हीपैटोलॉजी क्या है?

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हीपैटोलॉजी

गतिहीन जीवन शैली, खराब खान-पान, शराब और तंबाकू उत्पादों का बढ़ता सेवन लीवर और अन्य संबंधित अंगों से संबंधित रोगों से पीड़ित रोगियों में तेजी से वृद्धि के लिए जिम्मेदार रहा है। इस प्रकार यह रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट क्षमता वाले विशेषज्ञ हेपेटोलॉजिस्ट की मांग में वृद्धि कर रहा है। इस मांग ने चिकित्सा के इस क्षेत्र में नवोदित हेपेटोलॉजिस्ट के लिए बहुत सारे अवसर पैदा किए हैं। हीपैटोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम चिकित्सा तकनीकों और विकास के विशेष योग्यता और ज्ञान वाले युवा ग्रेजुएट इस क्षेत्र में अपने करियर को सफल बना सकते हैं। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी के एक उपक्षेत्र के रूप में हीपैटोलॉजी, उच्चतम भुगतान किए जाने वाले मेडिकल करियर में से एक है। क्या आप भी हीपैटोलॉजी के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं? यदि हां! तो आइए जानते हैं हीपैटोलॉजी में करियर के बारे में।

क्षेत्रहीपैटोलॉजी
प्रमुख कोर्सेजMBBS, Doctor of Medicine in Hepatology (MD)
करियर स्कोपहीपैटोलॉजिस्ट, लीवर टॉक्सिकोलॉजिस्ट स्पेशलिस्ट, ट्रांसप्लांट सर्जन आदि।
टॉप यूनिवर्सिटीहार्वर्ड यूनिवर्सिटी, जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो
औसत वेतन15 से 30 लाख (INR भारत में)

हीपैटोलॉजी क्या है?

हीपैटोलॉजी, मेडिसिन की एक शाखा है जिसमें यकृत (लीवर), पित्ताशय की थैली (गॉलब्लैडर), पित्त के पेड़ (बिलरी ट्री) और अग्न्याशय के साथ-साथ उनके विकारों के प्रबंधन का अध्ययन शामिल है। हालांकि इसे परंपरागत रूप से गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की एक उप-विशेषता माना जाता है, लेकिन कुछ देशों में तेजी से विस्तार ने इस क्षेत्र पर पूरी तरह से विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टरों को प्रेरित किया है, जिन्हें हेपेटोलॉजिस्ट कहा जाता है ।

हीपैटोलॉजिस्ट कौन होते हैं?

हेपेटोलॉजिस्ट एक चिकित्सक है, जो यकृत, अग्न्याशय, पित्ताशय की थैली, पित्त के पेड़ और अन्य संबंधित अंगों से संबंधित विभिन्न स्थितियों और रोगों के रोगियों के निदान और उपचार में विशेषज्ञ है। हेपेटोलॉजिस्ट विभिन्न प्रकार के चिकित्सा नैदानिक ​​परीक्षण जैसे बायोप्सी, अल्ट्रासाउंड और एंडोस्कोपी का उपयोग करते हैं। साथ ही यकृत की समस्याओं से प्रभावित रोगियों और हेपेटाइटिस, अग्नाशयशोथ, यकृत कैंसर, पीलिया, एंजाइम की कमी, यकृत के सिरोसिस आदि संबंधित क्षेत्रों से प्रभावित रोगियों का निदान और उपचार करते हैं। उपचार के नए और अधिक प्रभावी तरीकों को विकसित करने के लिए इन अंगों की बेहतर समझ हासिल करने के लिए हेपेटोलॉजिस्ट अनुसंधान और संचालन अध्ययन भी करते हैं।

हीपैटोलॉजी के लिए स्किलसेट

हीपैटोलॉजी के लिए आवश्यक स्किलसेट यहां दिए गए हैं –

तकनीकी ज्ञानइनोवेशन
कम्युनिकेशनजिज्ञासा
लीडरशिपइंटरपर्सनल
क्रिटिकल थिंकिंगप्रॉब्लम सॉल्विंग
अंडर प्रेशर में काम की क्षमतामैनेजमेंट स्किल्स

टॉप हीपैटोलॉजी कोर्सेज

हीपैटोलॉजी में अपना करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए कुछ टॉप हीपैटोलॉजी कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है–

बैचलर्स कोर्सेजMBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery)
मास्टर्स कोर्सेजMaster of Surgery in Hepatology (MS), Doctor of Medicine in Hepatology (MD), Postgraduate Diploma in Hepatology
डॉक्टरेट कोर्सेजDNB in Hepatology, MCh in Hepatology

