12th बायो के बाद क्या करें: जानिए बेस्ट कोर्सेज की लिस्ट

1 minute read
12th बायो के बाद क्या करें?

मेडिकल की पढ़ाई छात्र देश की प्राइवेट और सरकारी यूनिवर्सिटीज से कर सकते हैं। मेडिकल की पढ़ाई छात्र सिर्फ भारत से नहीं बल्कि विदेश से भी कर सकते हैं। 12वीं बायो कर रहे या कर चुके छात्रों को अक्सर यह रहता है कि बायो लेके सिर्फ एमबीबीएस ही कर सकते हैं, जबकि ऐसे कई विकल्प हैं जिन्हें छात्र चुन सकते हैं। 12वीं बायो के बाद छात्र नर्सिंग, बी फार्मा, एमबीबीएस आदि कर सकते हैं। आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि 12th बायो के बाद क्या करें।

This Blog Includes:
  1. 12th बायो के बाद क्या करें?
    1. नर्सिंग कोर्स
    2. बी फार्मा (बैचलर ऑफ फार्मेसी)
    3. पैरामेडिकल कोर्स
    4. एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी)
    5. बी डी एस (बैचलर ऑफ डेंटल साइंस)
    6. साइकोलॉजिस्ट
    7. डर्मेटोलॉजिस्ट
    8. रेडियोग्राफी
    9. न्यूट्रिशन एंड डायटिस्ट
  2. NEET क्या है?
    1. NEET की तैयारी कैसे करें?
    2. मेडिकल के लिए भारत में सर्वश्रेष्ठ NEET कोचिंग संस्थान
    3. NEET के लिए क्रैश कोर्स
  3. MBBS
    1. एमबीबीएस के बारे में
    2. एमबीबीएस के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
    3. एमबीबीएस के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम 
  4. वेटनरी साइंस
    1. वेटनरी साइंस के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम
    2. वेटनरी साइंस के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
  5. BAMS
    1. BAMS के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम
    2. BAMS के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
  6. BHMS 
    1. BHMS के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम
    2. BHMS के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
  7. BDS
    1. BDS के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
    2. BDS के लिए प्रसिद्ध यूनिवर्सिटीज के नाम
  8. फॉर्मेसी
    1. फॉर्मेसी के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
    2. फॉर्मेसी के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम
  9. BSc के लिए प्रसिद्ध भारतीय कॉलेज के नाम
    1. BSc के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम
  10. डिप्लोमा कोर्सेज
  11. 12th बायो के बाद यूजी के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज कौनसी हैं?
  12. 12th बायो के बाद यूजी के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
  13. विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
  14. जानिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
  15. जॉब प्रोफाइल और करियर स्कोप
  16. FAQs

12th बायो के बाद क्या करें?

बहुत सारे छात्रों के मन मे यह ख्याल आता है कि अगरउन्होंने बायोलॉजी ली है तो वह सिर्फ एमबीबीएस डॉक्टर ही बन सकते हैं। एमबीबीएस डॉक्टर बनने की यह सोच एक बहुत अच्छा सोच है। लेकिन बहुत सारे विद्यार्थी पैसे के अभाव मे या किसी दूसरे कारण से अपना यह सपना पुरा नही कर पाते हैं और उदास हो जाते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नही है। क्योंकि आपके लिए बहुत सारे अच्छे कोर्स हैं जिसे आप चुन सकते हैं। 

नर्सिंग कोर्स

नर्सिंग कोर्स में यह सिखाया जाता है कि मरीज के साथ कैसे पेश आना है? डॉक्टर की सहायता करना आदि। नर्स बनने के लिए आप बीएससी नर्सिंग कोर्स, जीएनएम, एएनएम कोर्स कर सकते हैं। शुरुआत में नर्स का वेतन 20 से ₹25000 होता है। अनुभव के साथ आपकी सैनर्सिंग कोर्सरी बढ़ती है।

बी फार्मा (बैचलर ऑफ फार्मेसी)

बी फार्मा कोर्स के अंतर्गत दवाइयों और औषधियों के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कोर्स में विभिन्न प्रकार की बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों के बारे में बताया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद आप खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं। इसके लिए आप डिप्लोमा इन फार्मेसी, बैचलर ऑफ फार्मेसी या फिर मास्टर ऑफ साइंस ऑफ फार्मेसी कोर्स कर सकते हैं। बैचलर ऑफ फार्मेसी कोर्स करने के बाद आप INR 25-30,000/प्रति महीना कमा सकते हैं, यह आपके अनुभव के साथ बढ़ती है।

