बीएससी फिजियोलॉजी क्या है और कैसे करें?

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फिजियोलॉजी में बैचलर डिग्री मुख्य रूप से मानव अंगों, शरीर की संरचना के अध्ययन पर केंद्रित है। बीएससी फिजियोलॉजी के लिए प्रवेश योग्यता के आधार पर ही प्राप्त होता है, कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। पिछले कुछ वर्षो में इस कोर्स की लोकप्रियता मुख्य रूप से इस इंडस्ट्री में वृद्धि और करियर की अधिकता के कारण बढ़ी है। फिजियोलॉजी में बैचलर डिग्री के पूरा होने के बाद आगे के अध्ययन के भी बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं। यदि आप बीएससी फिजियोलॉजी कोर्स के लिए योग्यता आवश्यकताओं, करियर की संभावनाओं के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो पढ़ते रहें!

कोर्स का नामबैचलर ऑफ साइंस इन फिजियोलॉजी
कोर्स का लेवलग्रेजुएशन
अवधि3 वर्ष
एग्जामिनेशन टाइप सेमेस्टर
एडमिशन प्रक्रिया एंट्रेंस एग्जाम, मेरिट बेस्ड 
करियर विकल्प फिजियोथेरिपिस्ट, रिसर्चर, टीचर आदि। 

बीएससी फिजियोलॉजी क्या होती है?

बीएससी फिजियोलॉजी का पूरा नाम बैचलर ऑफ साइंस इन फिजियोलॉजी है। छात्रों के प्रमुख विकल्पों में से एक इस बैचलर की डिग्री की अवधि तीन साल है। बीएससी फिजियोलॉजी में जीवन के अध्ययन से संबंधित विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है, विशेष रूप से इस बारे में कि कोशिकाएं, टिश्यू और जीव कैसे कार्य करते हैं। यह कोर्स करने के बाद आप यह समझेंगे कि किस प्रकार से फिजियोलॉजिस्ट लगातार एकल कोशिकाओं के कार्यों से लेकर मानव आबादी और हमारे पर्यावरण के बीच पृथ्वी, चंद्रमा और उससे आगे के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं। फिजियोलॉजिस्ट लैब्स, लाइब्रेरीज में, फील्ड और अंतरिक्ष में काम करते हैं।

बीएससी फिजियोलॉजी को क्यों चुने?

बीएससी फिजियोलॉजी को चुनने के बहुत सारे कारण है जिनमें से कुछ प्रमुख कारण नीचे दिए गए हैं: 

  • पॉपुलर कोर्सेज: फिजियोलॉजी में बैचलर  डिग्री आजकल लोकप्रिय कोर्सेज में से एक है। इसे विश्व स्तर पर निरंतर विकास के साथ सालाना शीर्ष नौकरियों में से एक के रूप में दर्जा दिया गया है।
  • डाइवर्सिफाइड करियर ऑप्शन: जब आप बीएससी फिजियोलॉजी  की पढ़ाई करते हैं तो आपके पास कई विकल्प होते उपलब्ध होते हैं। आप विभिन्न सरकारी संस्थानों और निजी क्षेत्रों जैसे प्रयोगशालाओं, अस्पतालों आदि के लिए काम कर सकते हैं।
  • जॉब पोजीशन: बीएससी फिजियोलॉजी के बाद आप लैब असिस्टेंट, पर्सनल ट्रेनर, रिसर्च असिस्टेंट, मेडिकल कंटेंट राइटर और कई अन्य के रूप में काम कर सकते हैं
  • हाई पैकेज: बीएससी फिजियोलॉजी के बाद आप जिस भी जॉब प्रोफाइल पर कार्य करते है उसमें आपको उच्च सैलरी पैकेज प्राप्त होता है। 

स्किल्स

बीएससी फिजियोलॉजी के लिया आवश्यक स्किल्स निम्न प्रकार से है:

  • क्रिटिकल थिंकिंग
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • लैबोरेट्री वर्क
  • प्लीजेंट पर्सनेलिटी
  • स्पेशलाइज्ड इक्विपमेंट यूज
  • एडवांस्ड थिंकिंग
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग
  • टीमवर्क
  • साइंटिफिक अप्रोच
  • एनालिटिकल थिंकिंग

बीएससी फिजियोलॉजी कैसे करें?

