इस पोस्ट के माध्यम से आप ‘स्वयं उपसर्ग से शब्द’ के बारे में जान पाएंगे, जो कि आपके ज्ञान में विस्तार करेगा। स्वयं उपसर्ग से शब्द के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
स्वयं उपसर्ग से शब्द
स्वयं उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- स्वयंभू
- स्वयंवर
- स्वयंसेवक
- स्वयंपाणि
- स्वयंसिद्ध इत्यादि।
स्वयं उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
स्वयं उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- स्वयंवर : स्वयंवर का अर्थ ‘पति चयन संबंधी उत्सव’ होता है।
- स्वयंभू : स्वयंभू का अर्थ ‘पृथ्वी या भूमि से स्वयं निकला हुआ’ होता है।
- स्वयंसेवक : स्वयंसेवक का अर्थ ‘स्वेच्छा से काम करने वाला’ होता है।
- स्वयंसिद्ध : स्वयंसिद्ध का अर्थ ‘जिसके लिए प्रमाण आवश्यक न हो या सर्वमान्य’ होता है।
स्वयं उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
स्वयं उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- सिया स्वयंवर देखने पहुंचे भगवान राम ने, शिव धनु पर प्रत्यंचा चढ़ाकर माता जानकी से विवाह किया।
- शिव ही सत्य है, शिव ही शाश्वत हैं। शिव ही स्वयंभू है और शिव ही सनातन हैं।
- जब कभी भारत राष्ट्र पर संकट आया राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवकों ने राष्ट्र के लिए स्वयं को समर्पित किया।
- जहाँ चीजें अटल और स्वयंसिद्ध होती हैं, वहीं से पारदर्शिता की परिभाषा तय होती है।
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FAQs
स्वयं का उपसर्ग स्वयंभू, स्वयंवर, स्वयंसेवक, स्वयंपाणि, स्वयंसिद्ध होता है।
स्वयंवर शब्द में ‘स्वयं’ उपसर्ग है।
स्वयंभू शब्द में ‘स्वयं’ उपसर्ग है।
आशा है कि स्वयं उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।