ज्वेलरी डिजाइनिंग आभूषणों को डिजाइन करने और बनाने की कला है। महिलाओं और पुरुषों द्वारा ज्वेलरी पहनने का प्रचलन मेसोपोटामिया और मिस्र की कम से कम 7,000 साल पुरानी सभ्यता से है। ज्वेलरी डिजाइनिंग के पारंपरिक विधि हाथ से चित्रकारी और ड्राफ्टिंग आज भी आभूषणों को डिजाइन करने में उपयोग में लिए जाते हैं। हालाँकि वर्तमान में ज्वेलरी डिजाइनिंग के तरीके काफ़ी बदल गए हैं। यदि आप भी ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है और यह जानना चाहते है कि jewellery designer kaise bane, तो हमारे इस ब्लॉग के माध्यम से आपको इससे सम्बंधित सभी जानकरी प्राप्त हो जाएगी।
This Blog Includes:
- ज्वेलरी डिजाइनिंग क्या है?
- ज्वेलरी डिजाइनिंग कोर्स क्यों करें?
- स्किल्स
- ज्वेलरी डिज़ाइनर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- ज्वेलरी डिजाइनिंग में कोर्सेज
- ज्वेलरी डिजाइनिंग के विषय
- ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
- ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज
- ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए प्रवेश परीक्षाएं
- टॉप रिक्रूटर्स
- टॉप जॉब प्रोफाइल
- ज्वेलरी डिजाइनिंग में करियर
- FAQs
ज्वेलरी डिजाइनिंग क्या है?
भारतीय ट्रेडिशन में गहनों को पवित्र और कीमती माना जाता है। आभूषण महिलाओं के श्रृंगार का महत्वपूर्ण हिस्सा है, हालाँकि प्राचीन काल में इनका स्वरूप मोती मणियों के आभूषण के रूप में था, जो अब बदल कर सोने-चांदी के आभूषण बन गए हैं। इन आभूषणों को बनाने का तरीका ही ज्वेलरी डिजाइनिंग कहलाता है। 20वीं सदी के दौरान ज्वेलरी की डिजाइनिंग फॉर्मेट में लगातार बदलाव हुए हैं जैसे Art Nouveau (1900–1918), Art Deco (1919–1929), International Style & organicism (1929–1946), New Look & Pop (1947–1967), ग्लोबलाइजेशन, मटीरियलिज़्म और वर्तमान में मिनिमलिज़्म फॉर्मेट का भी उपयोग ज्वेलरी डिजाइनिंग में किया जाता है।
ज्वेलरी डिजाइनिंग कोर्स क्यों करें?
ज्वेलरी डिजाइनिंग कोर्स क्यों करें इसके मुख्य कारण नीचे दिए गए है-
- ज्वेलरी डिज़ाइन में छात्रों को ज्वैलरी क्रिएशन और डिज़ाइनिंग और ज्वैलरी डिज़ाइनिंग में महत्वपूर्ण सभी पहलुओं का ज्ञान प्राप्त होता है।
- ज्वेलरी डिजाइन कोर्स में मेटलर्जी, आभूषण डिजाइनिंग, डायमंड ग्रेडिंग और सॉर्टिंग, CAD, पोर्टफोलियो डेवलपमेंट, जेमोलॉजी, बीडिंग आर्ट आदि विषयों और विषयों के व्यापक क्षेत्र शामिल हैं।
- ज्वेलरी डिज़ाइन कोर्स पूरा करने के बाद, किसी ब्रांड या कंपनी में नौकरी करने के बजाय, कोई भी अपना खुद का एक ब्रांड लॉन्च करके उद्यमिता शुरू कर सकता है, जिसमें उनकी खुद की ज्वेलरी डिजाइनिंग होगी।
- ज्वेलरी डिजाइन कोर्स ज्वेलरी डिजाइन उद्योग जैसे उत्पाद विकास, ग्राफिक डिजाइन, मार्किट रिसर्च, रचनात्मकता आदि में प्रोफेशनल करियर बनाने के लिए नए कौशल सीखने में मदद करता है।
- Glassdoor के एक सर्वे के अनुसार, भारत में करियर के शुरुआती वर्षों में एक ज्वैलरी डिज़ाइनर की औसत कमाई INR 4-5 लाख प्रति वर्ष है।
स्किल्स
Jewellery Designer Kaise Bane जानने के लिए यह जानने भी आवश्यक है कि इसके लिए क्या स्किल्स होनी चाहिए, जो नीचे दी गई हैं-
- एडोब क्रिएटिव सूट
- ग्राफ़िक डिज़ाइन
- नेकलेस
- इंजीनियरिंग ड्राइंग
- खुदरा बिक्री
- CAD
- उत्पादन रूप
- कला शो
- डिज़ाइन प्रक्रिया
- उत्पाद विकास
- राइनो
- रुझान अनुसंधान
- बाजार अनुसंधान
- व्यापार की शो
ज्वेलरी डिज़ाइनर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
Jewellery designer kaise bane यह जानना चाहते हैं, तो ज्वेलरी डिज़ाइनर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड जानिए, जो इस प्रकार है:
- स्टेप 1- Jewellery designer kaise bane इसके लिए पहला कदम है 10+2 न्यूनतम 50% के साथ उत्तीर्ण करनी होगी।
- स्टेप 2- बेहतर ज्वेलरी डिज़ाइनर बनने के लिए आपको डिजाइनिंग को बारीकी से समझना होगा, इसलिए ज्वेलरी डिजाइनिंग की पढ़ाई करने के लिए पहले प्रवेश परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा। प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय लेवल और राज्य लेवल दोनों स्तर पर कराए जाते हैं।
- स्टेप 3- प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आपकी रैंक के अनुसार कॉलेज में एडमिशन मिलेगा। एडमिशन पक्का करने के लिए आपको कॉलेज द्वारा काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा।
- स्टेप 4- डिजाइनिंग को और डिटेल में जानने के लिए आप इसमें मास्टर्स डिग्री भी कर सकते हैं। विदेश में मास्टर्स करने के लिए आपको GMAT/GRE जैसी परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी होंगी।
- स्टेप 5- ज्वेलरी डिजाइनिंग की पढ़ाई पूरी होने के बाद आपको इंटर्नशिप करनी होगी ताकि आप डिजाइनिंग की प्रैक्टिकल नॉलेज प्राप्त कर सकें।
ज्वेलरी डिजाइनिंग में कोर्सेज
ज्वेलरी बनाने के क्षेत्र में महारथ हासिल करने के लिए आपको ज्वेलरी डिजाइनिंग की बारीकियों का पता होना चाहिए। आप इसकी बारीकियों को तभी समझ पाएंगे जब आप इसकी डिटेल्ड स्टडी करेंगे। ज्वेलरी डिजाइनिंग में कराये जाने वाले कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी है-
- BDes Jewellery Design
- BA Jewellery Design
- BCom Jewellery Design & Technology
- BSc Jewellery Design and Management
- BBA Jewellery Design and Management
- Diploma programme in Jewellery Design & Technology
- Comprehensive Jewellery Designing
- Basic Jewellery Designing
- Jewellery Design: Finishing, Polishing & Electroplating
- Jewellery Design: Engraving & Enamelling
- Jewellery Design: Stone Setting
- Gemology Course
- Diamond Grading Course
- Gemstone Identification Course
- Jewellery Design: Quality Control (QC) Course
- Jewellery Photography Course
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेज और उससे सम्बंधित टॉप यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।
ज्वेलरी डिजाइनिंग के विषय
ज्वेलरी डिजाइनिंग में पढ़ाए जाने वाले विषयों की लिस्ट इस प्रकार है:
BDes ज्वेलरी डिजाइनिंग में पढ़ाए जाने वाले विषय
- डिजाइन की नींव
- डिजाइन के तत्व
- कंप्यूटर एडेड डिजाइन
- व्यापारिक और विपणन विचार
- डिजाइन के लिए उपकरण
- डिजाइन के तरीके
- डिजिटल प्रतिनिधित्व
- गहनों का इतिहास
- डिजाइन का विज्ञापन
- रत्न विज्ञान और रत्नों की स्थापना
B.A. ज्वेलरी डिजाइनिंग में पढ़ाए जाने वाले विषय
- आभूषण डिजाइन और इसकी विभिन्न अवधारणाओं का परिचय
- सांस्कृतिक इतिहास के अध्ययन के माध्यम से सामग्री अन्वेषण
- संचार कौशल
- कंप्यूटर कौशल
- दृश्य और प्रस्तुति के तरीके
- जेमोलॉजी
- आभूषण प्रतिपादन
- श्रमदक्षता शास्त्र
- एन्थ्रोपोमेट्री
- तर्क और डेटा आधारित डिजाइन प्रणाली
BCom in jewellery design and technology में पढ़ाए जाने वाले विषय
- धातु और रत्नों का प्रतिपादन
- जेमोलॉजी
- चित्रकला
- मार्केटिंग प्लस विज्ञापन प्लस ब्रांड बिल्डिंग
- आभूषणों के इतिहास के साथ ऐतिहासिक डिजाइन
- लागत आधारित डिजाइनिंग
- सीएडी का उन्नत ज्ञान
B.Sc. in jewellery design and management में पढ़ाए जाने वाले विषय
- आभूषण डिजाइन का परिचय और इतिहास
- डिजाइन के एसडी तरीके
- एक शोध-आधारित परियोजना पूर्णता
- आपके पोर्टफोलियो का विकास
- रत्नों के भौतिक/ऑप्टिकल/बुनियादी गुण
- क्रिस्टलोग्राफी के अनुप्रयोग
- व्यक्तिगत रत्नों और उनके उत्तेजक पदार्थों की पहचान
