केमिकल इंजीनियरिंग की शुरुआत पहली बार यूके से हुई थी। यूके में दुनिया का पहला केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स 1887 में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में जॉर्ज ई. डेविस द्वारा शुरू किया गया था। केमिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की ही एक शाखा है, जिसमें रासायनिक संयंत्र के ऑपरेशन और डिजाईन के साथ-साथ उत्पादन में सुधार के तरीके के बारे में भी पढ़ाया जाता है। हमारे आज के इस ब्लॉग में केमिकल इंजीनियरिंग के कोर्सेज, योग्यता और यूनिवर्सिटीज के बारे में पूर्ण रूप से बताया गया है।
कोर्स का नाम | केमिकल इंजीनियरिंग |
कोर्स स्तर | -अंडर ग्रेजुएट -पोस्टग्रेजुएट -डॉक्टरेट |
विषय | -कटैलिसीस एंड रिएक्शंस ऑफ़ बायोफ्यूल्स -बायोमोलेक्यूलर और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग –बायोकेमिकल इंजीनियरिंग -सेलुलर इंजीनियरिंग |
विदेशी यूनिवर्सिटीज | –कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी [CalTech] –स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी –मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी [MIT] –प्रिंसटन विश्वविद्यालय |
जॉब प्रोफाइल्स | -विश्लेषणात्मक रसायनज्ञ -एनवायरमेंटल इंजीनियर -मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर |
This Blog Includes:
- केमिकल इंजीनियरिंग क्या है?
- केमिकल इंजीनियरिंग के सब-स्पेशलाइजेशन
- केमिकल इंजीनियरिंग के विषय
- केमिकल इंजीनियरिंग कोर्सेज
- ऑनलाइन केमिकल इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट कोर्सेज
- शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालय
- शीर्ष भारतीय विश्वविद्यालय
- केमिकल इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज़
- केमिकल इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा
- सरकारी कंपनियां
- प्राइवेट कंपनियां
- केमिकल इंजीनियरिंग के बाद नौकरी के क्षेत्र
- केमिकल इंजीनियरिंग में करियर और नौकरियां
केमिकल इंजीनियरिंग क्या है?
केमिकल इंजीनियरिंग में केमिस्ट्री, फिजिक्स और मैथमैटिक की मदद से कच्चा माल को केमिकल का उपयोग करके उपयोगी उत्पाद जैसे कपड़े, खाने-पीने की चीज़ें में बदला जाता है। केमिकल इंजीनियरिंग का काम रसायनिक पौधों में आने वाले उत्पाद की डिजाइनिंग, प्रोसेसिंग की देखभाल करना है। केमिकल इंजीनियरिंग किसी भी उत्पाद की उत्पादन करने के सबसे आसान तरीके को ढूंढने के लिए बेस्ट संसाधन का उपयोग करते हैं।
केमिकल इंजीनियरिंग के सब-स्पेशलाइजेशन
केमिकल इंजीनियरिंग क्या है जानने के साथ-साथ कुछ लोकप्रिय सब-स्पेशलाइजेशन के बारे में जानना आवश्यक है, जो नीचे दी गई हैं-
- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग – यह फील्ड बायोलॉजी और हेल्थ केयर की फ़ील्ड्स में इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल्स और कन्सेप्ट्स अप्लाई करती है। बायोइंजीनियर्स अक्सर डॉक्टर्स, थेरेपिस्ट्स और रिसर्चर्स के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि मेडिकल प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए सिस्टम्स, इक्विपमेंट और डिवाइस विकसित किए जा सकें।
- प्रोसेस इंजीनियरिंग – प्रोसेसिंग इंजीनियरिंग का फोकस केमिकल, फिजिकल और बायोलॉजिकल प्रोसेसेज की डिजाइनिंग, ऑपरेशन, कंट्रोल, ऑप्टिमाइजेशन और इंटेंसिफ़ीकेशन कार्य पर होता है। प्रोसेस इंजीनियरिंग में कई इंडस्ट्रीज शामिल होती हैं जैसे कि केमिकल, पेट्रोकेमिकल, एग्रीकल्चर, मिनरल प्रोसेसिंग, एडवांस्ड मेटीरियल, फ़ूड, फार्मास्यूटिकल, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, ऑटोमेटिव और बायोटेक्नोलॉजिकल इंडस्ट्रीज।
- फ़ूड प्रोसेसिंग – इस फील्ड में कच्चे (रॉ) मटीरियल्स को उपयोगी फ़ूड प्रोडक्ट्स में बदलने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टेक्निक्स का अध्ययन शामिल होता है। यह फ़ूड को प्रिजर्व करने, कंजर्व करने के साथ ही प्रोसेसिंग कार्यों के तरीकों में सुधार लाने और नए तरीके तलाश करने से संबद्ध कार्य भी करती है। इस फील्ड के तहत फ़ूड प्रोडक्ट्स से जुड़े क्वालिटी कंट्रोल प्रोसीजर्स, फूड एडल्टरेशन, फ़ूड प्रोडक्ट्स की न्यूट्रीशनल वैल्यू को कंट्रोल करने जैसे सभी विषय शामिल होते हैं।
