क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट वह डॉक्टर होते हैं जो कंप्यूटर और इमेज से मानव बाॅडी से आंतरिक बीमारियों का पता लगाते हैं। क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट को शरीर के सभी हिस्सों की चोट और बीमारियों का उपचार करने और उनका पता लगाने के लिए शरीर के अंदर के हिस्सों की इमेज लेकर उनका एनालिसिस करना सिखाया जाता है। कार्डियोलॉजी के अंदर भी कई तरह के विशेषज्ञ हैं, जो अलग-अलग तरीकों से इलाज के तरीके निकालते हैं। अन्य डॉक्टरों की तरह, क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट को मेडिकल में ग्रेजुएशन होना आवश्यक है और लाइसेंसिंग एग्जाम पास करना होता है। इस ब्लाॅग में Clinical Radiologist कैसे बनें के बारे में विस्तृत जानेंगे।
पोस्ट | क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट |
कोर्स लेवल | बैचलर, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, पोस्टग्रेजुएशन |
कोर्स अवधि | 3-4 साल |
योग्यता | 12वीं |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट और एंट्रेस एग्जाम के आधार पर |
कोर्सेज | B.Sc in Radiography or Radiology, Post Graduate Diploma in diagnostic and imaging science, B.Sc(Hons.)in Medical Radiotherapy Technology आदि। |
प्रमुख इंस्टिट्यूट | एम्स, दिल्ली, डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज, टांडा कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश), महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज झांसी आदि। |
This Blog Includes:
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट कौन होते हैं?
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट क्यों बनें?
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कार्य क्या हैं?
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए योग्यता
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के लिए स्टडी मटीरियल
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के लिए करियर स्कोप और टाॅप रिक्रूटर्स
- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट की सैलरी
- FAQs
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट कौन होते हैं?
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट मेडिकल की फील्ड में अहम भूमिका निभाते हैं। लगाताार बढ़ रहीं बीमारियों के चलते मानव शरीर में इलाज से पहले काफी टेस्ट्स कराए जाते हैं, इनके लिए क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट की डिमांड काफी बढ़ रही है। एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड आदि जांच Clinical Radiologist करते हैं और वह इसके विशेषज्ञ माने जाते हैं।
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट एक विशेषज्ञ चिकित्सक होता है, जिसे शरीर की अंदरूनी बीमारियों और चोटों के उपचार और निगरानी के लिए इमेज टेक्निक्स को समझने के लिए प्रशिक्षित होना पड़ता है। Clinical Radiologist लोगों के एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी), एमआरआई, पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) आदि की टेस्टिंग में इमेजिंग टेक्निक्स का उपयोग करते हैं। Clinical Radiologist ह्रदय रोगियों की मेडिकल संबंधित सहायता और निर्णय लेने में मदद करते हैं।
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट क्यों बनें?
मेडिकल का दायरा सिर्फ डाक्टर और नर्स तक ही सीमित नहीं है। लोगों के इलाज के लिए कई और भी लोग जुड़े होते हैं और उनकी भूमिका अहम होती है और हाॅस्पिटल्स या क्लीनिक्स में अच्छी सैलरी ऑफर की जा रही है। अगर आपको मेडिकल की फील्ड पसंद है और आप मानव शरीर की इंटर्नल डिजीज का उपचार करना पसंद करते हैं तो आप Clinical Radiologist बनकर लोगों की सेवा कर सकते हैं।
एक क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट लंबे समय तक क्लीनिकल कार्य और संबंधित रिसर्च करने के बाद चिकित्सा संबंधित परामर्श या बीमारियों के समाधान में महारत हासिल करता है। क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के बाद आप एक्स-रे, फ्लोरोस्कोपी, सीटी स्कैन, एंजियोग्राफी और पोसोट्रॉन इमिशन टोमोग्राफी जैसे टेस्ट में विशेषज्ञता हासिल करते हैं और लोगों की समस्याएं दूर करने में मदद करते हैं।
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कार्य क्या हैं?
