अति उपसर्ग से शब्द, अर्थ और वाक्य में प्रयोग

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हिंदी भाषा में कई उपसर्ग होते हैं जो शब्दों के अर्थ को बदलने का काम करते हैं। इन उपसर्गों में से एक महत्वपूर्ण उपसर्ग है “अति”। “अति” उपसर्ग का प्रयोग शब्दों के अर्थ को और भी स्पष्ट, तीव्र, या अत्यधिक बनाने के लिए किया जाता है। इस ब्लॉग में हम “अति” उपसर्ग के प्रयोग, इसके उदाहरण, और इसके महत्व पर चर्चा करेंगे।

उपसर्ग किसे कहते है?

शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं।  या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।

अति उपसर्ग का अर्थ और परिभाषा

अति संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है अधिक, बहुत, अत्यधिक, या अत्याधिक। जब इसे किसी शब्द के साथ जोड़ दिया जाता है, तो वह शब्द अधिकता, अत्यधिकता या चरम स्थिति को व्यक्त करता है। उदाहरण के तौर पर, अति के साथ जुड़ा हुआ शब्द अपने सामान्य अर्थ से कहीं अधिक अभिव्यक्त करता है।

अति उपसर्ग से शब्द

अति उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:

  • अतिशय
  • अतिक्रमण
  • अतिचार
  • अतिरंजित
  • अतिभार
  • अतिवृष्टि
  • अतिशीघ्र
  • अतितृष्णा
  • अतिकाल
  • अतिकथन
  • अतिक्रम
  • अतिकरुण
  • अतिक्रांत 
  • अतिकाय 
  • अतिगति 
  • अतिक्रामक 
  • अतिग्रह 
  • अतिचार
  • अतिजीवी
  • अतिदर्शी
  • अतिदिष्ट
  • अतिदेश 
  • अतिदान
  • अतिनिद्र
  • अतिपतन 
  • अतिप्राकृत
  • अतिमर्श 
  • अतिभार 
  • अतिप्राकृत
  • अतिमात्र 
  • अतिमान 
  • अतिप्रसंग 
  • अतियथार्थवाद
  • अतियोग 
  • अतिमानव 
  • अतिउदारवादी
  • अतिरक्तचाप 
  • अतिरोग 
  • अतिरूप 
  • अतिवक्ता
  • अतिव्यापी
  • अतिवादी 
  • अतिविस्तार 
  • अतिसंधि
  • अतिशेष इत्यादि।

अति उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ

अति उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:

  • अतिविस्तार : अतिविस्तार का अर्थ ‘बहुत अधिक विस्तार अथवा व्यापकता’ होता है।
  • अतिव्यापी : अतिव्यापी का अर्थ ‘जो अतिरिक्त रूप से व्याप्त हो’ होता है।
  • अतिमानव : अतिमानव का अर्थ ‘ऐसा मानव जिसमें अलौकिक गुण हो’ होता है।
  • अतिप्राकृत : अतिप्राकृत का अर्थ ‘अलौकिक’ होता है।
  • अतियथार्थवाद : अतियथार्थवाद का अर्थ ‘यथार्थ की अभिव्यक्ति में अति करना’ होता है।
  • अतिउदारवादी : अतिउदारवादी का अर्थ ‘अधिक उदार रहने वाला’ होता है।
  • अतिजीवी : अतिजीवी का अर्थ ‘अधिक समय तक जीवित रहने वाला’ होता है।
  • अतिगति : अतिगति का अर्थ ‘मुक्ति या उत्तम गति’ होता है।
  • अतिक्रामक : अतिक्रामक का अर्थ ‘क्रम या मर्यादा का उल्लंघन करने वाला’ होता है।
  • अतितृष्णा : अतितृष्णा का अर्थ ‘अधिक प्यास अथवा अत्यंत लालच’ होता है।

अति उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग

अति उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:

  • राजराजा चोल ने चोल राजवंश का अतिविस्तार किया।
  • प्रकृति के करीब जाया जाए तो पता लगता है कि प्रेम, प्रकृति के कण-कण में अतिव्यापी है।
  • दिव्यज्ञान जीवन के लिए अतिप्राकृत होता है।
  • जीवन के अंतिम समय में राम नाम के जाप से जीवन की अतिगति होती है।
  • अतितृष्णा के कारण से अहंकार का जन्म होता है और यही मानव के पतन का कारण बनता है।

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आशा है कि आ उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।

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