पैरामेडिकल कोर्स

पैरामेडिकल कोर्स में नर्सिंग, फार्मेसी जैसे सभी प्रकार का ज्ञान दिया जाता है। हेल्थ केयर सेक्टर में जॉब के बहुत अवसर होते हैं। पैरामेडिकल कोर्स करने के बाद फ्रेशर का मासिक वेतन लगभग भी INR 25-30,000/प्रति महीना होता है। और 4 से 5 वर्ष के एक्सपीरियंस के बाद INR 80,000-1.5 लाख प्रति महीने सैलरी होती है।

एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी)

एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको 12वीं व NEET एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंक लाने होंगे। एमबीबीएस कोर्स किसी विशेष स्पेशलाइजेशन के साथ पूरा करना होता है। इस प्रकार आप किसी विशेष स्पेशलाइजेशन के डॉक्टर बन जाते हैं। स्पेशलाइजेशन जैसे कि न्यूरोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, ऑर्थोपेडिक्स, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, एनएसथीसिया स्पेशलिस्ट आदि।

बी डी एस (बैचलर ऑफ डेंटल साइंस)

यह एक अंडरग्रैजुएट कोर्स है। 12वीं के बाद यह 3 वर्ष का कोर्स होता है। इस कोर्स के दौरान स्टूडेंट्स को दांतो से संबंधित बीमारियों की जानकारी दी जाती है। दांतो के मरीज का इलाज कैसे करना है यह भी सिखाया जाता है। आप बैचलर ऑफ डेंटल साइंस कोर्स करके प्राइवेट और गवर्नमेंट हॉस्पिटल में डेंटिस्ट बन सकते हैं।

साइकोलॉजिस्ट

अगर आप साइक्लोजेस्ट के रूप में करियर बनाना चाहते हैं। तो आपको 12 के बाद 3 वर्ष का बैचलर ऑफ साइकोलॉजी डिग्री कोर्स करना होता है। इसके बाद आपको 2 वर्ष का मास्टर ऑफ साइकोलॉजी कोर्स करना होता है। 

डर्मेटोलॉजिस्ट

डर्मेटोलॉजिस्ट त्वचा (स्किन) की बीमारियों का इलाज करते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट त्वचा पर होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों जैसे कि मुंहासे, शरीर में धब्बे, खुजली आदि का इलाज करते हैं।

रेडियोग्राफी

रेडियोग्राफी कोर्स करने के लिए आप डिप्लोमा इन रेडियोग्राफी, पोस्ट ग्रेजुएशन इन रेडियोग्राफी या फिर अन्य रेडियोग्राफी डिग्री कोर्सेज करके आप करियर की शुरुआत कर सकते हैं।

न्यूट्रिशन एंड डायटिस्ट

दोस्तों इस कोर्स के अंतर्गत आपको फूड मैनेजमेंट की जानकारी प्रदान की जाती है। यह जानकारी दी जाती है कि स्वस्थ रहने के लिए व किस बीमारी में किस प्रकार के भोजन का इस्तेमाल करना चाहिए। शरीर में न्यूट्रीशन की कमी होने से विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने का खतरा होता है। आजकल न्यूट्रिशन और डायटिस्ट कोर्स किए हुए लोगों की बहुत डिमांड है।

NEET क्या है?

NEET की फुल फॉर्म द नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट होती है। NEET एक तरह का एंट्रेंस एग्जाम होता है जो सिर्फ मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए संचालित किया जाता है। अगर कोई अंडरग्रेजुएट कोर्स जैसे की  एमबीबीएस/बीडीएस करना चाहता है या फिर पोस्टग्रेजुएट कोर्स जैसे की MD/MS/MDS करना चाहता है, तो इसके लिए NEET एग्जाम को पास करना आवश्यक है। अगर कोई NEET एग्जाम में अच्छे रैंक हासिल करता है, तभी उसका एडमिशन किसी सरकारी या प्राइवेट कॉलेज में हो सकता है। इससे पहले NEET को AIPMT नाम से जाना जाता था जिसमे अलग-अलग राज्य और कॉलेज के हिसाब से एंट्रेंस एग्जाम भी अलग था। लेकिन NEET आने के बाद से AIPMT और बाकि सभी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर समाप्त कर दिया गया था। अभी सिर्फ तीन तरह के मेडिकल एग्जाम मोजूद है जिसमे पहला आता है नीट किसी सरकारी या प्राइवेट कॉलेज के लिए, दूसरा AIIMS एंट्रेंस टेस्ट जिन्हें AIIMS में एडमिशन चाहिए और तीसरा जिपमर उनके लिए जो जवाहरलाल मेडिकल इंस्टिट्यूट में एडमिशन चाहते है। आइए जानते हैं नीट की तैयारी कैसे करें।

NEET की तैयारी कैसे करें?