वर्तमान में बढ़ते प्रदूषण और बिगड़ते खान-पान की वजह से बीमारियां भी बढ़ रही हैं, जिनके इलाज के लिए हम डाॅक्टर्स या बीमारी संबंधित विशेषज्ञों के पास जाते हैं। मेडिकल की फील्ड में काम कर रहे सभी लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। Clinical Radiologist के कार्य क्या हैं के बारे में नीचे प्वाइंट्स में जानेंगे-
- अल्ट्रासाउंड करना
- एक्सरे करना
- मल्टीस्लाइस स्कैनिंग सहित कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी)
- एमआरआई करना
- सीटी या एमआरआई के साथ पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी)।
- ऑप्टिकल इमेजिंग की जिम्मेदारी निभाना
- फ्लोरोस्कोपी करना
- मैगनेटिक रेजोनेंस इमेजिंग टेस्ट करना
- एंजियोग्राफी टेस्ट करना
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक स्किल्स
Clinical Radiologist बनने के लिए आवश्यक स्किल्स नीचे प्वाइंट्स में बताई गई हैं-
- रिटेन और कम्युनिकेशन स्किल
- मरीजों के रिकार्ड्स मेंटेन करना
- सतर्कता, धैर्य, हार्डवर्किंग होना
- मशीनों की अच्छी जानकारी होना और उनका उपयोग करना
- एक्स- रे करते समय रेडियो एक्टिव किरणों से बचाव करना
- रेडियोग्राफिक उपकरणों की देखभाल करना
- मशीनों की देखभाल करना
- किरणों का साइड इफेक्ट न हो, इसकी पुष्टि करना
- डाक्टर्स के निर्देश का पालन करना
- किसी शिफ्ट में काम करने की क्षमता विकसित करना
- मरीज को समझने की क्षमता
- टेक्नोलाॅजी फ्रैंडली
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
किसी भी कोर्स में जाने या जाॅब प्रोफाइल के लिए अप्लाई करने के लिए सबसे पहले आपको उससे जुड़ी जानकारी सही से होनी चाहिए। Clinical Radiologist बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे बताई गई है-
- स्टेप1-12वीं पास करें- कैंडिडेट्स को सबसे पहले कम से कम 50 प्रतिशत अंकों से फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलाॅजी सब्जेक्ट्स से 12वीं पास करना चाहिए।
- स्टेप2-एंट्रेस एग्जाम दें- स्टूडेंट्स को संबंधित कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में प्रवेश के लिए एंट्रेस एग्जाम भी देने होते हैं। कई काॅलेज और यूनिवर्सिटी में मेरिट के आधार पर प्रवेश मिल जाता है।
- स्टेप3-डिग्री प्राप्त करें- 12वीं के बाद आपको अपनी ग्रेजुएशन डिग्री पूरी करें या फिर Clinical Radiologist से जुड़े अन्य कोर्स पूरे कर सकते हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स करने के लिए आपको बैचलर डिग्री कंप्लीट करनी होगी।
- स्टेप4- प्रैक्टिस शुरू करें- ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी होने के बाद आप किसी हाॅस्पिटल, क्लीनिक या रेडियोलाजी सेंटर में प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। थोड़ा अनुभव होने के बाद अपना क्लीनिक या सेंटर खोल सकते हैं।
- स्टेप5-लगातार सीखें- क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के तौर पर आप नए टूल्स और लेटेस्ट डेवलपमेंट से अप टू डेट रहें और मेडिकल से जुड़ी नई चीजें और मेडिकल में की गई रिसर्च की परफॉर्मेंस में सुधार के लिए नए सॉल्यूशंस का इनोवेशन करना जारी रखें।
- स्टेप6-विशेषज्ञता हासिल करें- एक क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट शरीर की आंतरिक बीमारियों की जांच और देखरेख से संबंधित सलाह देने में विशेषज्ञ होता है। इसलिए आपको काम के साथ-साथ शरीर से जुड़े टेस्ट्स में विशेषज्ञ होना पड़ता है जो कि आपको औरों से बेहतर बनाता है।
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट या Clinical Radiologist बनने के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना जरूरी है। इसके लिए कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- B.Sc in Radiography or Radiology
- Post Graduate Diploma in diagnostic and imaging science
- B.Sc(Hons.)in Medical Radiotherapy Technology
- BSc Medical Radiography and Imaging Technology
- Post Graduate Diploma in Radiotherapy Technology
- PG Diploma in Radiology
- Certificate in Radiography
- Diploma in Radio-diagnostic Technology
- Certificate in Radio-diagnostic
- Diploma in Radiography and Radiotherapy
- Diploma in Radiodiagnosis (DMRD)
- Certificate in Radiology Assistant
- Post Graduate Diploma in Radio-diagnosis and Imaging Sciences
- Post Graduate Diploma in X-ray Radiography and Ultrasonography