बीएससी फिजियोलॉजी के कोर्स करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड निम्न प्रकार से है:

  • स्टेप 1: स्कूलिंग कंप्लीट करें: आप अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करें और खासकर इस चीज़ का ध्यान रखें कि आपके मुख्य विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री, और बायोलॉजी जैसे विषय होने चाहिए।
  • स्टेप 2: एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें: आप अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण होने के बाद फिजियोलॉजिस्ट बनने के लिए एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं इंडिया में मुख्य तौर पर GSAT, DSAT तथा विदेशों के एंट्रेंस एग्जाम भी हैं जैसे SATACT आदि। इन एग्जाम्स की सहायता से आप BE या B.Sc जैसे कोर्सेज के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • स्टेप 3: ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करें: आप फिजियोलॉजी में B.Sc. डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। ये कोर्स सामान्यत: 3 से 4 वर्ष का होता है। 
  • स्टेप 4: जॉब प्राप्त करें: बीएससी फिजियोलॉजी के बाद आप अपनी डिग्री और स्किल्स के आधार पर जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक जॉब प्राप्त के लिए कोशिश करें और जॉब प्राप्त करें जो आपको इस क्षेत्र में काम सीखने में अत्यधिक मदद करेगी क्योंकि जितना आप एक्सपीरियंस से सीखते हैं आप उतने ही उस क्षेत्र में एक्सपर्ट होते जाते हैं। 
  • स्टेप 5: पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करें: आप अपनी जॉब में बेहतर अवसरों के लिए एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं। आप एमएससी फिजियोलॉजी मैनेजमेंट में MBA जैसी पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इन कोर्सेज की अवधि सामान्यत: 2 वर्षों की होती है। 

सिलेबस 

बीएससी फिजियोलॉजी के कोर्स को पढ़ने के लिए तीन वर्ष का सामान्य सिलेबस नीचे दिया गया है। जो अधिकतर यूनिवर्सिटीज़ में समान ही होता है:

फर्स्ट ईयर 
बायोकेमिस्ट्रीबायोकेमिकल टेस्ट
कंजर्वेशन ऑफ मैटरएनर्जी इन ह्यूमन सिस्टम
माइक्रोबायोलॉजीनर्वस सिस्टम 
सेकंड ईयर 
बायोफिजिकल एंड बायोकेमिकल प्रिंसिपल्स इन्वोल्वड इन ह्यूमन सिस्टम हिस्टोलॉजी
एंडोक्राइन सिस्टमरेनल फिजियोलॉजी
नर्व मसल फिजियोलॉजीब्लड एंड बॉडी फ्लूड्स 
बायोस्टेटिस्टिक्सएनवायरमेंटल फिजियोलॉजी
थर्ड ईयर 
ह्यूमन एक्सपेरिमेंट्सक्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री
कार्डियोवैस्कुलर सिस्टमइम्यूनोलॉजी एंड इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम्स
हेमेटोलॉजिकल टेस्टसेंसरी फिजियोलॉजी
रिप्रोडक्टिव फिजियोलॉजी

टॉप कोर्सेज

बीएससी फिजियोलॉजी तथा अन्य फिजियोलॉजी के बैचलर डिग्री के कोर्सेज की सूची नीचे दी गई है:

Bachelor of Science in PhysiologyBachelor of Science in Physiology and PhysicsBachelor of Human Kinetics – Clinical Exercise Physiology
Honours Bachelor of Science in PathobiologyBachelor of Science in Biology – Anatomy and PhysiologyBachelor of Science in Human Performance
Bachelor of Arts – Anatomy and PhysiologyBachelor of Science in Exercise Science – Physiological SciencesBachelor of Arts in Integrative Physiology

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़

बीएससी फिजियोलॉजी के कोर्स के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ निम्न प्रकार से है:

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़

उन टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है जहां से आप बीएससी फिजियोलॉजी का कोर्स कर सकते हैं:

यूनिवर्सिटी का नामकॉलेज का नाम
दिल्ली यूनिवर्सिटी मिरंडा हाउस
यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्लीहिंदू कॉलेज 
यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रासमद्रास क्रिश्चियन कॉलेज 
यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रासलोयोला कॉलेज 
यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्लीकिरोड़ीमल कॉलेज 
यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्लीहंसराज कॉलेज 
क्राइस्ट यूनिवर्सिटीडिपार्टमेंट ऑफ साइंस 
यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रासस्टेला मारिस कॉलेज
यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्लीश्री वेंकटेश्वर कॉलेज 

योग्यता

विदेश के शीर्ष विश्वविद्यालयों से फिजियोलॉजी में बीएससी का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:

  • आवेदक के बारहवीं में अंक कम से कम 50% से अधिक होने अनिवार्य हैं।
  • मास्टर्स डिग्री कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से फिजियोलॉजी में  बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
  • मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेजके लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE और GMAT स्कोर की आवश्यकता होती है।
  • किसी भी यूनिवर्सिटी में बैचलर डिग्री कोर्स कर लिए SAT/ACT की मांग भी की जा सकती है।
  • साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन टेस्ट की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।

आवेदन प्रक्रिया विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

भारतीय यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन प्रक्रिया 

भारतीय यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़

आपको निम्न आवश्यक दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu  विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं 

अलग-अलग कॉलेजों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं अलग प्रकार की होती है लेकिन कुछ ऐसी सामान्य परीक्षाएं है जो अधिकतर सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज़ के द्वारा मान्य होती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं: 

