सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें?

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सॉफ्टवेयर इंजीनियर

सॉफ्टवेयर इंजीनियर को एक तरह से सॉफ्टवेयर डेवलपर भी कहा जा सकता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियका काम किसी भी फील्ड की टेक्नोलॉजी के लिए सॉफ्टवेयर बनाना होता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपनी स्किल के अनुसार कोडिंग करता है और उस कोड को एक सॉफ्टवेयर का रूप देता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर डिजाइनिंग, परीक्षण और सॉफ्टवेयर के निर्माण की प्रक्रिया के माध्यम से कुछ आवश्यकताओं को पूरा करने की दृष्टि से सॉफ्टवेयर ऐप्लिकेशन्स का निर्माण करता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्सेज आर्थिक रूप से सॉफ्टवेयर बनाने में मदद करता है जो मशीनों पर काम करते हैं। इस ब्लॉग में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने यह बताया गया है।

एकेडमिक कैलेंडरसेमेस्टर वाइज
रिक्वायर्ड स्किल्सप्रोग्रामिंग लैंग्वेज और एल्गोरिथ्म
औसत फीस (सालाना)INR 1-5 लाख
औसत सैलेरी (सालाना)INR 4-7 लाख
सम्बंधित अन्य जॉब प्रोफाइल-सॉफ्टवेयर टेस्टर
-गेम डेवलपर आदि।
रिक्रूटर्स-Microsoft
-HP
-Adobe आदि।

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को क्यों चुनें?

सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने इस बात को जानने से पहले किसी भी आवेदक को यह जानना आवश्यक है कि उन्हें सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए किस कोर्स की पढ़ाई करनी चाहिए और क्यों करनी चाहिए। नीचे कुछ पॉइंट्स के जरिए आपको बताया गया है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्यों करना चाहिए।

  • भारत में इन्फॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी सेक्टर के तेजी से विकास के कारण सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स मांग में हैं। यह कोर्स प्रोग्रामिंग भाषाओं और कई सॉफ्टवेयर के डिजाइन और विकास पर केंद्रित है।
  • यह कोर्स उस अध्ययन पर केंद्रित है जो छात्रों को सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के फंडामेंटल्स के बारे में जानने में मदद करता है। 
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में BSc पूरा करने के बाद, ग्रेजुएट्स मास्टर डिग्री का विकल्प चुन सकते हैं या रिसर्च और विकास क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं और अध्ययन के क्षेत्र में अच्छे बदलाव कर सकते हैं। 
  • कोर्स छात्रों और पेशेवरों दोनों के लिए नौकरी के कई अवसर प्रदान करते हैं। ऐसे कोर्सेज के बाद सालाना औसत वेतन लगभग 4-7 लाख रुपये है।
  • कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवार सॉफ्टवेयर इंजीनियर, एप्लीकेशन डेवलपर, डेटाबेस प्रशासक, मल्टीमीडिया प्रोग्रामर, वेब डिज़ाइनर और सॉफ़्टवेयर टेस्टर के रूप में निजी और साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में काम कर सकते हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के स्किल्स

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए स्किल्स कुछ इस प्रकार हैं:

  • एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए, विद्यार्थी के पास एक्सीलेंट प्रोग्रामिंग स्किल्स होनी चाहिए।
  • सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग सीखते समय मजबूत लॉजिक और एनालिटिकल स्किल भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषा को समझने के लिए विविध ज्ञान और गतिशील दृष्टिकोण भी महत्वपूर्ण है।
  • कस्टमर की आवश्यकताओं को समझने और उत्पाद को समय पर डिलीवर करने के लिए टीम वर्क और कम्युनिकेशन स्किल भी महत्वपूर्ण हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के प्रकार

