बायोलॉजी में बैक्टीरियोलॉजी नाम की एक ब्रांच होती है, जिसमें बैक्टीरिया की पढ़ाई करते हैं। बैक्टीरियोलॉजी शरीर में पाए जाने वाले हर छोटे से लेकर बड़े बैक्टीरिया का पता लगाती है और उस पर रिसर्च करने में मदद करती है। कोरोनावायरस की महामारी आने की वजह से लोगों की बैक्टीरियोलॉजी के बारे में जानने के लिए उत्सुकता बढ़ गई है। आइए जानते हैं कि bacteriologist kaise bane।
This Blog Includes:
बैक्टीरियोलॉजिस्ट कौन होते हैं?
बैक्टीरियोलॉजिस्ट साइंटिस्ट जो बैक्टीरिया से संबंधित पढ़ाई करते हैं। वे कई तरह के बैक्टीरिया की ग्रोथ, डेवलपमेंट, फीचर्स और बायोलॉजिकल स्ट्रक्चर की पढ़ाई करते हैं। बैक्टीरियोलॉजिस्ट मुख्य रूप से बैक्टीरिया की दुनिया में रोग की प्रोग्नोसिस, डायग्नोसिस और डिसीज़ निगरानी करने से संबंधित कार्य करते हैं। वे बैक्टीरिया और उनके नेचर को टेस्ट कर के उनके आधार पर ट्रीटमेंट्स विकसित करते हैं।
स्किल्स
Bacteriologist Kaise Bane जानने के साथ-साथ इसके लिए आवश्यक स्किल्स इस प्रकार हैं:
- क्रिटिकल थिंकिंग
- एनालिटिकल स्किल्स
- प्रयोगशाला ट्रेनिंग
- माइक्रोबियल नॉलेज
- कंप्यूटर स्किल्स
- रिटन कम्युनिकेशन (रिसर्च पेपर्स के लिए)
- लीडरशिप क्वालिटीज़
बैक्टीरियोलॉजिस्ट बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
Bacteriologist Kaise Bane जानने के साथ-साथ नीचे स्टेप बाय स्टेप गाइड दी गई है-
- स्टेप 1: बायोलॉजी का चयन करें: बैक्टीरियोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको हाई स्कूल से ही संबंधित विषयों की तैयारी शुरू करनी होगी। 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद यह सुनिश्चित करें कि आप बायोलॉजी, केमिस्ट्री, मैथ्स और फिजिक्स को अपने मुख्य विषयों के रूप में लें।
- स्टेप 2: माइक्रोबायोलॉजी में बैचलर्स डिग्री करें: बैक्टीरियोलॉजिस्ट बनने के लिए B Sc in microbiology एक आदर्श बैचलर्स डिग्री है। भारत में इसकी आवेदन की प्रक्रिया दो तरह से होती हैं, या तो कॉलेज छात्रों को मेरिट के आधार पर या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से स्वीकार करते हैं। प्रवेश परीक्षा के मामले में यह सुनिश्चित करें कि आप डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन के लिए न्यूनतम कटऑफ उत्तीर्ण करते हैं।
- स्टेप 3: फाइनल वर्ष में इंटर्नशिप: बैक्टीरियोलॉजिस्ट बनने के लिए फाइनल वर्ष में आपको इंटर्नशिप करनी होती है। इससे आपको यह समझने में भी मदद मिलेगी कि आप पर किस तरह का जॉब प्रोफाइल सूट करता है। यदि आप मास्टर्स करना चाहते हैं तो 7.5 GPA सबसे अच्छा माना जाता है।
- स्टेप 4: माइक्रोबायोलॉजी में मास्टर्स डिग्री: मास्टर्स डिग्री हासिल करने के लिए आपको अपनी बैचलर्स डिग्री न्यूनतम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करने की आवश्यकता होती है। बैक्टीरियोलॉजिस्ट बनने के लिए एक जनरल प्रवेश परीक्षा जैसे IPU CET, DUEE, JNUEE आदि की ज़रूरत होती है। आपके मास्टर्स प्रोग्राम में एडमिशन के बाद, आपका कोर्स बैक्टीरियोलॉजी जैसे विभिन्न साइंसेज में डिवाइड हो जाता है। आपके मास्टर्स प्रोग्राम में बहुत सारे लैब रिसर्च और प्रयोग शामिल होते हैं।
- स्टेप 5: फाइनल स्टेप: मास्टर्स डिग्री करने के बाद आपने एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट और विशेष रूप से एक बैक्टीरियोलॉजिस्ट के रूप में ग्रेजुएशन किया है। अपनी थीसिस शुरू करने और बैक्टीरियोलॉजी के क्षेत्र में हाई क्वालिफिकेशन प्राप्त करने के लिए आप हमेशा मास्टर्स डिग्री के बाद डॉक्टरेट कर सकते हैं।
कोर्सेज
Bacteriologist kaise bane जानने के साथ-साथ इसके लिए ऑफर किए जाने वाले कोर्सेज के नाम इस प्रकार हैं:
BSc in Microbiology
नाम | Bachelors in Microbiology |
टाइप | अंडरग्रेजुएट |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 12वीं कक्षा या प्रवेश परीक्षा में न्यूनतम 55% अंक |
औसत ट्यूशन फीस | INR 1.50-3.60 लाख/सालाना |
MSc in Microbiology
नाम | Master’s in Microbiology |
टाइप | पोस्टग्रेजुएट |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | बैचलर्स डिग्री में न्यूनतम 55% और एप्टीटुड टेस्ट में उत्तीर्ण |
औसत ट्यूशन फीस | INR 2-4 लाख/सालाना |
PhD in Microbiology (Bacteriology)
नाम | Master’s in Microbiology |
