साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें?

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साइकोलॉजी मानव मन और व्यवहार का अध्ययन है जो हम मनुष्यों के लिए सबसे दिलचस्प चीजों में से एक है। इसलिए यदि आप मानवीय भावनाओं को पसंद करते हैं और आपने साइकोलॉजी में किसी टॉप कोर्स को कर लिया है तो करियर के कई अवसर आपके लिए खुले हैं। इस क्षेत्र में साइकोलॉजिस्ट सबसे अधिक चुने जाने वाली जॉब प्रोफाइल है। यदि आप जानना चाहते हैं की साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

साइकोलॉजी क्या है?

साइकोलॉजी या मनोविज्ञान की उत्पत्ति अंग्रेजी के दो शब्दों साइको + लॉजी से मिलकर हुई, जहाँ साइको का अर्थ है, आत्मा अर्थात् मन और लॉजी से तात्पर्य है – अध्ययन। इस प्रकार सरल भाषा में कहें तो साइकोलॉजी या मनोविज्ञान का अर्थ है – मन का विज्ञान है। जिसमें किसी प्राणी के मन, विचार और उसके व्यवहार का वैज्ञानिक वैज्ञानिक अध्ययन जाता है।

साइकोलॉजिस्ट कौन होते हैं और वे क्या करते हैं? 

एक साइकोलॉजिस्ट वह है जो मानव मन और मानवीय भावनाओं और व्यवहार का अध्ययन करता है और विभिन्न स्थितियों का लोगों पर कैसे प्रभाव पड़ता है। साइकोलॉजिस्ट साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स और इश्यूज का सामना करने वाले लोगों की भी मदद करते हैं और उन्हें बेस्ट सूटेबल ट्रीटमेंट्स प्रदान करते हैं। साइकोलॉजिस्ट विभिन्न प्रकार के होते हैं। 

साइकोलॉजी में करियर क्यों बनाएं?

साइकोलॉजी को करियर के रूप में क्यों चुनना चाहिए इसके कुछ पॉइंट्स नीचे दिए गए हैं:

  • यह उन लोगों के लिए सबसे संतोषजनक विषयों में से एक है, जो अपनी भावनाओं, मानसिक स्वास्थ्य और दर्दनाक जीवन के साथ दूसरों की मदद करना चाहते हैं।
  • बदलती लाइफस्टाइल में लोगों के स्ट्रेस का लेवल बढ़ने लगा है ऐसे में उन्हें साइकोलॉजिस्ट की मदद की काफी जरूरत पड़ने लगी है इसलिए कह सकते हैं कि इसमें करियर की संभावना भी अधिक है। 
  • इसमें स्पेशलाइजेशन हासिल करके आप लोगों का मन और व्यवहार समझ सकते हैं। साथ ही मस्तिष्क से जुड़ी कई चीजों के बारे में भी सीखने को मिलता है। 
  • मनोविज्ञान का कोर्स करने के बाद पब्लिक और प्राइवेट हेल्थ केयर, एजुकेशन, स्पोर्ट्स, सोशल वर्क, थेरेपी एंड काउंसलिंग जैसे कई सेक्‍टर में करियर बना सकते हैं।

साइकोलॉजिस्ट के लिए स्किल्स

साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए आपमें कुछ स्किल्स का होना जरूरी है जो नीचे दी गई हैं:

  • कम्युनिकेशन
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग
  • रिसर्च
  • एंपैथी
  • पेशेंस
  • एथिक्स
  • ऑब्जर्वेशन
  • इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन
  • क्रिटिकल थिंकिंग 
  • एनालिटिकल स्किल
  • टाइम मैनेजमेंट
  • सोशल स्किल्स
  • इमोशनल इंटेलिजेंस
  • सेल्फ अवेयरनेस

साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें?

साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें यह जानने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को पढ़ें:

  1. किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 10+2 साइंस स्ट्रीम में पूरा करें। 
  2. इसके बाद साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स का चुनाव करें और उसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करें।
  3. बैचलर कोर्स पूरा कर लेने के बाद साइकोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें। 
  4. साइकोलॉजिस्ट के लिए जरूरी स्किल्स को अपनाएं या और बेहतर करें। जैसे-कम्युनिकेशन, प्रॉब्लम सॉल्विंग, रिसर्च, एंपैथी, पेशेंस आदि। 
  5. अब आप साइकोलॉजिस्ट के तौर पर किसी टॉप रिक्रूटिंग कंपनी में काम करने के लिए तैयार हैं।
  6. अपने लिए अच्छी सैलरी पैकेज वाली टॉप रिक्रूटिंग कंपनी की तलाश करें तथा वहां आवेदन करें। 