12th बायो के बाद क्या करें जानने के साथ-साथ NEET की तैयारी के बारे में पहले से ही पता करना ज़रूरी है, यह इस प्रकार है:

  • NEET की तैयारी के लिए 11-12वीं अच्छे से पढ़ें। अगर आप 11-12वीं अच्छे से पढ़ते हो तो आधे से ज्यादा NEET की तैयारी आपकी पहले ही हो जाएगी क्यूंकि पिछले साल 2021 के पेपर में देखा गया है की लगभग 70% सवाल आपके NCERT से ही आते हैं।
  •  जब आप NCERT से पढ़ लेते हो उसके बाद रिफरेन्स बुक्स की मदद ले सकते हो। रिफरेन्स बुक्स से हम किसी भी टॉपिक को गहराई से समझ सकते है और मुश्किल से मुश्किल सवालो को हल कर सकते है।इसलिए आपको रिफरेन्स बुक्स की भी मदद लेनी चाहिए। NEET एग्जाम के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी तीनो अच्छे से आने चाहिए लेकिन फिजिक्स ऐसा सब्जेक्ट है जिसके सवाल केमिस्ट्री और बायोलॉजी की तुलना में कठिन होते है। 
  • केमिस्ट्री सब्जेक्ट ऐसा है जिसके सवाल न ज्यादा कठिन पूछे जायेंगे न ज्यादा आसान इसलिए आपको पहले से तैयार रहना है। अगर आप NCERT अच्छे से पढ़ लेते हो और कुछ चैप्टर जैसे की ऑर्गेनिक और फिजिकल केमिस्ट्री पर ज्यादा ध्यान देते हो तो आपके लिए यह बेहतर साबित होगा।

मेडिकल के लिए भारत में सर्वश्रेष्ठ NEET कोचिंग संस्थान

यदि आप भारत में NEET परीक्षा को क्रैक करना चाहते हैं, तो आपको मेडिकल के लिए ऑल बेस्ट NEET  कोचिंग इंस्टीट्यूट्स इन इंडिया के सभी प्रासंगिक विवरणों के साथ अपडेट रहना होगा ताकि आपके सपने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर बनने के लिए सच हो सकें। मकसद पेशेवर तरीके से काम करके राष्ट्र की सेवा करना और ज्ञान और सर्वोत्तम शिक्षा प्राप्त करना है।

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट भारत के जिम्मेदार निकाय द्वारा आयोजित एकमात्र प्रवेश परीक्षा परीक्षा है, जो कि MBBS, मेडिकल, इंजीनियरिंग, BDS जैसी सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में प्रवेश लेने के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) है। भारत में पाठ्यक्रम। यह शीर्ष-सबसे प्रवेश परीक्षा वार्षिक रूप से आयोजित की जाती है और इसे भारत में सबसे महत्वपूर्ण चिकित्सा परीक्षा के रूप में जाना जाता है।

  • टॉपर्स एकेडमी
  • द हिंदू जोन
  • आकाश इंसिट्यूट
  • एलेन करियर इंसिट्यूट
  • रिसॉन्सेंस
  • पेस आईआईटी और मेडिकल
  • राव आईआईटी एकेडमिक
  • नारायण आईआईटी एकेडमिक

NEET के लिए क्रैश कोर्स

क्रैश कोर्स दो शब्दों से मिलकर बना हुआ शब्द है पहला शब्द है “क्रैश” जिसका अर्थ होता है “बहुत ही सीमित या कम अवधि” दूसरा शब्द है “कोर्स” है जिसका अर्थ होता है “पाठ्यक्रम” इस प्रकार “क्रैश कोर्स” शब्द का सयुंक्त अर्थ होता है “बहुत ही कम अवधि में पूरा किया गया पाठ्यक्रम”। जब हम किसी भी विषय के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित कर उसे एक पाठ्यक्रम का रूप देकर बहुत ही कम समय में पूरा करते हैं तो इस प्रकार के कोर्स को क्रैश कोर्स कहा जाता है।

