुख विशेषज्ञताओं की सूची नीचे दी गई है:
जूलॉजी | बॉटनी | माइक्रोबायोलॉजी |
जेनेटिक्स | एनवायर्नमेंटल साइंस | बायोफिजिक्स |
बायोकेमिस्ट्री | बयोइन्फोर्मेटिक्स | फिजियोलॉजी |
मॉलिक्यूलर बायोलॉजी | बायोमेडिकल साइंस | फ़ूड एन्ड एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी |
मरीन बायोलॉजी | बायोटेक्नोलॉजी |
एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज
यदि आप एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज का अध्ययन करने की योजना बना रहे हैं, तो चुनने के लिए यहां कुछ अन्य विकल्प दिए गए हैं-
- Bachelor of Occupational Therapy
- BSc Microbiology
- Medical Transcription Course
- BSc Cardiology/BSc Cardiac Technology
- B.Sc in Paramedical Technology
- BSc Audiology/Bachelor in Audiology or Speech Therapy
- BSc in Medical Imaging Technology
- BSc Agricultural Science
- Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences (BNYS)
- Bachelor of Science in Biotechnology
- Bachelor of Science in Biochemistry
- Bachelor of Technology in Biomedical Engineering
- Bachelor of Science in Microbiology (Non-Clinical)
- Bachelor of Science in Cardiac Technology
- Bachelor of Science in Cardiovascular Technology
- Bachelor of Perfusion Technology
- Bachelor of Science in Cardio-Pulmonary Perfusion Technology
- Bachelor of Respiratory Therapy
- Bachelor of Science in Nutrition and Dietetics
- Bachelor of Science in Genetics
- Bachelor of Veterinary Sciences
- BTech Genetic Engineering
- Bachelor of Pharmacy
- BTech/BSc Food Technology
- Bachelors in Neuroscience
- BSc in Nutritional Biology
- Bachelors in Molecular Biology
- Bachelors in Biochemistry and Cell Biology
- Bachelors in Microbiology
- BSc Microbiology
- BSc Nursing
- Bachelors in Molecular Bioengineering
- BTech Biotechnology
- BSc Toxicology
- BSc in Biochemistry
- Bachelors in Biomedical Science
बीएससी नर्सिंग
बीएससी नर्सिंग कोर्स खास तौर पार मरीजों की देखभाल करके समाज की सेवा करने में दिलचस्पी रखने वाले छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है। यह कोर्स 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स है, जो ICU, CCU, ER, OT, जैसे विभागों में डॉक्टरों की सहायता के लिए छात्रों को भरपूर जानकारी और कौशल देता है। इस क्षेत्र में नीट के बिना अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्स प्रदान करने वाले कुछ कॉलेज / यूनिवर्सिटीज हैं:
- आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज
- AIIMS
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- CMC लुधियाना
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी
- टोरंटो विश्वविद्यालय
- अल्बर्टा विश्वविद्यालय
- करोलिंस्का संस्थान
- जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय
बीएससी बायोटेक्नोलॉजी
बायोटेक्नोलॉजी में बैचलर ऑफ साइंस 3 वर्षीय ग्रैजुएट कोर्स है, जो मॉलिक्यूलर और अप्लाइड बायोकेमिस्ट्री पर आधारित है। यह कोर्स छात्रों को विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट के जरिए पर्याप्त जानकारी और कौशल प्रदान करता है। एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज करने वाले छात्र बायोटेक्नोलॉजी में बीएससी करके विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अलग-अलग अवसर प्राप्त कर सकते हैं। इस क्षेत्र में बेहतरीन शिक्षा देने वाले कई कॉलेज हैं, जिनमें से कुछ को यहां सूचीबद्ध किया गया है:
- फर्ग्यूसन कॉलेज
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
- शिव नादर विश्वविद्यालय
- रामजस कॉलेज
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- हार्वर्ड विश्वविद्यालय
- टोक्यो विश्वविद्यालय
- कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
- लंदन विश्वविद्यालय
- पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी
बीएससी साइकोलॉजी
एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज में सब से ज्यादा चुने गए कोर्स, बैचलर ऑफ आर्ट्स या बीएससी साइकोलॉजी के बाद छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों आकर्षक करियर के बहुत से मौके मिलते हैं। विकासात्मक और सामाजिक साइकोलॉजी से ले कर रिसर्च मेथाडोलॉजी तक, BSc/BA साइकोलॉजी सब्जेक्ट इस क्षेत्र से जुड़े बहुत से विषयों को कवर करता है।
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- प्रेसीडेंसी कॉलेज
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
- सी कॉलेज का सितारा
- निम्स विश्वविद्यालय
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
- प्रिंसटन विश्वविद्यालय
- कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
- शिकागो विश्वविद्यालय
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी एक उभरता हुआ मेडिकल साइंस कोर्स है, जिसमें कंप्यूटर उपकरणों के साथ इकोकार्डियोग्राफी, माइक्रोबायोलॉजी, लिम्फैटिक ऊतक आदि जैसी विभिन्न कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों और उनके इलाज के बारे में शिक्षा दी जाती है। इस शिक्षा को प्राप्त करने के बाद छात्र अलग-अलग गतिविधियों में डॉक्टरों की सहायता करते हैं। यदि आप सोच रहे हैं, कि कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी के लिए नीट की आवश्यकता है या नहीं, तो जान लें कि इसके लिए नीट ज़रूरी नहीं है। आप अपने PCB के मार्क्स की मदद से निम्नलिखित कॉलेजों में एडमिशन हासिल कर सकते है-
- JIPMER
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- मणिपाल कॉलेज ऑफ हेल्थ प्रोफेशनल्स
- राजीव गांधी पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट
बैचलर्स इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में मेडिसिन और इंजीनियरिंग दोनों शामिल हैं। यह जीव विज्ञान और मेडिसिन में इंजीनियरिंग की तकनीकों को शामिल करके मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के नए तरीकों पर काम करता है। यह कोर्स 4 साल तक चलता है, जिसे पूरा करने पर आप विभिन्न इंडस्ट्रीज में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग से जुड़े बेशुमार रोजगार के अवसर पा सकते हैं। कुछ कॉलेज की सूची नीचे दी गई है:
- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- मंडी का स्याह पक्ष
- ईट कानपुर
- NIT राउरकेला
- हिंदुस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- हार्वर्ड विश्वविद्यालय
- जॉर्जिया तकनीकी संस्थान
- टोरंटो विश्वविद्यालय
- कॉर्नेल विश्वविद्यालय
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
बीफार्मा
जो लोग फार्मेसी में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए बी फार्मा उपयुक्त ऑप्शन है। 4 साल तक चलने वाले इस कोर्स के जरिए छात्रों को बैचलर ऑफ फार्मेसी ड्रग डेवलपमेंट, फार्माकोलॉजी, क्लिनिकल प्रैक्टिस आदि क्षेत्रों में व्यापक जानकारी दी जाती है। यदि आप इस क्षेत्र में एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज की तलाश कर रहे हैं, तो फार्मेसी में डिप्लोमा के बारे में जरूर सोचें:
- इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- बिट्स मेसरा
- जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी
- असम विश्वविद्यालय
- मद्रास मेडिकल कॉलेज
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- हार्वर्ड विश्वविद्यालय
- मोनाश विश्वविद्यालय
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
- ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
- कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
बीएनवाईएस (BNYS)