- इलेक्ट्रोकेमिकल – यह फील्ड इलेक्ट्रोकेमिकल फिनोमिना जैसेकि केमिकल्स की इलेक्ट्रो सिंथीसिस, इलेक्ट्रोविनिंग, इलेक्ट्रोकेमिकल सेपरेशन्स और कोरोजन के एप्लीकेशन से संबद्ध कार्य करती है।
- पॉलीमर – पॉलीमर इंजीनियरिंग की फील्ड प्लास्टिक या संबद्ध इक्विपमेंट और प्रोसेस से सम्बंधित डेवलपमेंट और टेस्टिंग कार्य करती है।
केमिकल इंजीनियरिंग के विषय
केमिकल इंजीनियरिंग की बैचलर्स डिग्री, मास्टर डिग्री, पीएचडी कोर्सेज में पढ़ाए जाने वाले विषयों की सूची नीचे दी गई है:
- कैटेलिसिस एंड रिएक्शन ऑफ़ बायोफ्यूल्स
- बायोमोलेक्यूलर और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
- बायोकेमिकल इंजीनियरिंग
- सेलुलर इंजीनियरिंग
- कम्प्यूटिंग और सिमुलेशन
- इलेक्ट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग
- नैनो
- थर्मोडाइनामिक्स
- मटेरियल
- पॉलिमर एंड काम्प्लेक्स लिक्विड
- पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
- सस्टेनेबल एन्वायरमेंटल इंजीनियरिंग
- माइक्रोफैब्रिकेटेड सिस्टम
केमिकल इंजीनियरिंग कोर्सेज
केमिकल इंजीनियरिंग की मांग विनिर्माण, रसायन, प्रसंस्करण, छपाई, दूध और खाद्य उद्योग, उर्वरक, कीटनाशक जैसे कई क्षेत्र में होती हैं। इस कारण से केमिकल इंजीनियर की मांग काफी बढ़ गई है। इस क्षेत्र में स्नातक स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रम के पाठ्यक्रम की सूची नीचे दी गई है:
स्तर | कोर्स |
अंडरग्रेजुएट | -Bachelors/BE in Chemical Engineering -Bachelors in Chem. Technology Engineering -BSc Chem. Eng. (Environment and Energy) -BSc Chem. Eng. (Chemical and Biomolecular) -Bachelors in Industrial Chemical Engineering -Bachelor of Chem. Eng./Bachelor of Mathematics -Bachelor of Engineering Honours (Chem. and Biomolecular) |
पोस्टग्रेजुएट | -Masters in Chem. Eng. -MSc in Petroleum Engineering -MSc in Chem. Eng. and Business -MSc in Chem. Eng. and Materials Science -Masters in Nanoscience, Materials and Processes -Masters in Chem. Eng. for Energy and Environment -MSc in Chem. and Materials Engineering |
डॉक्टरेट | -Doctor of Philosophy (Chem. and Material Engineering) -PhD in Chemistry and Technology of Foodstuff -PhD Research in Chem. Eng. -PhD in Chem. Eng. and Analytical Science |
ऑनलाइन केमिकल इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट कोर्सेज
ऑनलाइन केमिकल इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट कोर्सेज के नाम नीचे दिए गए हैं-
- Fundamentals of Chemical Engineering for Plant Design
- Nano future SCAMT Workshop Week
- Advanced Engineering Practice – Fundamentals of Chemical Engineering
- Advanced Industrial Automation
आप AI Course Finder की मदद से अपनी प्रोफाइल के अनुसार सही यूनिवर्सिटी और अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।
शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालय
केमिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको केमिकल की जानकारी होनी चाहिए। आपको इस बात का पता होना चाहिए कि कौनसा केमिकल कितनी मात्रा में और कहाँ काम में लेना है? इसकी सही नेतृत्व के लिए आपका सही विश्वविद्यालय का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। नीचे दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालय की सूची दी गई है:
विश्वविद्यालय के नाम | क्षेत्र |
कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी [CalTech] | अमेरिका |
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी | अमेरिका |
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी [MIT] | अमेरिका |
प्रिंसटन यूनिवर्सिटी | अमेरिका |
इंपीरियल कॉलेज लंदन | यूके |
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन | यूके |
टोरंटो विश्वविद्यालय | कनाडा |
मिशिगन यूनिवर्सिटी | अमेरिका |
मेलबर्न विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया |
जॉर्जिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी | अमेरिका |
सिडनी विश्वविद्यालय | ऑस्ट्रेलिया |
डेल्फ़्ट विश्वविद्यालय | नीदरलैंड |
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
शीर्ष भारतीय विश्वविद्यालय