विदेशी प्रवेश परीक्षाएं

भारतीय प्रवेश परीक्षाएं 

  • BHU UET
  • OUAT ET
  • CUCET
  • IPU CET 
  • KIITEE BCA
  • BU MAT
  • RUET
  • GSAT
  • LUCSAT
  • AIMA UGAT
  • DUET 

लैंग्वेज रिक्वायरमेंट

आवश्यक पुस्तकें

बीएससी फिजियोलॉजी के लिए आवश्यक पुस्तकें निम्न है:

आवश्यक पुस्तकें लेखक का नामयहां से खरीदें 
फार्माकोलॉजी एंड पैथोफिजियोलॉजी ऑफ द कंट्रोल ऑफ ब्रिथिंग : 202देनहम एस वार्ड, अल्बर्ट दहनयहां से खरीदें 
एसेंशियल ऑफ मेडिकल फिजियोलॉजी: विद फ्री रिव्यू ऑफ मेडिकल फिजियोलॉजीके सेमबुलिंगम, प्रेमा सेमबुलिंगमयहां से खरीदें 
ग्युट्न एंड हॉल टेक्स्टबुक ऑफ मेडिकल फिजियोलॉजी: थर्ड साउथ एशिया एडिशनवाज यहां से खरीदें 
बेसिक्स ऑफ मेडिकल फिजियोलॉजी वेंकटेशयहां से खरीदें 
ह्यूमन फिजियोलॉजी इन नटशेलडॉक्टर ए के जैनयहां से खरीदें 

करियर विकल्प

फिजियोलॉजी के क्षेत्र में एक स्पेशलाइज्ड स्थान बनाने के लिए, आपको किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एक प्रतिष्ठित डिग्री की अत्यधिक रिकमेंड की जाती है। यह मेडिकल साइंस में सबसे अधिक मांग वाला क्षेत्र है, यह हमेशा से मांग में रहा है। फिजियोलॉजी के क्षेत्र में आपके द्वारा प्राप्त किए जा सकने वाले कुछ शीर्ष करियर विकल्पों की एक सूची नीचे दी गई है जिस पर आप एक बार नज़र डाल सकते हैं:

  • क्लिनिकल एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट
  • बायोमेडिकल साइंटिस्ट
  • स्पोर्ट्स फिजियोलॉजिस्ट 
  • फिजियोथेरिपिस्ट 
  • फिजियोलॉजिस्ट
  • रिसर्च फिजियोलॉजिस्ट
  • टीचर
  • एग्रीकल्चरल रिसर्चर
  • बायोकेमिस्ट
  • न्यूट्रिशनिस्ट
  • एकोकार्डियोग्राफर
  • एपिडेमियोलोजिस्ट
  • फोरेंसिक साइंटिस्ट
  • हेल्थ इकोनॉमिक्स स्पेशलिस्ट
  • ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर फॉर गवर्मेंट एंड इंडस्ट्री
  • माइक्रोबायोलॉजिस्ट
  • पैथोलॉजी टेक्नीशियन
  • रिप्रोडक्शन टेक्नोलॉजिस्ट 
  • टॉक्सिकोलॉजिस्ट
  • वेटरनरी साइंटिस्ट
  • फार्माकोलॉजिस्ट 

सैलरी पैकेज

Glassdoor.in के अनुसार ऊपर दर्शाए गए करियर विकल्पों में से कुछ जॉब प्रोफाइल्स के एवरेज सैलरी पैकेज नीचे दिए गए हैं:

जॉब प्रोफाइल एवरेज सैलरी पैकेज (INR में)
कार्डियोवैस्कुलर5 से 7 लाख 
फिजियोलॉजिस्ट4 से 6 लाख
फिजियोथेरेपिस्ट 3.5 से 5 लाख
हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेटर4 से 6 लाख

FAQs

बीएससी फिजियोलॉजी की अवधि कितनी है?

बीएससी फिजियोलॉजी कोर्स की अवधि तीन वर्ष की होती है।

बीएससी फिजियोलॉजी के बाद आप कौन से मास्टर डिग्री कोर्स पढ़ सकते हैं?

 बीएससी फिजियोलॉजी निम्न पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर सकते हैं:
Master of Science in Biology – Physiology and Morphology
Master of Science in Physiology and Pathophysiology
Master of Science in Pathology and Molecular Medicine
Master of Science in Physiology
Master of Science in Pathology and Laboratory Medicine

फिजियोलॉजिस्ट किस किस जगह पर कार्य कर सकते हैं?

फिजियोलॉजिस्ट बायोटेक्नोलॉजी कंपनीज, कंसल्टिंग कंपनीज, एमिमेंट्री कंपनीज, मिडिल स्कूल्स, गवर्मेंट आर्म्ड फोर्सेज, हेल्थ सेंटर्स, हॉस्पिटल्स, लैबोरेट्रीज आदि जगहों पर कार्य कर सकते हैं। 

उम्मीद है बीएससी फिजियोलॉजी के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉक आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से बीएससी फिजियोलॉजी की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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