एक सिस्टम डेवलपर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर डेवलपर होता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के द्वारा बिजनेसेस और ऑर्गेनाइजेशंस में उपयोग किए जाने वाले बैकएंड प्रोसेसिंग सिस्टम के लिए एप्लिकेशन और प्रोग्राम्स डेवलप किए जाते हैं। उन डेवलप प्रोग्राम्स का इंप्लीमेंटेशन भी किया जाता है। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की फील्ड बहुत ही बड़ी है यह फील्ड बहुत अधिक क्रिएटिव, डिमांडिंग तथा फायदेमंद होती है। इस ब्लॉग में सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर से जुड़ी जानकारियां दी गई हैं।
प्रोफ़ाइल | सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर |
आवश्यक कोर्स | B.Tech ,B.Eng, BCA, M,Tech, M.Eng, MCA |
अवधि | बैचलर डिग्री के लिए (3-4 वर्ष)मास्टर डिग्री के लिए (1-2 वर्ष) |
जॉब प्रोफ़ाइल | टेलीकम्युनिकेशन कंपनी, टेक्नोलॉजी कंसलटेंट, बैंक्स आदि। |
अनुमानित औसत सैलरी | 5-9 लाख रुपए |
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़ | स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी, येल यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी आदि। |
टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ | बिट्स पिलानी, सभी आईआईटी, एलपीयू आदि। |
This Blog Includes:
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर क्या होता है?
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर क्यों बनें?
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के मुख्य कार्य
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के लिए आवश्यक स्किल्स
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए कोर्सेज
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
- योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- प्रवेश परीक्षाएं
- आवश्यक पुस्तकें
- करियर विकल्प
- सैलरी पैकेज
- FAQs
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर क्या होता है?
सॉफ्टवेयर डेवलपर का एक प्रकार सिस्टम डेवलपर होता है। सिस्टम डेवलपर, बिजनेस तथा ऑर्गनाइज़ेशन के लिए बैकएंड प्रोसेसिंग सिस्टम, एप्लीकेशंस और प्रोग्राम्स को बनाते हैं तथा इंप्लीमेंट करते हैं। बैकएंड प्रोसेसिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर किसी भी सॉफ्टवेयर के पीछे (जो केवल अपना निर्धारित कार्य करते हैं) का हिस्सा होते हैं जिनमें यूजर के लिए कोई भी इंटरफेस नहीं होता है। वे केवल एडमिनिस्ट्रेशन के उद्देश्यों का पालन करते हैं। सिस्टम डेवलपर्स बिजनेस तथा ऑर्गनाइजेशनल कार्यों की एक बहुत बड़े हिस्से के लिए बिहाइंड-द-सीन सॉफ्टवेयर का निर्माण करते हैं।
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर क्यों बनें?
आपको अपना करियर, उपलब्धता और वेतन की पेशकश के आधार पर चुनना चाहिए। यदि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के बारे में बात करें, तो आप इन दोनों मामलों में अधिक निराश नहीं होंगे। सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एक बहुत ही तेजी से बढ़ता हुआ उद्योग है। सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में आपको एक अच्छे करियर पथ के साथ अंतहीन प्रगति के अवसर प्राप्त होते हैं।
यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप अपने कार्य में कितने अच्छे हैं। लेकिन यहां बात सिर्फ सैलरी पैकेज की ही नहीं है बल्कि, बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से आप इस फील्ड को चुन सकते हैं। यदि आप एक सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के बारे में सोच रहें हैं तो यहां कुछ ऐसे कारण हैं जिन्हें आपको एक बार नजर में लाना चाहिए।
- उन समस्याओं का समाधान करना जो आपके आस पास कुछ समय के लिए होती हैं तथा कोई नहीं जानता हो कि आपने इन्हें कैसे सॉल्व किया। एक सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में आप निरंतर यूजर्स कि समस्याओं का समाधान करते रहते हैं। यदि आपको लगता है कि आपके पास अच्छी प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स है तो आप एक सॉफ्टवेयर डेवलपर बन सकते हैं।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में होना अन्य कार्यों के समान नहीं होता हैं जैसे कि ग्राफिक डिजाइनिंग या फिर फाइन आर्टिस्ट लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि इस कार्य की अपनी कोई क्रिएटिव पहचान नहीं है। सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में ऐसे कई रास्ते हैं जिनमें आप अपनी क्रिएटिविटी का प्रदर्शन कर सकते हैं। आप क्रिएटिव सोच रखते हैं तो यह फील्ड आपके लिए सबसे लाभदायक हो सकता है।
- सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने का एक और कारण है कि आपको अलग-अलग प्रोजेक्ट्स पर कार्य करने का मौका मिलता है। ये प्रोजेक्ट्स बहुत बड़े तथा छोटे भी हो सकते हैं। इन प्रोजेक्ट्स पर कार्य करके आपको कई फायदे होते हैं जैसे कि आप नई टेक्नोलॉजी के साथ नई चुनौतियां का सामना करना सीखते हैं।
- टेक्नोलॉजी कभी भी एक समान नहीं रहती है, यह समय-समय पर बदलती रहती है। इसलिए सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर्स को नई प्रोग्रामिंग लेंग्वेज सीखने, नई टेक्नोलॉजी सीखने तथा नए वातावरण में ढलने के योग्य होना चाहिए। टेक्नोलॉजी के सीखने के साथ-साथ, डेवलपर्स के पास उस बिजनेस के बारे में भी सीखने को मिलता है जिसमें वे कार्य कर रहे होतें हैं।
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के मुख्य कार्य
एक सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर की कुछ मुख्य जिम्मेदारियां हैं जिनके आधार पर कार्य किया जाता है जैसे कि :
- अपने क्लाइंट्स से उसकी ज़रूरतों के बारे में चर्चा करना तथा स्वयं से सीनियर डेवलपर से उसके बारे में सलाह लेना।
- नए सॉल्यूशंस को डेवलप करने के लिए कोड लिखने और उनकी टेस्टिंग के लिए डेवलपमेंट टूल्स का उपयोग करना।
- अपने कार्य से जुड़े डॉक्यूमेंटेशन तथा ऑपरेटिंग मैनुअल को लिखना।
- समय-समय पर सिस्टम को टेस्ट करना तथा उसे मोडिफाई करते रहना जिससे सिस्टम मजबूती से कार्य करता रहे।
- यूजर को इसके बारे में ट्रेनिंग देना तथा सपोर्ट उपलब्ध करवाना ।
- डेवलपर अपने पास आए हुए फीडबैक के प्रति जवाबदेह होना।
- सिस्टम में फॉल्ट ढूंढ़ना तथा भिन्न प्रकार के बग्स को फिक्स करना।
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के लिए आवश्यक स्किल्स
किसी भी सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट को पूर्ण एफिशिएंसी के साथ काम करने के लिए आपके पास ऐसी स्किल्स होना आवश्यक है जिससे सिस्टम का डेवलपमेंट बिना किसी जटिलता के साथ निश्चित समय में किया जा सके, जो कि इस प्रकार है:
- मैथेमेटिकल एप्टीट्यूड तथा अच्छी प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
- प्रोग्रामिंग लेंग्वेज का ज्ञान होना जैसे- C++, Java तथा Python
- एक संगठन में काम करने तथा टाइम मैनेजमेंट की स्किल्स
- किसी भी हिंट के आधार पर एक्यूरेट तथा अटेंशन देकर कार्य करना।
- नए ट्रेंड्स के बारे में समझ होना तथा उनके आस पास के वातावरण में प्रभाव को समझना।
- टीमवर्क में कार्य करने की स्किल्स, क्योंकि आपको अधिकतर प्रोजेक्ट्स को दूसरे लोगों को साथ लेकर करना होगा।
- सेल्फ डेवलपमेंट की स्किल्स होना, जल्दी बदलने वाले ट्रेंड्स के आधार पर अपने आप को अप-टू-डेट रखना।
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए कोर्सेज
एक सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए आपके पास इसे सीखने के लिए विकल्प के रूप में कई सारे अंडर ग्रेजुएट तथा पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स उपलब्ध है। ये सभी कोर्स आपको कंप्यूटर साइंस स्ट्रीम से करने होंगे जैसे कि
- BTech- बीटेक का पूरा नाम बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी है तथा सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए यह विद्यार्थियों के द्वारा चुना जाने वाला सबसे पॉपुलर कोर्स है।
- BE- इसका कोर्स का पूरा नाम बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग है तथा इसकी सहायता से आप एक अच्छे सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बन सकते हैं।
- BCA- इस कोर्स का पूरा नाम बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन है वैसे तो इस कोर्स अधिकतर कंप्यूटर एप्लीकेशन के ऊपर फोकस किया जाता है लेकिन इसके आधार पर भी आप एक अच्छे सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बन सकते हैं।
- डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस- आप अपनी स्कूल एजुकेशन पूरी होने के बाद में कंप्यूटर साइंस डिप्लोमा में प्रवेश लेकर भी इस सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के फील्ड को चुन सकते हैं।
इनके अलावा अन्य कई ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्सेज भी हैं जिनकी सहायता से आप सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सीख सकते हैं।
- Amazon web services
- Java Courses
- Udemy
- Coursera
अपनी पसंद के आधार पर किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपने लिए बेस्ट कोर्स चुनने के लिए आप AI Course Finder की सहायता ले सकते हैं।
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़
विदेश की कई सारी ऐसी यूनिवर्सिटीज़ हैं जो विश्व स्तर पर ऊंची रैंक के साथ-साथ एक अच्छी पहचान भी रखती हैं, इन यूनिवर्सिटीज़ में से कुछ को आप अपनी पढ़ाई के लिए चुन सकते हैं नीचे कुछ ऐसी विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के नाम दिए गए हैं:
यूनिवर्सिटी का नाम | कोर्स का नाम | प्रोग्राम | अवधि | वार्षिक फीस | इंटेक डेट्स |
यूनिवर्सिटी ऑफ निकोसिया | Computer Engineering: Software Engineering and applications – BSC | बैचलर डिग्री | 4 वर्ष | 9,600 यूरो (लघभग 7.8 लाख INR) | सितंबर, फरवरी |
एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी | Software Engineering – BSC | बैचलर डिग्री | 4 वर्ष | 27,700 डॉलर (लघभग 22 लाख INR) | अगस्त, जनवरी |
यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉइस एट शिकागो | Computer Science -Software Engineering – BSC | बैचलर डिग्री | 4 वर्ष | 28,900 डॉलर (लघभग 23 लाख INR) | अगस्त, जनवरी, मई |
केलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी | Computer Science- Software Engineering Concentration – BSC | बैचलर डिग्री | 4 वर्ष | 16200 डॉलर (लघभग 12.9 लाख INR) | अगस्त, जनवरी |
रेडफोर्ड यूनिवर्सिटी | Computer Science and Technology: software Engineering – BSC | बैचलर डिग्री | 4 वर्ष | 37,700 डॉलर (लघभग 30.8 लाख INR) | जनवरी, मई, अगस्त |
यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम | Computer Science/Software Engineering – MEng | मास्टर डिग्री | 4 वर्ष | 28,000 डॉलर (लघभग 22.8 लाख INR) | सितंबर |
डबलिन सिटी यूनिवर्सिटी | Computing: Secure Software Engineering – MSc (with foundation) | मास्टर डिग्री | 20 महीने | 17,300 यूरो (लघभग 14 लाख INR) | सितंबर |
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ हैंपटन | Computing: Software Engineering with Placement Year – MSc | मास्टर डिग्री | 2 वर्ष | 13,500 पाउंड (लघभग 13.3 लाख INR) | सितंबर, जनवरी |
गेनॉन यूनिवर्सिटी | Embedded Software Engineering – MSES | मास्टर डिग्री | 2 वर्ष | 16,200 डॉलर(लघभग 12.9 लाख INR) | अगस्त, जनवरी |
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंटरबरी | Engineering: Software Engineering – ME | मास्टर डिग्री | 3 वर्ष | 60,600 NZD डॉलर(लघभग 30.6 लाख INR) | जनवरी, फरवरी |
सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़
एक सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए कुछ प्रमुख भारतीय यूनिवर्सिटीज़ के नाम नीचे दिए गए हैं:
- आईआईटी मुंबई, मुंबई
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी, झुंझुनूं
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, कदलोर
- आईआईटी दिल्ली, दिल्ली
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
- आईआईटी खड़गपुर, खड़गपुर
- एमएनआईटी जयपुर, जयपुर
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, गोवा
- आईआईटी कानपुर, कानपुर
योग्यता
शीर्ष यूनिवर्सिटीज से सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर का कोर्स करने के लिए, आपको कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। हालांकि योग्यता मानदंड एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं, यहां कुछ सामान्य शर्तें दी हैं:
- आवेदक का बारहवीं मे परिणाम 50% से अधिक होना अनिवार्य हैं।
