इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘सद् उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। सद् उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
सद् उपसर्ग से शब्द
सद् उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- सदस्य
- सद्कर्म
- सद्व्यवहार
- सद्मार्ग
- सद्गति
- सदाचार
- सद्भावना
- सद्विचार
- सदैव
- सदुपयोग
- सद्बुद्धि इत्यादि।
सद् उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
सद् उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- सद्बुद्धि : सद्बुद्धि का अर्थ ‘श्रेष्ठ बुद्धि या अच्छी समझ’ होता है।
- सदुपयोग : सदुपयोग का अर्थ ‘उपयोग के लिए उपयुक्त या उपयोगी’ होता है।
- सदैव : सदैव का अर्थ ‘हमेशा या सदैव’ होता है।
- सद्विचार : सद्विचार का अर्थ ‘अच्छे विचार या सोच’ होता है।
- सद्भावना : सद्भावना का अर्थ ‘पॉजिटिव भावना या सदय भावना’ होता है।
सद् उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
सद् उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- सरिता ने सद्बुद्धि का परिचय देते हुए, लोकसभा का मार्ग चुना।
- एक बार बीता हुआ समय वापस लौटकर नहीं आएगा, समय का सदुपयोग करना सीखें।
- सदैव सत्य के मार्ग को चुनने वाले ही सत्यवादी कहलाते हैं।
- ईश्वर से यही प्रार्थना करनी चाहिए कि ईश्वर मानव को सद्मार्ग पर चलने का वरदान दें।
- निज सद्विचार से ही सीता ने समाज को साकारात्मकता का मंत्र दिया।
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FAQs
सद् का उपसर्ग सद्वचन, सद्विचार, सद्भावना, सदुपयोग, सद्बुद्धि इत्यादि होता है।
सदस्य शब्द में ‘सद्’ उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है।
सद्मार्ग शब्द में ‘सद्’ उपसर्ग है।
आशा है कि सद् उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।