यह कोर्स सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं, योगी विज्ञान और नेचुरोपैथी आजकल दुनिया भर में अलग-अलग यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किया जाता है। यह प्रोग्राम शरीर को हानिकारक पदार्थों से शुद्ध करने के लिए एक्यूपंचर, पोषण, हर्बल दवाओं आदि पर फोकस करते हैं। आजकल, व्यक्तिगत स्वास्थ्य के बारे में बढ़ती जागरूकता के कारण BNYS कैसे कोर्स में बहुत से लोग नीट के बिना दाखिला ले रहे हैं। 10 + 2 में BiPC विषयों के साथ कम से कम 45-50% के साथ पास होने पर आप इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
बीएससी फ़ूड टेक्नोलॉजी
फूड टेक्नोलॉजी में बैचलर 4 साल का अंडर ग्रैजुएट प्रोग्राम है, जो खाद्य पदार्थों के कच्चे माल के प्रसंस्करण, विकास, विनिर्माण और भंडारण पर फोकस करता है। फूड टेक्नोलॉजी में डिग्री के साथ आप सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में नौकरी के बहुत से अवसर तलाश कर सकते हैं। बीएससी के अलावा, बीटेक फूड टेक्नोलॉजी भी एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज की लिस्ट में शामिल है।
- NIMS विश्वविद्यालय
- एनआईआईटी विश्वविद्यालय
- गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी
- शारदा विश्वविद्यालय
- सिल्वर आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- चेस्टर विश्वविद्यालय
- ससेक्स विश्वविद्यालय
- न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी
- कोनेस्टोगा कॉलेज
- आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी
बीएससी इन एग्रीकल्चरल साइंस
कृषि विज्ञान बहुआयामी क्षेत्र है, जिसमें विभिन्न तकनीकी और वैज्ञानिक विषयों की शिक्षा दी जाती है। खेती से जुड़े कोर्स के बीच बीएससी कृषि विज्ञान छात्रों में काफी लोकप्रिय विकल्प है। यह कोर्स 4 साल की अवधि तक चलता है, जिसमें खेती, रबंधन, कृषि मशीनरी, बागवानी और कृषि व्यवसाय से संबंधित रिसर्च की जानकारी देता है। एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज की तलाश करने वाले छात्र कुछ निम्नलिखित विश्वविद्यालयों में कृषि विज्ञान में ग्रैजुएशन कर सकते हैं-
- पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
- जी बी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी
- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय
- सेंट्रल कॉस्ट्ल एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट– आईसीएआर
विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- वगेनिंगें यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया
- स्वीडिश यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंस
- एग्रो पेरिस टेक
- ETH ज्यूरिख
बीएससी बायोलॉजी
बीएससी बायोलॉजी सबसे अधिक मांग वाला बैचलर ऑफ साइंस कोर्स है, जो 3 से 4 साल का होता है। बायोडायवर्सिटी और मेडिकल डायग्नोस्टिक से लेकर सिस्टम फिजियोलॉजी और पब्लिक हेल्थ तक, यह कोर्स थियरी कक्षाओं और प्रैक्टिकल लैब्स के माध्यम से छात्रों को व्यापक ज्ञान प्रदान करता है। वर्क प्रोफाइल: जेनेटिकिस्ट, टेक्निकल राइटर, टैक्सोनॉमिस्ट, प्लांट बायोकेमिस्ट, एडवाइजर आदि।
बिना एमबीबीएस के 12वीं के बाद हाई सैलरी बायोलॉजी कोर्सेज
क्या आप 12 वीं विज्ञान के बाद उच्च वेतन वाले कोर्स की तलाश कर रहे हैं, तो कुछ लोकप्रिय कोर्सेज की सूची नीचे दी गई है:
कोर्सेज | औसत सालाना पैकेज (INR) |
BSc Clinical Research | 87-90 लाख |
बीएससी ऑडियोलॉजी – भाषण और भाषा चिकित्सा | 47-50 लाख |
Bachelor of Pharmacy | 35-40 लाख |
Bsc Clinical Psychology | 35-40 लाख |
Bsc Forensic Science | 41-45 लाख |
Bsc Paramedical Technology | 58-60 लाख |
Bsc Optometry | 84-85 लाख |
Bsc in Medical Imaging Technology | 61-65 लाख |
Bsc Nuclear Medicine | 61-65 लाख |
बिना एमबीबीएस के 12वीं के बाद हाई पेइंग बायोलॉजी कोर्सेज
बिना एमबीबीएस के 12वीं के बाद हाई पेइंग बायोलॉजी कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- Nursing
- Clinical research
- Biotechnology
- Biomedical Sciences
- Biochemistry
- Toxicology
- Nutrition and Dietetics
- Forensic science and criminology
- Occupational Therapist
- Naturopathy and yogic science
- Paramedical courses
- Dairy farming