टाइप | पोस्टग्रेजुएट |
अवधि | 3-5 वर्ष |
न्यूनतम कार्य अनुभव | 5 वर्ष |
योग्यता | मास्टर्स डिग्री में न्यूनतम 55%, प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू |
प्रवेश परीक्षाएं | UGC-NET, GATE, CSIR (JRF) |
औसत ट्यूशन फीस | INR 50,000-1 लाख/सालाना |
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।
टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
Bacteriologist kaise bane जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इसके लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज कौन सी हैं, जो इस प्रकार हैं:
- हावर्ड यूनिवर्सिटी
- मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय- सैन फ्रांसिस्को
- ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
- कर्नेल विश्वविद्यालय
- पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी
- वाशिंगटन विश्वविद्यालय
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- ड्यूक विश्वविद्यालय
- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
भारत की बेस्ट यूनिवर्सिटीज
भारत में भी बैक्टीरियोलॉजिस्ट बनने के लिए कई यूनिवर्सिटीज हैं, जिनके नाम इस प्रकार हैं:
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई
- फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- माउंट कार्मेल कॉलेज, बेंगलुरु
- एथिराज कॉलेज ऑफ विमेन, चेन्नई
- रुइया कॉलेज, मुंबई
- जय हिंद कॉलेज, मुंबई
- किशनचंद चेल्लाराम कॉलेज, चेन्नई
योग्यता
रिस्क मैनेजमेंट कोर्स के लिए सामान्य योग्यता इस प्रकार है:
- डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या बैचलर्स कोर्स के लिए आपके पास किसी मान्यता प्राप्त इंस्टीट्यूट से 10+2 आवश्यक न्यूनतम अंकों के साथ होना आवश्यक है।
- मास्टर्स के लिए अपने द्वारा चुने कोर्स से संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- कई विश्वविद्यालय कुछ वर्षों के अनुभव के लिए कह सकता है। यह विश्वविद्यालय और प्रस्तावित कोर्स के अनुसार हो सकता है।
- इंग्लिश टेस्ट जैसे- IELTS, TOEFL, PTE आदि के स्कोर होने आवश्यक हैं।
- SAT और ACT की भी मांग की जा सकती है।
- GMAT या GRE
- कई बार एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम देने की जरूरत भी हो सकती है। जो कई यूनिवर्सिटीज़ द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन एक्साम्स की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
टॉप रिक्रूटर्स
बैक्टीरियोलॉजिस्ट के लिए टॉप रिक्रूटर्स के नाम नीचे दिए गए हैं-
- Cipla
- Apollo
- Bisleri
- Brittania
- Dr Reddy’s
- Lupin
- Sun Pharma
- Johnson & Johnson
- GSK
जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
नीचे जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी के लिए टेबल दी गई है-
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
लैब तकनीशियन | 2-3 लाख |
रिसर्च एसोसिएट | 4-5 लाख |
प्रोडक्शन सुपरवाइजर | 2-3 लाख |
साइंटिस्ट | 8-10 लाख |
QA मैनेजर | 15-16 लाख |
लैब मैनेजर | 12-13 लाख |
रेगुलेटरी अफेयर्स मैनेजर | 13-14 लाख |
QC मैनेजर | 26-27 लाख |
QA डायरेक्टर | 20-21 लाख |
FAQs
बैक्टीरियोलॉजिस्ट को माइक्रोबायोलॉजी या संबंधित विषय में बैचलर्स डिग्री की आवश्यकता होती है। पढ़ाई के लिए कोर्स में मैथ्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, फिजिक्स और अर्थ साइंस शामिल होंगे।
बैक्टीरियोलॉजिस्ट बैक्टीरिया के ग्रोथ, डेवलपमेंट और अन्य गुणों के बारे में पढ़ते हैं, जिसमें पौधे, पशु औरमानव पर बैक्टीरिया के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव शामिल हैं।
U.S. Bureau of Labor Statistics के अनुसार बैक्टीरियोलॉजिस्ट का रोजगार 2020 से 2030 तक 5 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है, जो सभी व्यवसायों के औसत से धीमा है। सीमित रोजगार वृद्धि के बावजूद, एक दशक में औसत, हर साल बैक्टीरियोलॉजिस्ट के लिए लगभग 2,000 ओपनिंग्स का अनुमान है।
Bacteriologist kaise bane के इस ब्लॉग से आपको इस प्रोफेशन के बारे में पता चल गया होगा। अगर आप विदेश में बैक्टीरियोलॉजी की पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके तुरंत ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।