आप AI Course Finder की मदद से भी अपनी रुचि के अनुसार कोर्सेज का चयन कर सकते हैं।

हीपैटोलॉजी के लिए दुनिया के टॉप विश्वविद्यालय

हीपैटोलॉजी के लिए विश्व की कुछ टॉप विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है।

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हीपैटोलॉजी के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय

हीपैटोलॉजी कोर्सेज के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है–

  • AIIMS दिल्ली
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज
  • मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज
  • सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज
  • आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज
  • ग्रांट मेडिकल कॉलेज
  • इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
  • MS रमैया मेडिकल कॉलेज
  • जवाहर इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च

हीपैटोलॉजी कोर्सेज के लिए पात्रता मानदंड

हीपैटोलॉजी कोर्सेज के लिए सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में कुछ सामान्य आवश्यकताएं होती हैं जिन्हें पूरा करके ही छात्रों अपने चुने हुए कोर्स के लिए पात्र होते हैं। कोर्सेज के आधार पर कुछ सामान्य आवश्यकताएं इस प्रकार हैं–

अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के लिए योग्यता

हीपैटोलॉजी में बैचलर्स डिग्री के रूप में छात्रों के पास MBBS  की डिग्री जरूरी है, अन्य जानकारी इस प्रकार है: 

  • MBBS के लिए ज़रुरी है कि छात्र ने अपनी 12th की पढ़ाई PCB (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) से पूरी की हो।
  • छात्र ने 12वीं कक्षा अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम अंक के साथ उत्तीण की हो।
  • भारत में MBBS कोर्स करने के इच्छुक छात्रों को NEET UG की परीक्षा क्लियर करने की ज़रूरत होती है। कई विश्वविद्यालय या कॉलेज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जिनमें आवश्यक अंकों को प्राप्त करके ही छात्रों उस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में MBBS कोर्स करने के लिए सक्षम होंगे।
  • विदेश में MBBS के लिए प्रवेश परीक्षा जैसे NEET, MCAT (ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा के लिए), UKCAT, BMAT, GAMSAT (UK के लिए) आदि के स्कोर जरूरी होते हैं।
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए IELTS/ TOEFL/ PTE टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं। 
  • विदेश विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR और CV/Resume जैसे दस्तावेजों की भी आवश्यकता होती है।

पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज के लिए योग्यता

हीपैटोलॉजी में पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है।

  • हीपैटोलॉजी में MS / MD / और PG कोर्सेज के लिए  इच्छुक छात्रों के पास MBBS की डिग्री होनी चाहिए। 
  • छात्र ने MBBS अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी या कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए निर्धारित न्यूनतम अंक के साथ पास किया हो।
  • साथ ही उन्हें PG लेवल की प्रवेश परीक्षाओं को अच्छे अंकों के साथ क्लियर करने की ज़रूरत होती है।
  • कुछ भारतीय और विदेशी विश्वविद्यालयों में किसी मान्यता प्राप्त अस्पताल में एक साल की इंटर्नशिप के साथ MBBS के बाद दो साल के कार्य अनुभव की भी मांग की जाती हैं। 
  • विदेश के विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए IELTS/ TOEFL/ PTE टेस्ट स्कोर्स ज़रूरी होते हैं। 
  • विदेश विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए SOP, LOR और CV/Resume जैसे दस्तावेजों की भी आवश्यकता होती है।

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आवेदन प्रक्रिया

विभिन्न हीपैटोलॉजी कोर्सेज के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–

भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  1. UK विश्वविद्यालयों को छोड़कर, किसी भी देश की यूनिवर्सिटी में अप्लाई करने के लिए सबसे पहले विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करें। UK में अंडरग्रेजुएट कोर्सेस लिए UCAS में आवेदन करना होगा, वहीं ग्रेजुएट कोर्सेज के लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से आवेदन कर सकते हैं।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में पंजीकरण करने के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता,NEET, MCAT, UKCAT, BMAT, GAMSAT, IELTS, TOEFL आदि जैसे जरूरी टेस्ट अंक और SOP, LOR, CV/Resume के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। SOP लिखने और एप्लीकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं। 

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

आप Leverage Finance की मदद से विदेश में पढ़ाई करने के लिए अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के अनुसार एजुकेशन लोन भी पा सकते हैं।

प्रवेश परीक्षाएं

यहां कुछ प्रमुख प्रवेश परिक्षाओं की लिस्ट दी गई है, जिसका उपयोग भारत और विदेशों के विश्वविद्यालय मेडिकल डिग्री के लिए छात्रों को प्रवेश देने के लिए करते हैं–