- Aquaculture and fisheries
- Veterinary Science
- Physical treatment
- Pharmacy
- Food Technology
- Public health
- Genetics
- Nuclear Medicine
नर्सिंग
नर्सिंग एमबीबीएस और डेंटल साइंस के बाद एक जानी-मानी मेडिकल स्पेशलाइजेशन है। भारत और विदेश के कई कॉलेजेस में नर्सिंग के कोर्सेज के लिए NEET की जरूरत नहीं होती। इसके अलावा, नर्स की शिक्षा प्राप्त करने के बाद अब भारत और विदेश में कई आकर्षक वेतन वाले रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। विदेश में नर्सिंग की नौकरियों के साथ-साथ विजा स्पॉन्सरशिप भी मिलती है। भारत में रजिस्टर्ड नर्स का शुरुआती वेतन ₹297662 प्रतिवर्ष है, जिसके बढ़ने की संभावना भी ज्यादा होती है। भारत में नर्सिंग के टॉप कॉलेज हैं-
- आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (एम्स)
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
- आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज
क्लीनिकल रिसर्च
यदि आप रिसर्च में करियर बनाना चाहते हैं, तो इस फील्ड का यह कोर्स आपके लिए जबरदस्त है। क्लिनिकल रिसर्च में बीएससी या डिप्लोमा पूरा करने के बाद आप क्वालिटी अस्स्युरेस ऑफिसर, बियोस्टेटिट्सियन, कंसलटेंट आदि के रूप में काम कर सकते हैं। निम्नलिखित लिस्ट पर नजर डालें, यहां आपको यह कोर्स प्रदान करने वाली यूनिवर्सिटीज की जानकारी मिलेगी:
- इंडस विश्वविद्यालय
- आईसीआरआई देहरादून
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- GD गोयनका विश्वविद्यालय
- गलगोटिया विश्वविद्यालय
बायोकेमिस्ट्री कोर्सेज
मेडिकल कोर्स में दूसरा लोकप्रिय कोर्स बीएससी केमिस्ट्री प्रोग्राम है। 3 से 4 साल तक चलने वाला यह कोर्स दुनिया भर में विभिन्न यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किया जाता है। इस प्रोग्राम में आपको ऑर्गेनिक, इनऑर्गेनिक और फिजिकल केमिस्ट्री के कॉन्सेप्ट सिखाए जाते हैं।
टॉक्सिकोलॉजी
टॉक्सिकोलॉजी के क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री या उससे संबंधित कोई अन्य डिग्री के साथ आप टॉक्सिकोलॉजी में मास्टर ऑफ साइंस कर सकते हैं। 2 वर्षों पर आधारित यह कोर्स छात्रों को हानिकारक पदार्थों और मनुष्यों और पर्यावरण पर उनके प्रभाव के बारे में जानकारी देता है।
- मद्रास विश्वविद्यालय
- जामिया हमदर्द
- चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय
- महात्मा ज्योति राव फूल विश्वविद्यालय
न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स
जिन लोगों ने 12 वीं में BiPC विषयों के साथ शिक्षा प्राप्त की है और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने में सहायक क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं वो बीएससी न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स/बीएससी ह्यूमन न्यूट्रिशन/बीएससी फूड टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स कर सकते हैं। यहां, आम तौर पर 3 साल तक चलने वाले इन कोर्स को ऑफर करने वाले कॉलेज के नाम बताए गए हैं:
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूट्रिशन
- माउंट कार्मेल कॉलेज
- आंध्र विश्वविद्यालय
- लेडी इरविन कॉलेज
फॉरेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी
फोरेंसिक और आपराधिक विज्ञान सबसे दिलचस्प मेडिकल साइंस कोर्स में से एक हैं। चाहे डिप्लोमा हो या बीएससी साइबर फोरेंसिक की डिग्री, आप लॉ कंसलटेंट, इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर, क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर, हैंडराइटिंग स्पेशलिस्ट आदि जैसे नौकरियां प्राप्त कर सकते हैं। निम्नलिखित कॉलेज और यूनिवर्सिटी क्षेत्र में कोर्स प्रदान करते हैं-
- इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज
- मुंबई विश्वविद्यालय
- उस्मानिया विश्वविद्यालय
- एमिटी विश्वविद्यालय
- मद्रास विश्वविद्यालय
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
