Tiranga colour meaning in Hindi: भारत के राष्ट्रीय ध्वज को ‘तिरंगा’ भी कहते है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों से मिलकर बना हैं, जिसमें सबसे ऊपर केसरिया रंग, बीच में सफेद रंग और नीचे की तरफ हरा रंग होता है। इन तीनों रंगों का गूढ़ अर्थ होता है। वहीं ये तीनों रंग भिन्न-भिन्न भावनाओं को प्रकट करते हैं। इस लेख में राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों का अर्थ जानेंगे।
भारत का राष्ट्रीय ध्वज
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में समान अनुपात में तीन क्षैतिज पट्टियां हैं, जिसमें केसरिया रंग सबसे ऊपर, सफेद बीच में और हरा रंग सबसे नीचे है। वहीं ध्वज की लंबाई-चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। सफेद पट्टी के बीच में नीले रंग का चक्र है। हमारा वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज महान स्वतंत्रता सेनानी, लेखक और शिक्षाविद ‘पिंगली वेंकैया’ (Pingali Venkayya) द्वारा सन 1921 में बनाए डिजाइन पर आधारित है। बताना चाहेंगे भारत की संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप 22 जुलाई 1947 को अपनाया था।
राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों का अर्थ
भारतीय ध्वज में तीन रंग हैं जो तीन लाइन में व्यवस्थित हैं। यहाँ भारत के झंडे में तीन रंगों का अर्थ (Tiranga colour meaning in Hindi) बताया गया है:-
- केसरिया पट्टी – यह रंग भारत की ताकत और साहस का प्रतीक है।
- सफेद पट्टी – यह रंग शांति और सच्चाई का प्रतीक है।
- हरी पट्टी – यह रंग उपजाऊ भूमि से हमारे संबंध को दर्शाता है, जो विकास और समृद्धि का प्रतीक है।
- अशोक चक्र – अशोक चक्र (Ashoka Chakra) सारनाथ स्थित अशोक स्तंभ से लिया गया है। इस चक्र का अर्थ है ‘धर्म का पहिया’ इसमें 24 तीलियां हैं। इस धर्म चक्र को विधि का चक्र कहते हैं। इस चक्र को प्रदर्शित करने का आशय यह है कि जीवन गतिशील है और रुकने का अर्थ मृत्यु है।
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FAQs
भारत का तिरंगा, पिंगली वेंकैया ने डिज़ाइन किया था।
भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपर की पट्टी केसरिया रंग की है, जो देश की ताकत और साहस को दर्शाती है।
तिरंगे में हरा रंग उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाता है।
आशा है कि आपको इस ब्लॉग में राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों का अर्थ (Tiranga colour meaning in Hindi) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही ट्रेंडिंग इवेंट्स और सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।