क्रैश कोर्स से NEET की तैयारी जिन तीन प्रमुख फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं वे हैं ।अनुशासित अध्ययन दिनचर्या, खूब रिविजन करना और नियमित मॉक टेस्ट प्रैक्टिस। इन तीन फैक्टर्स के बारे में विस्तृत गाइडिंग प्वाइंट्स नीचे दिए जा रहे हैं ताकि छात्र आखिरी महीने की प्रभावशाली नीट तैयारी रणनीति बना सकें। 

NEET की तैयारी के सबसे महत्वपूर्ण तैयारी टिप्स में से एक है अंतिम माह में अच्छी तरह से बनाया गया स्टडी रूटीन, जो यह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक विषय के लिए उचित मात्रा में समय निर्धारित किया गया है-

  • स्टडी आवर्स: आखिरी महीने में आदर्श स्टडी रूटीन बनाने के लिए यह ध्यान में रखें कि छोटे– छोटे ब्रेक के साथ हर दिन पढ़ने के लिए 14 घंटों का समय अवश्य निकालें। लगातार पढ़ाई करने से छात्रों को अपनी अध्ययन दिनचर्या को नियमित बनाने, अनुशासनहीनता के कारण होने वाले तनाव को कम करने में मदद मिलेगी और सिर्फ एक महीने में NEET सिलेबस को दुहराने के लिए पर्याप्त समय मिल पाएगा।
  • समय का बंटवारा किस प्रकार करें: स्टडी आवर्स को नीट 2022 सिलेबस, नीट सैंपल पेपर प्रैक्टिस और पेपर में होने वाली गलतियों के विश्लेषण के बीच बांटें। यदि समय हो तो, आप नीट प्रश्नों की कॉन्सेप्चुअल क्लैरिटी पर भी काम कर सकते हैं।
  • स्ट्रेस बस्टर्स: ध्यान भटकाने वाले तत्वों जैसे सोशल मीडिया, गेम्स आदि को सीमित करें। इन माध्यमों का प्रयोग मात्र रिफ्रेश्मेंट या स्ट्रेस बस्टर्स के रूप में करें। याद रखें, इनका प्रयोग सिर्फ स्टडी ब्रेक्स के दौरान किया जाना चाहिए और परीक्षा में पास होना मुख्य लक्ष्य बना रहना चाहिए। इसके अलावा, इन तत्वों को सीमित करना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही महत्वपूर्ण है इस प्रकार के तत्वों का स्वेच्छा और खुशी के साथ प्रयोग किया जाना। आपको हल्के शारीरिक व्यायाम जैसे योग या ध्यान के लिए भी समय निकालना चाहिए ताकि आपकी थकान दूर हो सके और तरोताजा एवं शांत बने रहें।

आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।

MBBS

बैचलर ऑफ मेडिसिन ऐंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) भारत के सबसे पसंदीदा और प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों में से एक है। MBBS की डिग्री पूरी करके उम्मीदवार डॉक्टर बनते हैं। MBBS की पढ़ाई एक चुनौतीपूर्ण काम है, क्योंकि डॉक्टर बनाने वाले इस कोर्स के हर चरण पर छात्रों की परीक्षा होती है। डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले उम्मीदवारों को भारत की एमबीबीएस प्रवेश प्रक्रिया के बारे में विस्तार से पता होना चाहिए।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी  वर्ष में एक बार NEET परीक्षा आयोजित करती है। नीट भारत में MBBS प्रवेश के लिए आयोजित एकमात्र राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिसे भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मान्यता प्राप्त है। एम्स संस्थानों में MBBS की 1,899 सीटों और जिपमर में 249 सीटों पर प्रवेश भी NEET परीक्षा के माध्यम से दिया जाता है। नीट रिजल्ट के आधार पर कुल 542 मेडिकल कॉलेज, 15 एम्स और 2 जिपमर संस्थान MBBS में प्रवेश देते हैं। एमबीबीएस सीटों और परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या की तुलना में, भारत में MBBS प्रवेश के लिए प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है। 