भारत में केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने वाले सिर्फ विश्वविद्यालय की सूची नीचे दी गई है:
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी(आईआईटी), दिल्ली
- आईआईटी, गुवाहाटी
- आईआईटी, रुड़की
- आईआईटी, रोपड़ो
- आईआईटी, हैदराबाद
- आईआईटी, गोवा
- आईआईटी, धारवाड़
- आईआईटी, भुवनेश्वर
- आईटीआई, गांधीनगर
- आईटीआई, जोधपुर
- आईटीआई, पटना
- आईटीआई, मंडी
- आईटीआई, वाराणसी (भू)
- आईटीआई, तिरुपति
- आईटीआई, धनबाद (आईएसएम)
- आईटीआई, भिलाई
- आईटीआई, खरगपुर
- आईटीआई, मद्रास
- आईटीआई, कानपुर
- आईटीआई, इंदौर
- आईटीआई, पलक्कड़
- आईटीआई, बॉम्बे
- लखनऊ इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, लखनऊ
- इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, ऊना
- रूंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, भिलाई
- मेडी-कैप्स विश्वविद्यालय, इंदौर
- विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर
- दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, सुरथकाली
- एपीजी शिमला विश्वविद्यालय, शिमला
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, निरमा विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
- आल इंडिया श्री शिवाजी मेमोरियल सोसाइटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, पुणे
- साइंस यूनिवर्सिटी, गुंटूर
- सविता स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई
केमिकल इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
केमिकल इंजीनियरिंग में यूजी/पीजी/पीएचडी कोर्सेज में प्रवेश लेने के लिए कोर्स के अनुसार अलग-अलग योग्यताओं की मांग की जाती है। केमिकल इंजीनियरिंग के लिए पात्रता नीचे दी है:
- आप अगर अंडर ग्रेजुएट में आवेदन करना चाहते हैं उसके लिए आपको 10+2 (विज्ञान विषय से), कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करना ज़रूरी है।
- अगर आप मास्टर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको चार वर्षीय स्नातक डिग्री से उतरना होना ज़रूरी है।
- अगर आप पीएचडी के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको संबंधित विषयों में मास्टर डिग्री से उतरी होना ज़रूरी है।
- भारत में पीएचडी कोर्सेज में प्रवेश लेने के लिए आपको UGC NET, TIFR, JRF-GATE या राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा पास करने होंगे।
- भारत में यंत्र अधिगम अभियांत्रिकी (मशीन लर्निंग इंजीनियरिंग) की पढ़ाई करने के लिए आपको JEE Mains, JEE Advanced जैसे प्रवेश परीक्षा पास करने होंगे। विदेश में बैचलर्स डिग्री कोर्सेज के लिए SAT और ACT की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
- एक अच्छे IELTS/TOEFL अंक अंग्रेज़ी कुशलता के रुप में होना आवश्यक है।
- विदेश में मशीन लर्निंग के मास्टर डिग्री प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए आपके पास एक अच्छा GMAT/GRE स्कोर होना चाहिए।
- विदेश में कुछ विश्वविद्यालय मास्टर डिग्री के लिए 2 वर्ष के कार्य अनुभव की भी मांग करती है, जिसका समय विश्वविद्यालय के लिए अलग अलग भी हो सकता है ।
- अंग्रेजी निबंध पूरा करें।
- LOR और SOP।
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आवेदन प्रक्रिया
किसी भी विषय में आवेदन लेने के लिए आपको उसकी प्रक्रिया पता होनी चाहिए। भारत में केमिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने के लिए आपको नीचे बतायी गई प्रक्रिया को चरण-दर-चरण अनुसरण करना होगा।
- पंजीकरण: सबसे पहले आपको प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। छात्र, राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा जैसे JEE-Mains या राज्य स्तरीय परीक्षा जैसे KCET या विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षा जैसे SRMJEEE, VITIEEE आदि के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- प्रवेश परीक्षा: प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने के बाद आपको प्रवेश परीक्षा देनी होगी। ये परीक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में आयोजित की जाती हैं।
- मेरिट सूची: प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यार्थी का विश्लेषण किया जाएगा। शॉर्ट लिस्ट किए गए विद्यार्थी की एक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।