4.5 वर्षों की अवधि तक चलने वाला यह कोर्स बहुत से मेडिकल साइंस के शौकीन छात्रों की पहली पसंद होती है। भावनात्मक और न्यूरोलॉजिकल तनाव सहित मेडिकल समस्याओं के इलाज तलाश करना, यह कोर्स उन लोगों के लिए आदर्श विकल्प है।
डेरी फार्मिंग
भारत दूध का प्रमुख उत्पादक है और यही कारण है कि यहां उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण एक संगठित तरीके से किया जाना चाहिए। इसके शिक्षा प्राप्त करने के लिए बीएससी पशुपालन और डेयरी जैसे कोर्स में दाखिला लिया जा सकता है। चूँकि आपको स्कूल में एडमिशन के लिए साइंस स्ट्रीम में 10 + 2 50% अंकों से पास करना होता है।
इस क्षेत्र में वर्क प्रोफाइल: क्वालिटी कण्ट्रोल मैनेजर, रिसर्चर, लोजिस्टिक्स ऑफिसर, प्रोडक्शन मैनेजर, वेटरनरी ऑफिसर आदि है।
एक्वाकल्चर एंड फिशरीज
BiPC के बाद कोर्स, एक्वाकल्चर एंड फिशरीज के क्षेत्र में उन लोगों के लिए एक और विकल्प है। जो मेडिकल साइंस या संबंधित डोमेन में करियर बनाना चाहते हैं। बीएससी फिशरीज [3वर्ष] / फिशरीज साइंस [4 साल] / पाइसेकल्चर जैसी डिग्रियां पूरी करने पर, आप विश्वविद्यालयों में लेक्चरर, फिशरीज सर्वे ऑफ इंडिया जैसे किसी केंद्र या राज्य संगठन में साइंटिस्ट/रिसर्चर आदि की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। आपने निम्नलिखित कॉलेजों से यह कोर्स कर सकते हैं:
- सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय
- श्री शिवजी कॉलेज
- उड़ीसा यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी
योग्यता
एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज के लिए सामान्य योग्यता नीचे दी गई है-
- किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से छात्र 10+2 पास होने चाहिए और 10+2 में उनके कम-से-कम 50% अंक होने चाहिए।
- 10वीं के बाद साइंस होनी जरुरी है, जैसे फिजिक्स, केमिस्ट्री और जूलॉजी या बॉटनी, बायोलॉजी साथ ही मुख्य विषय के रूप में अंग्रेजी का होना भी जरुरी है।
- आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 10+2 में 40% अंक आवश्यक है।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं। जिसमे IELTS स्कोर 7 या उससे अधिक और TOEFL स्कोर 100 या उससे अधिक होना चाहिए।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ ज़रूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
करियर और सैलरी
एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज करने के बाद आपके पास करियर के विभिन्न विकल्प उपलब्ध है। इस क्षेत्र से जुड़ी कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल और उनकी सैलरी नीचे बताई गई है:
जॉब प्रोफाइल | औसत सालाना सैलरी (INR) |
वेटरनरी ऑफिसर | 10-12 लाख |
जेनेटिक काउंसलर | 4-5 लाख |
फ़ूड टेक्नोलॉजिस्ट | 10-12 लाख |
स्टाफ नर्स | 3-5 लाख |
क्वालिटी असुरेन्स टेक्नोलॉजिस्ट | 5-7 लाख |
FAQs
नीट के बिना मेडिकल कोर्सेज उन छात्रों के लिए बेहतरीन हैं, जो NEET क्वालीफाई नहीं कर पाते लेकिन MBBS / BDS करना चाहते। NEET के बिना मेडिकल कोर्सेज में बीएससी नर्सिंग, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बैचलर ऑफ फार्मेसी, बीएससी साइकोलॉजी, बीएससी बायोमेडिकल साइंस के अलावा भी बहुत से कोर्स शामिल हैं।
सबसे पहले 10th पास करने के बाद 12th में विज्ञान से बायोलॉजी सब्जेक्ट (PCB) का चुनाव करे।
मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम -NEET की तैयारी करें।
NEET एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करें, और अच्छे मार्क्स से पास करें।
मेडिकल का कोर्स पूरा करे और अच्छे मार्क्स से पास करे।
इस परीक्षा में 12वीं पास के वो उम्मीदवार भाग ले सकते हैं, जिन्होंने अंग्रेजी, फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी से पढ़ाई की है और इसमें 60 फीसदी अंक हासिल किए होने आवश्यक है. साथ ही इस परीक्षा के लिए अप्लाई करने के लिए उम्मीदवारों की उम्र कम से कम 17 साल होनी चाहिए।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग से आपको एमबीबीएस के अलावा 12वीं के बाद बायोलॉजी कोर्सेज के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।