Big Bang Theory in Hindi: पृथ्वी की उत्पति के संबंध में विभिन्न दार्शनिकों व वैज्ञानिकों ने अनेक परिकल्पनाएँ प्रस्तुत की हैं। ब्रह्मांड की उत्पत्ति से संबंधित सिद्धांतों में सबसे प्रमुख ‘बिग बैंग सिद्धांत’ सर्वाधिक प्रचलित एवं मान्य है। इसे ‘ब्रह्मांड परिकल्पना’ भी कहा जाता है। इसका प्रतिपादन वर्ष 1960-70 ई. में बेल्जियम के खगोलज्ञ एवं पादरी जॉर्ज लेमैत्रे (Georges Lemaître) के द्वारा किया गया था। बताना चाहेंगे बिग बैंग सिद्धांत, ब्रह्मांड की रचना का एक वैज्ञानिक सिद्धांत है। यह इस सवाल का जवाब देने की कोशिश करता है कि यह ब्रह्मांड कब और कैसे बना?
बताना चाहेंगे स्कूली परीक्षाओं के अलावा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भूगोल विषय से संबधित प्रश्न अकसर पूछे जाते हैं। इसलिए इस लेख में भूगोल के एक महत्वपूर्ण विषय बिग बैंग सिद्धांत क्या है? (Big Bang Theory in Hindi) के बारे में बताया गया है।
बिग बैंग सिद्धांत क्या है?
बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार, लगभग 15 अरब वर्ष पहले समस्त भौतिक तत्व और ऊर्जा एक बिंदु में सिमटी हुई थी, जो भारी पदार्थों से निर्मित था, लेकिन बिग बैंग प्रक्रिया द्वारा अचानक इसमें महाविस्फोट हुआ जिससे पदार्थों का बिखराव हुआ और काले व सामान्य पदार्थ निर्मित हुए। इन पदार्थों के समूहन से विभिन्न ब्रह्मांडीय पिंडों का निर्माण हुआ। पुनः विस्फोट के समूहन से असंख्य पिंड तारे बन गए और ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई। इसी प्रक्रिया से ग्रह एवं उपग्रह निर्मित हुए। NASA की नवीनतम खोजों के अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति 13.8 अरब वर्ष पूर्व हुई थी।
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बिग बैंग सिद्धांत के मुख्य बिंदु
बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार ब्रह्मांड का विस्तार (Big Bang Theory in Hindi) निम्न अवस्थाओं में हुआ है:-
- दार्शनिकों तथा वैज्ञानिकों के अनुसार आरंभ में वे सभी पदार्थ, जिनसे ब्रह्मांड बना है, अति छोटे गोलक (एकाकी परमाणु) के रूप में एक ही स्थान पर स्थित थे। जिसका आयतन अत्यधिक सूक्ष्म एवं तापमान तथा घनत्व अनंत था।
- बिग बैंग की प्रक्रिया में इस अति छोटे गोलक में भीषण विस्फोट हुआ। इस प्रकार की विस्फोट प्रक्रिया से वृहत् विस्तार हुआ। वैज्ञानिकों का मानना है कि बिग बैंग की घटना आज से 13.7 अरब वर्षों पहले हुई थी।
- वहीं ब्रह्मांड का विस्तार आज भी जारी है। विस्तार के कारण कुछ ऊर्जा पदार्थ में परिवर्तित हो गई। विस्फोट (Bang) के बाद एक सैकेंड के अल्पांश के अंतर्गत ही वृहत् विस्तार हुआ। इसके बाद विस्तार की गति धीमी पड़ गई।
- बिग बैंग से 3 लाख वर्षों के दौरान, तापमान 4500° केल्विन तक गिर गया और परमाणवीय पदार्थ का निर्माण हुआ तथा ब्रह्मांड पारदर्शी हो गया।
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FAQs
बिग बैंग सिद्धांत (Big Bang Theory) के अनुसार लगभग 13.8 अरब वर्ष पूर्व ब्रह्मांड सिमटा हुआ था। इसमें हुए एक विस्फोट के कारण इसमें सिमटा हर एक कण फैलता गया जिसके फलस्वरूप ब्रह्मांड की रचना हुई। यह विस्तार आज भी जारी है।
बिग बैंग थ्योरी के जनक जॉर्ज लेमेत्रे (Georges Lemaître) थे।
वैज्ञानिकों के अनुसार बिग बैंग यानी ज़ोरदार धमाका 13.8 अरब वर्ष पहले हुआ था।
बिग बैंग से पहले क्या था, यह सवाल वैज्ञानिकों के लिए आज भी एक रहस्य बना हुआ है।
बिग बैंग सिद्धांत को बेल्जियम के ब्रह्मांड विज्ञानी, जॉर्ज लेमैत्रे (Georges Lemaître) ने प्रतिपादित किया था।
वैज्ञानिकों के अनुसार प्रारंभ में तापमान खरबों डिग्री सेल्सियस था। समय के साथ ब्रह्मांड का तापमान घटता गया।
हाँ, ब्रह्मांड आज भी विस्तार कर रहा है और वैज्ञानिक मानते हैं कि यह विस्तार तेज़ी से हो रहा है।
आशा है कि आपको इस लेख में बिग बैंग सिद्धांत क्या है? (Big Bang Theory in Hindi) से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही UPSC और सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।