- परामर्श: शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को संस्थान द्वारा काउंसिलिंग के लिए बुलाया जायेगा, जहां वे अपनी पढाई की सूची का चयन करेंगे।
यू.के में बैचलर्स की डिग्री के लिए आवेदन प्रक्रिया
- UCAS पोर्टल पर जाएं।
- कोर्स करिकुलम और एलिजिबिलिटी रिक्वायरमेंट्स की जांच कर लें।
- अपने विश्वविद्यालय के आवेदन पत्र पर क्लिक करें।
- सबसे पहले आपको ईमेल या फ़ोन नंबर के द्वारा अपने आप को रजिस्टर करें।
- खाता सत्यापन के बाद अकाउंट लॉगइन करके व्यक्तिगत विवरण (नाम, लिंग, पिता का नाम आदि) भरें।
- एचडी फोटो भरें और आवश्यक दस्तावेजों को डालें।
- अंत में आवेदन शुल्क भुगतान करें।
- फिर अपना आवेदन पत्र जमा करें।
- कुछ विश्वविद्यालय, चयन के बाद वर्चुअल साक्षात्कार के लिए बुलाते हैं।
यू.के में मास्टर डिग्री के लिए आवेदन प्रक्रिया
- विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर रजिस्टर करें। यहाँ से आपको यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होंगे।
- यूजर आईडी से अकाउंट लॉगइन करें और पूरी जानकारी को भरें।
- अपना विषय चुने।
- एकेडमिक क्वालिफिकेशन को भरें।
- रोजगार इतिहास भरें।
- पंजीकरण शुल्क की भुगतान करें।
- अंत में आवेदन पत्र को जमा करें।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज़
केमिकल इंजीनियरिंग क्या है जानने के साथ-साथ नीचे दिए गए दस्तावेज़ होने आवश्यक हैं-
- 10+2 मार्कशीट
- सभी अधिकारी शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट और ग्रेड कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटोकॉपी
- वीजा
- अपडेट किया गया रिज्यूमे
- अंग्रेजी भाषा कुशलता परीक्षा के अंक
- सिफारिश पत्र या LOR
- स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (SOP)
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
केमिकल इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा
कई यूनिवर्सिटीज छात्रों को एडमिशन देने के लिए प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करवाती हैं। जबकि कई सारी यूनिवर्सिटीज ट्रांसक्रिप्ट्स और पर्सनल इंटरव्यू के बाद ही छात्रों को एडमिशन देती हैं। यहाँ कुछ टॉप प्रवेश परीक्षाओं की लिस्ट दी गई है:
सरकारी कंपनियां
केमिकल इंजीनियरिंग क्या है जानने के साथ-साथ इन सरकारी कंपनियों में नौकरी के अवसर होते हैं-
- Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL)
- Bharat Petroleum Corporation Limited (BPCL)
- Indian Oil Corporation Limited
- GAIL Limited
- HLL Lifecare Limited
प्राइवेट कंपनियां
केमिकल इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद इन प्राइवेट कंपनियों में नौकरी के अवसर होते हैं-
- Piramal Healthcare Limited
- Ranbaxy Laboratories Limited
- Pfizer Inc.
- Nirma
केमिकल इंजीनियरिंग के बाद नौकरी के क्षेत्र
केमिकल इंजीनियरिंग के बाद नौकरियों के क्षेत्र इस प्रकार हैं:
- पैट्रोलियम इंडस्ट्री
- फूड इंडस्ट्री
- टेक्सटाइल इंडस्ट्री
- केमिकल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री
- रबर इंडस्ट्री
- पेपर इंडस्ट्री
- प्लास्टिक इंडस्ट्री
- सीमेंट इंडस्ट्री
- पब्लिक सेक्टर इंडस्ट्री
- फर्टिलाइजर इंडस्ट्री
केमिकल इंजीनियरिंग में करियर और नौकरियां
केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आपके लिए कई अलग-अलग क्षेत्रों में नौकरी करने के दरवाजे खुल जाते हैं। कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल और उनकी औसत वेतन glassdoor.co.in के अनुसार नीचे दी गई है:
नौकरी भूमिका | औसत वार्षिक वेतन (INR) |
एनालिटिकल केमिस्ट | 3.60 – 9.79 लाख |
इमेजेस ऑफ | 6.87 – 12 लाख |
एनवायरमेंटल इंजीनियर | 4.50 – 10 लाख |
मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियर | 4.10 – 9.89 लाख |
कंटेंट इंजीनियर | 6.25 – 20 लाख |
माइन इंजीनियर | 5.26 -15 लाख |
लेक्चरर | 3.52 – 10 लाख |
प्रोजेक्ट मैनेजर | 8.72 – 18 लाख |
एग्रीकल्चरल केमिस्ट | 4.15 – 12 लाख |
उम्मीद है, कि इस ब्लॉग के द्वारा आपको केमिकल इंजीनियरिंग क्या है और केमिकल इंजीनियरिंग के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है। यदि आप भी विदेश में केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन 1800 572 000 पर कॉल कर बुक करें।