MCATNEET
UKCATNEET PG
BMATAIIMS
GAMSAT

हीपैटोलॉजी बेस्ट बुक्स

यहां हीपैटोलॉजी की टॉप बुक्स दी गई हैं-

बुक्सऑथरलिंक
Schiff’s Diseases of the Liverविलिस सी मैड्रे, के. राजेंद्र रेड्डी, यूजीन आर शिफ Buy Here
Hepatology A Textbook of Liver Diseaseडेविड ज़ाकिम, थॉमस डी. बोयरBuy Here
Oxford Specialist Handbook of Paediatric Gastroenterology, Hepatology, and Nutrition आर मार्क बीट्टी, अनिल धवन, जॉन डब्ल्यूएल पंटिसBuy Here
Nuclear Hepatology: A Textbook of Hepatobiliary Diseasesगेरबैल टी कृष्णमूर्ति, एस कृष्णमूर्तिBuy Here
Oxford American Handbook of Gastroenterology and Hepatology एडम एस चीफ़ेट्ज़, अल्फोंसो ब्राउन, माइकल करी, एलन सी मॉसBuy Here
Handbook of Hepatologyडिना बैकBuy Here
Gastroenterology and Hepatology: A Clinical HandbookटैलीBuy Here

हीपैटोलॉजी के क्षेत्र में करियर और वेतन

लीवर और संबंधित अंगों से संबंधित रोगों से पीड़ित रोगियों में तेजी से वृद्धि के कारण आने वाले समय में हेपेटोलॉजिस्ट के लिए संभावनाएं उज्ज्वल दिखाई देती हैं। उन्हें एम्स, मैक्स आदि जैसे प्रतिष्ठित अस्पतालों के हेपेटोलॉजी विभाग में भी रखा जा सकता है। अधिक उद्यमी हेपेटोलॉजिस्ट भी अपना क्लिनिक खोल सकते हैं। कुछ हेमेटोलॉजिस्ट विभिन्न मेडिकल स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षण कार्य का विकल्प चुन सकते हैं और अपने छात्रों को बुनियादी तकनीक और उपचार सिखा सकते हैं। इस क्षेत्र में जीनियस के लिए शोध दूसरा सबसे अच्छा विकल्प है। नीचे कुछ प्रमुख हीपैटोलॉजी जॉब प्रोफाइल और PayScale के अनुसार उनका वार्षिक वेतन नीचे दिया गया है –

जॉब प्रोफाइलभारत में वेतन INR मेंयूके में वेतन INR मेंयूएसए में वेतन INR में
हीपैटोलॉजिस्ट10 से 30 लाख30 से 90 लाख50 लाख से 1 करोड़
लीवर टॉक्सिकोलॉजिस्ट स्पेशलिस्ट10 से 15 लाख25 से 50 लाख35 से 70 लाख
ट्रांसप्लांट सर्जन12 से 20 लाख30 से 70 लाख40 से 90 लाख

FAQs

हेपेटोलॉजी क्या है?

हेपेटोलॉजी मेडिसिन का एक क्षेत्र है जो यकृत के रोगों के साथ-साथ संबंधित स्थितियों पर केंद्रित है।  एक हेपेटोलॉजिस्ट एक विशेष चिकित्सक होता है जो यकृत रोगों के निदान और उपचार में शामिल होता है, जिसमें ऐसे मुद्दे शामिल होते हैं जो आपके जिगर को प्रभावित करते हैं।

क्या हेपेटोलॉजी एक अच्छा करियर है?

गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी के एक उपक्षेत्र के रूप में हेपेटोलॉजी, उच्चतम भुगतान किए गए मेडिकल करियर में से एक है।

क्या हेपेटोलॉजिस्ट गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट के समान है?

एक हीपैटोलॉजिस्ट  लिवर, पेट, आंतों, पैनक्रिया, और पित्ताशय की थैली समेत सभी पाचन तंत्र अंगों की बीमारियों में माहिर हैं। दूसरी तरफ, एक हेपेटोलॉजिस्ट विशेष रूप से यकृत विकारों के साथ-साथ पैनक्रिया और पित्ताशय की थैली की बीमारियों के निदान पर केंद्रित है।

क्या हेपेटोलॉजी हेमेटोलॉजी के समान है?

हेमेटोलॉजी से तात्पर्य रक्त और रक्त को प्रभावित करने वाले रोगों के अध्ययन से है। दूसरी ओर हेपेटोलॉजी में यकृत और संबंधित अंगों के विकारों का निदान और उपचार शामिल है।

हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग ने आपको हीपैटोलॉजी से जुड़ी सारी जानकारी दी होगी। यदि आप हीपैटोलॉजी की पढ़ाई विदेश से करने की इच्छा रखते हैं, तो बेहतरीन मार्गदर्शन के लिए आज ही 1800 572 000 पर कॉल करें और Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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