- MSc Radiology
- MSc Medical Radiation Physics
- Master of Magnetic Resonance Technology
- Certificate in Radiography and Imaging Technology
- Certificate in Ultrasonography
- Certificate in Radiology Assistant
- Master of RadioPharmaceutical Science
- Master of Medical Radiation –Nuclear Radiation
- PGD in Radiotherapy Technology
- PGD in X-ray Radiography
- PGD in UltraSonography
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज
Clinical Radiologist बनने या क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कोर्सेज करने के लिए विदेश की टाॅप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-
- सेंट्रल क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी
- सैलफोर्ड यूनिवर्सिटी
- आरएमआईटी यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन
- क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क
- कील यूनिवर्सिटी
- एडिलेड यूनिवर्सिटी
- कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- बोसटन यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ वाॅशिंगटन
- यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्साॅस
- नेशनल काॅलेज ऑफ आयरलैंड
- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर
- जेम्स कुक यूनिवर्सिटी
- कर्टिन यूनिवर्सिटी
- डबलिन सिटी यूनिवर्सिटी
- कॉनकॉर्डिया कॉलेज
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज
Clinical Radiologist की पढ़ाई करने के लिए भारत के टाॅप काॅलेज और यूनिवर्सिटीज की लिस्ट इस प्रकार है-
- एम्स दिल्ली
- किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- डी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
- इरा मेडिकल कॉलेज, लखनऊ
- बीआरडी मेडिकल, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
- टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई.
- मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, कोलकाता,
- अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटल
- संजीविनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल कोर्स, इंडस्ट्रियल एरिया फेस 2, चंडीगढ़
- क्रिश्चियन मेडिकल स्कूल, वैल्लूर, तमिलनाडू
- बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी
- मेडिकल कालेज, पटियाला, पंजाबचेन्नई, तमिलनाडु
- रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज, बरेली
- तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद
- दरभंगा मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, दरभंगा,
- बीजे मेडिकल कॉलेज, गुजरात
- क्रिश्चियन कॉलेज, बैंगलोर
- SRMCRI चेन्नई – श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट
- ब्रेनवेयर यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस ऐंड
- बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बरेली
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, पटियाला
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए योग्यता
Clinical Radiologist के कोर्सेज के लिए योग्यता नीचे दी गई है-
- बैचलर्स कोर्स करने के लिए आपको 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वींं साइंस (पीसीबी) स्ट्रीम से पास करना होगा।
- विदेश में कुछ यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने के लिए SAT or ACT एग्जाम भी पास करना होगा।
- इंग्लिश लैंग्वेज की दक्षता के लिए TOEFL/IELTS/PTE/Duolingo English test स्कोर।
- कोर्स के अनुसार एंट्रेंस एग्जाम के अंक।
- NEET की परीक्षा भी विदेशों में स्वीकार की जाती है।
- Letters of recommendation
- Statement of purpose
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया
Clinical Radiologist के कोर्सेज में एडमिशन लेने से पहले आपको आवेदन प्रक्रिया सही से समझनी चाहिए, क्योंकि भारत और अन्य देशों के काॅलेज और यूनिवर्सिटीज में आवदेन प्रक्रिया अलग-अलग है।
भारतीय यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-
- अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
विदेशी यूनिवर्सिटीज में आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के बाद वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई यूनिवर्सिटीज की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे- IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है-
