इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘ता उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। ता उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
ता उपसर्ग से शब्द
ता उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- तात्कालिक
- तात्पर्य
- तात्त्विक
- तात्पर्यज्ञान
- तात्पर्यज्ञ
- तात्पर्यवाद
- तात्कालिकता
- तात्त्विकता
ता उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
ता उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- तात्पर्य : तात्पर्य का अर्थ ‘मतलब या इंगीत’ होता है।
- तात्कालिक : पचिक का अर्थ ‘व्यापक रूप से तुरंत’ होता है।
- तात्त्विक : तात्त्विक का अर्थ ‘सात्त्विक या आत्मिक’ होता है।
- तात्कालिकता : तात्कालिकता का अर्थ ‘फौरनीति या अक्सर’ होता है।
- तात्पर्यज्ञ : तात्पर्यज्ञ का अर्थ ‘समझदार या मतलब समझने वाला’ होता है।
ता उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
ता उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- समय का सदुपयोग करते हए रवि ने तात्कालिक अपना काम पूरा किया।
- राजस्थान जाने के लिए राकेश की रेलवे टिकट तत्काल में बुक हुई।
- रिपुंज ने कुछ ऐसी उलझने उत्पन्न कर दीं कि अब उनका तात्पर्य समझना कठिन है।
- राम सादगी से सरल जीवन को जीने वाला एक तात्पर्यज्ञ व्यक्ति है।
- शत्रु की हरकतों को देखकर तात्कालिकता पर परिस्तिथि को आंका जा सकता है।
संबंधित आर्टिकल
FAQs
ता का उपसर्ग तात्कालिक, तात्पर्य, तात्विक, तात्पर्यवाद, तात्त्विकता इत्यादि होता है।
तात्कालिकता शब्द में ‘ता’ उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है।
तात्पर्यज्ञ शब्द में ‘ता’ उपसर्ग है।
आशा है कि ता उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।