एमबीबीएस के बारे में

ब्यौराडिटेल
कोर्स का नामबैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस)
कोर्स का लेवलअंडरग्रेजुएट
कोर्स का प्रकारडिग्री
कोर्स की अवधि5.5 साल इंटर्नशिप सहित
इंटर्नशिप1 साल
पात्रताकिसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 50% अंकों के साथ 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण
न्यूनतम आयु17 साल 
कॉलेजों की संख्या542 मेडिकल15 एम्स2 जिपमर
सीटों की संख्या83125
एडमिशन के लिए योग्य होने का माध्यमराष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में अच्छा स्कोर

एमबीबीएस के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

एमबीबीएस के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम नीचे दिए गए हैं-

एमबीबीएस के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम 

एमबीबीएस के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय के नाम इस प्रकार हैं:

  • एम्स न्यू दिल्ली
  • पीजीआईएमईआर चंडीगढ़
  • क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर
  • जिपमर पुंडुचेरी
  • बीएचयू वाराणसी
  • जिगर और पित्त विज्ञान संस्थान, न्यू दिल्ली
  • जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़
  • वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज
  • जवाहर नेहरू मेडिकल कॉलेज, बेलग्राम

वेटनरी साइंस

पशु चिकित्सा दवा की वह शाखा है जो जानवरों में बीमारी, विकार और चोट की रोकथाम, नियंत्रण, निदान और उपचार से संबंधित है।  इसके साथ ही यह पशु पालन, पालन, प्रजनन, पोषण पर अनुसंधान और उत्पाद विकास से संबंधित है। पशु चिकित्सा का दायरा व्यापक है, जिसमें पालतू और जंगली दोनों तरह की सभी जानवरों की प्रजातियों को शामिल किया गया है, जिसमें विभिन्न प्रजातियों को प्रभावित करने वाली स्थितियों की एक विस्तृत श्रृंखला है।

पशु चिकित्सा विज्ञान जूनोटिक रोग (अमानवीय जानवरों से मनुष्यों में संचरित संक्रामक रोग), खाद्य सुरक्षा, और चिकित्सा अनुसंधान के माध्यम से मानव अनुप्रयोगों के माध्यम से मानव स्वास्थ्य की निगरानी और नियंत्रण में मदद करता है।  वे पशुओं के स्वास्थ्य की निगरानी और उपचार, और पालतू जानवरों को स्वस्थ और लंबे समय तक जीवित रखकर मानसिक स्वास्थ्य के माध्यम से खाद्य आपूर्ति को बनाए रखने में भी मदद करते हैं।  पशु चिकित्सा वैज्ञानिक अक्सर काम के प्रकार के आधार पर महामारी विज्ञानियों और अन्य स्वास्थ्य या प्राकृतिक वैज्ञानिकों के साथ सहयोग करते हैं।  नैतिक रूप से, पशु चिकित्सक आमतौर पर पशु कल्याण की देखभाल करने के लिए बाध्य होते हैं।  पशु चिकित्सक जानवरों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए निदान, उपचार और मदद करते हैं।

वेटनरी साइंस के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम

वेटनरी साइंस के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम इस प्रकार हैं:

वेटनरी साइंस के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

वेटरनरी डिप्लोमा कोर्स प्रमुख संस्थान निम्नलिखित हैं:

  • इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बरेली यूपी
  • नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल
  • कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल सांइस, बिकानेर
  • मद्रास वेटरनरी कॉलेज, चेन्नई
  • खालसा कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज, पंजाब
  • इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूटस कोलकाता
  • आनंद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, आनंद, गुजरात 

BAMS

BAMS भारत में चिकित्सा की एक डिग्री है। यह 12वीं कक्षा के बाद साढ़े पाँच वर्ष की अवधि में पूरी की जाती है, जिसमें एक वर्ष का इंटर्नशिप भी सम्मिलित है। BAMS का डिग्रीधारी व्यक्ति भारत में कहीं भी प्रैक्टिस कर सकता है। इस पाठ्यक्रम में शरीर रचना विज्ञान, शरीरक्रिया विज्ञान, चिकित्सा के सिद्धान्त, रोगों से बचाव तथा सामाजिक चिकित्सा, फर्माकोलोजी, विषविज्ञान फोरेंसिक चिकित्सा, कान-नाक-गले की चिकित्सा, आँख की चिकित्सा, शल्यक्रिया मॉडर्न मेडिसिन (अर्वाचीन वैद्यक) पुर्ण ज्ञान व के सिद्धान्त आदि का पठन-पाठन होता ही है इसके साथ ही आयुर्वेद की भी शिक्षा दी जाती है। कुछ विशेषज्ञों का मत है कि भविष्य में BAMS और MBBS का एकीकरण किया जा सकता है। 