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं
Clinical Radiologist बनने या मेडिकल से जुड़े कोर्सेज में प्रवेश लेने के लिए कई प्रवेश परीक्षाएं (एंट्रेंस एग्जाम) भी हैं, जिन्हें पास करने के बाद आप बेहतर काॅलेज और यूनिवर्सिटी पा सकते हैं। नीचे कुछ एंट्रेस एग्जाम की लिस्ट दी गई है-
- AIIMS EE
- JNUEE
- IPU CET
- BITSAT
- BHU PET
- OUCET
- Manipal University Radiography Entrance Exam
- Andhra University Radiography Entrance Exam
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के लिए स्टडी मटीरियल
Clinical Radiologist से जुड़े कोर्सेज में प्रवेश या फिर कोर्सेज के दौरान आप अपनी पढ़ाई को और बेहतर करने के लिए आप नीचे कुछ बुक्स दी गई हैं-
बुक्स | राइटर-पब्लिशर | लिंक |
Pediatric Radiographic Interpretation | C. Dixter | यहां से खरीदें |
Interventional Radiology: RadCases | Ferral | यहां से खरीदें |
Medical Emergencies in the Dental Office | Stanley F. Malamed DDS | यहां से खरीदें |
Radiographs and Imaging techniques in Prosthodontics | Bhavna Ahuja, Pronob Sanyal | यहां से खरीदें |
Radiologic Science for Technologists: Physics, Biology, and Protection | Stewart C. Bushong ScD FAAPM FACR | यहां से खरीदें |
Learning Radiology: Recognizing the Basics 4th Edition | William Herring MD FACR | यहां से खरीदें |
Introduction to Radiologic Technology 8th Edition | William J. Callaway MA RT(R) | यहां से खरीदें |
Core Radiology: A Visual Approach to Diagnostic Imaging | Ellen X. Sun (Editor), Junzi Shi (Editor), Jacob C. Mandell | यहां से खरीदें |
Handbook of Interventional Radiologic Procedures | Krishna Kandarpa MD, Lindsay Machan, Janette Durham MD | यहां से खऱीदें |
Vascular and Interventional Radiology: A Core Review | Brian Strife MD, Jeffrey Elbich (Author) | यहां से खरीदें |
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के लिए करियर स्कोप और टाॅप रिक्रूटर्स
Clinical Radiologist के कोर्सज करने के बाद आपको सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार की जाॅब्स मिल सकती हैं। सरकारी नौकरियों के लिए समय-समय पर जाॅब्स नोटिफिकेशन देखते रहें और प्राइवेट हाॅस्पिटल्स या क्लीनिक्स में जाॅब्स मिल सकती हैं। टॉप रिक्रूटिंग की लिस्ट नीचे दी गई है-
- AIIMS
- Private hospitals
- Government hospitals
- Indian Council of Medical Research
- Indian Railway Medical Services
- Military healthcare hospitals/institutes
- State Public Service Commission
- National Rural Health Mission
- Government medical colleges
- Research Labs
- Medical College And Universities
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट की सैलरी
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद Clinical Radiologist के तौर पर आप किसी अस्पताल में 30 से 50 हजार रुपये महीने की सैलरी पा सकते हैं। सरकारी अस्पतालों में सैलरी प्रतिमाह 1 लाख से 2.5 लाख रुपये तक होती है। अनुभव के आधार पर प्राइवेट अस्पतालों में या अपना क्लीनिक या सेंटर खोलकर प्रति माह लाखों रुपये कमा सकते हैं।
FAQs
साइंस से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद रेडियोलॉजी में बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc), रेडियोलॉजी में मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc) भी कर सकते हैं।
रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए एमबीबीएस की डिग्री अनिवार्य नहीं है।
कोर्स भी साइंस स्ट्रीम (पीसीबी) का स्टूडेंट्स रेडियोलॉजिस्ट की पढ़ाई या कोर्स पूरा कर क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट के तौर पर करियर बना सकता है।
क्लीनिकल रेडियोलॉजिस्ट बनने के लिए B.Sc in Radiography or Radiology, Post Graduate Diploma in diagnostic and imaging science, B.Sc(Hons.)in Medical Radiotherapy Technology, Post Graduate Diploma in Radiotherapy Technology, PG Diploma in Radiology, Certificate in Radiography आदि कोर्सेज कर सकते हैं।
रेडियोलॉजिस्ट को हिंदी में विकिरण चिकित्सक कहते हैं।हम उम्मीद करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको Clinical Radiologist कैसे बनें से जुड़ी सारी जानकारी मिल गई होगी।
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