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के प्रकार नीचे दिए गए हैं-

  1. फ्रंट-एंड इंजीनियर: फ्रंट एंड इंजीनियर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के यूजर इंटरफ़ेस (UI) के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करता है। इंजीनियर की भूमिका एक एस्थेटिक और विज़ुअल यूजर इंटरफ़ेस बनाना है। वे क्रॉस ब्राउज़र इंटरफ़ेस का ध्यान रखते हैं और विभिन्न बग्स को खत्म करते हैं।
  2. बैक-एंड इंजीनियर: बैकएंड इंजीनियर की भूमिका सॉफ्टवेयर का तर्क बनाना है। वे कैश, ईमेल, डेटा सिस्टम को इंटीग्रेट करने के लिए API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) का उपयोग करते हैं।
  3. फुल स्टैक इंजीनियर: एक फुल स्टैक इंजीनियर के पास फ्रंट और बैक एंड ऑपरेशन दोनों को संभालने की क्षमता होती है। वे पूरी तरह फंक्शनल वेब एप्लिकेशन विकसित कर सकते हैं।
  4. सॉफ्टवेयर टेस्टिंग इंजीनियर: इस प्रकार के इंजीनियर की भूमिका मुख्य रूप से क्वालिटी असोरेन्स है। इंजीनियरों को यह देखने के लिए सिम्युलेटेड टेस्ट करने के लिए नामित बनाया गया है कि सॉफ्टवेयर आवश्यक स्टैंडर्ड्स के अनुसार प्रदर्शन कर रहा है या नहीं।
  5. DevOps इंजीनियर: एक DevOps इंजीनियर कोड जारी करने की निगरानी के लिए डेवलपर्स और IT प्रोफेशनल्स के साथ काम करता है। उन्हें सॉफ्टवेयर विकास लाइफ साइकिल के बारे में जानकारी है।
  6. सिक्योरिटी इंजीनियर: सिक्योरिटी इंजीनियर की भूमिका सिस्टम में खामियों का टेस्टिंग करना और विभिन्न सुरक्षा मुद्दों को ठीक करना है ताकि सिस्टम से जानकारी का उल्लंघन न हो।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें स्टेप बाय स्टेप गाइड

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए कुछ आवश्यक जानकारी नीचे दी गई है-

  • स्टेप 1: कंप्यूटर में बैचलर्स डिग्री करें: एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी। बैचलर डिग्री किसी भी कंप्यूटर फील्ड में जैसे कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, बीसीए, बैचलर ऑफ़ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इत्यादि में कर सकते है।
  • स्टेप 2: कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखे: अगर आपको एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना है तो इसके लिए आपको कंप्यूटर के कुछ भाषाओं का ज्ञान होना बहुत जरूरी है, जैसे कि C लैंग्वेज , C++ , Java , Python , C शार्प इत्यादि क्योंकि बिना कंप्यूटर लैंग्वेज के आप किसी भी सॉफ्टवेयर को नहीं बना सकते तो इसके लिए आपको कंप्यूटर भाषा का ज्ञान होना चाहिए।
  • स्टेप 3: प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को स्ट्रांग बनाएं: अगर आपको एक प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर डेवलपर बनना है तो इसके लिए आपको अपने लॉजिक को बेहतर बनाना होगा। इसके लिए बैचलर डिग्री जैसे कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में आपको अलग से लॉजिक बिल्डिंग का कोर्स कराते हैं। जिसकी मदद से आप अपने लॉजिक को इम्प्रूव कर सकते है।
  • स्टेप 4: सॉफ्टवेयर बनाने की कोशिश करें: एक बार अगर आपको कंप्यूटर भाषा का ज्ञान हो गया है तो इसके बाद आपको सॉफ्टवेयर को बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इससे आपका कोडिंग में स्किल्स और बेहतर होगा और धीरे धीरे आपको समझ में आने लगेगा की कैसे एक सॉफ्टवेयर बनता है और आप इससे बेहतर सॉफ्टवेयर कैसे बना सकते हैं।
  • स्टेप 5: इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करें: जैसे ही आपने बैचलर डिग्री प्राप्त कर ली और आपको थोड़े बहुत छोटे-मोटे सॉफ्टवेयर को बनाना आ गया तो इसके बाद आपको किसी भी कंपनी में एक फ्रेशेर के रूप में इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करना चाहिए।
  • स्टेप 6: कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर्स करें: एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में अच्छी सैलरी प्राप्त करने की चाह रखने वाले आवेदक को कंप्यूटर एप्लीकेशन विषय में मास्टर्स डिग्री करनी चाहिए, क्योंकि मास्टर्स डिग्री करने वाले आवेदकों को किसी भी कंपनी में अच्छी सैलरी प्राप्त होती है।

विदेश में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बनें?

कुछ देशों के हिसाब से सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए नीचे योग्यता दी गई है-

अमेरिका

  • कैंडिडेट्स को SAT (साक्ष्य-आधारित पढ़ने के साथ-साथ लेखन) और स्कोर 720-730 और SAT (मैथ्स) और 730-790 के बीच स्कोर करना होगा।
  • कैंडिडेट्स को अपना हाई स्कूल (10 + 2 लेवल) पूरा करना चाहिए
  • गैर अंग्रेजी बोलने वाले नेटिव छात्रों को अंग्रेजी दक्षता परीक्षा जैसे IELTS, TOEFL टेस्ट देना होगा।
  • मास्टर डिग्री के मामले में उम्मीदवार को जीआरई या GATE परीक्षा देनी होती है।
  • यदि वे मास्टर्स लेवल पर प्रवेश चाहते हैं तो उम्मीदवारों के पास कुछ कार्य अनुभव होना चाहिए।