- मास्टर्स डिग्री कोर्स के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की हो।
- मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं इसके बाद ही आप इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल हो सकते हैं। विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स के लिए GRE स्कोर की अवश्यकता हो सकती है।
- साथ ही विदेश के लिए आपको ऊपर दी गई आवश्यकताओं के साथ IELTS या TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।
- विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।
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आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है:
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीज़ा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस SOP
छात्र वीज़ा पाने के लिए भी हमारे Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
प्रवेश परीक्षाएं
कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश लेने के लिए आपको उन यूनिवर्सिटीज़ की प्रवेश परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
विदेशी प्रवेश परीक्षाएं
भारतीय कॉलेजों कि प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार हैं:
- BHU UET
- AMUEEE
- CUCET
- IISER
- IPU CET
- KIITEE BCA
- LUCSAT BCA
- BU MAT
- RUET
आवश्यक पुस्तकें
सिस्टम सॉफ्टवेर डेवलपर बनने के लिए कुछ आवश्यक पुस्तकें इस प्रकार हैं जो आपको आपकी पढ़ाई में मदद करेंगी।
पुस्तक का नाम | लेखक का नाम | यहां से खरीदें |
कोड कम्पलीट | स्टीव मेक कोन्नेल | यहां से खरीदें |
क्लीन कोड | रोबर्ट सी मार्टिन | यहां से खरीदें |
द प्रग्मटिक प्रोगामर | डेविड थोमस और एंड्रू हंट | यहां से खरीदें |
रिफैक्टरिंग | मार्टिन फोलर | यहां से खरीदें |
इंट्रोडक्शन टू अल्गोरिथम्स | थोमस एच् कारमेन, चार्ल्स इ लिर्सन, रोनाल्ड एल रिवेस्ट | यहां से खरीदें |
स्ट्रक्चर एंड इंटरप्रिटेशन ऑफ़ कंप्यूटर प्रोग्राम्स | हेरोल्ड अबेल्सन, जूली सुस्स्मन गेराल्ड जय सुस्स्मन वोर्किंग एफ्फेक्टिवेली विथ लिगेसी कोड, मिचेअल फीदर्स | यहां से खरीदें |
प्रोग्रामिंग पर्ल्स | जों बेंटली | यहां से खरीदें |
पैटर्न्स ऑफ़ एंटरप्राइज एप्लीकेशन आर्किटेक्चर | मार्टिन फोलर | यहां से खरीदें |
द क्लीन कोडर | रोबर्ट सी मार्टिन | यहां से खरीदें |
द आर्ट ऑफ़ कंप्यूटर प्रोग्रामिंग | डोनाल्ड क्नुत | यहां से खरीदें |
द म्य्थिकल मेन मंथ | फ्रेद्रिक ब्रुक्स | यहां से खरीदें |
करियर विकल्प
सिस्टम सॉफ्टवेर डेवलपर के रूप में आपके पास कई सारे करियर विकल्प उपलब्ध होतें हैं, सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर कुछ मुख्य जॉब प्रोफ़ाइल तथा एम्प्लॉयर्स नीचे दिए गए हैं-
जॉब प्रोफाइल
- सॉफ्टवेयर डेवलपर
- जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर
- जावा एप्लीकेशन डेवलपर
- फुल टाइम सॉफ्टवेयर डेवलपर
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर
- फ्रंटएंड और बैकेंड डेवलपर
एम्प्लॉयर्स
- स्पेशलिस्ट सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कम्पनीज़
- फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म्स
- बैंक्स
- टेक्नोलॉजी कंसलटेंट
- टेली कम्युनिकेशन कम्पनीज़
- पब्लिक सेक्टर आर्गेनाईजेशन
- लॉ फर्म्स
सैलरी पैकेज
Glassdoor.in के अनुसार एक सिस्टम सॉफ्टवेयर डेवलपर की इंडिया में एवरेज सैलरी 8 से 10 लाख INR है, अमेरिका में इस जॉब के लिए सैलरी 1,38,141 डॉलर (लगभग INR 80 से 90 लाख) है तथा कनाडा में 78,000 डॉलर (लगभग INR 50 से 60 लाख) है।
FAQs
सिस्टम सॉफ्टवेर डेवलपर बनने के लिए आपके पास कंप्यूटर साइंस के फील्ड में एक बैचलर डिग्री होना आवश्यक है।
एक सिस्टम सॉफ्टवेर डेवलपर बनने के लिए आपको सी शार्प, जावा, पाइथन, c++ तथा कोटलीन जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज सिखने की आवश्यकता है।
सिस्टम सॉफ्टवेर डेवलपर के लिए प्रमुख जॉब प्रोफ़ाइल निम्न है:
सॉफ्टवेयर डेवलपर
जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर
जावा एप्लीकेशन डेवलपर
फुल टाइम सॉफ्टवेयर डेवलपर
सॉफ्टवेयर इंजीनियर
उम्मीद है कि सिस्टम सॉफ्टवेर डेवलपर के सन्दर्भ में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।