- हीरे की विशिष्टता
- हीरे की कटिंग/पॉलिशिंग,
- 4Cs का ज्ञान- रंग, स्पष्टता, कट और कैरेट
- धातुओं और मिश्र धातुओं के गुण
- फ्यूज़िंग
- कटिंग
- बेन्डिंग
- टांकने की क्रिया
- फिनिशिंग में शामिल होना
BBA in jewellery design and management में पढ़ाए जाने वाले विषय
- संचार कौशल
- प्रबंधन कौशल और सिद्धांत
- भारत में आभूषण व्यवसाय
- लेखांकन और मात्रात्मक तकनीक
- संगठनात्मक और व्यापार और व्यवहार अर्थशास्त्र
- वित्तीय और सूचना प्रबंधन प्रणाली
- व्यवसाय के कानूनी पहलू
Diploma in jewellery design में पढ़ाए जाने वाले विषय
- गहनों का इतिहास
- कला का इतिहास
- डायमंड ग्रेडिंग
- बिक्री
- पाजी
- सांचा
- विपणन और प्रसंस्करण
- ब्रांडिंग और भारतीय बाजार
- धातुकर्म
- क्लाइंट डिजाइनिंग
- व्यक्तित्व विकास
- कोर पर डिजाइन करने का मूल विचार
आप AI Course Finder की मदद से अपनी प्रोफाइल के अनुसार सही यूनिवर्सिटी और अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट इस प्रकार है:
- नोवा स्कोटिया कॉलेज ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन (NSCAD) यूनिवर्सिटी
- कला विश्वविद्यालय, लंदन
- बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी
- हर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय
- इंग्लैंड के पश्चिम विश्वविद्यालय
- रॉबर्ट गॉर्डन विश्वविद्यालय
- ग्रिफ़िथ विश्वविद्यालय
- एनएससीएडी विश्वविद्यालय
- क्रिएटिव आर्ट्स के लिए विश्वविद्यालय
- अल्स्टर यूनिवर्सिटी
- लासाल कॉलेज
- डंडी विश्वविद्यालय
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
ज्वेलरी डिजाइनिंगके लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज की लिस्ट इस प्रकार है:
- आर्क एकेडमी ऑफ डिजाइन, जयपुर
- महात्मा ज्योति राव फूल विश्वविद्यालय, जयपुर
- आरटीएमएनयू नागपुर
- सेंट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नागपुर
- जेईसीआरसी विश्वविद्यालय, जयपुर
- एएएफटी मीडिया और कला विश्वविद्यालय, रायपुर
- जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, गुड़गांव
- भारतीय रत्न और आभूषण संस्थान- नई दिल्ली और मुंबई
- जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया- मुंबई
- भारतीय आभूषण संस्थान- मुंबई
- पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन- दिल्ली, जयपुर, मुंबई और नोएडा
- वोग इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी- बैंगलोर में कला और डिजाइन कॉलेज
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए योग्यता
Jewellery designer kaise bane यह जानने के साथ-साथ हमें इसकी योग्यता भी पता होनी चाहिए। ज्वेलरी डिज़ाइनर बनने के लिए योग्यता इस प्रकार है:
- यदि आप ज्वेलरी डिजाइनिंग में डिप्लोमा या बैचलर्स कोर्स करना चाहते है तो आपको 10+2 न्यूनतम 50% के साथ उत्तीर्ण करना होगा।
- ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए आपको कुछ प्रवेश परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना होगा- All India Entrance Exam for Design/GD Goenka Design Aptitude Test।
- यदि आप ज्वेलरी डिजाइनिंग में मास्टर कोर्स करना चाहते हैं तो बैचलर्स डिग्री का होना आवश्यक है। विदेश में पढ़ाई करने के लिए आपको GMAT/GRE परीक्षा में अच्छा अंक प्राप्त करने होंगे।
- विदेश में ज्वेलरी डिजाइनिंग की पढ़ाई करने के लिए आपको इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे-IELTS/TOEFL आदि कोर्स पहले से करके तैयार रखने हैं।
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन एक्साम्स की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
आवेदन प्रक्रिया
भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया
कैंडिडेट को विदेशी विश्वविद्यालय में आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- हमारे एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज
विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट होने आवश्यक है-
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- सभी आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्टस और ग्रेड कार्ड
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- सीवी / रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस
- बैंक विवरण
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए प्रवेश परीक्षाएं
ज्वेलरी डिजाइनिंग में एडमिशन लेने के लिए आपको कुछ प्रवेश परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी होंगी, जैसे कि-
- All India Entrance Exam for Design
- GD Goenka Design Aptitude Test
ज्वेलरी डिजाइनिंग के कुछ प्रवेश परीक्षाएं यूनिवर्सिटीज अपने स्तर पर करवाती हैं, जो इस प्रकार हैं:
- GLS Institute of Design Design Aptitude Test
- Pearl Academy Entrance Exam
- NIFT Entrance Exam
- AIEED Entrance Exam
- UCEED Entrance Exam
टॉप रिक्रूटर्स
Jewellery Designer Kaise Bane जानने के बाद अब बारी आती है टॉप रिक्रूटर्स के नाम जानने की, जो इस प्रकार है:
- Tanishq
- P C Chandra Jewelers
- Kalyan Jewellers
- Myntra
- Gitanjali Jewellers
- Malabar Gold and Diamonds
- Inter Gold India Limited
- Schachter Jewellery
- Amrapali Jewels
- Orra Jewellery
- TBZ – Tribhovandas Bhimji Zaveri Ltd.
- PC Chandra Jewelers
- Joyalukkas
टॉप जॉब प्रोफाइल
ज्वेलरी डिजाइनिंग से जुड़ी टॉप जॉब प्रोफाइल यहाँ दी गई है:
ज्वेलरी डिजाइनर | ज्वेलरी मरचेंड़ाइजर | एगजीबीशन मैनेजर |
प्रोडक्शन मेनेजर | कास्टिंग मेनेजर | लेक्चरार |
राइटर एंड ड्राफ्टर | म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी मैनेजर | फ़ैशन कंसल्टेंट |
ज्वेलरी हिस्टोरीयन | ग्रेडिंग एड्वाइजर | रत्न अपरेजर |
ज्वेलरी डिजाइन सेल्फ बिजनेस | ज्वेलरी सेंटर |
ज्वेलरी डिजाइनिंग में करियर
ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में छात्रों के पास नौकरी के बहुत सारे विकल्प होते हैं, जिनमें से कुछ जॉब प्रोफाइल्स और उनकी सैलरी नीचे दी गई है। यह डेटा glassdoor.co.in से लिया गया है।
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
विज़ुअल मर्चेंडाइजर | 3-4 लाख |
प्रोडक्शन मैनेजर | 6-7 लाख |
जेमोलोजिस्ट | 3-4 लाख |
ज्वेलरी डिज़ाइनर | 5-6 लाख |
ब्रांड मैनेजर | 9-10 लाख |
रिटेल स्टोर मैनेजर | 4-5 लाख |
FAQs
आभूषण बनाने में कई टेक्निक्स शामिल हैं- कंप्यूटर-एडिड डिजाइनिंग (CAD), क्रिस्टलोग्राफी, 4 C’s, क्लीनिंग और पॉलिशिंग।
ज्वेलरी डिजाइनिंग में कुछ बेहतरीन कोर्स इस प्रकार हैं:
1. Bachelor of Design
2. Master of Design
3. BSc in Jewellery Design
4. BVoc in Jewellery Design
5. MA in Jewellery Designing।
ज्वेलरी डिजाइनिंग कोर्स की अवधि डिग्री के स्तर पर निर्भर करती है – यदि यह बैचलर्स डिग्री है तो अवधि 3-4 वर्ष होगी और यदि यह मास्टर्स डिग्री है, तो कोर्स की अवधि 2 वर्ष होगी। ज्वेलरी डिजाइनिंग में शॉर्ट-टर्म कोर्स के लिए, अवधि 6-12 महीने की हो सकती हैं।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने आपको jewellery designer kaise bane के बारे में सभी जानकारी प्रदान की है। यदि आप भी विदेश में ज्वेलरी डिजाइनिंग कोर्स की पढ़ाई करना चाहते हैं,तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्सके साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 57 2000 पर कॉल कर बुक करें।