BAMS के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम

BAMS के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम नीचे दिए गए हैं-

  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन, न्यूयॉर्क, यूएसए
  • आयुर्वेद कॉलेज, यूके
  • कैलिफोर्निया कॉलेज ऑफ आयुर्वेद, नेवादा सिटी, कैलिफोर्निया
  • ऑस्ट्रेलेशियन इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक स्टडीज लिमिटेड, ऑकलैंड, न्यूजीलैंड
  • अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ वैदिक स्टडीज, सांता फ़े, न्यू मैक्सिको

BAMS के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

भारत में आज विभिन्न राज्यों में कई ऐसे संस्थान हैं जो आयुर्वेद से जुड़े कोर्स कराते हैं-

  • आयुर्वेदिक एंड यूनानी तिबिया कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
  • राजकीय ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय, हरिद्वार
  • राजकीय गुरुकुल कांगड़ी आयुर्वेदिक महाविद्यालय, हरिद्वार
  • अलीगढ़ आयुर्वेदिक व यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय,
  • आयुर्वेद महाविद्यालय, वाराणसी
  • श्री लाल बहादुरशास्त्री मेमोरियल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, इलाहाबाद
  • राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, तिरुअनंतपुरम
  • राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, कन्नूर

BHMS 

बैचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी मेडिकल क्षेत्र में एक स्नातक डिग्री प्रोग्राम है | इस डिग्री में होम्योपैथिक प्रणाली के चिकित्सा ज्ञान को शामिल किया गया है। इस डिग्री को पूरा करने के बाद आप होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में एक डॉक्टर बनने के लिए योग्य हैं। बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी क्या है? होम्योपैथी एक समग्र चिकित्सा प्रणाली है। जिसमें शरीर की प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली को बढ़ाकर रोगियों के उपचार को शामिल किया जाता है। यह प्रशिक्षित होम्योपैथों द्वारा किया जाता है जो अपने निदान के अनुसार दवाओं को सलाह देने और उन्हें निर्धारित करने के लिए अनुभवी और योग्य हैं। होम्योपैथी चिकित्सा के विभिन्न स्कूलों के बीच अपने लिए एक जगह बना चुकी है। बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी या BHMS होम्योपैथी में बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम है जो होम्योपैथिक चिकित्सा के ज्ञान को कवर करता है। इस डिग्री के पूरा होने पर, छात्र होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टर बनने के योग्य हैं। आजकल, होम्योपैथिक चिकित्सा अध्ययन कई छात्रों द्वारा पसंद किया जा रहा है, जब वे अन्य चिकित्सा पाठ्यक्रमों की तुलना में दवाओं में अपना व्यवसाय बनाना चाहते हैं।

BHMS के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम

BHMS के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम नीचे दिए गए हैं-

  • प्राकृतिक स्वास्थ्य और होम्योपैथी कॉलेज, न्यूजीलैंड।
  • साइबरजया यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, मलेशिया।
  • ओंटारियो कॉलेज ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन, कनाडा।
  • होम्योपैथी के एलन कॉलेज, एसेक्स।
  • प्राकृतिक स्वास्थ्य और होम्योपैथी कॉलेज, न्यूजीलैंड।

BHMS के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

BHMS के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय के नाम नीचे दिए गए हैं-

  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होमेओपेथी कलकत्ता
  • लोकमान्य होमियोपैथीक मेडिकल कॉलेज पुणे
  • गवर्नमेंट होमियोपैथीक मेडिकल कॉलेज एंड।हॉस्पिटल पुणे
  • चंदोला होमेओपैथीक मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर
  • होमेओपैथीक मेडिकल कॉलेज मुम्बई, आदि।