सिलेबस

साइकोलॉजिस्ट के लिए सिलेबस नीचे दी गई है:

सेमेस्टर 1सेमेस्टर 2
इंट्रोडक्शन टू साइकोलॉजिस्ट बायोसाइकोलॉजी
स्टैटिसटिकल मेथड्स फॉर सायकोलॉजी रिसर्च नेचर एंड मेथड्स ऑफ साइकोलॉजिकल साइकोलॉजी 
स्ट्रेस एंड वेलबेंग मेमोरी 
अटेंशन एंड परसेप्शनसाइकोलॉजी ऑफ़ इंडिविजुअल डिफरेंसेज 
मोटिवेशनलर्निंग 
इमोशंस कांगीनेशन 
इंटेलिजेंस एंड क्रिएटिविटी एंडोक्राइन सिस्टम 
सेमेस्टर 3सेमेस्टर 4
डेवलपमेंट ऑफ़ साइकोलॉजिकल थॉट अंडरस्टैंडिंग साइकोलॉजिकल  डिसोर्डर्स 
साइकोलॉजिकल रिसर्च स्टैटिसटिकल मेथड्स आफ साइकोलॉजिकल रिसर्च 
सोशल साइकोलॉजी प्लाइड सोशल साइकोलॉजी
एक्सपेरिमेंटल एंड नॉन- एक्सपेरिमेंटल रिसर्चइमोशनल एंड सोशल डेवलपमेंट 
हाइपोथेसिस सोशल एंड कल्चरल कॉन्टेक्स्ट इन ह्यूमन डेवलपमेंट  
नॉन- पैरामेट्रिक एंड स्टेटिस्टिक्स प्रॉब्लम्स एंड इश्यूज ऑफ़ ह्यूमन डेवलपमेंट
सेमेस्टर 5सेमेस्टर 6
अंडरस्टैंडिंग एंड डीलिंग विथ साइकोलॉजिकल बिहेवियर ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
डेवलपमेंट साइकोलॉजीसोशल चेंज एंड कम्यूनिटी पार्टिसिपेशन 
स्टेट्स ऑफ़ लाइफस्पन डेवलपमेंट काउंसलिंग साइकोलॉजी
प्रेजुडिक एंड डिस्क्रिमिनेशन साइकोलॉजिकल एप्रोचेस टू एनवायरनमेंट 
इंटर -ग्रुप कॉन्फ्लिक्ट सोशल परसेप्शन 
कल्चरल साइकोलॉजीसोशल इकोलॉजी एंड कम्युनिटी साइकोलॉजी  
सेल्फ इन साइकोएनालिसिस टाइप्स ऑफ़ साइकोलॉजिकल टेस्ट्स
थ्योरेटिकल एंड मेथाडोलॉजिकल इश्यूज इन सेल्फ एंड पर्सनालिटी पर्सनालिटी एनालिसिस 
पैरामीटर्स ऑफ़ एसेसमेंट, साइकोलॉजिकल स्केलिंग; मेथड्स ऑफ़ स्केलिंग 
एसेसमेंट ऑफ़ साइकोपैथोलॉजीकल  बिहेवियर 

साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए कोर्सेज

साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए टॉप कोर्सेज में से चुनाव करना जरूरी है। कुछ टॉप कोर्सेज यहाँ भी दिए गए हैं:

  • Diploma in Psychology
  • BA Psychology
  • BSc Cognitive Science, 
  • BSc Health Behavior Science, 
  • BSc Psychology, BSc Business Psychology, 
  • BSc Forensic Psychology, 
  • BSc Criminology and Psychology, 
  • BSc Social Psychology, 
  • BA Developmental Studies
  • MA Psychology, MSc Psychology, 
  • MSc Organizational Psychology, 
  • MSc Clinical Psychology, 
  • Master of Psychology, 
  • MA Counselling Psychology, 
  • MSc Behavioral Science, 
  • MSc Developmental Psychopathology, 
  • MA Developmental Psychology (Research Methods), 
  • MA Ed Curriculum, Instructional and Educational Psychology

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़

साइकोलॉजी की पढ़ाई के लिए विदेश की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़

साइकोलॉजी की पढ़ाई करने के लिए भारत की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट यहां दी गई है:

  • एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेज, नोएडा 
  • एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, पंजाब
  • आर्यभट्ट कॉलेज, दिल्ली
  • अशोक विश्वविद्यालय, हरियाणा 
  • लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
  • सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स,  पुणे
  • पटना महिला कॉलेज, पटना
  • बेथ्यून कॉलेज, कोलकाता
  • बीजेबी ऑटोनॉमस कॉलेज, भुवनेश्वर
  • सेंट पॉल कॉलेज, रांची