यूके

  • यूके में विभिन्न शैक्षिक स्तरों पर कंप्यूटर साइंस के कोर्सेज ऑफर किए जाते हैं।
  • कैंडिडेट्स को 10+2 स्तर में अच्छे ग्रेड या डिप्लोमा लेवल पर अच्छे अंकों की आवश्यकता होती है। इस स्तर पर उम्मीदवारों के पास कंप्यूटर और गणित के पेपर में अच्छे ग्रेड होने चाहिए।
  • कैंडिडेट्स को IELTS परीक्षा देनी होती है और न्यूनतम 6.5 अंक प्राप्त करने होते हैं।
  • कुछ कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को SAT परीक्षा के स्कोर की आवश्यकता होती है।
  • गैर यूरोपीय संघ के उम्मीदवारों के लिए ATS सर्टिफिकेट।

कनाडा

  • कैंडिडेट्स को बोर्ड परीक्षा में 10+2 के स्तर पर न्यूनतम 65% अंक प्राप्त करने चाहिए।
  • कैंडिडेट्स के पास मैथ्स और अंग्रेजी में न्यूनतम 70% अंक होने चाहिए।
  • अंग्रेजी भाषा प्रवीणता परीक्षा (IELTS, TOEFL, आदि) में क्वालीफाई करने के अंक।
  • कैंडिडेट्स को विश्वविद्यालय / संस्थान की अपनी प्रवेश परीक्षा के लिए भी क्वालीफाई करना होगा।

ऑस्ट्रेलिया

  • कैंडिडेट्स को अपनी 10+2 स्तर की परीक्षा 75% अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी होगी।
  • कैंडिडेट्स को IELTS, PET, CAE,TOEFL, आदि जैसे अंग्रेजी भाषा प्रवीणता परीक्षा उत्तीर्ण करने की आवश्यकता है।
  • कैंडिडेट्स को ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने के SOP प्रेजेंट करना होगा।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए कोर्सेज

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से जुड़े कुछ कोर्सेज नीचे बताए गए हैं-

  • Software Engineering में B Tech
  • Software Engineering में BSc
  • Software Engineering में M Tech
  • Software Engineering में ME
  • Software Systems में MSc
  • Software Engineering में PhD
  • Software Engineering में Diploma
  • Computer Programming और Software Engineering में Diploma
  • Computer Science में Polytechnic Diploma

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सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के लिए विदेश के कॉलेज

छात्र जो सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का कोर्स विदेश से करना चाहते हैं उनके लिए यहां कुछ कॉलेज के बारे में बताया गया है-

UniConnect, भारत का पहला और सबसे बड़ा यूनिवर्सिटी फेयर जहाँ आपको घर बैठे ही मिल सकता है आपकी पसंद की यूनिवर्सिटी के रिप्रेजेंटेटिव से बात करने का मौका। 

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के लिए भारतीय कॉलेज

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के लिए भारतीय कॉलेजों के नाम दिए गए हैं-

कॉलेज पहले महीने का शुल्क (INR)
एसआरएम इंजीनियरिंग कॉलेज 1-1.5 लाख
दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी1.66-2 लाख
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी  2.36-2.90 लाख
एमिटी यूनिवर्सिटी 2.30-3 लाख
एनआईटी राउरकेला1.11-2 लाख
मणिपाल यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी 2.10-3 लाख
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी1.40-2 लाख
अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई30-40 हजार

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए योग्यता

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए जो योग्यता की आवश्यकता होती है वह नीचे बताई गई है-

बैचलर्स डिग्री के लिए

  • किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 55% अंक के साथ कक्षा 12 उत्तीर्ण करने की आवश्यकता होती है। 
  • छात्रों को कक्षा 12 में अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित का अध्ययन करना चाहिए।
  • JEE मैन्स और एडवांस्ड परीक्षा के अंक आईआईटी और अन्य संबंधित कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए आवश्यक होते है।
  • BSc के लिए, प्रवेश सीधे या UPSEE और MHT CET जैसी परीक्षाओं के माध्यम से किया जाता है।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL, PTE के अंक ज़रूरी हैं।
  • GRE के अंक भी ज़रूरी हैं।

मास्टर्स डिग्री के लिए

  • उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज से न्यूनतम 60% अंकों के साथ B Tech, BE, BSc या संबंधित डिग्री में पास होना चाहिए।
  • उनके पास GATE का स्कोर होना चाहिए।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL, PTE के अंक ज़रूरी हैं।
  • GMAT के अंक भी ज़रूरी हैं।

पीएचडी के लिए

  • डॉक्टरेट पाठ्यक्रमों के लिए योग्य बनने के लिए उम्मीदवारों को संबंधित विषय में मास्टर्स होनी चाहिए।
  • संस्थानों द्वारा आयोजित परीक्षाओं में UGC-NET, CSIR राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा और DST INSPIRE Fellowship Program Eligibility शामिल हैं।

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आवेदन प्रक्रिया

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए आवेदन कैसे करें इसके बारे में नीचे दिया गया है-

  • सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग करने के लिए आवेदक एंट्रेंस बेसिस पर और मेरिट बेसिस पर एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।
  • एंट्रेंस बेसिस पर एडमिशन प्राप्त करने के लिए आवेदक को किसी भी नेशनल लेवल, स्टेट लेवल और इंस्टीट्यूट लेवल एंट्रेंस एग्जाम को देना होता है।
  • एंट्रेंस एग्जाम के कटऑफ के अनुसार यूनिवर्सिटी मेरिट लिस्ट तैयार करता है।
  • जिसमें चुने गए आवेदक काउंसलिंग के लिए बुलाए जाते हैं।
  • मेरिट बेसिस पर एडमिशन प्राप्त करने के लिए आवेदक को सीधे ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए आवेदन करना होता है।
  • ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदक को खुद को रजिस्टर कराना होता है और फिर आवश्यक दस्तावेज के साथ फॉर्म को भर कर जमा करना होता है।
  • आवेदकों को उनकी योग्यता, क्वालिफिकेशन के आधार पर चुना जाता है ।

यूके के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • छात्र यूके की यूनिवर्सिटी में या तो UCAS की सहायता से या फिर यूनिवर्सिटी के वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। 
  • आवेदन करने के लिए छात्रों को पहले खुद को रजिस्टर कराना होता है। 
  • रजिस्टर पूरा होने के बाद छात्रों को लॉगइन आईडी और पासवर्ड प्राप्त होता है, जिसके माध्यम से वे लॉगइन करते हैं तो उनके सामने एप्लीकेशन फॉर्म खुल जाता है। 
  • एप्लीकेशन फॉर्म में उन्हें सभी आवश्यक सूचना को भरना होता है।
  • सारी सूचनाओं को भरने के बाद उनके सामने अगला पेज आता है जिसमें उन्हें आवश्यक दस्तावेज जोड़ने होते हैं और अंत में शुल्क के साथ फॉर्म को जमा करना होता है। 
  • आवेदक विदेश के विश्वविद्यालय में आवेदन करने के लिए Leverage Edu के विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं। वह आपकी आवेदन से लेकर वीजा आवेदन तक सहायता करेंगे।

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें

आवश्यक दस्तावेज

 नीचे कुछ आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट दी गई है-

  • आईडी प्रूफ
  • कक्षा 10 और 12 के सर्टिफिकेट, मार्कशीट
  • बैचलर्स डिग्री
  • GATE के अंक
  • SOP और LOR
  • TOEFL और IELTS 

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए जिन प्रवेश परीक्षाओं को देना होता है, उनके नाम नीचे दिए गए हैं-

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए करियर स्कोप

डिजिटलीकरण से सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। कई कंपनियां हैं जो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को काम पर रखती हैं। नीचे कुछ नौकरियों के पद दिए गए हैं:

टॉप रिक्रूटर्स

कुछ कंपनियां जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर को रिक्रूट करती हैं, उनकी लिस्ट नीचे दी गई है- 

  • Intake 
  • Microsoft 
  • Google Inc 
  • HP 
  • IBM India
  • Intel
  • Internshala
  • QualComm
  • Wipro
  • CTS
  • TCS
  • Amazon
  • Infosys
  • Uber
  • App Bucket
  • Deuex Solutions Pvt. Ltd

सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी

यूके में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की औसत सालाना सैलरी GBP 53,392 (INR 53.39 लाख) और अमेरिका में 1.08 लाख (INR 81 लाख) होती है। Glassdoor के मुताबिक भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी नीचे दी गई हैं-

जॉब सैलेरी (INR/सालाना)
सॉफ्टवेयर इंजीनियर 5-11 लाख 
सॉफ्टवेयर टेस्टर2-7 लाख
गेम डेवलपर3-28 लाख
एंड्राइड डेवलपर्स 2-5 लाख
जावा डेवलपर्स4-12 लाख

FAQs

क्या आर्ट्स स्ट्रीम का छात्र सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के कोर्स में प्रवेश ले सकता है?

नहीं, केवल साइंस स्ट्रीम के छात्र ही इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।

क्या इस कोर्स को पूरा करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया जा सकता है?

हां, इस कोर्स को पूरा करने के बाद व्यक्ति सरकारी या निजी संगठनों में प्लेसमेंट प्राप्त कर सकता हैं और अन्य नौकरियों के लिए भी आवेदन कर सकता हैं।

भारत में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का जीवन कैसा होता है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियर को भारत में प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अच्छी तरह से भुगतान किया जाता है। पूरी दुनिया में सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल्स की भारी मांग है। नौकरी एनालिटिकल-कम-मैथमेटिकल स्कीम्स पर आधारित है।

आशा करते हैं कि आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। यदि आप भी विदेश में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहते हैं तो आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल कर आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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