BDS

BDS की फुल फॉर्म बैचलर आफ डेंटल सर्जरी है। इस कोर्स के अंतर्गत आपको दंत चिकित्सा के बारे में पढ़ाया जाता है। यह एक अंडरग्रैजुएट वाला कोर्स है। यह एक प्रकार का दंत विज्ञान से संबंधित डिग्री कोर्स होता है। इस कोर्स को आप 12वीं के बाद आसानी से कर सकते हैं। इस कोर्स में अभ्यार्थियों को दातों से संबंधित सभी प्रकार की बीमारियों और उनके निदान के बारे में पढ़ाया जाता है। इन कोर्स में छात्रों को दातों के उपचार, प्रत्यारोपण आदि सभी प्रकार के दातों के संबंधित जानकारियां दी जाती हैं। कोर्स को कंप्लीट होने के बाद 1 वर्ष या फिर एक से अधिक साल का इंटरनशिप कराया जाता है। जिससे उम्मीदवारों को आसानी से जॉब मिल जाती है।

BDS के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

BDS के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम इस प्रकार हैं:

BDS के लिए प्रसिद्ध यूनिवर्सिटीज के नाम

BDS के लिए प्रसिद्ध विश्वविद्यालय के नाम इस प्रकार हैं:

  • किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) लखनऊ
  • मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस दिल्ली
  • श्री बांके बिहारी डेंटल कॉलेज गाजियाबाद
  • इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बाराणसी
  • मानसरोवर कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस भोपाल
  • गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल मुम्बई
  • मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस मणिपाल, आदि
  • तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी मुरादाबाद
  • श्रीराममूर्ति मेडिकल कॉलेज बरेली
  • इरा मेडिकल कॉलेज लखनऊ, आदि।

फॉर्मेसी

फ़ार्मेसी क्लीनिकल ​​स्वास्थ्य विज्ञान है जो चिकित्सा विज्ञान को रसायन विज्ञान से जोड़ता है और इसे दवाओं और दवाओं की खोज, उत्पादन, निपटान, सुरक्षित और प्रभावी उपयोग और नियंत्रण का आरोप लगाया जाता है । फार्मेसी के अभ्यास के लिए दवाओं का उत्कृष्ट ज्ञान, उनकी क्रिया का तंत्र , दुष्प्रभाव , बातचीत, गतिशीलता और विषाक्तता की आवश्यकता होती है । साथ ही, इसे उपचार के ज्ञान और रोग प्रक्रिया की समझ की आवश्यकता होती है। फार्मासिस्टों की कुछ विशेषताएँ, जैसे कि नैदानिक ​​फार्मासिस्टों की, अन्य कौशल की आवश्यकता होती है। 

फॉर्मेसी के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

फॉर्मेसी के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम इस प्रकार हैं:

फॉर्मेसी के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम

फॉर्मेसी के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय के नाम इस प्रकार हैं:

  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
  • डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी – मुंबई 
  • यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, पंजाब यूनिवर्सिटी – चंडीगढ़ 
  • फैकल्टी ऑफ फार्मेसी, जामिया हमदर्द – दिल्ली 
  • मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज – मणिपाल
  • जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मैसूर।

इनके साथ ही जादवपुर विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान भी फार्मेसी के क्षेत्र में अच्छे संस्थान हैं।

BSc के लिए प्रसिद्ध भारतीय कॉलेज के नाम

BSc एक अंडर ग्रेजुएशन का कोर्स है जो छात्र 11वीं 12वीं में विज्ञान की से पढ़ाई किए हैं और वह चाहते हैं कि वह अपना आगे की पढ़ाई भी विज्ञान विषय से करें तो वह बीएससीकोर्स को कर सकते हैं बीएससी एक रेगुलर ग्रेजुएशन कोर्स है। 

  • भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर।
  • महात्मा ज्योति राव फूले
  • सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय, [एसजीवीयू] जयपुर।
  • श्री जगदीशप्रसाद झाबरमल टिब्रेवाला विश्वविद्यालय 
  • एमईएस कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स, बैंगलोर।
  • इस्लामिया करीमिया कॉलेज, इंदौर। 

BSc के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम

BSc के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम नीचे दिए गए हैं-

डिप्लोमा कोर्सेज

12th बायो के बाद क्या करें जानने के साथ-साथ डिप्लोमा कोर्सेज के बारे में जानना भी आवश्यक है, जो नीचे दिए गए हैं-

  • फिजियोथेरेपी में डिप्लोमा
  • योग में डिप्लोमा
  • नर्सिंग में डिप्लोमा
  • पर्यावरण विज्ञान में डिप्लोमा
  • प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा
  • फार्मेसी में डिप्लोमा
  • होटल प्रबंधन में डिप्लोमा
  • फैशन संचार में डिप्लोमा
  • कृषि में डिप्लोमा

12th बायो के बाद यूजी के लिए प्रसिद्ध विदेशी यूनिवर्सिटीज कौनसी हैं?

12th बायो के बाद क्या करें जानने के साथ-साथ प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय के नाम भी जानिए, जो इस प्रकार हैं:

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

12th बायो के बाद यूजी के लिए प्रसिद्ध भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

12th बायो के बाद क्या करें जानने के साथ-साथ प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय के नाम जानिए, जो इस प्रकार हैं:

  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ,नई दिल्ली 
  • पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) चंडीगढ़
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस (एनआईएमएचएन)बैंगलोर
  • संजय गांधी ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस लखनऊ
  •  बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी 
  • अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च कोच्चि 
  • जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड  अनुसंधान पुद्दुचेरी 
  • कस्तुबाई मेडिकल कॉलेज मणिपाल 
  • किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ

विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?

विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है-

  • रिसर्च करें और अपनी रुचि के अनुसार सही कोर्स खोजें । इसके लिए आप हमारे Leverage Edu विशेषज्ञों की मदद लें सकते है।
  • यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं। 
  • अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।  
  • शैक्षणिक योग्यता के साथ IELTS, TOEFL, प्रवेश परीक्षा स्कोर, SOP, LOR की जानकारी भरें। 
  • रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
  • अंत में आवेदन पत्र जमा करें।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।

जानिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट

12th बायो के बाद क्या करें जान लेने के बाद अब विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों के बारे में जानना आवश्यक है, जो इस प्रकार है:

क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन एक्साम्स की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर register करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।

जॉब प्रोफाइल और करियर स्कोप

मेडिकल के फील्ड में करियर के काफी अच्छे अवसर होते हैं। यंहा पर आपको जॉब के अलावा स्वरोजगार के अच्छे अवसर मिलते हैं। MBBS, BAMS, BHMS, BDS जैसे कोर्स करके आप खुद का हॉस्पिटल, नर्सिंग होम या क्लिनिक स्टार्ट कर सकते हैं। इन कोर्स के बाद आप डॉक्टर बन कर प्रैक्टिस कर सकते हैं। लेकिन इन कोर्स में एडमिशन के लिए आपको NEET परीक्षा देनी होगी। 12वीं बायो से पास कर चुके या 12वीं कर रहे स्टूडेंट्स इस एग्जाम को क्वालीफाई कर MBBS, BAMS, BHMS, BDS जैसे कोर्स करके डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। नीचे कुछ जॉब प्रोफाइल्स दी गई हैं-

जॉब प्रोफाइल्ससालाना औसत सैलरी (INR)
सर्जन25-27 लाख
पशु चिकित्सक9-10 लाख
डेंटिस्ट9-10 लाख
आयुर्वेदिक डॉक्टर7-8 लाख
Source – Quick Support

FAQs

12th बायो के बाद क्या करें?

उम्मीदवारों के लिए फार्मास्यूटिकल्स, हेल्थकेयर, जेनेटिक्स और क्लिनिकल रिसर्च सभी विकल्प हैं।  कृषि, पशुपालन, पोषण, सौंदर्य प्रसाधन, समुद्री जैव प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन कई सरकारी और वाणिज्यिक क्षेत्रों में से हैं।

PCB का छात्र क्या बन सकता है?

नैदानिक ​​शोधकर्ता, अनुसंधान वैज्ञानिक, प्रयोगशाला तकनीशियन, गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक, स्वास्थ्य क्षेत्र के अधिकारी और अन्य सामान्य कार्य संभावनाएं उपलब्ध हैं।  कई उपखंड हैं, कई विकल्प प्रदान करते हैं।  पशु शरीर रचना विज्ञान के अध्ययन को जूलॉजी के रूप में जाना जाता है।

12वीं के बाद किस कोर्स में सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है?

12वीं के बाद एमबीबीए कोर्स में करने के बाद सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। आज के समय में एक सरकारी MBBS डॉक्टर को INR 60 हजार-1 लाख प्रति माह, स्पेशलिस्ट डॉक्टर को INR 1 लाख और विशेषज्ञ (डिग्री) वाले सरकारी डॉक्टर को INR 1.25 लाख दिए जाने का प्रावधान है।

हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि 12th बायो के बाद क्या करें और इससे संबंधी सारी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। अगर आप विदेश में मेडीकल कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*

2 comments