यदि आप स्पोर्ट्स को लेकर अति उत्साहित हैं और इस क्षेत्र में ही करियर बनाना चाहते हैं, तो एक sports development officer एक अच्छा विकल्प है। ये प्रोफेशनल्स एथलेटिक कार्यक्रमों की देखरेख करते हैं और लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। स्पोर्टस डेवलपमेंट ऑफिसर बनना किसी विद्यालय में पीटी टीचर बनने से कहीं अधिक है। स्पोर्ट्स आर्गेनाइजेशन के कार्यक्रमों का सही संचालन इनके ही हाथों में होता है। इस ब्लॉग में, एक स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर क्या होता है और उनकी मुख्य जिम्मेदारियों को क्या है और करियर स्कोप आदि के बारे में विस्तार से दिया गया है।
प्रोफाइल | स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर |
क्षेत्र | स्पोर्ट्स डेवलपमेंट |
योग्यता | स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा, बेचलर्स या सर्टिफिकेट कोर्स। |
स्किल्स | टेक्निकल स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स, समस्या को सुलझाने का कौशल। |
आवश्यक कोर्सेज़ | – BBA in Sports Management- BBA in Sports Development- Bachelor of Sports Science |
टॉप रिक्रूटर्स | GroupM, Rhiti Sports, Star Sports, JSW Sports, ITW Consulting Pvt Ltd |
सैलरी | INR 6 लाख से 12 लाख/वर्ष |
This Blog Includes:
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर किन्हें कहते हैं?
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर क्यों बनें?
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के काम
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक कौशल
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर कैसे बनें?
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज़
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित जरूरी कोर्सेज़ के लिए योग्यता
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट से संबंधित कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट के अध्ययन के लिए आवश्यक पुस्तकें
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के रूप में करियर और वेतन
- FAQs
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर किन्हें कहते हैं?
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स एक ऐसे प्रोफेशनल्स होते है जो किसी स्पोर्ट्स आर्गेनाइजेशन के एथलेटिक प्रोग्राम्स की देखरेख करते हैं। ये प्रोफेशनल्स कार्यक्रमों की योजना बनाने और प्रशिक्षकों को व्यवस्थित करने के लिए मैनेजमेंट करते हैं। आर्गेनाइजेशन या कम्पनी के आधार पर नौकरी के काम अलग-अलग हो सकते है, लेकिन sports development officer की एक प्रमुख जिम्मेदारी एथलेटिक कार्यक्रम बनाना है। वे कम्युनिटी इंट्रेस्ट का मूल्यांकन करते हैं और यह निर्धारित करते हैं कि कार्यक्रम से संगठन को कैसे लाभ हो सकता है। स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर फुटबॉल या बास्केटबॉल जैसे किसी विशेष खेल में विशेषज्ञ भी हो सकते हैं। वे एथलेटिक्स में महिलाओं या विकलांग वर्ग के लोगों की भी मदद करते हैं।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर क्यों बनें?
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के कुछ लाभों को नीचे व्यक्त किया गया है-
- एक स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के रूप में अनुभव आपको उसी क्षेत्र में एक सीनियर मैनेजमेंट लेवल की भूमिका दिला सकता है।
- यह नेटवर्क और नेतृत्व कौशल विकसित करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है जो किसी भी मैनेजेरियल पोजीशन के लिए आवेदन करने में फायदेमंद होगा।
- इस तरह की भूमिका से आप जो कौशल और अनुभव प्राप्त करते हैं, वह आपको बाद में एक अलग क्षेत्र में अपना करियर जारी रखने का निर्णय लेने पर भी बहुत मदद करेगा।
- अच्छी खबर यह है कि स्पोर्ट्स मैनेजमेंट डिग्री करियर चाहने वाले लोगों के लिए यह काफी स्थिर बाजार है। जब तक खेल लोकप्रिय रहेंगे तब तक स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर की आवश्यकता होगी।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के काम
यहां स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स के दैनिक कर्तव्यों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं-
- प्रोजेक्ट प्लैन बनाना, आयोजन और प्रचार करना।
- संसाधनों और बजट का मैनेजमेंट करना।
- प्रशिक्षकों और स्वयंसेवकों सहित प्रशिक्षण कर्मचारी सम्मेलनों और बैठकों में भाग लेना।
- फंडराइजिंग इवेंट्स के दौरान स्पॉन्सर्स के साथ नेटवर्किंग करना।
- ट्रेनिंग और कोचिंग गतिविधियों की देखरेख करना।
- स्पॉन्सर्स और पार्टनर्स के डेटाबेस का निर्माण और रखरखाव करना।
- आर्गेनाइजेशन की कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी डेवलप करना।
- एडमिनिस्ट्रेशन संबंधित कामों को करना।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक कौशल
यहाँ कुछ कौशल हैं जो स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स के पास हैं-
- मल्टीटास्किंग- मल्टीटास्किंग स्किल्स आपको एक साथ कई कार्यों को मैनेज करने में मदद कर सकती हैं, चाहे वह नए कर्मचारियों को भर्ती करना हो या एडवर्टाइजमेंट कैंपेन की देखरेख करना हो।
- कम्युनिकेशन स्किल्स- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर कम्पनी के कम्युनिटी मेंबर्स को एथलेटिक कार्यक्रमों और पिटीशन स्टेकहोल्डर्स के बारे में जानकारी देनी होती है। इसके अलावा टीम के अन्य सदस्यों के साथ कम्युनिकेट करने के लिए भी एक अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स ज़रूरी है।
- स्पोर्ट्स के प्रति पैशन और उत्साह: उत्साह आपको आपके स्पोर्ट्स प्रोग्राम्स के लाभों को उजागर करने और दूसरों को उसके प्रति आकर्षित करने में मदद करता है।
- टीम वर्क: आपके लिए यह कौशल अत्यन्त आवश्यक है। सुनिश्चित करता है कि आप ट्रेनर्स और वॉलंटियर्स को उचित कार्य सौंप सकते हैं ताकि आप अपने स्वयं के वर्क लोड को मैनेज कर सकें। टीम वर्क आपके टाइम मैनेजमेंट का भी महत्वपूर्ण घटक है।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर कैसे बनें?
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने का तरीका यहां बताया गया है-
स्टेप 1. सही शिक्षा चुनें
स्पोर्ट साइंस या फिजिकल एजुकेशन में सहयोगी या बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करने पर विचार करें। ये विषय यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं कि आप स्पोर्ट्स मैनेजमेंट संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इच्छुक स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स के लिए अन्य उपयोगी विषयों में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन, सोशियोलॉजी और पब्लिक रिलेशन शामिल हैं।
स्टेप 2. एक स्पेशलाइजेशन पर विचार कीजिए
कुछ स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर एक निश्चित जनसंख्या में स्पेशलाइजेशन का चुनाव करते हैं। उदाहरण के लिए, वे कॉलेज में महिलाओं के खेल या विकलांग लोगों को सुलभ एथलेटिक कार्यक्रमों में भाग लेने में मदद कर सकते हैं। स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट्स में स्वेच्छा से या अतिरिक्त शिक्षा प्राप्त करके इन विशेषताओं की तैयारी करने का प्रयास करें। उदाहरण के लिए, आप महिला अध्ययन या विकलांग अध्ययन में एक्सपर्ट हो सकते हैं।
स्टेप 3. वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करें
अपना रिज्यूमे बनाने के लिए वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करने पर विचार करें। आप इसके लिए किसी स्पोर्ट्स इवेंट में स्वयंसेवा कर सकते हैं। आप समुदाय के सदस्यों के साथ काम करना शुरू करने के लिए युवा खेल टीम के कोच भी बन सकते हैं। आवश्यक कौशल विकसित करने के अलावा, आपका वर्क एक्सपीरियंस यह निर्धारित करने में आपकी सहायता करता है कि आप अपनी जॉब के लिए सही है या नहीं।
स्टेप 4. नेटवर्किंग का प्रयास करें
जब आप वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करते हैं तो नेटवर्क बनाना महत्वपूर्ण होता है, अन्य तरीकों से नेटवर्किंग पर विचार करें। आप सोशल मीडिया पर रिलेवेंट स्पोर्ट्स डेवलेपमेंट ग्रुप्स में शामिल हो सकते हैं और सम्मेलनों में भाग ले सकते हैं। स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स के साथ संबंध बनाने की कोशिश करें, उनकी सलाह मांगें और सहकर्मियों के साथ अपने विचार शेयर करें। ये इंटरैक्शन आपको नौकरी के बारे में जागरूक रहने और रिफरेंस लेटर प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
स्टेप 5. नौकरी के लिए आवेदन करें
ग्रैजुएट होने या वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त करने के बाद, स्कूलों या कॉलेजों में स्पोर्ट्स पदों के लिए आवेदन करने का प्रयास करें। आपका रेज़्यूमे आपकी काबिलियत और स्किल्स को उजागर कर सकता है। आप स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए अपने पैशन पर भी जोर दे सकते हैं, क्योंकि कई एंप्लॉयर्स अपनी कम्पनी के प्रति समर्पण वाले उम्मीदवारों की तलाश करते हैं।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज़
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक कोर्सेज़ की लिस्ट नीचे दी गई है-
- BBA in Sports Management
- BBA in Sports Development
- Bachelor of Sports Science
- Post Graduate Diploma in Sports Management
- MBA in Sports Management
- MA in Sports Management
- M.Sc in Sports Management
- PhD in Sports Management
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज़
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए सही शिक्षा प्राप्त करना बहुत ही ज़रूरी है, अतः यहां क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करने वाले कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ की सूची दी गई है-
- लिवरपूल यूनिवर्सिटी
- ओरेगन यूनिवर्सिटी
- मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी
- ईयू बिजनेस स्कूल
- सैलफोर्ड मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी
- फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
- आईई बिजनेस स्कूल
- लंदन बिजनेस स्कूल
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ की पेशकश करने वाले कुछ टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ और कॉलेजों की लिस्ट नीचे दी गई है-
- आईआईएसएम, मुंबई
- एमिटी ग्लोबल बिजनेस स्कूल
- सिम्बायोसिस स्कूल ऑफ़ स्पोर्ट्स साइंस
- नेशनल एकेडमी ऑफ स्पोर्ट्स मैनेजमेंट
- क्राइस्ट एकेडमी इंस्टीट्यूट
- डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी
- केजे सोमैया मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट
- आईएसबीआर बिजनेस स्कूल
- आईआईएम रोहतक
- मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित जरूरी कोर्सेज़ के लिए योग्यता
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ के लिए कुछ सामान्य पात्रता इस प्रकार हैं-
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित में सर्टिफिकेशन या डिप्लोमा और बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित) से 10+2 की योग्यता आवश्यक होती है।
- बैचलर्स डिग्री कोर्सेस के लिए कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं, जिन्हें क्लियर करना प्रवेश के लिए आवश्यक होता है।
- स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित में PG प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री होना आवश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज़ के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
- विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।
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स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज के लिए आवेदन प्रक्रिया
विभिन्न स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित कोर्सेज़ के लिए भारत और विदेशी यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है-
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश की यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है-
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है।
- कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के बारे में रिसर्च करें।
- आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
- यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
- ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें।
- इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छत्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं-
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांस्किप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
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भारतीय यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया
भारत की यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है-
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं-
- आपकी दसवीं या बारहवीं की परीक्षा की मार्कशीट और पास सर्टिफिकेट
- जन्म तिथि का प्रमाण
- विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र
- स्थानांतरण प्रमाणपत्र
- अधिवास प्रमाण पत्र / आवासीय प्रमाण या प्रमाण पत्र
- अस्थायी प्रमाण – पत्र
- चरित्र प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र
- विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
- प्रवासन प्रमाणपत्र (माइग्रेशन)
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट से संबंधित कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षाएं
नीचे कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं की सूची नीचे दी गई हैं-
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट के अध्ययन के लिए आवश्यक पुस्तकें
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट के अध्ययन के लिए आवश्यक पुस्तकें यहां दी गई हैं-
The Business of Sport Development | Second Edition | By Pearson | जॉन बीच, साइमन चैडविक |
International Cases in the Business of Sports | साइमन चैडविक |
The Marketing of Sport | जॉन बीच |
Comprehensive Sports Management | कन्हैया कुमार सिंह |
Sports Management- Principle & Application | रसल होए |
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के रूप में करियर और वेतन
कई संगठन एथलेटिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना चाहते हैं, जिससे स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स की उच्च मांग हो रही है। ये प्रोफेशनल आमतौर पर कॉलेजों और प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों में काम पाते हैं।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के लिए एम्प्लॉयमेंट सेक्टर
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के लिए एम्प्लॉयमेंट सेक्टर इस प्रकार हैं-
- स्पोर्ट्स मार्केटिंग
- फ्रैंचाइज़ ऑपरेशंस
- प्लेयर मैनेजमेंट
- वेन्यू ऑपरेटर्स
- स्पोर्ट्स लॉजिस्टिक्स
- स्पोर्ट्स कंसल्टेंट
- प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय और कॉलेज
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के लिए टॉप रिक्रूटर्स
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर के लिए टॉप रिक्रूटर्स
इस प्रकार हैं-
- GroupM
- Rhiti Sports
- Star Sports
- JSW Sports
- ITW Consulting Pvt Ltd
- SPT Sports
- KOOH Sports
- Decathlon Sports India Pvt Ltd
- Sportz Liv
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर का वेतन
भारत में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट का दायरा बढ़ रहा है क्योंकि भारतीय स्पोर्ट्स इंडस्ट्री वैश्विक बाजारों में एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में उभर रही है। नतीजतन, स्पोर्ट्स डेवलपमेंट बिज़नेस भारत में फल-फूल रहा है, खासकर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर और हैदराबाद में। एक sports development officer लगभग 28,000 रुपये से 40,000 रुपये प्रति माह कमा सकता है। वेतन वर्षों के अनुभव, शैक्षिक योग्यता और कौशल के समय के साथ बढ़ सकता है और अंततः प्रति माह 70,000 रुपये तक जा सकता है। Payscale के अनुसार स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर का वेतन INR 3 लाख से 5 लाख सालाना है।
FAQs
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स एक ऐसे प्रोफेशनल्स होते है जो किसी स्पोर्ट्स आर्गेनाइजेशन के एथलेटिक प्रोग्राम्स की देखरेख करते हैं। ये प्रोफेशनल्स कार्यक्रमों की योजना बनाने और प्रशिक्षकों को व्यवस्थित करने के लिए मैनेजमेंट करते हैं। आर्गेनाइजेशन या कम्पनी के आधार पर नौकरी के काम अलग-अलग हो सकते है, लेकिन sports development officer की एक प्रमुख जिम्मेदारी एथलेटिक कार्यक्रम बनाना है।
वेतन वर्षों के अनुभव, शैक्षिक योग्यता और कौशल के समय के साथ बढ़ सकता है और अंततः प्रति माह 70,000 रुपये तक जा सकता है। Payscale के अनुसार स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर का वेतन INR 3 लाख से 5 लाख सालाना है।
स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए स्पोर्ट साइंस या फिजिकल एजुकेशन में सहयोगी या बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करने पर विचार करें। ये विषय यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं कि आप स्पोर्ट्स मैनेजमेंट संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इच्छुक स्पोर्ट्स डेवलपमेंट ऑफिसर्स के लिए अन्य उपयोगी विषयों में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन, सोशियोलॉजी और पब्लिक रिलेशन शामिल हैं।
प्रोजेक्ट प्लैन बनाना, आयोजन और प्रचार करना। संसाधनों और बजट का मैनेजमेंट करना। प्रशिक्षकों और स्वयंसेवकों सहित प्रशिक्षण कर्मचारी सम्मेलनों और बैठकों में भाग लेना। फंडराइजिंग इवेंट्स के दौरान स्पॉन्सर्स के साथ नेटवर्किंग करना।
हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि sports development officer ऑफिसर कैसे बनें। यदि आप स्पोर्ट्स डेवलपमेंट या संबंधित से संबंधित कोर्स विदेश से करना चाहते हैं तो आप आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से सलाह ले सकते हैं। एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें।