जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से साइंटिस्ट, जीन को एक पौधे या जीव से दूसरे पौधे या किसी जीव या इसके विपरीत स्थानांतरित करने में सक्षम होते हैं। आसान भाषा में कहे तो जेनेटिक इंजीनियरिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें एक विशिष्ट जीन को चुना जा सकता है और प्राप्तकर्ता जीव में प्रत्यारोपित किया जा सकता है। जेनेटिक इंजीनियरिंग की प्रक्रिया में गुणसूत्र के एक क्षेत्र को शामिल करना होता है, जो शरीर की एक निश्चित विशेषता को नियंत्रित करता है। विद्यार्थियों के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। इस पोस्ट में आपको जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट देश के बारे में जानने को मिलेगा, जिसके लिए यह ब्लॉग पूरा पढ़ें।
This Blog Includes:
- जेनेटिक इंजीनियरिंग क्या है?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के लाभ क्या हैं?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के कोर्सेज करने के लिए आवश्यक स्किल्स
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट देश कौन से हैं?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए योग्यता क्या है?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग कोर्स की फीस क्या है?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए कौन से एंट्रेंस एग्जाम देने होंगे?
- जेनेटिक इंजीनियरिंग करने के बाद टाॅप रिक्रूटर्स
- जेनेटिक इंजीनियरिंग करने के बाद जाॅब प्रोफाइल्स और सैलरी
- FAQs
जेनेटिक इंजीनियरिंग क्या है?
जेनेटिक इंजीनियरिंग जीव विज्ञान का एक क्षेत्र है जो किसी जीव की एक निश्चित विशेषता को बदलने या संशोधित करने के लिए जैव प्रौद्योगिकी के माध्यम से किसी जीव के DNA और जीन के हेर-फेर से संबंधित है। एक जीव के जीन को कृत्रिम संश्लेषण के माध्यम से हेर-फेर किया जाता है या उस जीव के विशिष्ट कार्य या विशेषता को बदलने के लिए किसी जीव के पहले से मौजूद जीन में एक नया डीएनए स्ट्रैंड दर्ज किया जाता है। जेनेटिक इंजीनियरिंग ने कृषि के क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण शोध किए हैं और यह हरित क्रांति के प्रमुख कारकों में से एक था।
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लाभ क्या हैं?
जेनेटिक इंजीनियरिंग जानने के साथ ही इस कोर्स के लाभ जानना भी आवश्यक है, जो इस प्रकार हैं:
- आनुवांशिक रूप से संशोधित (GM) फसलें: जेनेटिक इंजीनियरिंग ने फसलों को वांछित गुणों के साथ फसलों को अधिक लाभदायक बनाया है।
- अधिक वांछनीय लक्षणों वाले पौधों (बीटी कॉटन) के उदाहरण हैं जैसे- सूखा प्रतिरोधी पौधे, रोग प्रतिरोधी फसलें, पौधे जो तेजी से बढ़ते हैं और अधिक पोषक तत्वों वाले पौधे।
- आनुवांशिक विकार और अन्य रोगों का उपचार: जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से एक कार्यात्मक जीन के साथ दोषपूर्ण जीन को प्रतिस्थापित करके आनुवंशिक विकार भी तय किए जा सकते हैं।
- यह मलेरिया और डेंगू बुखार जैसी कुछ बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद करेगा।
- चिकित्सीय क्लोनिंग: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत प्रत्यारोपण के लिए जैविक अंगों को प्राप्त करने के लिये भ्रूण (फीटस) की कोशिकाओं को क्लोन किया जाता है।
जेनेटिक इंजीनियरिंग के कोर्सेज करने के लिए आवश्यक स्किल्स
जेनेटिक इंजीनियरिंग क्या है जानने के साथ-साथ इस कोर्स के लिए आवश्यक स्किल्स होनी चाहिए, जो कि इस प्रकार हैंः
- वैज्ञानिक विधियों और नियमों की मजबूत समझ होनी चाहिए।
- कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) का उपयोग करने की क्षमता होनी चाहिए।
- जटिल समस्या समाधान करने की क्षमता और महत्वपूर्ण सोच होनी चाहिए।
- ग्राफिक्स या फोटो इमेजिंग की समझ होनी चाहिए।
- वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की समझ होनी चाहिए।
- उत्कृष्ट गणितीय, निगमनात्मक और आगमनात्मक तर्क, पढ़ना, लिखना और मौखिक व्यापक कौशल
- लेजर स्पेक्ट्रोमीटर, प्रकाश प्रकीर्णन उपकरण, द्विनेत्री प्रकाश यौगिक सूक्ष्मदर्शी आदि का उपयोग करने की क्षमता होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें- साइंटिस्ट कैसे बनें?
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट देश कौन से हैं?
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट देश में अमेरिका, यूके, स्विट्ज़रलैंड, कनाडा आदि आते हैं, जिनके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है:
अमेरिका
अमेरिका बाकी देशों की तुलना में पढ़ाई के मामले में आगे हैं, यहाँ का शिक्षा प्रणाली बहुत ही एडवांस्ड है और यहाँ से आप अपने उच्च शिक्षा के सपने को पूरा कर सकते हैं। पूरे विश्व से यहां छात्र पढ़ने के लिए आते हैं और अपने पढ़ाई के सपने को पूरा करते हैं। वहीं जेनेटिक इंजीनियरिंग भी युवाओं में लोकप्रिय कोर्स बन के उभरा है। अमेरिका के टॉप यूनिवर्सिटी की सूची नीचे दी गई है।
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी)
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (यूसीबी)
- ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी
- केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी
- कोलम्बिया यूनिवर्सिटी।
यूके
जब विदेश में इंजीनियरिंग करने की बात आती है, तो यूके भी अच्छी पहचान बनाए है। यूके में आप सिविल इंजीनियरिंग से लेकर रोबोटिक्स और नैनो टेक्नोलॉजी तक कई तरह की विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। इंजीनियरिंग के लिए शीर्ष 500 यूनिवर्सिटीज में से ब्रिटेन में 37 यूनिवर्सिटी हैं। यूके में सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी की लिस्ट इस प्रकार हैः
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
- इंपीरियल कॉलेज लंदन
- मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी
- एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी
- साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी
- ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी
- शेफ़ील्ड यूनिवर्सिटी
- नॉटिंघम यूनिवर्सिटी।
स्विट्जरलैंड
स्विट्ज़रलैंड में अध्ययन करने के लिए अवसरों की दुनिया खोलना है। शोध से लेकर छात्र हितैषी समुदायों तक, स्विस विश्वविद्यालय विशेष रूप से अपने सुंदर अध्ययन स्थानों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय शोध संस्थानों और केंद्रों के स्कोर के लिए जाने जाते हैं। स्विट्ज़रलैंड में जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए शीर्ष विश्वविद्यालयों और स्विट्ज़रलैंड के कॉलेजों के बारे में नीचे बताया गया है ।
- ईटीएच ज्यूरिख
- इकोले पॉलीटेक्निक फ़ेडेरेल डे लॉज़ेन
- ज्यूरिख यूनिवर्सिटी
- बेसेली यूनिवर्सिटी
- बर्नो यूनिवर्सिटी
- जिनेवा यूनिवर्सिटी
- लॉज़ेन यूनिवर्सिटी
- फ़्राइबर्ग यूनिवर्सिटी
- सेंट गैलेन यूनिवर्सिटी।
कनाडा
कनाडा में इंजीनियरिंग सबसे ज्यादा चुनी जाने वाली डिग्री में से एक है। कनाडा में जेनेटिक इंजीनियरिंग अपनी उच्च गुणवत्ता की इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटीज की बदौलत पूरे विश्व में अत्यधिक मान्यता प्राप्त है। आइए, कनाडा में जेनेटिक इंजीनियरिंग, कहां से करे आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं।
- टोरंटो यूनिवर्सिटी
- ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- वाटरलू यूनिवर्सिटी
- मैकगिल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी डी मॉन्ट्रियल
- अल्बर्टा यूनिवर्सिटी
- क्वीन्स यूनिवर्सिटी
- कैलगरी यूनिवर्सिटी
- मैकमास्टर यूनिवर्सिटी
- वेस्टर्न यूनिवर्सिटी
- ओटावा यूनिवर्सिटी।
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए योग्यता क्या है?
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट देश जानने से पहले एडमिशन लेने के लिए अलग-अलग कोर्स के अनुसार योग्यता नीचे दी गई है :
- जेनेटिक इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री कोर्स करने के लिए आपको 10+2 न्यूनतम 50% के साथ पास करना होगा।
- जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए छात्र को JEE Main, JEE Advanced, MHT CET , OJEE, BCECE जैसे एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे । विदेश में बैचलर डिग्री कोर्स के लिए SAT or ACT एग्जाम क्लियर करने होंगे।
- यदि आप जेनेटिक इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री कोर्स करना चाहते हैं, तो बैचलर डिग्री का होना आवश्यक है।
- विदेश में जेनेटिक इंजीनियरिंग के मास्टर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए छात्र के पास एक अच्छा GMAT/GRE स्कोर होना चाहिए।
- अगर आप पीएचडी में एडमिशन लेना चाहते हैं,, तो आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री को पास करना जरूरी है।
- भारत में पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या राज्य स्तर के एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे।
- एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर अंग्रेजी भाषा दक्षता के रूप में होना आवश्यक है।
- विदेश में कुछ यूनिवर्सिटी मास्टर डिग्री के लिए 2 वर्ष के कार्य अनुभव की भी मांग करती है, जिसका समय यूनिवर्सिटी के लिए अलग-अलग भी हो सकता है।
आप Leverage Live की मदद से IELTS/ TOEFL/ GMAT/ GRE/ SAT/ ACT जैसे एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं। लाइव डेमो के लिए अभी Leverage Live पर अपना फ्री डेमो बुक करें।
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको उसकी प्रक्रिया पता होनी चाहिए। भारत और विदेश में जेनेटिक इंजीनियर बनने के लिए एडमिशन प्रक्रिया इस प्रकार हैः
विदेश में जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया
- कैंडिडेट्स सबसे पहले यूनिवर्सिटी की ऑफिसियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें। यूके में एडमिशन के लिए आप यूसीएएस वेबसाइट (UCAS) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे।
- यूजर आईडी से साइन इन करें और कोर्स चुनें जिसे आप चुनना चाहते हैं।
- अगली स्टेप में अपनी शैक्षणिक जानकारी भरें।
- शैक्षणिक योग्यता के साथ IELTS, TOEFL, प्रवेश परीक्षा स्कोर, SOP, LOR की जानकारी भरें।
- पिछले सालों की नौकरी की जानकरी भरें।
- रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
- अंत में आवेदन पत्र जमा करें।
- कुछ यूनिवर्सिटीज, सिलेक्शन के बाद वर्चुअल इंटरव्यू के लिए इन्वाइट करती हैं।
भारत में जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए आवेदन प्रक्रिया
- चरण 1: सबसे पहले आवेदक को 12 साल की बेसिक शिक्षा पूरी करनी होगी और 12वीं में साइंस स्ट्रीम होनी आवश्यक है।
- चरण 2: माइनिंग इंजीनियर बनने के लिए आपको सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करना होगा। छात्र को राष्ट्रीय स्तर की एग्जाम जैसे JEE Main या राज्य स्तर के एग्जाम जैसे KCET या यूनिवर्सिटी स्तर के एग्जाम जैसे SRMJEEE, VITEEE आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- चरण 3: आपको अपने एग्जाम के तरीके ऑनलाइन या ऑफलाइन के आधार पर एग्जाम देना होगा।
- चरण 4: एंट्रेंस एग्जाम प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों का आंकलन किया जाएगा। शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
- चरण 5: शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा काउन्सलिंग के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद छात्रों का एडमिशन सुनिश्चित होता है।
जेनेटिक इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है-
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण।
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
जेनेटिक इंजीनियरिंग कोर्स की फीस क्या है?
यूजी, पीजी और डॉक्टरेट स्तर के लिए न्यूनतम और अधिकतम शुल्क दिया गया है:
निजी संस्थान | सरकारी संस्थान | |
यूजी | 6 लाख – 10 लाख | – |
पीजी | 99 हजार – 7.5 लाख | 1.5 लाख – 3 लाख |
डॉक्टरेट | 3.5 लाख – 5 लाख | – |
आप Leverage Finance की मदद से विदेश में पढ़ाई करने के लिए अपने कोर्स और यूनिवर्सिटी के अनुसार एजुकेशन लोन भी पा सकते हैं।
जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए कौन से एंट्रेंस एग्जाम देने होंगे?
भारत और विदेश में जेनेटिक इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है:
विदेश के काॅलेजों के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्या हैं?
भारत के काॅलेजों के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्या हैं?
- JEE Main
- JEE Advanced
- MHT CET
- OJEE
- BCECE
- Assam CEE
- UPSEE
- KEAM
- KCET
जेनेटिक इंजीनियरिंग करने के बाद टाॅप रिक्रूटर्स
जेनेटिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद कैंडिडेट्स को बेहतर जाॅब्स ऑफर की जाती हैं, नीचे कुछ टाॅप रिक्रूटर्स की लिस्ट दी गई हैः
- अरबिंदो फार्मा
- ल्यूपिन
- फ्रेसेनियस मेडिकल केयर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी
- सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- एस्पेन फार्माकेयर
- एग्रीकल्चर सेक्टर
- जेनेटिक इंजीनियरिंग फर्म
- केमिकल कंपनियां।
जेनेटिक इंजीनियरिंग करने के बाद जाॅब प्रोफाइल्स और सैलरी
जेनेटिक इंजीनियरिंग करने के बाद जाॅब प्रोफाइल्स और उनकी सैलरी तालिका में दी गई हैः
नौकरी प्रोफ़ाइल | औसत वेतन (INR में) |
प्रोफ़ेसर | 5-7.5 लाख |
बायोमेडिकल साइंटिस्ट | 4-5.7 लाख |
जीनोमिक्स | 3.5-6.5 लाख |
रिसर्च असिस्टेंट | 2.5-6 लाख |
क्लीनिकल डाटा एनालिस्ट | 4-8 लाख |
FAQs
पूरे भारत में एनआईटी और आईआईटी जेनेटिक इंजीनियरिंग की पेशकश नहीं करते हैं। लेकिन 2 से 3 कॉलेज ऐसे भी हैं जो जेईई मेन के आधार पर एडमिशन लेते हैं।
स्विट्जरलैंड, अमेरिका, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड कुछ ऐसे देश हैं जो जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं।
नहीं, IIT सीधे जेनेटिक इंजीनियरिंग की पेशकश नहीं करता है। उम्मीदवारों को भारत के किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज से स्नातक या जैव प्रौद्योगिकी में जीवन विज्ञान लेना होगा।
यूएसए में बीटेक करने में लगभग 33 लाख रुपये से लेकर 44 लाख रुपये खर्च होते हैं।
जेनेटिक इंजीनियरिंग में रिसर्च, कृषि और प्रौद्योगिकी सहित कई अनुप्रयोग हैं। आलू, टमाटर और चावल जैसी फसलों में सुधार के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग को लागू किया गया है।
आशा है कि इस ब्लॉग ने आपको जेनेटिक इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट देश क्या हैं के बारे में जानकारी दी होगी। यदि आप भी विदेश में जेनेटिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 1800 572 000 पर कॉल कर 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।