योग्यता 

साइकोलॉजी में बैचलर और मास्टर्स दोनों के लिए योग्यता मानदंड नीचे दिया गया है:

  • डिप्लोमा/ बैचलर कोर्सेज के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आर्ट्स स्ट्रीम विषयों के साथ 10+2 की शिक्षा होना ज़रूरी है। 
  • UG कोर्स के अध्ययन के लिए SAT, परीक्षा या ACT परीक्षा में अच्छे अंक लाना जरूरी हो सकता है। 
  • मास्टर कोर्स के लिए: बीए साइकोलॉजी ऑनर्स या किसी अन्य संबंधित क्षेत्र के समान क्षेत्र में यूजी डिग्री होनी चाहिए।
  • अगर आप विदेश में इसकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित में से किसी भी लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी परीक्षा का वैलिड स्कोर होना चाहिए – IELTS, TOEFL,, PTE, आदि। 
  • इसके साथ SOP और LORs की भी जरूरत होगी।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

प्रवेश परीक्षाएं

कई यूनिवर्सिटी एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करती हैं जिन्हें आपको पास करना आवश्यक है। उनमें से कुछ प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार हैं:

  • BHU UET
  • JMI एंट्रेंस एग्जाम
  • Christ यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट 
  • Central यूनिवर्सिटीज़ कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • SET
  • MRNAT
  • NIMSEE
  • SAT,/ACT
  • GMAT, GRE
  • IELTS, TOEFL,, PTE

करियर स्कोप 

साइकोलॉजी कोर्स करने के बाद सरकारी नौकरी या प्राइवेट नौकरी भी कर सकते हैं। साइकोलॉजी कोर्स ग्रेजुएट्स विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल, क्लीनिक, अस्पताल आदि क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। यदि कोई छात्र ग्रेजुएशन के बाद नौकरी नहीं करना चाहता है तो वह अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकता है। वह साइकोलॉजी में एमए, एमएससी, एमफिल, डॉक्टरेट आदि भी कर सकता है। नीचे कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल दी गई हैं जिनमें आप भारत में और साथ ही विदेशों में साइकोलॉजिस्ट के रूप में अपना करियर बना सकते हैं-

  • क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट
  • बायोगेरोन्टोलॉजिस्ट 
  • चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट
  • कॉग्निटिव न्यूरोसाइंटिस्ट
  • कॉग्निटिव साइकोलॉजिस्ट
  • कम्युनिटी साइकोलॉजिस्ट
  • कंपैरेटिव साइकोलॉजिस्ट
  • कंज्यूमर साइकोलॉजिस्ट
  • काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट
  • क्रिमिनल साइकोलॉजिस्ट
  • कल्चरल साइकोलॉजिस्ट
  • डेवलपमेंटल साइकोलॉजिस्ट
  • एजुकेशनल साइकोलॉजिस्ट
  • इंजीनियरिंग साइकोलॉजिस्ट
  • एनवायरमेंटल साइकोलॉजिस्ट
  • एक्सपेरिमेंटल साइकोलॉजिस्ट
  • फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट
  • गैरीएट्रिक साइकोलॉजिस्ट
  • गेरोन्टोलॉजिस्ट
  • जेरोसाइकोलॉजिस्ट
  • हेल्थ साइकोलॉजिस्ट
  • मीडिया साइकोलॉजिस्ट
  • मिलिट्री साइकोलॉजिस्ट
  • नेवी साइकोलॉजिस्ट
  • न्यूरोलॉजिस्ट
  • न्यूरोपैथोलॉजिस्ट
  • न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट
  • ऑर्गेनाइजेशनल – इंडस्ट्रियल साइकोलॉजिस्ट
  • साइकेट्रिस्ट 
  • साइकोलॉजिकल एंथ्रोपोलॉजिस्ट 
  • रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट
  • स्कूल साइकोलॉजिस्ट
  • सोशल जिरन्टोलॉजिस्ट
  • सोशल साइकोलॉजिस्ट
  • स्पिरिचुअल साइकोलॉजिस्ट
  • स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट
  • ट्रांसपर्सनल साइकोलॉजिस्ट

टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज़

आप अपनी डिग्री पूरी करने के बाद इन शीर्ष स्थान में काम कर सकते हैं:

  • Med source Consultants
  • CSI Executive Search
  • Locum Tenens USA
  • Claritrics India Private Limited
  • National University of Science & Technology
  • Swami Vivekanand Subharti University
  • AMITY University
  • AIIMS
  • Apollo Hospitals

साइकोलॉजिस्ट की सैलरी

साइकोलॉजिस्ट की अनुमानित सालाना सैलरी Pay Scale के अनुसार INR 7 लाख-10 लाख होती है। 

FAQs

साइकोलॉजिस्ट की सैलरी कितनी होती है? 

साइकोलॉजिस्ट की अनुमानित सालाना सैलरी Pay Scale के अनुसार INR 7 लाख-10 लाख होती है। 

साइकोलॉजिस्ट कौन होते हैं और वे क्या करते हैं? 

एक साइकोलॉजिस्ट वह है जो मानव मन और मानवीय भावनाओं और व्यवहार का अध्ययन करता है और विभिन्न स्थितियों का लोगों पर कैसे प्रभाव पड़ता है। साइकोलॉजिस्ट साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स और इश्यूज का सामना करने वाले लोगों की भी मदद करते हैं और उन्हें बेस्ट सूटेबल ट्रीटमेंट्स प्रदान करते हैं। साइकोलॉजिस्ट विभिन्न प्रकार के होते हैं। 

साइकोलॉजी क्या है?

साइकोलॉजी या मनोविज्ञान की उत्पत्ति अंग्रेजी के दो शब्दों साइको + लॉजी से मिलकर हुई, जहाँ साइको का अर्थ है, आत्मा अर्थात् मन और लॉजी से तात्पर्य है – अध्ययन। इस प्रकार सरल भाषा में कहें तो साइकोलॉजी या मनोविज्ञान का अर्थ है – मन का विज्ञान है। जिसमें किसी प्राणी के मन, विचार और उसके व्यवहार का वैज्ञानिक वैज्ञानिक अध्ययन जाता है। 

साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें?

साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें यह जानने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को पढ़ें:
1. किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 10+2 साइंस स्ट्रीम में पूरा करें। 
2. इसके बाद साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स का चुनाव करें और उसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करें।
3. बैचलर कोर्स पूरा कर लेने के बाद साइकोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें। 
4. साइकोलॉजिस्ट के लिए जरूरी स्किल्स को अपनाएं या और बेहतर करें। जैसे-कम्युनिकेशन, प्रॉब्लम सॉल्विंग, रिसर्च, एंपैथी, पेशेंस आदि। 
5. अब आप साइकोलॉजिस्ट के तौर पर किसी टॉप रिक्रूटिंग कंपनी में काम करने के लिए तैयार हैं।
6. अपने लिए अच्छी सैलरी पैकेज वाली टॉप रिक्रूटिंग कंपनी की तलाश करें तथा वहां आवेदन करें। 

उम्मीद है, साइकोलॉजिस्ट कैसे बनें इससे जुड़ी सभी जानकारियां आपको मिल गई होंगी। यदि आप विदेश में साइकोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं। 

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9 comments
    1. प्रिंस जी, मनोविज्ञानिक बनने के लिए आपको मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री या मनोविज्ञान में बीएससी अनिवार्य है। इसके लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष है।

    1. हैलो वरुण, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 10+2 साइंस स्ट्रीम में पूरा करें। इसके बाद साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स का चुनाव करें और उसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करें। बैचलर कोर्स पूरा कर लेने के बाद साइकोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें। यदि आप विदेश में साइकोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं।

    1. हैलो अरुण, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 10+2 साइंस स्ट्रीम में पूरा करें। इसके बाद साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स का चुनाव करें और उसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करें। बैचलर कोर्स पूरा कर लेने के बाद साइकोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें। साइकोलॉजिस्ट के लिए जरूरी स्किल्स को अपनाएं या और बेहतर करें। जैसे-कम्युनिकेशन, प्रॉब्लम सॉल्विंग, रिसर्च, एंपैथी, पेशेंस आदि। यदि आप विदेश में साइकोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं।

    1. हैलो वरुण, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 10+2 साइंस स्ट्रीम में पूरा करें। इसके बाद साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स का चुनाव करें और उसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करें। बैचलर कोर्स पूरा कर लेने के बाद साइकोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें। यदि आप विदेश में साइकोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं।

    1. हैलो अरुण, किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से 10+2 साइंस स्ट्रीम में पूरा करें। इसके बाद साइकोलॉजी में बैचलर कोर्स का चुनाव करें और उसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करें। बैचलर कोर्स पूरा कर लेने के बाद साइकोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें। साइकोलॉजिस्ट के लिए जरूरी स्किल्स को अपनाएं या और बेहतर करें। जैसे-कम्युनिकेशन, प्रॉब्लम सॉल्विंग, रिसर्च, एंपैथी, पेशेंस आदि। यदि आप विदेश में साइकोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं।